Bihar Secondary School Question Bank | Bihar Board Class 12th Biology Question Bank 2012-2023 | BSEB Class 12th Biology Notes (2)

Bihar Secondary School Question Bank | Bihar Board Class 12th Biology Question Bank 2012-2023 | BSEB Class 12th Biology Notes (2)

2018 (A)
जीव विज्ञान (Biology)
खण्ड-अ (वस्तुनिष्ठ प्रश्न) 
प्रश्न- संख्या 1 से 35 तक के प्रत्येक प्रश्न के साथ चार विकल्प दिये गये हैं, जिनमें से एक सही है। अपनी द्वारा चुने गये सही विकल्प को चिन्हित करें।
1. एक स्वस्थ महिला के पूरे जीवन काल में उत्पन्न कुल अंडों की संख्या होती है
(A) 4000
(B) 400
(C) 40
(D) 365
उत्तर – (B) 400
 2. गर्भाशय में कॉपर-टी के एक प्रभावी एवं अंतः गर्भाशयी युक्ति होने का मुख्य कारण है
(A) शुक्राणुओं की निषेचन क्षमता में कमी
(B) गर्भाशय में कॉपर आयन मोचित होने के कारण शुक्राणुओं की भक्षकाणु क्रिया में वृद्धि
(C) शुक्राणुओं की गतिशीलता में कमी
(D) इनमें से सभी
उत्तर – (B) गर्भाशय में कॉपर आयन मोचित होने के कारण शुक्राणुओं की भक्षकाणु क्रिया में वृद्धि
3. निम्नांकित में से किस पौधे के प्रजातियों में बीज का उत्पादन असंगजनन द्वारा होता है 
(A) एस्ट्रेर्सिया एवं घास
(B) सरसों
(C) साइट्स एवं आम
(D) इनमें से कोई नहीं
उत्तर – (A) एस्ट्रेर्सिया एवं घास
4. एक ही स्थान पर उपस्थित रहने वाले जीन, जिनकी विभिन्न अभिव्यक्ति हो, कहलाते हैं।
(A) बहुअलील
(B) बहुजीन
(C) ओंकोजीन
(D) सहप्रभाविता जीन
उत्तर – (A) बहुअलील
5. सबसे अधिक तथा सबसे कम जीन वाले मानव गुणसूत्र इनमें से कौन है ? 
(A) गुणसूत्र 21 एवं Y
(B) गुणसूत्र 1 एवं X
(C) गुणसूत्र 1 एवं Y
(D) गुणसूत्र X एवं Y
उत्तर – (C) गुणसूत्र 1 एवं Y
6. दात्र कोशिका अरक्तता प्रदर्शित करता है
(A) इपिस्टेसिस
(B) सहप्रभाविता
(C) प्लीओट्रॉपी
(D) अपूर्ण प्रभाविता
उत्तर – (C) प्लीओट्रॉपी
7. आस्ट्रेलिया के शिशुधानी प्राणियों के अनुकूली विकिरणइनमें से किसका उदाहरण है ?
(A) अपसारी क्रम विकास
(B) अभिसारी क्रम विकास
(C) साल्टेशन
(D) इनमें से कोई नहीं
उत्तर – (B) अभिसारी क्रम विकास
8. 21वें गुणसूत्र के ट्राइसोमी से कौन सी आनुवंशिक बीमारी होती है ? 
(A) क्लाइन फेल्टर सिंड्रोम
(B) टर्नर सिंड्रोम
(C) दात्र कोशिका अरक्तता
(D) डाउन सिंड्रोम
उत्तर – (D) डाउन सिंड्रोम
9. एक सामान्य दृष्टि वाली महिला, जिसके पिता वर्णान्ध हैं, की शादी एक सामान्य वाले पुरुष से होती है, तब उसके होने वाले पुत्र एवं पुत्री में वर्णान्धता की संभावना से क्या होगी?
(A) 25% वर्णान्ध पुत्र एवं लक्षण प्रारूपी सभी साधारण दृष्टि वाली पुत्री
(B) 50% वर्णान्ध पुत्र एवं 50% सामान्य दृष्टि वाली पुत्री
(C) 50% वर्णान्ध पुत्र एवं 50% वर्णान्ध पुत्री
(D) सभी पुत्र सामान्य दृष्टि वाले एवं वर्णान्ध पुत्री
उत्तर – (A) 25% वर्णान्ध पुत्र एवं लक्षण प्रारूपी सभी साधारण दृष्टि वाली पुत्री
10. प्रतिजैविकी प्रतिरोधी जीवाणु का प्रादुर्भाव इनमें से किसका उदाहरण है
(A) अनुकूली विकिरण
(B) ट्रांसडक्शन
(C) किसी समुदाय में पूर्वस्थित विभिन्नता
(D) अपसारी क्रम विकास
उत्तर – (C) किसी समुदाय में पूर्वस्थित विभिन्नता
11. सुकेन्द्रकियों में टी-आर०एन०ए०, एस-आर०एन०ए० एवं एस०एन-आर०एन०ए० के अनुलेखन में इनमें से कौन अन्तर्ग्रस्त है?
(A) आर०एन०ए० पालीमेराज I
(B) आर.एन.ए. पालीमेराज II
(C) आर०एन०ए० पालीमेराज III
(D) इनमें से सभी
उत्तर – (C) आर०एन०ए० पालीमेराज III
12. एक बालक का रूधिर वर्ग ‘O’ है तथा उसके पिता का रूधिर वर्ग ‘B’ है तो उसके पिता जीन प्रारूप इनमें से कौन होगा ?
(A) IOIO
(B) IOIB
(C) IBIB
(D) IAIA
उत्तर – (B) IOIB
13. ‘फ्लेवर सेवर’ इनमें से क्या है ?
(A) पीड़क नाशी
(B) चूजों की प्रजाति
(C) पारजीवी टमाटर
(D) कीटनाशी प्रोटीन
उत्तर – (C) पारजीवी टमाटर
14. प्रति बन्धन एंडोन्यूक्लियेज डी०एन०ए० के एक विशिष्ट शाख अनुक्रम को पहचानते हैं
(A) पैलिनड्रामिक न्यूक्लिोटाइड अणुओं
(B) वी०एन०टी०आर०
(C) मिनी सेटेलाइट
(D) इनमें से सभी
उत्तर – (A) पैलिनड्रामिक न्यूक्लिोटाइड अणुओं
15. किसी भी जीन की अनभिव्यक्ति इनमें से किसके द्वारा संपादित होती है?
(A) छोटा व्यतिकारी आर०एन०ए० (RNAi)
(B) एंटीसेन्स आर॰एन॰ए॰
(C) ‘A’ एवं ‘B’ दोनों
(D) इनमें से कोई नहीं
उत्तर – (C) ‘A’ एवं ‘B’ दोनों
16. सर्वप्रथम क्लोनिकल जीन चिकित्सा का उपयोग किसके लिए किया गया था? 
(A) एडिनोसिन डीएमिनेज की कमी
(B) चिकेन पॉक्स
(C) डायबिटीज मेलिटस
(D) रूमेटॉयड अर्थराइटिस
उत्तर – (A) एडिनोसिन डीएमिनेज की कमी
17. GAATTC किस प्रतिबन्धन एंडोन्यूक्लिएज का अभिज्ञान स्थान है ?
(A) हिन्द III
(B) इको आर I
(C) बैम I
(D) ही III
उत्तर – (B) इको आर I
18. सर्वप्रथम निर्मित पारजीवी गाय का नाम इनमें से कौन था ?
(A) डेजी
(B) मेजी
(C) डॉली
(D) रोजी
उत्तर – (D) रोजी
19. इनमें से कौन सा निमेटोडा तम्बाकू के पौधों की जड़ों को संक्रमित करता है ?
(A) बैसिलस थुरिजिएन्सिस
(B) क्राई आइ ए सी
(C) मेलॉयडॉजिन इन्कोग्निटा
(D) ‘A’ एवं ‘B’ दोनों
उत्तर – (C) मेलॉयडॉजिन इन्कोग्निटा
20. आण्विक तकनीक जिसमें किसी भी इच्छित जीन की अनेकों प्रति इनविट्रो संश्लेषित की जा सकती, कहलाती है
(A) एलाइसा
(B) पी०सी०आर०
(C) जेल इलेक्ट्रोफोरेसिस
(D) फ्लो साइटोमेट्री
उत्तर – (B) पी०सी०आर०
21. जीवाणु की कोशिका भित्ति को तोड़कर उसके डी०एन०ए० एवं अन्य वृहद् जैव अणुओं को मुक्त करने हेतु इनमें से कौन एन्जाइम्स प्रयुक्त होता है ?
(A) लाइसोजाइम
(B) सेलुलेज
(C) काइटिनेज
(D) कोलैजिनेज
उत्तर – (A) लाइसोजाइम
22. इनमें से कौन स्वप्रतिरक्षा रोग का उदाहरण है ?
(A) दमा
(B) रूमेटॉयड अर्थराइटिस
(C) कैंसर
(D) इनमें से कोई नहीं
उत्तर – (B) रूमेटॉयड अर्थराइटिस
 23. तम्बाकू के सेवन से शरीर में कौन सा उपापचयी परिवर्तन शीघ्र परिलक्षित होता 
(A) अधिवृक्क ग्रंथि के उद्दीपन से कैटेकोलेमीन का रक्त में स्राव
(B) व्यक्ति के रक्त चाप तथा हृदय स्पन्दन की दर में एकाएक वृद्धि
(C) इनमें से दोनों (‘A’ एवं ‘B’)
(D) इनमें से कोई नहीं
उत्तर – (C) इनमें से दोनों (‘A’ एवं ‘B’)
24. उच्च पैदावार एवं रोग प्रतिरोधी ‘सोना लिका’ एवं ‘कल्याण सोना’ किसकी किस्में है ? 
(A) धान
(B) गेहूँ
(C) मक्का
(D) कपास
उत्तर – (B) गेहूँ
25. इनमें से कोई एक जैव खाद नहीं है ?
(A) अजोटोबैक्टर
(B) बैसिलस थुरिन्जिएंसिस
(C) क्लॉस्ट्रीडियम
(D) अजोला
उत्तर – (B) बैसिलस थुरिन्जिएंसिस
26. वैसे जीवाणुओं के समूह, जो फफूँदी के तंतुओं से जुड़कर जाल जैसी संरचना बनाते कहलाते हैं
(A) फ्लॉक्स
(B) मिथेनोजेन
(C) प्लाज्मिनोजेन
(D) इनमें से कोई नहीं
उत्तर – (A) फ्लॉक्स
27. ‘प्रोबायोटिक्स’ क्या है ?
(A) एक नई किस्म का भोजन एलर्जन
(B) सुरक्षित प्रति जैविक
(C) जीवित सूक्ष्मजीवी भोजन संपूरक
(D) कैन्सर प्रेरित करने वाले सूक्ष्म जीव
उत्तर – (C) जीवित सूक्ष्मजीवी भोजन संपूरक
28. बैसिलस थुरिन्जिएंसिस द्वारा स्रावित आविष प्रोटीन इनमें से कौन है ? 
(A) ट्युबुलीन
(B) इन्सुलिन
(C) क्राइ प्रोटीन
(D) इनमें से सभी
उत्तर – (C) क्राइ प्रोटीन
29. इनमें से पश्च विषाणु कौन है ?
(A) ह्यूमन इम्यूनो डेफिसिएंसी वाइरस
(B) हेपेटाइटिस वाइरस
(C) माइक्रो वायरस इन्फ्लूएंजी
(D) इनमें से सभी
उत्तर – (A) ह्यूमन इम्यूनो डेफिसिएंसी वाइरस
30. इनमें से कौन सी बीमारी प्रत्यूर्जक द्वारा उत्पन्न होती है ? 
(A) त्वचा कैंसर
(B) हे ज्वर
(C) इंटेरिक ज्वर
(D) गलगंड
उत्तर – (B) हे ज्वर
31. प्रकाश रासायनिक धूमकोहरा इनमें से किससे बनता है? 
(A) सल्फर डाइ ऑक्साइड, पैन एवं धुँआ
(B) ओजोन पैन एवं नाइट्रोजन डाइ ऑक्साइड
(C) ओजोन, सल्फर डाई ऑक्साइड एवं हाइड्रोकार्बन
(D) सल्फर डाई ऑक्साइड, कार्बन डाई ऑक्साइड एवं हाइड्रोकार्बन
उत्तर – (A) सल्फर डाइ ऑक्साइड, पैन एवं धुँआ
32. मनुष्य में हिम अन्धता का मुख्य कारण इनमें से कौन से है ?
(A) यूवी बीटा किरण का अवशोषण
(B) इन्फ्रा विकिरण का अवशोषण
(C) कास्मिक विकिरण का अवशोषण
(D) स्वच्छ मंडल का ‘ हिम अपरदन
उत्तर – (A) यूवी बीटा किरण का अवशोषण
33. वायुमंडल के निचले भाग से शिखर तक इकाई में मापी जाती है ? वायु स्तंभ (कॉलम) में ओजोन की मोटाई किस
(A) डाबसन इकाई
(B) अरब इकाई
(C) पास्कल इकाई
(D) इनमें से कोई नहीं
उत्तर – (A) डाबसन इकाई
34. विश्व में पाये जाने वाले जैव विविधता हाट स्पॉट की संख्या इनमें से कौन सी है ? 
(A) 25
(B) 9
(C) 34
(D) इनमें कोई नहीं
उत्तर – (C) 34
35. इनमें से कौन सी ग्रीन हाउस गैस है ?
(A) मीथेन
(B) कार्बन डाइऑक्साइड
(C) क्लोरो फ्लोरो कार्बन
(D) इनमें से सभी
उत्तर – (D) इनमें से सभी
खण्ड-ब (गैर-वस्तुनिष्ठ प्रश्न)
लघु उत्तरीय प्रश्न
1. अपूर्ण प्रभाविता से आप क्या समझते हैं? उचित उदाहरण देकर समझाएँ । 

