1. निर्वात का परावैद्युतांक होता है
(A) 8.85 x 10-12 F/m
(B) 8.85 x 10-11 F/m
(C) 8.85 x 1012 F/m
(D) 8.85 x 1011 F/m
उत्तर – (A) 8.85 x 10-12 F/m
2. वैद्युत-द्विध्रुव का S.I. मात्रक होता है
(A) CN
(B) Cm
(C) C
(D) C/m
उत्तर – (B) Cm
3. कूलॉम नियम का सदिश रूप होता है
उत्तर – A
4. किसी चालक की धारिता होती है
(A) C = q · ν
(B) C = ν · q
(C) C = 1/2 q · ν
(D) C = q / ν
उत्तर – (D) C = q / ν
5. आवेशित चालक की ऊर्जा होती है
(A) E = 1/2 CV
(B) B = 1/2 CV2
(C) E = 1/2 C2V
(D) E = C · V
उत्तर – (B) B = 1/2 CV2
6. यदि समान धारिता C1 के n संधारित्र समान्तर क्रम में जोड़े जायें तो तुल्य धारिता होगी
(A) C = n / C1
(B) C = C1 / n
(C) C = nC1
(D) C = n2C1
उत्तर – (C) C = nC1
7. वायु के लिए परावैद्युत सामर्थ्य होता है
(A) 3 x 106 Vm-1
(B) 4 x 106 Vm-1
(C) 5 x 106 Vm-1
(D) 106 Vm-1
उत्तर – (A) 3 x 106 Vm-1
8. किसी बिन्दु पर विद्युत क्षेत्र की तीव्रता होती है
(A) E = Eq
(B) E = F / q
(C) E = 1/2 Fq
(D) E = q / F
उत्तर – (B) E = F / q
9. आवेश का पृष्ठ घनत्व होता है
(A) σ = Q/A
(B) σ = Q/l
(C) σ = Q/V
(D) σ = Q · A
उत्तर – (A) σ = Q/A
10. गोलीय संधारित्र की धारिता होती है
उत्तर – A
11. 1μ2 के बराबर होता है
(A) μ2/μ1
(B) μ1/μ2
(C) μ2 · μ1
(D) 1/μ1μ2
उत्तर – (A) μ2/μ1
12. रेटिना पर बनने वाला प्रतिबिंब होता है
(A) वास्तविक एवं सीधा
(B) वास्तविक एवं उलटा
(C) काल्पनिक एवं सीधा
(D) काल्पनिक एवं उलटा
उत्तर – (B) वास्तविक एवं उलटा
13. खगोलीय दूरबीन की आवर्धन क्षमता होती है
(A) ƒo / ƒe
(B) – ƒo / ƒe
(C) – ƒe < ƒo
(D) ƒe / ƒo
उत्तर – (B) – ƒo / ƒe
14. निम्नलिखित में कौन इंद्रधनुष के निर्माण का कारण होता है ?
(A) प्रकीर्णन
(B) विवर्तन
(C) वर्ण-विक्षेपण
(D) अपवर्तन
उत्तर – (C) वर्ण-विक्षेपण
15. सरल सूक्ष्मदर्शी की आवर्धन क्षमता होती है
(A) M = 1 – D/ƒ
(B) M = 1 + D/ƒ
(C) M = 1 – ƒ/D
(D) M = 1 + ƒ/D
उत्तर – (B) M = 1 + D/ƒ
16. संपर्कित दो लेंसों की शक्ति होती है
(A) P = P1 + P2
(B) P = P1 x P2
(C) P = P1 / P2
(D) P = P1 (P2 + P1)
उत्तर – (A) P = P1 + P2
17. यदि μg = 3/2 और μw = 4/3 तब wμg होता है
(A) 2
(B) 1/2
(C) 9/8
(D) 8/9
उत्तर – (C) 9/8
18. काँच के लिए क्रांतिक कोण होता है
(A) 20°
(B) 30°
(C) 48°
(D) 42° (लगभग)
उत्तर – (D) 42° (लगभग)
19. विद्युत- चुंबकीय तरंगों की प्रकृति होती है
(A) अनुप्रस्थ
(B) अनुदैर्ध्य
(C) (A) और (B) दोनों
(D) विद्युतीय
उत्तर – (A) अनुप्रस्थ
20. त्रिपार्श्व के पदार्थ का अपवर्तनांक होता है
उत्तर – C
21. प्रकाशीय पथ के बराबर होता है
(A) अपवर्तनांक x पथ की लंबाई
(B) अपवर्तनांक / पथ की लंबाई
(C) पथ की लंबाई
(D) पथ की लंबाई / अपवर्तनांक
उत्तर – (A) अपवर्तनांक x पथ की लंबाई
22. 4 डायोप्टर क्षमता वाले लेंस की फोकस दूरी होती है
(A) 0.25m
(B) 0.25cm
(C) 0.35m
(D) 0.35 cm
उत्तर – (A) 0.25m
23. निम्नलिखित में कौन वर्ण-विक्षेपण क्षमता के लिए सही है ?
(A) w = μν – μr / μy – 1
(B) w = μr – μν / μy – 1
(C) w = μy – 1 / μν – μr
(D) w = μy – 1 / μr – μν
उत्तर – (A) w = μν – μr / μy – 1
24. यदि काँच के एक लेंस (μ = 3/2) की हवा में फोकस दूरी ƒa हो और पानी (μ = 4/3) में ƒw हो तो
(A) ƒw = ƒa
(B) ƒw = 2 ƒa
(C) ƒw = 3 ƒa
(D) ƒw = 4 ƒa
उत्तर –
25. निम्नलिखित में कौन संबंध प्रकीणिर्त प्रकाश की तीव्रता (I) और प्रकाश के तरंगदैर्घ्य (λ) के लिए सही है ?
(A) I = 1/λ
(B) I ∝ 1/λ2
(C) I ∝ 1/λ3
(D) I ∝ 1/λ4
उत्तर – (D) I ∝ 1/λ4
26. निम्नलिखित में कौन इलेक्ट्रॉन पर आवेश के लिए सही है ?
(A) e = 1.602 x 10-16 C
(B) e = 1.602 x 10-17 C
(C) e = 1.602 x 10-18 C
(D) e = 1.602 x 10-19 C
उत्तर – (D) e = 1.602 x 10-19 C
27. निम्नलिखित में कौन सोडियम का कार्य फलन होता है ?
(A) Φ0 = 2.55 eV
(B) Φ0 = 2.65 eV
(C) Φ0 = 2.75 eV
(D) Φ0 = 2.85 eV
उत्तर – (B) Φ0 = 2.65 eV
28. नाभिक में न्यूट्रॉनों की संख्या होती है
(A) A + Z
(B) A – Z
(C) Z = A/2
(D) Z
उत्तर – (B) A – Z
29. निम्नलिखित में कौन संबंध द्रव्यमान और ऊर्जा के लिए सही है ?
(A) m = E
(B) m2 = E
(C) mc2 = E
(D) m = √E/2
उत्तर – (C) mc2 = E
30. दशमिक संख्या (8)10 की द्विआधारी संख्या होती है
(A) (1000)2
(B) (1001)2
(C) (111)2
(D) (110)2
उत्तर – (A) (1000)2
31. NAND गेट का संकेत होता है
उत्तर – D
32. अर्द्धआयु काल T1/2 एवं क्षय नियतांक में संबंध होता है
(A) T1/2 = 0.693/λ
(B) T1/2 = λ/0.693
(C) T1/2 = 0.693λ
(D) T1/2 = 0.693λ2
उत्तर – (A) T1/2 = 0.693/λ
33. निम्नलिखित में कौन α-कण के लिए सही है ?
(A) इलेक्ट्रॉन
(B) विद्युत-चुंबकीय विकिरण
(C) हीलियम नाभिक
(D) हाइड्रोजन नाभिक
उत्तर – (C) हीलियम नाभिक
34. निम्नलिखित में कौन समीकरण सही है ?
उत्तर – C
35. निम्नलिखित में कौन बायो-सावर्ट नियम के सदिश समीकरण का सही रूप है ?
उत्तर – C
36. विद्युत तीव्रता का SI मात्रक है ?
(A) NC
(B) N/C
(C) NC2
(D) N/C2
उत्तर – (B) N/C
37. निम्नलिखित में धारा-घनत्व के लिए कौन सही है ?
(A) J = I · A
(B) J = I/A
(C) J = A/I
(D) J = I2A
उत्तर – (B) J = I/A
38. निम्नलिखित में गतिशीलता के लिए कौन सही है ?
(A) μ = Vd/E
(B) μ = E/Vd
(C) μ = Vd · E
(D) μ = E2· Vd
उत्तर – (A) μ = Vd/E
39. निम्नलिखित में कौन सही है ?