उत्तर – जब दो पौधों को आपस में क्रॉस कराये जाये तो प्रथम पीढ़ी में तीसरा लक्षण प्रकट हो जाता है • लेकिन दूसरी पीढ़ी में यह प्रभाविता के नियम को दर्शाता है तो उसे अपूर्ण प्रभाविता कहा जाता है।

‘गुलब्बास’ नामक पौधा पर इसे प्रस्तावित किया गया था। इसमें लाल एवं उजले रंग के पुष्प वाले पौधे को क्रॉस कराने पर सभी गुलाबी रंग के हो गये लेकिन दूसरी पीढ़ी में इनका अनुपात प्रभावी नियम पर था अतः लाल रंग प्रथम पीढ़ी में अपूर्ण रूप से प्रभावी था।
2. मानव अंडाशय के अनुप्रस्थ काट का स्वच्छ एवं नामांकित चित्र बनाएँ। 

उत्तर – मानव मादा के अंडाशय के अनुप्रस्थ काट (T.S.) का नामांकित चित्र –

3. डी० एन०ए० के द्वि-सूत्री संरचना के दो (2) मुख्य बिन्दुओं की विवेचना करें।
उत्तर – डी० एन०ए० के द्वि-सूत्री संरचना के दो मुख्य बिन्दुएँ इस प्रकार हैं- (a) यह द्विभुजीय संरचना है। (b) दोनों भुजाएँ एक-दूसरे के प्रति सामानांतर होते हैं।
4. निम्नांकित को परिभाषित करें तथा प्रत्येक का एक उदाहरण दें। 
(i) आभासी फल  (ii) वास्तविक फल   (iii) अनिषेचन जनित फल  (iv) बहुभ्रूणता ।

उत्तर – (i) आभासी फल : जब फल का विकास अंडाशय से न होकर पुष्प के अन्य भाग (पुष्पासन) से होता है तो आभासी फल कहा जाता है। जैसे— सेव ।

(ii) वास्तविक फल : फल का विकास अंडाशय से होता है तो वास्तविक फल कहलाता है। आम। जैसे-
(iii) अनिषेचित फल : फल का विकास बगैर निषेचित अंडाशय के द्वारा होता है तो अनिषेचित फल कहलाता है। जैसे— केला ।
(iv) बहुभ्रुणिता : एक अंडाशय में अनेको भ्रूण का निर्माण बहुभ्रुणिता कहलाता है। जैसे— नींबू
5. जीन उत्परिवर्तन से आप क्या समझते हैं? जैव क्रम विकास में इसकी क्या भूमिका है ? 
उत्तर – जब उत्परिवर्तन की क्रिया विशिष्ठ जीन पर संपन्न होता है तो जीन उत्परिवर्तन कहा जाता है। जैव विकास में उत्परिवर्तन की महत्त्वपूर्ण भूमिका है जीन उत्परिवर्तन से जीन में ह्रास एवं नये स्थानांतरण होता है। जिससे नये-नये लक्षणों की संभावना बढ़ जाती है। यह नया जीव में परिवर्तन करता है।
6. डी० एन०ए० प्रतिकृति के लिए आवश्यक किन्हीं दो (2) इन्जाइम्स का नाम लिखें तथा प्रत्येक के एक विशिष्ट कार्य को बताएँ । 