(A) 1 watt = 1 Js-1
(B) 1 watt = 1 Vs-1
(C) 1 watt = 1 sV-1
(D) 1 watt = 1 Fs-1
उत्तर – (A) 1 watt = 1 Js-1
40. नीला रंग के लिए कार्बन प्रतिरोध का कलर कोड होता है
(A) 3
(B) 4
(C) 5
(D) 6
उत्तर – (D) 6
41. एम्पियर घंटा मात्रक होता है
(A) शक्ति का
(B) आवेश का
(C) ऊर्जा का
(D) विभवांतर का
उत्तर – (B) आवेश का
42. निम्नलिखित में लॉरेंट्ज बल के लिए कौन सही है ?
उत्तर – A
43. पृथ्वी के पृष्ठ पर B→ का मान होता है
(A) 10-1 टेसला
(B) 10-2 टेसला
(C) 10-3 टेसला
(D) 10-5 टेसला
उत्तर – (C) 10-3 टेसला
44. धारावाही कुंडली का विद्युत चुंबकीय आघूर्ण होता है
उत्तर – C
45. निम्नलिखित में कौन गैलवेनोमीटर नियतांक के लिए सही है ?
(A) C/NAB
(B) C(B)/NA
(C) C(A/NB)
(D) C(N/AB)
उत्तर – (A) C/NAB
46. आदर्श ऐमीटर का प्रतिरोध होता है
(A) अनन्त
(B) शून्य
(C) 100 ओम
(D) विभवान्तर का
उत्तर – (B) शून्य
47. चुंबकीय फ्लक्स का S.I. मात्रक होता है
(A) वेबर
(B) वॉट
(C) टेसला
(D) 50 ओम
उत्तर – (A) वेबर
48. लेंज का नियम किसके संरक्षण के सिद्धांत का परिणाम है ?
(A) धारा
(B) संवेग
(C) ऊर्जा
(D) आवेश
उत्तर – (C) ऊर्जा
49. प्रेरणिक प्रतिघात होता है
(A) XL = 2πƒL
(B) XL = 2πƒ2L
(C) XL = 2πƒL2
(D) XL = 2πƒ2L2
उत्तर – (A) XL = 2πƒL
50. प्रत्यावर्ती धारा परिपथ में यथार्थ माध्य शक्ति का व्यंजक होता है
(A) Pav = Frms cos Φ
(B) Pav = Irms cos Φ
(C) Pav = Erms Irms sin Φ
(D) Pav = Erms Irms cos Φ
उत्तर – (D) Pav = Erms Irms cos Φ
51. शक्ति गुणांक के बराबर होता है
(A) R/Z
(B) Z/R
(C) R · Z
(D) W · L
उत्तर – (A) R/Z
52. (L-R) परिपथ में कलांतर होता है
उत्तर – C
53. ट्रांसफॉर्मर में परिणमन अनुपात होता है
(A) VS/VP
(B) VP/VS
(C) 1/VS · VP
(D) 1/ IS · IP
उत्तर – (A) VS/VP
54. R.C. का विमीय सूत्र होता है
(A) M L0T-1
(B) M0L0T-2
(C) M0L0T0
(D) M0L0T
उत्तर – (D) M0L0T
55. ध्रुव प्राबल्य का S.I. मात्रक होता है
(A) Am-1
(B) Am-2
(C) Am
(D) Fm
उत्तर – (A) Am-1
56. एकसमान चुंबकीय क्षेत्र में चुंबक के विक्षेपण में किया गया कार्य होता है
(A) W = MB (1-sin θ)
(B) W = MB sin θ
(C) W = MB (1-cos θ)
(D) W = MB cos θ
उत्तर – (C) W = MB (1-cos θ)
57. निम्नलिखित में छोटे चुंबक के लिए कौन सही है ?
(A) (B)अक्षीय = (B)निरक्षीय
(B) (B)अक्षीय = 2(B)निरक्षीय
(C) (B)निरक्षीय= 2(B)अक्षीय
(D) (B)अक्षीय = 3(B)निरक्षीय
उत्तर – (B) (B)अक्षीय = 2(B)निरक्षीय
58. एकसमान चुंबकीय क्षेत्र में दोलनशील चुंबक के आवर्तकाल का व्यंजक होता है
उत्तर – B
59. निम्नलिखित में कौन संबंध पृथ्वी के चुंबकीय क्षेत्र (BH) और चुंबकीय सूई की आवृत्ति (n) के लिए सही है?