उत्तर – (i) डी०एन०ए० पॉलिमेरज : यह डी०एन०ए० की भुजाओं को तोड़ता है।

(ii) डी०एन०ए० लाइगेज : यह डी०एन०ए० के टूटे हुए भुजाओं को जोड़ता है।
7. आनुवंशिकतः रूपान्तरित जीव से आप क्या समझते हैं? ऐसे पौधों से होने वाले दो (2) लाभों को बताएँ। 
उत्तर – डी० एन० ए० का ऐसे छोटे-छोटे खण्ड जो एक जैविक या अजैविक तंत्र में किसी जीन या एक लंबे डी० एन० ए० अनुक्रम की उपस्थिति को ज्ञात करने में सहायक होते हैं डी० एन० ए० प्रोब कहा जाता है। – जैव प्रौद्योगिकी में इसका उपयोग – (i) इनके द्वारा संक्रामक रोगों का निदान किया जाता है। (ii) व्यवसायिक उद्देश्यों की पूर्ति के लिए। (iii) सूक्ष्मजीवों के परीक्षण में। (iv) मोनोक्लोनल प्रतिरक्षियों को तैयार कराने में। (v) आण्विक निदान में इसका उपयोग किया जाता है।
8. सूक्ष्म अंतःक्षेपण क्या है? यह किस प्रकार से पुनर्योगज डी०एन०ए० तकनीक में मदद करता है ? 
उत्तर – विजातिय डी० एन०ए० को पोषक कोश्सा में प्रवेश कराने की क्रिया सूक्ष्म अंतःक्षेपण कहलाती है।

मनोवांछित डी॰एन॰ ए० को प्रवेश कराकर नये-नये लक्षणों को विकसित कराने में सहयोग करता है। अतः आसानी से पूनर्योगज डी० एन० ए० तैयार करा लिया जाता है।

9. प्रतिबंधन इंडोयूक्लिएज क्या है? आनुवंशिकी प्रौद्योगिकी में इसका क्या महत्त्व है?
उत्तर – वैसा प्रतिबंधन इंजाइम जो डी०एन०ए० के आंतरिक भुजा को तोड़ता है तो प्रतिबंधन इंडोनयूक्लियेज कहा जाता है। यह डी. एन. ए. के विशिष्ट भुजा को पहचानता है और उसे विशिष्ठ स्थान पर तोड़ता है अतः मनोनुकुल डी०एन०ए० को तैयार कराने में सहयोग करता है।
10. वाहितमल से आप क्या समझते हैं ? वाहितमल उपचार में सूक्ष्मजीवों की भूमिका का वर्णन करें। 

उत्तर – नगर में वाहित होने वाले मलमूत्र एवं व्यर्थ जल को वाहितमल कहा जाता है इसमें कार्बनिक पदार्थ एवं सुक्ष्मजीव भी होते हैं।

वाहित मल उपचार में सूक्ष्मजीव की महत्त्वपूर्ण भूमिका है। इसमें वायवीय जीवाणु कार्बनिक पदार्थों का खपत करता है अतः बी०ओ०डी० को न्यून बनाता है।
11. सूक्ष्म प्रवर्धन क्या है? इस विधि द्वारा पादपों के उत्पादन के मुख्य लाभ क्या हैं? 
उत्तर – उत्तक संवर्धन द्वारा हजारों की संख्या में पादपों को उत्पन्न करने की विधि सूक्ष्म प्रवर्धन कहलाती है। इसके द्वारा-टमाटर, केला, सेव आदि का बड़े पैमाने पर उत्पादन कराया जाता है। इनमें प्रत्येक पादप आनुवांशिक रूप से मूलपादप के समान होते हैं।
12. मलेरिया रोग के रोगजनक, संक्रमण की प्रकृति, लक्षणों एवं उपचार को लिखें।

उत्तर – रोगजनक : प्लाजमोडियम वाइवेवस, इसका संचरण मादा एनोफिलिज मच्छड़ के द्वारा होता है। लक्षण: (i) जाड़ायुक्त बुखार (ii) सार्वधिक बुखार का उत्पन्न होना मुख्य लक्षण है। उपचार : कुनैन समुह की दवाओं का प्रयोग करना चाहिए ।

13. एक प्रारूपिक प्रतिरक्षी (प्रतिपिंड) का स्वच्छ नामांकित चित्र बनाएँ।
उत्तर – एक प्रारूपिक प्रतिरक्षी (प्रतिपिंड) का स्वच्छ नामांकित चित्र –
14. जैव विविधता हाट स्पॉट क्या है? भारत वर्ष में पाई जाने वाली दो हाट स्पॉट के नाम एवं उनकी विशेषताओं को लिखें। 
उत्तर – जातीय समृद्धि क्षेत्र को हॉट स्पॉट कहा जाता है। पश्चिमी घाट और श्रीलंका, इंडोवर्मा एवं हिमालय प्रमुख हॉट स्पॉट है। जोकि इन क्षेत्रों में अवासित जातियों की संख्या अत्याधिक है।
15. ओजोन छिद्र से आपका क्या अभिप्राय है? ओजोन क्षय का मुख्य कारण क्या है?
उत्तर – समतापमंडल में ओजोन का अवक्षय होने के कारण ओजोन परत काफी पतली हो गई है जिन्हें सामान्यतः ओजोन परत का क्षय या ओजोन छिद्र कहा जाता है।
ओजोन क्षय का प्रमुख कारण वातावरण में बढ़ती हुई क्लोरोफ्लोरो कार्बन है जिसके कारण CI परमाणु का मोचन होता है जो कि ओजोन को तोड़ने में सहायक होता है।
 दीर्घ उत्तरीय प्रश्न
16. जनसंख्या नियंत्रण हेतु गर्भ निरोधन की विभिन्न विधियों की विवेचना करें।
अथवा,
क्रोमोसोमीय (गुणसूत्रीय) विकार से आप क्या समझते हैं? निम्नांकित गुणसूत्रीय विकार के कारणों एवं संबंधित असमानता के लक्षणों को लिखें –
(i) डाउन्स सिंड्रोम  (ii) क्लाइन फेल्टर्स सिंड्रोम  (iii) टर्नर सिंड्रोम 