(A) n2 ∝ BH
(B) n ∝ BH
(C) n ∝ B2H
(D) n2 ∝ 1/BH
उत्तर – (A) n2 ∝ BH
60. निम्नलिखित में कौन टैंजेंट नियम के लिए सही है ?
(A) B = BH tan θ
(B) B = B2H tan θ
(C) B = √BH tan θ
(D) B = BH tan2 θ
उत्तर – (A) B = BH tan θ
61. आपेक्षिक चुंबकशीलता बराबर होता है
(A) μ/μ0 = μr के
(B) μ0/μ = μr के
(C) μr = μ · μ0 के
(D) √μ0μ = μr के
उत्तर – (A) μ/μ0 = μr के
62. निम्नलिखित में कौन संबंध सही है?
उत्तर – A
63. निम्नलिखित में कौन निर्वात में विद्युत चुंबकीय तरंग की चाल के लिए सही है?
उत्तर – C
64. निम्नलिखित में कौन विद्युत चुंबकीय तरंग नहीं है ?
(A) प्रकाश तरंगें
(B) X-किरणें
(C) ध्वनि तरंगें
(D) अवरक्त किरणें
उत्तर – (C) ध्वनि तरंगें
65. पारदर्शी माध्यम हीरा के लिए क्रांतिक कोण होता है
(A) 48.75°
(B) 41.14°
(C) 37.31°
(D) 24.41°
उत्तर – (D) 24.41°
66. फोटॉन की ऊर्जा बराबर होता है
(A) hν
(B) h/ν
(C) √hν
(D) √h/ν
उत्तर – (A) hν
67. चुंबकन क्षेत्र की तीव्रता (H) के बराबर होता है
(A) B0/μ0
(B) μ0/B0
(C) B0μ0
(D) √B0μ0
उत्तर – (A) B0/μ0
68. निम्नलिखित में कौन उच्चायी ट्रांसफॉर्मर के लिए सही है ?
(A) Vs < Vp
(B) Vs > Vp
(C) Vs = Vp
(D) Vs << Vp
उत्तर – (B) Vs > Vp
69. दिष्ट धारा के लिए प्रेरणिक प्रतिघात होता है
(A) शून्य
(B) अनन्त
(C) ωL
(D) 1/ωL
उत्तर – (A) शून्य
70. धारावाही कुंडली का विद्युत चुंबकीय आघूर्ण होता है
उत्तर – A
खण्ड-ब (गैर-वस्तुनिष्ठ प्रश्न)
लघु उत्तरीय प्रश्न
1. माध्यम के अपवर्तनांक से आप क्या समझते हैं ?
उत्तर – प्रकाश का मुक्त अंतरिक्ष में वेंग और दूसरे माध्यम में प्रकाश के वेग का अनुपात उस माध्यम का अपवर्तनांक कहलाता है। सूत्र के रूप में,
n = c/ν
जहाँ, c = प्रकाश की निर्वात में चाल
ν = प्रकाश की माध्यम में चाल
2. तरंगाग्र की परिभाषा लिखें।
उत्तर – तरंगाग्र – किसी क्षण की वह सतह जिस पर स्थित सभी कण समान कला में कंपन करते हैं, तरंगाग्र कहलाती है।
3. प्रकाश के वर्ण-विक्षेपण को समझाएँ ।
उत्तर – श्वेत प्रकाश का अपने अवयवी रंगों के क्रम में वियोजित होने की घटना को प्रकाश का वर्ण विक्षेपण कहते हैं।
4. प्रकाश के विवर्तन से आप क्या समझते हैं ?
उत्तर – जब प्रकाश के मार्ग में कोई अवरोधक रख दी जाए तो प्रकाश उसके किनारों से टकराकर मुड़ जाती है, उसे प्रकाश का विवर्तन कहते हैं।
5. विद्युत चुंबकीय तरंग क्या है?
उत्तर – वे तरंगे जिन्हें संचरित होने के लिए माध्यम की आवश्यकता नहीं होती है, उन्हें विद्युत चुम्बकीय तरंग कहते हैं ।
6. लॉरेंट्ज बल क्या है ?
उत्तर – जब कोई आवेशित कण चुंबकीय क्षेत्र में गति करता है, तो आवेशित कण पर एक बल कार्य करता है, इस बल को ही लॉरेंट्ज बल कहते हैं।
7. चुंबकीय आघूर्ण को समझाएँ ।
उत्तर – किसी चुंबक के ध्रुव सामर्थ्य तथा उसके प्रभावी लंबाई के गुणनफल को उस चुंबक की चुम्बकीय आघूर्ण कहते हैं।
8. नमन कोण की परिभाषा लिखें।
उत्तर – पृथ्वी के किसी बिंदु पर चुंबकीय क्षेत्र क्षैतिज के साथ जो कोण बनाता है, उसे ही नमन कोण कहते हैं।
9. चुंबक की अक्षीय स्थिति से आप क्या समझते हैं ?