उत्तर – जनसंख्या नियंत्रण हेतु गर्भनिरोधन की विभिन्न विधियाँ हैं –

(a) प्राकृतिक विधियाँ :
(i) ये विधियाँ अंडाणु एवं शुक्राणु के संगम को सेकने के सिद्धांतों पर कार्य करती हैं। इनमें से एक उपाय ‘आवधिक संयम’ है जिसमें एक दंपति माहवारी चक्र के 10वें से 17वें दिन के > बीच की अवधि के दौरान मैथुन कार्य से बचते हैं जिसे अंडोत्सर्जन की अपेक्षित अवधि मानते हैं। इसे निषेचन अवधि भी कहा जाता है।
(ii) बाह्यस्लखन या अतरित मैथुन: इस विधि में पुरुष साथी संभोग के दौरान ‘वीर्य स्खलन’ से पूर्व स्त्री की योनि से अपना लिंग बाहर निकालकर वीर्यसेचन से बचते हैं।
(iii) स्तनपान अनार्त्तव: प्रसव के बाद स्त्री द्वारा जब तक स्तनपान होता है तब तक आर्तवचक्र शुरू नहीं होता है यह विधि सिर्फ चार से छह माह तक के लिए कार्यरत है।
(b) रोधविधि (Barrier-Method) : इस विधि में अंडाणु तथा शुक्राणु को निषेचन कार्य से अलग रखने की विधि है। यह पुरुष एवं स्त्री दोनों के लिए उपलब्ध है इसे सामान्यत: कंडोम (निरोध) कहा जाता है। इसके प्रयोग से पुरुष के लिंग या स्त्री के योनि एवं गर्भाशय ग्रीवा को संभोग से ठीक पहले ढक दिया जाता है जिससे स्खलित शुक्राणु स्त्री के जनन मार्ग में प्रवेश नहीं कर सके। कंडोम का मशहूर ब्रांड नाम-निरोध है।
भारत में दूसरी प्रभावी और लोकप्रिय विधि अंतः गर्भाशय युक्ति (Intra Uterine Devices or IUD’S) हैं आजकल विभिन्न प्रकार के IUD’S है जिसमें लिप्पेस लूप) कॉपर-T कॉपर-7, मल्टी लोड 375 कॉपर-टी तथा हार्मोन विमोचक शामिल है। महिलाओं के द्वारा खाया जाने वाला एक अन्य गर्भनिरोधक प्रोजेस्टोजन है जिसे मौखिक रूप से लिया जाता है।
(c) शल्य क्रिया विधि (Surgical Method): इसे सामान्यतः बंध्याकरण कहा जाता है यह भी दो प्रकार का होता है –
(i) शुक्रवाहक विच्छेक : इसे पुरुष बंध्याकरण कहा जाता है इसे पुरुष जननतंत्र के शुक्रवाही को काटकर अलग करके बाँध दिया जाता है।
(ii) नलिका उच्छेदन: इसे महिला नसबंधी या बंध्याकरण कहा जाता है इसे महिला जननतंत्र के फलोपियन नलिका को काटकर अलग करके बाँध दिया जाता है जिससे अंडाणु का स्थानांतरण रूक जाता है।
उपरोक्त सभी विधि या जनसंख्या विस्फोट को रोकने में सहायक होते हैं लेकिन पूर्णत: जनसंख्या विस्फोट रोकने में असमर्थ है।
अथवा,
जब मानव गुणसूत्र की संख्या में असमानता (वृद्धि एवं ह्रास) होती है तो उसके कारण मानव में लक्षण प्रकट होता है जिसे गुणसूत्रीय विकार कहा जाता है।
(1) डाउन सिंड्रोम (Down’s syndrome) : इस प्रकार के आनुवांशिक विकार का 21वें गुणसूत्र की एक अतिरिक्त प्रति का आ जाना होता है। इसकी खोज सर्वप्रथम लैंगडम डाउन ने 1866 में की थी। इसमें निम्न लक्षण प्रकट होते हैं – (i) गुणसूत्रों की संख्या 46 के बदले 47 हो जाता है। (ii) व्यक्ति का शरीर छोटा एवं गोल सिर हो जाता है। (iii) जीभ में खाँच होता है। (iv) मुँह आंशिक रूप से खुला रहता है।
(2) क्लिन फेल्टर्स सिंड्रोम (Klinfeltar’s Syndrome) : जब पुरुष में गुणसूत्रों की संख्या 46 के बदले 47 हो तो उसे क्लिन फेल्टर्स सिंड्रोम कहा जाता है।
लक्षण : (i) यह केवल पुरुषों में उत्पन्न होता है (ii) गुणसूत्रों की संख्या 47 हो जाता है अर्थात 2A + XXY हो जाता है (iii) शरीर नाटा एवं सिर काफी बड़ा हो जाता है। (iv) चेहरे पर मूछ एवं दाढ़ी का अभाव रहता है (v) इनमें शुक्राणु का निर्माण नहीं होता है।
(3) टरनर्स सिंड्रोम (Turner’s Syndrome) : यह एक गुणसूत्रीय असमानता का रोग है जो केवल महिलाओं में उत्पन्न होता है इसमें गुणसूत्रों की संख्या 46 के बदले 45 हो जाता है। इनमें निम्न लक्षण प्रकट होते हैं – (i) गूणसूत्रों की संख्या 45 होता है अर्थात् ‘2A + XO’ हो जाता है। (ii) शरीर नाटा एवं सिर काफी बड़ा हो जाता है। (iii) स्तनी पर निफल का अभाव रहता है। (iv) अंडाशय का विकास नहीं होता है। (v) अंडोत्खर्ग की क्रिया नहीं होने के कारण यह मादा बाँझ होते हैं।
17. अनुकूली विकिरण क्या है? उचित उदाहरण देकर समझाएँ ।
अथवा,
जैव प्रौद्योगिकी क्या है ? चिकित्सा के क्षेत्र में इसकी उपयोगिता पर प्रकाश डालें। 

उत्तर – एक विशेष भूभौगोलिक क्षेत्र में विभिन्न प्रजातियों के विकास का प्रक्रम एक बिंदु से शुरू होकर अन्य भू-भौगोलिक क्षेत्रों तक प्रसारित होने की क्रिया अनुकूली विकिरण कहलाती है।

आस्ट्रेलियाई मार्सुपियल (शिशुधानी प्राणियों) का है। अधिकांश मार्सुपियल जो एक-दूसरे से बिल्कुल भिन्न थे। एक पूर्वज प्रभाव से विकसित हुए और वे सभी आस्ट्रेिलिआई महाद्वीप के अन्तर्गत हुए हैं। जब एक से अधिक अनुकूली विकिरण एक अलग-थलग भौगोलिक क्षेत्र में प्रकट होते हैं तो इसे अभिसारी विकास कहा जाता है।
अथवा,
वैसा तकनीक जिसमें मनोवांछित डी० एन०ए० को जोड़कर या हटाकर एक नया मनोनुकूल प्रजाति वाले जीव को तैयार किया जाता हो तो उसे जैव प्रौद्योगिकी कहा जाता है। चिकित्सा के क्षेत्र में जैव प्रौद्योगिकी का महत्त्वपूर्ण उपयोग है कारण कि इसके द्वारा उत्पन्न सुरक्षित व अत्यधिक प्रभावी चिकित्सीय औषधियों का उत्पादन अधिक प्रभावी चिकित्सीय औषधियों का उत्पादन अधिक मात्रा में संभव है।
वर्तमान समय में लगभग 30 पुनर्योगज चिकित्सीय औषधियाँ विश्व में मनुष्य के प्रयोग हेतु स्वीकृत हो चुकी है। जिनमें 12 भारतीय बाजारों में उपलब्ध है।
आनुवांशिकत: निर्मित इन्सुलिन जैव प्रौद्योगिकी द्वारा तैयार इन्सुलिन है। जो कि मधुमेह के रोगियों के लिए रामबाण औषधि साबित हुआ है।
मधुमेह रोगियों द्वारा उपयोग में लाये जाने वाला इन्सुलिन जानवरों और सुअरों को मारकर उनके अग्नाशय से निकाला जाता था जानवरों द्वारा प्राप्त इन्सुलिन से कुछ रोगियों में अलर्जी या बाह्य प्रोटीन के प्रति-दूसरे तरह की प्रतिक्रिया होने लगती थी।
1983 ई० में एली लिली नामक एक अमेरिकी कंपनी ने दो डी०एन०ए० अनुक्रमों को तैयार किया जो मानव इन्सुलिन की शृंखला- ए और बी के अनुरूप होती है जिसे ई. कोलाई के प्लाजमिड में प्रवेश कराकर इन्सुलिन शृंखलाओं का उत्पादन किया। अलग-अलग निर्मित शृंखलाओं ए और बी को निकालकर डाइसल्फाइड बंध बनाकर आपस में संयोजित कर मानव इंसुलिन का निर्माण किया गया। यह मानव शरीर के लिए पूर्णतः सुरक्षित एवं प्रतिरक्षात्मक है। अतः चिकित्सा के क्षेत्र में जैव प्रौद्योगिकी का महत्त्वपूर्ण योगदान है।
18. उपार्जित प्रतिरक्षा न्यूनता संलक्षण (एड्स) क्या है? इसके रोगाणुकारक प्रसारण रोगात्मक परीक्षण, रोगलक्षण एवं उपचार पर एक विवरणी प्रस्तुत करें। एड्स के रोकथाम हेतु उपाय लिखें।
अथवा,
जैव विविधता से आपका क्या अभिप्राय है? जातीय विविधता का परितंत्र में क्या महत्त्व हैविविधता की क्षति के मुख्य कारणों पर प्रकाश डालें ।

उत्तर – एड्स एक खतरनाक वाइरल रोग है । ह्यूमन इम्यूनोडेफिसिएंसी वाइरस (human immunodeficiency virus, HIV) नामक वाइरस के कारण एक्वायर्ड इम्यून डेफिसिएंसी सिण्ड्रोम रोग उत्पन्न होता है।

लक्षण— अधिक दिनों तक बार-बार पेट का खराब होना, शरीर का वजन कम होना, बीच-बीच में बीमार होना तथा यत्र-तत्र त्वचा पर घाव का होना, कम काम करने पर भी थकावट महसूस करना, धीरे-धीरे स्मरण शक्ति का कम हो जाना।
नियंत्रण – मनुष्य अब तक AIDS नियंत्रण के लिए कोई टीका या औषधि-निर्माण नहीं कर पाया है, लेकिन वैज्ञानिक इस दिशा में सफलता पाने की आशा रखते हैं। अनैतिक यौन-संबंध से दूर रहना एड्स-नियंत्रण का प्रथम कदम है।
रोकथाम — AIDS से बचने का एक विशेष उपाय — अनैतिक यौन-संबंधों से अपने आपको दूर रखें। केवल एक बार प्रयोग में आनेवाले सूई का ही प्रयोग करें। दूसरे व्यक्तियों के द्वारा व्यवहृत शेविंग रेजर, टुथब्रश आदि व्यवहार नहीं करना चाहिए। मैथुन के समय कंडोम का इस्तेमाल करें।
अथवा,
जैवमंडल में न केवल जाति स्तर पर वरण जैवीय संगठन के सभी स्तर पर कोशिकाओं के वृहत अणु से जीवोम तक पाये जाने वाले सजीव विविधता को ही जैव विविधता कहा जाता है।
जैवविविधता शब्द सामाजिक जैववैज्ञानिक एडवर्ग विलसन द्वारा जैव संगठन के प्रत्येक स्तर पर उपस्थित विविधता को दर्शाने के लिए प्रचलित किया गया है।
समृद्ध जैव विविधता अच्छे पारितंत्र के लिए आवश्यक है। जातीय विविधता किसी भी पारितंत्र के अत्यावश्यक अवयव है। जातीय विविधता का अर्थ विभिन्न प्रकार के प्रजातियों से बना प्रक्षेत्र । प्रजातिविविधता किसी पारिस्थितिक तंत्र को समृद्ध एवं टिकाऊ बनाता है।
जैवविविधता के क्षति के मुख्य कारण : जैवविविधता ह्रास (क्षति) के मुख्य कारण होते हैं –
(a) आवासीय क्षति एवं विखण्डन : यह जंतु एवं पौधों के विलुप्तिकरण का मुख्य कारण है। उष्णकटिबंधीय वर्षा-वनों से होने वाली आवासीय क्षति का सबसे अच्छा उदाहरण है। एक समय वर्षा बन पृथ्वी के 14 प्रतिशत क्षेत्र में फैले थे। लेकिन अब 6 प्रतिशत से अधिक नहीं है। विशाल आमेजन वर्षा वन (जिसे विशाल होने के कारण पृथ्वी का फेफड़ा, कहा जाता है) उसमें संभवत: करोड़ों प्रजातियाँ निवास करते थे। इसे जानवरों के चारागाह के लिए साफ कर दिया गया अतः निवा करने वाली प्रजातियाँ विलुप्त हो गये।
(b) अतिदोहन : आवश्यकता जब लालच में बदल जाती है तब इस प्राकृतिक संपदा का अधिक दोहन शुरू हो जाता है। मानव द्वारा अतिदोहन में पिछले 500 वर्षों में बहुत सी जातियाँ (स्टीलर समुद्रीय गाय तथा पैसेंजर कबूतर) विलुप्त हुई हैं।
(c) विदेशी जातियों का आक्रमण : जब बाहरी जातियाँ अनजाने या जान बुझकर किसी भी उद्देश्य से एक क्षेत्र में लायी जाती है तब उनमें से कुछ आक्रामक होकर स्थानिक जातियों में कमी लाता है। जैसे— जब नील नदी की मछली (नाइलपर्च) को पूर्वी अफ्रीका की विक्टोरिया झील में डाला गया तब झील में रहनेवाली सिलचिड मछलियों की 200 प्रजातियाँ विलुप्त हो गई ।
(d) सहविलुप्तता : जब एक जाति विलुप्त होती है तो उस पर आधारित दूसरी जंतु एवं पादप जातियाँ भी विलुप्त होने लगती है।
2019 (A) 
जीव विज्ञान (Biology)
खण्ड-अ (वस्तुनिष्ठ प्रश्न)
प्रश्न- संख्या 1 से 35 तक के प्रत्येक प्रश्न के साथ चार विकल्प दिये गये हैं, जिनमें से एक सही है। अपनी द्वारा चुने गये सही विकल्प को चिन्हित करें।
1. डी० एन० ए० सांचे पर आर० एन० ए० के निर्माण को क्या कहते हैं? 
(A) ट्रांसलेशन
(B) ट्रांसक्रिप्शन
(C) ट्रांसडक्शन
(D) रेप्लीकशन
उत्तर – (B) ट्रांसक्रिप्शन
2. पिसी कल्चर (मत्स्य पालन) किससे संबंधित है ?
(A) जलीय पौधे से
(B) जलीय जंतुओं से
(C) रेशम के कीट से
(D) लाह के कीट से
उत्तर – (B) जलीय जंतुओं से
3. F2 संतति की बाह्यलक्षणी अनुपात अपूर्ण प्रभाविता की स्थिति में क्या होता है?
(A) 3:1
(B) 2:2
(C) 1:2:1
(D) इनमें से कोई नहीं
उत्तर – (C) 1:2:1
4. एस० एल० मिलर किससे सम्बन्धित है ?
(A) जीवन की उत्पत्ति एवं विकास से
(B) विकासवाद के उपयोग एवं अनुपयोग के सिद्धांत से
(C) नव-डार्विनवाद से
(D) नव लेमार्कवाद से
उत्तर – (A) जीवन की उत्पत्ति एवं विकास से
5. युग्मक सामान्यत: किस प्रकार के होते हैं?
(A) हैप्लॉयड (एक गुणक)
(B) डिप्लॉयड (द्विगुणक)
(C) पौलीप्लॉइड (बहुगुणक)
(D) नलीप्लॉइड (अगुणक)
उत्तर – (A) हैप्लॉयड (एक गुणक)
6. ब्रिवरी का सम्बन्ध किससे है ?
(A) सेक्रोमाइसिस से
(B) प्रोटोजोआ से
(C) टेरिडोफाइट्स से
(D) मारसूपियल्स से
उत्तर – (A) सेक्रोमाइसिस से
7. पादपों में एम्फीबियन/उभयस्थानी किससे सम्बन्धित हैं? 
(A) शैवाल
(B) ब्रायोफाइट्स
(C) कवक
(D) टेरिडोफाइट्स
उत्तर – (B) ब्रायोफाइट्स
8. चरम समुदाय किस क्षेत्र में पाया जाता है?
(A) संतुलित क्षेत्र में
(B) संक्रमण क्षेत्र में
(C) नग्न भूमि
(D) इनमें से कोई नहीं
उत्तर – (A) संतुलित क्षेत्र में
9. रेस्ट्रिक्शन एन्जाइम जाने जाते हैं
(A) जैविक बन्दूक के रूप में
(B) आणविक कैंची के रूप में
(C) प्लाज्मिड के रूप में
(D) माइक्रो पिपेट के रूप में
उत्तर – (B) आणविक कैंची के रूप में
10. यूरेसिल किससे सम्बन्धित है ? 
(A) आर.एन.ए. से
(B) डी.एन.ए. से
(C) दोनों (A) और (B) से
(D) इनमें से कोई नहीं
उत्तर – (A) आर.एन.ए. से
11. ताईचुंग इनमें से किसकी किस्म हैं?
(A) धान की
(B) गेहूँ की
(C) मक्का की
(D) ईख की
उत्तर – (A) धान की
12. ड्रायोपिथिकस इनमें किसके अधिक समान थे ?
(A) एप के
(B) गोरिल्ला के
(C) चिम्पान्जी के
(D) मनुष्य के
उत्तर – (A) एप के
13. यीस्ट में प्रजनन मुख्यतः किसके माध्यम से होता है ?
(A) मुकुलन
(B) विखण्डीकरण
(C) परागण
(D) इन सभी के द्वारा
उत्तर – (A) मुकुलन
14. किसी खास समय एवं स्थान में किसी खास आबादी में मृत्यु की संख्या को क्या कहते हैं ?
(A) नैटेलिटी
(B) मोर्टेलिटी
(C) माइग्रेटरी
(D) इन्टेग्रिटी
उत्तर – (B) मोर्टेलिटी
15. जल धारण क्षमता इनमें से किसका गुण है ?
(A) मृदा का
(B) पौधों का
(C) जल का
(D) जंतुओं का
उत्तर – (A) मृदा का
16. कुछ रोगों की शीघ्र एवं सही पहचान हेतु हम किसका प्रयोग कर सकते हैं? 
(A) एलाइजा (ELISA) का
(B) कल्चर का
(C) रसायनों का
(D) विश्लेषणात्मक
उत्तर – (A) एलाइजा (ELISA) का
17. अफीम किससे प्राप्त होता है ?
(A) पापावर सोमनीफेरम से
(B) एरिथ्रोजाइलम कोका से
(C) कैनाबिस सटाइवा से
(D) एट्रोपा बेलाडोना से
उत्तर – (A) पापावर सोमनीफेरम से
18. क्षय रोग का संक्रमण मुख्यतः किसके द्वारा होता है ?
(A) हवा के द्वारा
(B) जल के द्वारा
(C) कपास के कीटों को
(D) सम्पर्क द्वारा
उत्तर – (A) हवा के द्वारा
19. क्राई IAb किसे नियंत्रित करता है ?
(A) कॉर्न छेदक को
(B) गेहूँ के रस्ट को
(C) कीटों के द्वारा
(D) मक्का के कीटों को
उत्तर – (C) कीटों के द्वारा
20. जैव रिएक्टर, अनुकूलतम परिस्थिति में क्या निर्माण करता है ?
(A) उत्पादक
(B) जीव
(C) माध्यम
(D) ये सभी
उत्तर – (A) उत्पादक
21. बाहरी डी० एन०ए० को मेजबान कोशिका में लाने हेतु किसका उपयोग कर सकते हैं?
(A) जीन गन
(B) माइक्रो-पिपेट
(C) दोनों (A) एवं (B)
(D) इनमें से कोई नहीं
उत्तर – (A) जीन गन
22. परिपक्व शुक्राणु के शीर्ष पर एक टोपीनुमा संरचना पायी जाती है, उसे क्या कहते हैं?
(A) एक्रोसोम
(B) मेसोसोम
(C) एपीसोम
(D) स्फेरोसोम
उत्तर – (A) एक्रोसोम
23. ऐच्छिक जीन के बहुलीकरण हेतु किसका उपयोग कर सकते हैं?
(A) एम० एम० आर० का
(B) पी० सी० आर० का
(C) एम० आर० आई का
(D) इन सभी का
उत्तर – (B) पी० सी० आर० का
24. स्त्री दल चक्र (पुष्पों में) बना है
(A) स्टिगमा
(B) स्टाइल
(C) ओवरी
(D) उपरोक्त सभी से
उत्तर – (D) उपरोक्त सभी से
25. सिकल कोशिका एनिमिया किस प्रकार का रोग है ?
(A) लिंग सम्बन्धित रोग
(B) ऑटोसोम सम्बन्धित रोग
(C) कमी जनित रोग
(D) मेटाबोलिक/कार्यिक/चयापचय सम्बन्धित रोग
उत्तर – (B) ऑटोसोम सम्बन्धित रोग
26. ampR जीन किसमें प्रतिरोधक क्षमता विकसित करने हेतु उत्तरदायी है ? 
(A) रोगाणुओं में
(B) कीटों में
(C) प्रतिजैविक में
(D) सूखा के विरुद्ध
उत्तर – (C) प्रतिजैविक में
27. B- लिम्फोसाइट का निर्माण कहाँ होता है ?
(A) अस्थि मज्जा में
(B) थाइमस में
(C) रक्त में
(D) लिम्फ / लसिका में
उत्तर – (A) अस्थि मज्जा में
28. ट्रांसजेनिक मूसों (चूहों) का प्रयोग किसके लिए कर सकते हैं?
(A) वैक्सीन की सुरक्षात्मक जाँच हेतु
(B) उर्वरक की क्षमता के प्रभाव हेतु
(C) प्रतिजैविक की खुराक हेतु
(D) इन सभी हेतु
उत्तर – (A) वैक्सीन की सुरक्षात्मक जाँच हेतु
29. मृदा में नाइट्रोजन स्थिरीकरण हेतु हम किसका प्रयोग कर सकते हैं? 
(A) नील हरित बैक्टीरिया का
(B) प्रोटोजोआ का
(C) नेमाटोड्स का
(D) गेहूँ के पौधों का
उत्तर – (A) नील हरित बैक्टीरिया का
30. वैलिसनेरिया के पुष्प हैं –
(A) वायुपरागित
(B) कीटपरागित
(C) जलपरागित
(D) जन्तुपरागित
उत्तर – (C) जलपरागित
31. इनमें से कौन सी गलत जोड़ी है?
(A) G ≡ C
(B) T = A
(C) A = U
(D) T = U
उत्तर – (D) T = U
32. लेक ऑपेरॉन किसका प्रतिनिधि है ? 
(A) अनुदेशी जीन क्रियाविधि का
(B) दमनकारी जीन क्रिया विधि का
(C) गृह संचालन जीन संरचना का
(D) इन सभी का
उत्तर – (B) दमनकारी जीन क्रिया विधि का
33. गर्भाशय किससे सम्बन्धित है ? 
(A) नर जननतंत्र से
(B) मादा/स्त्री जननतंत्र से
(C) पादप जननतंत्र से
(D) इन सभी से
उत्तर – (B) मादा/स्त्री जननतंत्र से
34. कार्बनिक /जैविक विकास से पूर्व रासायनिक विकास हुआ था, इसकी अवधारणा किसके द्वारा दी गयी है ?
(A) ए० आई० ओपैरिन तथा जे० बी० एस० हल्डेन द्वारा
(B) चार्ल्स डारविन द्वारा
(C) आर्हेनियस द्वारा
(D) बाप्टिस्ट लैमार्क द्वारा
उत्तर – (A) ए० आई० ओपैरिन तथा जे० बी० एस० हल्डेन द्वारा
35. आर० एन० ए० आई० (RNAi) का प्रयोग रोगाणुओं को नियंत्रित करने हेतु किस पौधे में किया जाता है ?
(A) तम्बाकू
(B) आम
(C) आलू
(D) पॉपी
उत्तर – (A) तम्बाकू
खण्ड-ब (गैर-वस्तुनिष्ठ प्रश्न)
लघु उत्तरीय प्रश्न
1. किसी एक उदाहरण के साथ पृथक्करण के नियम का वर्णन करें।
उत्तर – मटर के पौधा पर पृथक्करण का नियम स्पष्ट किया जा सकता है तब लंबा (TT) धा को नाटा (tt) पौधा के साथ cross कराया गया तो प्रथम पौधे में सभी पौधे लंबे (Tt) हो गये लेकिन दूसरी पीढ़ी में इनका अनुपात 1:2:1 हो गया अर्थात् 25% शुद्ध लंबा 50% संकर तथा 25% शुद्ध नाटे हो गये। इससे स्पष्ट होता है कि प्रथम पीढ़ी में दोनों युग्मक साथ-साथ थे लेकिन दूसरी पीढ़ी में ‘T’ game – (t) gamete से अलग होने लगा। अतः यह पृथककरण के नियम को प्रदर्शित करता है।
2. यूक्रोमैटिन एवं हेटरोक्रोमैटिन में अन्तर बताएँ ।
उत्तर – यूक्रोमैटिन एवं हेटरोक्रोमैटिन में अन्तर –
यूक्रोमैटिन हेटरोक्रोमैटिन
(i) यह हल्का अभिरंजित रहता है। (i) यह गाढ़े रंग का होता है।
(ii) क्रोमैटिन ढीले ढाले बँधे रहते हैं। (ii) इसमें क्रोमैटिन काफी अच्छे ढंग से बँधे रहते हैं।
3. असमजात अंग क्या हैं? कोई दो उदाहरण प्रस्तुत करें।
उत्तर –  वैसा अंग जो उत्पत्ति एवं संरचना में भिन्न हो लेकिन कार्य समान हो तो उसे असमजात अंग कहा जाता है। उदाहरण – (i) चमगादड़, चीता तथा मनुष्य का अग्रपाद । (ii) पक्षियों एवं कीटों के अंग l
4. रामापिथिकस और ड्रायोपिथिकस में अन्तर स्थापित करें।