उत्तर – जब किसी बिंदु जिस पर चुंबकीय क्षेत्र की तीव्रता ज्ञात करनी हो, वह चुंबकीय अक्ष पर ही स्थित हो तो इस स्थिति को अक्षीय स्थिति कहते हैं।
10. विद्युतीय विभव की परिभाषा लिखें।
उत्तर – किसी विद्युत क्षेत्र में किसी एकांक धनावेश को अनंत से किसी बिंदु तक लाने में किया गया कार्य विद्युतीय विभव कहलाता है।
11. चुंबकीय फ्लक्स की परिभाषा एवं S.I. मात्रक लिखें।
उत्तर – किसी चुंबकीय क्षेत्र में स्थित किसी क्षेत्रफल से लंबवत गुजरने वाले कुल बल रेखाओं की संख्या को चुंबकीय फ्लक्स कहते हैं ।
सूत्र है, dΦ = BdA
S.I. मात्रक = Wb (वेबर)
12. NOT तथा OR गेट की सत्यता सारणी तथा बूलियन व्यंजक लिखें।
उत्तर –
13. आवेश संरक्षण का सिद्धांत क्या है ?
उत्तर – आवेश संरक्षण का सिद्धांत – आवेश संरक्षण एक भौतिक नियम है जिसके अनुसार एक निश्चित आयतन में विद्युत आवेश में कुल अंतर उत्साह में प्रवेश करने वाले आवेश और उस आयतन के निर्गत आदेश के अंतर के बराबर होता है ।
14. आभासी नमन से आप क्या समझते हैं ?
उत्तर –
15. धारितीय प्रतिघात को समझाएँ ।
उत्तर – संधारित्र का वह प्रतिरोध जो परिपथ में बह रही धारा का विरोध करे, उसे धारितीय प्रतिघात कहते हैं।
Xc = 1/Wc
16. नारंगी और पीला रंगों के लिए कार्बन प्रतिरोध का कलर कोड लिखें।
उत्तर – नारंगी का कार्बन प्रतिरोध का कलर कोड = 3
पीला रंग का कार्बन प्रतिरोध का कलर कोड = 4
17. विभवमापी के दो उपयोगों को लिखें।
उत्तर – विभवमापी के दो उपयोग है –
(i) इसका उपयोग विद्युत वाहक बल (emf) ज्ञात करने के लिए
(ii) आंतरिक प्रतिरोध ज्ञात करने के लिए विभवमापी का प्रयोग किया जाता है।
18. प्रतिरोधकों के समांतर क्रम के संयोजन को समझाएँ ।
उत्तर – जब दो या दो से अधिक प्रतिरोधों को इस प्रकार से संयोजित किया जाए की प्रत्येक प्रतिरोध के सरों पर विभवांतर का मान समान हो, प्रतिरोधों के इस प्रकार के संयोजन को समांतर क्रम संयोजन कहते हैं।
19. एल्फा (α) किरणों के दो गुणों को लिखें।
उत्तर – एल्फा (α) किरणों के दो गुण हैं –
(i) a विकिरण चाल = c/10
(ii) ये विद्युत तथा चुम्बकीय दोनों क्षेत्रों से विक्षेपित होती है।
20. द्विआधारी अंक पद्धति को समझाएँ ।
उत्तर – द्विआधारी अंकन पद्धति में केवल 2 ही संख्याएँ होती हैं 0 और 1 और यह स्थानीय मान पद्धति पर काम करती है, जिसमें 0 का मतलब low या off है और 1 का मतलब High या ON होता है।
दीर्घ उत्तरीय प्रश्न
21. संपर्क में रखे दो लेंसों की समतुल्य फोकस दूरी का व्यंजक प्राप्त करें ।
उत्तर –
22. व्यतिकरण फ्रिंज की चौड़ाई का व्यंजक स्थापित करें।
उत्तर – प्रकाश का व्यतिकरण: एक ही दिशा में संचरित दो कला संबद्ध प्रकाश तरंगें जब एक-दूसरे पर अध्यारोपित होती हैं तो परिणामी प्रदीप्ति घनत्व का मान प्रत्येक बिंदुओं पर भिन्न-भिन्न होता है । इस घटना को प्रकाश का व्यतिकरण कहते हैं। जिस बिंदु पर प्रदीप्ति घनत्व का मान अधिकतम होता है उस स्थान पर के व्यतिकरण को संपोषी व्यतिकरण एवं जिस बिंदु पर प्रदीप्ति घनत्व का मान न्यूनतम होता है उस बिंदु पर के व्यतिकरण को विनाशी व्यतिकरण कहते हैं।