उत्तर – रामापिथिकस और ड्रायोपिथिकस में अन्तर –

रामापिथिकस ड्रायोपिथिकस
(i) यह मनुष्य जैसा थे। (i) यह वनमानुष (रूप) के समान थे।
(ii) शरीर पर कम बाल मौजूद थे। (ii) शरीर पूर्णतः बाल से ढँके थे।
(iii) मादा में उभरे हुए स्तन । (iii) मादा उभरे हुए स्तन नहीं ।
(iv) कपालिय क्षमता 1450 cc (iv) कपालिय क्षमता 450 cc
5. संक्षेप में ट्रान्सक्रिप्शन का वर्णन करें ।
उत्तर – डी०एन०ए० के स्कल भुजा से m RNA बनने की क्रिया अनुलेखन (Transcription) कहा जाता है ‘पुरकता का सिद्धांत’ अनुलेखन प्रक्रम को नियंत्रित करता है जिसमें एडिनोसिन थाइमिन की जगह यूरेसिल के साथ क्षारयुग्म बनाता है। अनुलेखन के दौरान अपना एक रज्जूक (Single strand) आर०एन०ए० के साथ मिलाकर उसी का रूप ले लेता है।
6. क्लाइनफेल्टर सिण्ड्रोम पर प्रकाश डालें।

उत्तर – यह एक गुणसूत्रीय असमानता का रोग है जो केवल पुरुषों में उत्पन्न होता है। इसमें गुणसूत्रों की संख्या 46 के बदले 47 हो जाता है। 2A + XXY हो जाता है। युग्मकजनन के समय लिंग गुणसूत्रों में विनियोजन नहीं होने के कारण यह रोग उत्पन्न होता है।

लक्षण – (i) शरीर, नाटा तथा सिर बड़ा हो जाता है। (ii) चेहरे पर दाढ़ी-बाल का अभाव रहता है। (iii) वृषण का विकास नहीं होता है। (iv) इनमें लिंग हार्मोन का स्राव नहीं होता है। (v) यह जनन कार्य में असमर्थ रहते हैं।
7. जी० एम० ओ० पर प्रकाश डालें ।

उत्तर – इसे सामान्यत: Genetically Modified Organism कहा जाता है। जीनों को दूसरे जीव में प्रवेश कराकर नये एवं मनोनुकुल जीव को विकसित कराया जाय तो उसे ‘GMO’ कहा जाता है।

जैसे– ‘गोल्डेन राइस’ तथा ‘बीटी कटन’ सामान्य उदाहरण हैं।
8. बायो-पाइरसी (जैविक चोरी) का संक्षिप्त विवरण प्रस्तुत करें।
उत्तर – बहुराष्ट्रीय कंपनियों व दूसरे संगठनों द्वारा किसी राष्ट्र या उससे संबंधित लोगों से बिना व्यवस्थित अनुमोदन व क्षतिपूरक भुगतान के जैव संसाधनों का उपयोग करना बायो पाइरेसी (Biopiracy) कहा जाता है। उदाहरण के तौर पर वर्ष 1977 ई० में एक अमेरिकी कंपनी ने बासमती धान पर अमेरिकन एकस्व व ट्रेडमार्क कार्यालय द्वारा एकस्व अधिकार प्राप्त करा लिया था। जिसे न्यायालय द्वारा निरस्त कराकर भारत को एकस्व अधिकार मिला।
9. अमीबियासिस क्या है? इसके कारक का नाम बताएँ एवं इस रोग के लक्षणों का वर्णन करें। 
उत्तर – यह एक प्रकार आँत में उत्पन्न होने वाला रोग है जिसका कारक जीव ‘एन्टअमीबा हिस्टोलाइटिका’ है। इसमें कब्ज, उदरीय पीड़ा और ऐंठन, अत्यधिक श्लेषमल और रक्त के थक्के वाला मल इसे रोग के लक्षण हैं।
10. शराब / अल्कोहल के दुष्परिणामों का वर्णन करें।
उत्तर – शराब / अल्कोहल के दुष्परिणाम निम्न होते हैं – (i) अंधाधुंध, व्यवहार, बर्बरता और हिंसा प्रारंभिक लक्षण हैं। (ii) श्वसन पात, हृदयाघात अथवा प्रमस्तिष्कीय स्राव के कारण मुर्च्छा और मृत्यु हो सकती है। (iii) व्यक्तिगत स्वच्छता के रूचि में कमी, एकाकीपन अवसाद, थकावट, आक्रमणशील एवं विद्रोही स्वभाव हो जाते हैं। (iv) सोने-खाने की आदतों में परिवर्तन एवं मुख में कमी हो जाती है।
11. अन्तर्जात प्रतिरक्षा पर प्रकाश डालें।
उत्तर – अन्तर्जात प्रतिरक्षा एक प्रकार की अविशिष्ट रक्षा है जो जन्म के समय मौजूद होती है। यह प्रतिरक्षा हमारे शरीर में बाह्य कारकों के प्रवेश के सामने विभिन्न के रोध खड़ा करने से हासिल होती है। इसमें शारीरिक रोध, कार्यिकीय रोध, कोशिकीय रोध तथा साइटोकाइन रोध होते हैं। जिनके कारण शरीर को रोगाणुओं से मुक्ति मिलती है।
12. अनुकूलन क्या है? इसका सोदाहरण वर्णन करें ।
उत्तर – जीवों के वातावरण से सामंजस्य प्राप्त करने की क्रिया अनुकुलन कहलाता है। अनेक मरूस्थलीय पौधों की पत्तियों के सतह पर मोटी उपत्वचा (क्यूटिकिल) होती हैं उनके रंध्र गहरे गर्त्त में व्यवस्थित रहते हैं। ताकि वाष्पोत्सर्जन की क्रिया को कम किया जा सके। इनमें प्रकासंश्लेषी मार्ग भी विशेष प्रकार के होते हैं। अतः यह सभी मरूदभिद अनुकूलन के लायक होते हैं।
13. अंतः प्रजनन क्या है ?
उत्तर – अंतः प्रजनन का अर्थ एक ही नस्ल के अधिक निकटस्थ व्यक्ति के मध्य 4-6 पीढ़ी तक संगम होता है। इसमें एक नस्ल से उत्तम किस्म का नर तथा उत्तम किस्म की मादा को चयनित कर उसे संगम कराया जाता है। इसके द्वारा अधिक दूध देने वाली गायों के नसल विकसित कराये जाते हैं।
14. मानवों में मादा / स्त्री जनन तंत्र का नामांकित चित्र बनाएँ।
उत्तर – मादा/स्त्री जनन तंत्र का नामांकित चित्र –
15. बाह्य स्थान संरक्षण पर प्रकाश डालें।
उत्तर – दूर्लभ एवं विलुप्त होने वाले जीवों को उसके मूल आवासीय क्षेत्र से बाहर सुरक्षित एवं संरक्षित कर लिया जाये तो उसे बाह्य स्थाने संरक्षण कहा जाता है। जंतु उद्यान, वनस्पति उद्यान तथा वन्य जीव सफारी पार्क की स्थापना करके संरक्षित किया जाता है।
16. एलर्जी क्या है ? इसके लक्षणों का संक्षेप में वर्णन करें।

उत्तर – किसी प्रतिजन या बाह्य कारकों के प्रति मानव शरीर की उच्च संवेदनशीलता एलर्जी कहलाता है। एलर्जी के लक्षण

(i) शरीर पर लाल चकता उग जाता है ।
(ii) खुजली, एवं बेचैनी बढ़ जाता है।
17. आधुनिक जैविक विकास के आलोक में नैतिकता के विचार पर प्रकाश डालें।
उत्तर – आधुनिक जैव विकास जैव प्रौद्योगिकी अनुसंधान द्वारा संभव हो पाया है। इसके द्वारा नई प्रजातियाँ तैयार की गई है। फसल उत्पादन बढ़ी है। जनसंख्या को भोजन प्रदान किया जा रहा है। किंतु विचारणीय बिंदु यह है कि क्या इस प्रकार के बीजों से हमारे कृषि उत्पाद रासायनिक विषों से सुरक्षित रह पाएँगे। क्या आनुवंशिकीय अभियांत्रित जीवों से पर्यावरण को कोई खतरा तो नहीं है। क्या इस प्रकार के जीवों से सामाजिक आचार संहिता तो प्रभावित नहीं होगी। समाज एवं अन्य संगठनों ने इसका विरोध करना शुरू कर दिया है। क्योंकि अब तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि इनके प्रभाव क्या होंगे।
18. सहभोजिता एवं असहभोजिता में अन्तर बताएँ।
उत्तर – सहभोजिता ऐसी पारिस्परिक क्रिया है जिसमें एक जाति को लाभ होता है तो दूसरी जाति को न लाभ होता है न हानि। जैसे – आर्किड का आम के वृक्ष पर उगना ।

असहभोजिता ऐसे पारस्परिक क्रिया जिसमें एक जाति बर्बाद हो जाए तथा दूसरा पर कोई प्रभाव नहीं पड़े असहभोजिता में दोनों जाति को न लाभ होता है न हानि ।

दीर्घ उत्तरीय प्रश्न
19. सूक्ष्म जीव क्या हैं? मानव कल्याण में इनकी भूमिका का संक्षिप्त वर्णन करें।

उत्तर – सूक्ष्म जीव मानव कल्याण के लिए आवश्यक है क्योंकि इसके द्वारा मानव जीवन के अनेक क्षेत्रों में उपयोगी व लाभकारी क्रियाकलाप द्वारा मानव कल्याण संभव होता है। अतः सूक्ष्मजीव मानव कल्याण के लिए आवश्यक है। ये क्षेत्र हैं –