इस प्रकार यह स्पष्ट हो जाता है कि fringe width का मान प्रत्येक स्थिति में नियत रहता है।
23. ट्रांसफॉर्मर की बनावट, क्रिया और उपयोगों को समझाएँ ।
उत्तर – ट्रांसफॉर्मर (Transformer) : वह युक्ति जो प्रत्यावर्ती धारा (A.C.) के विभव ( potential) को परिवर्तित करने में प्रयुक्त होता है, ट्रांसफॉर्मर कहलाता है।
सिद्धांत : ट्रांसफार्मर अन्योनय प्रेरण (Mutual indication) के सिद्धांत पर कार्य करता है यह उच्च
विभववाली कम (low) प्रत्यावर्ती धारा को निम्न विभववाली उच्च धारा में या निम्न विभव वाले उच्च (high) प्रत्यावर्ती धारा को उच्च विभव वाले निम्न (low) धारा में परिवर्तित करने का कार्य करता है ।
बनावट ( Consruction) : ट्रांसफॉर्मर में दो कुंडली होती है जो एक ही लोहा- सिलिकॉन क्रोड पर विसंपाहित रूप से लिपटी रहती है। ये तार आपस में तथा क्रोड से पृथक्कृत (isolated) रहते हैं। जिस कुंडली (coil) से धारा प्रवेश करती है या जिस कुंडली की स्रोत से जोड़ा जाता है उसे प्राथमिक कुंडली कहते हैं। जिस कुंडली से बाह्य परिपथ को ऊर्जा दी जाती है उसे द्वितीयक कुंडली कहते हैं।
बनावट के अनुसार ट्रांसफॉर्मर के दो प्रकार होते हैं—
(i) क्रोड प्रकार (Core type) : इस प्रकार के ट्रांसफॉर्मर में लोहे के क्रोड के अधिकांश भाग को कुंडलियाँ घेरे रहती हैं। भंवर धाराओं (eddy currents) को कम करने के लिए लोहे के क्रोड को पटलीय (laminated) बनाया जाता है। इन्हें एक के ऊपर एक इस प्रकार से रखी जाती है कि वे एक-दूसरे से पृथक्कृत (isolated) रहे। इससे भंवर धाराओं में कमी होती है तथा ऊर्जा का ह्रास कम होता है।
(ii) कोश प्रकार (Shell type) : इस प्रकार के ट्रांसफॉर्मर में कुंडलियाँ लोहे के क्रोड का अधिकांश भाग घेरती है। इसमें दो प्रकार का चुंबकीय परिपथ बनता है जो एक-दूसरे के समांतर होते हैं।
क्रियाविधि (Working) : प्राथमिक कुंडली जब परिवर्तित वोल्टेज स्रोत से जोड़ी जाती है तो इससे प्रवाहित परिवर्तित धारा कुंडली में परिवर्तित चुंबकीय फ्लक्स उत्पन्न करता है। ये परिवर्तित चुंबकीय फ्लक्स द्वितीयक कुंडली में ग्रंथित (linkage) होकर उसमें प्रेरित विद्युत वाहक बल उत्पन्न करते हैं ।
24. धारा के प्रवाह के कारण चालक में उत्पन्न ऊष्मा के लिए व्यंजक स्थापित करें। विद्युत शक्ति और विद्युत ऊर्जा से आप क्या समझते हैं?
उत्तर –
25. निरक्षीय स्थिति में किसी चुंबक का चुंबकीय क्षेत्र के लिए व्यंजक स्थापित करें |
उत्तर –
26. गॉस के प्रमेय को लिखें और इसे प्रमाणित करें।
उत्तर – गॉस प्रमेय विद्युत क्षेत्र में किसी बंद तल से होकर गुजरने वाला कुल विद्युत फ्लक्स तल के भीतर उपस्थित आवेश का 1/∈0 गुणा होता है, जहाँ ∈0 = निर्वात की परावैद्युतता है।