(1) घरेलू उत्पादों में सूक्ष्मजीव की भूमिका : सूक्ष्मजीव का उपयोग विभिन्न प्रकार के घरेलू उत्पादों के निर्माण में होता है जिसका प्रयोग हम प्रतिदिन करते हैं। इसका सबसे अच्छा उदाहरण दूध से दही का बनना है। दूध में पाई जानेवाली शर्करा लैक्टोस को कुछ जीवाणु, जैसे लैक्टोबैसिलस केसिआई (Lactobacillus casei) या लैक्टिक एसिड बैक्टीरिया किण्वन (fermentation) की क्रिया द्वारा लैक्टिक अम्ल में बदल देते हैं। इससे दूध खट्टा हो जाता है। लैक्टिक एसिड बैक्टीरिया दूध में पाए जानेवाले केसीन (casein) नांमक प्रोटीन की छोटी-छोटी बूँदों को एकत्रित करके दही जमाने में सहायता करते हैं।
(2) औद्योगिक क्षेत्र में : यीस्ट के प्रयोग से अनेक प्रकार के ऐल्कोहॉलिक पेय का निर्माण प्राचीन समय से होता आ रहा है। किण्वन क्रिया के अंत में यीस्ट इथाइल ऐल्कोहॉल बनाते हैं जिसके फलस्वरूप ऐल्कोहलिक पेय, जैसे ब्रांडी, ह्विस्की, वाइन, बियर, रम आदि का उत्पादन किया जाता है। प्रतिजैविकों (एक प्रकार का रासायनिक पदार्थ) का निर्माण सूक्ष्मजीवों के उपापचयी (metabolic) क्रियाओं द्वारा होता है जो किसी अन्य सूक्ष्मजीवों के लिए हानिकारक या निरोधी होते हैं। शर्करा के घोल से ब्यूटाइल ऐल्कोहॉल एवं ऐसीटोन का निर्माण क्लोस्ट्रीडियम ऐसीटोब्यूटाइलिकम नामक जीवाणु द्वारा किया जाता है। ऐथानॉल का उत्पादन यीस्ट के प्रयोग से किया जाता है।
(3) वाहितमलजल उपचार में सूक्ष्मजीव : जीवाणु वाहितमलजल में मौजूद कार्बनिक प्रदूषकों को अपने में ग्रहण कर इसे शुद्ध करने का कार्य करते हैं।
(4) बायोगैस के उत्पादन में सूक्ष्मजीव: वैसी गैसें, जो जीवों द्वारा अपनी चयापचयी क्रियाओं के दौरान मुक्त की जाती है, बायोगैस कहलाती है। इन गैसों में मुख्य रूप से मीथेन गैस होती हैं एवं इसके साथ-साथ कार्बन डाइऑक्साइड, हाइड्रोजन सल्फाइड आदि गैसें भी सूक्ष्मजीवों द्वारा सक्रियता से उत्पन्न की जाती हैं।
(5) कृषि क्षेत्र में : हमारी संपूर्ण फसल पैदावार का लगभग 10% भाग पादप-रोगाणुओं तथा पीड़कों द्वारा हर साल नष्ट हो जाता है। रासायनिक विधियों से इसका नियंत्रण आसान तो होता है, लेकिन अंततः ये विषैले रसायन आहार शृंखला द्वारा हमारे शरीर में पहुँचकर हमें कई प्रकार से हानि पहुँचाते हैं।  अतः जैविक विधियों द्वारा इनका नियंत्रण किया जाना चाहिए। किसी जमीन में यदि लगातार फसल उगाई जाती रहे और बाहर से पोषक तत्त्व न मिलाए जाएँ तो जमीन की उर्वरा शक्ति कम होती जाएगी। पोषक तत्त्वों की इसी कमी को पूरा करने के लिए उर्वरकों का उपयोग किया जाता है। रासायनिक उर्वरकों के उपयोग से मिट्टी की उर्वरा शक्ति तो बढ़ती है।
20. लिंग क्या है ? लिंग निर्धारण के विभिन्न प्रकारों का संक्षिप्त वर्णन करें ।

उत्तर – जिसके द्वारा जीवों के नर या मादा, का पहचान होता है उसे लिंग कहा जाता है।

लिंग निर्धारण के लिए निम्न दो प्रकार के सिद्धांत प्रस्तावित किये गये हैं –
(i) गुणसूत्रीय सिद्धांत (2) जीनी संतुलन सिद्धांत
(1) गुणसूत्रीय सिद्धांत: इसे मेकलंग ने 1902 ई० में प्रस्तावित की थी। इनके अनुसार लिंग . निर्धारण के लिए एक जोड़ा गुणसूत्र जिम्मेवार होता है। यह निम्न प्रकार से संपन्न होता है
(a) XX-XY प्रक्रिया : यह लिंग निर्धारण की सर्वमान्य विधि है। यह कुछ स्तनियों एवं कीटों में पाई जाती है। जैसे— ड्रोसोकिटना। इसमें लिंग निर्धारण की क्रिया निम्न प्रकार से दर्शायी जा सकती है।
(b) XX-XO प्रक्रिया : इस प्रक्रिया के द्वारा लिंग निर्धारण कुछ कीटों, जैसे— हेमिप्टेरा व आर्थोप्टेरा में पाया जाता है इसके अन्तर्गत मादाओं में दो XX गुणसूत्र तथा नर में केवल एक ‘X’ गुणसूत्र होता है और सभी क्रियाएँ समान होते हैं।
21. कैंसर पर संक्षिप्त टिप्पणी प्रस्तुत करें।

उत्तर – ट्यूमर के अध्ययन को ऑनकोलॉजी कहते हैं, जो प्रायः कोशिकाओं से बनता है। कोशिकाविभाजन एक नियंत्रित क्रिया है, लेकिन इस क्रिया के द्वारा निर्मित कोशिकाएँ सामान्य वृद्धि नियंत्रण क्रिया को नहीं दर्शाता है तथा अनियमित रूप से टूटकर कोशिकाओं का झुंड बनाता है जिसे हम ट्यूमर अथवा न्यूओप्लाज्म कहते हैं।

रोग निदान : इस रोग के निदान के लिए निम्नलिखित उपायों का व्यवहार किया जाता है।
(i) मैलिगनैंट कोशिकाओं का औतिकीय (histological) अध्ययन।
(ii) रुधिर-संबंधी जाँच के क्रम में असामान्य (abnormal) श्वेत रुधिर कोशिका (WBC) को खोजना।
(iii) अस्थि -मज्जा का बायोप्सी जाँच (biopsy test) भी किया जाता है।
उपचार : कैंसर के उपचार के लिए निम्नलिखित विधियों का उपयोग किया जाता है।
(i) शल्य चिकित्सा – कैंसर रोग से ग्रसित ऊतक को शल्यक्रिया द्वारा शरीर से अलग करना सबसे आसान तरीका माना जाता है। शल्य-क्रिया के उपरांत जरूरत के अनुसार रेडियेशन देना भी लाभदायक सिद्ध होता है तथा रेडिएशन की मात्रा कैंसर की टाइप पर निर्भर करता है।
(ii) रेडियोथेरापी – उपचार के इस क्रम में शरीर के निश्चित क्षेत्र को रेडियेशन (radiation) बहुत ही सावधानीपूर्वक नियंत्रित रूप से दिया जाता है। इसके लिए मस्सा (tumor) के खास हिस्से का चुनाव कर प्रत्येक दिन एक निश्चित समय पर रेडियेशन देना चाहिए।
(iii) कीमोथिरैपी – कैंसर बीमारी के लिए अधोलिखित कुछ दवाइयाँ हैं जो अपने स्वभाववश कैंसर-विरोधी होते हैं ।
(a) एलकायलैटिंग साधन– कुछ ऐसे क्षारीय रसायनिक पदार्थ हैं जो DNA की प्रतिकृति और प्रतिलिपि रोकता है।
(b) एंटीमेटाबोलाइट्स – यह फोलेट मेटाबोलिज्म को रोकता है और फोलेट की मात्रा को घटा देता है जो प्यूरिन और प्युरामिडिन संश्लेषण के लिए आवश्यक होता है।
(c) एंटीबायोटिक्स – एक्टिनोमायसिन और डोक्जोरुबीसिन नामक एंटीबायोटिक्स बहुत ही फायदेमंद कैंसर-विरोधी हैं।
(iv) इम्युनोथिरैपी – मोनोक्लोनल एंटीबॉडीज का व्यवहार विभिन्न प्रकार के कैंसर के उपचार हेतु किया जाता है।
22. मत्स्य पालन क्या है ? भोजन की गुणवत्ता सुधार में इसकी भूमिका बताएँ ।

उत्तर – “मत्स्यकी एक प्रकार का उद्योग है जिसका सीधा संबंध मत्स्यपालन, उनका प्रसंकरण तथा उनकी बिक्री से है। इस उद्योग में अन्य जलीय जीवों को भी सम्मिलित किया गया है।” कृषि में ‘हरित क्रांति’ की सफलता के बाद ‘नील क्रांति’ (blue revolution) मत्स्य उद्योग को बढ़ावा देकर किया जा रहा है।

मछलियाँ अलवणीय जल या मृदुजल (fresh water) तथा लवणीय जल या कठोर जल (hard water) दोनों प्रकार के जल में पाई जाती हैं। अलवणीय या मीठे जल में पाई जानेवाली मछलियों में रोहू (Labeo), कतला (Catla), सिंगी, टेंगरा, माँगुर, सुहिया, गरई आदि प्रमुख हैं।
भारतवर्ष की जनसंख्या का एक बहुत बड़ा भाग मछली को आहार के रूप में प्रयोग करता है। मछलियों के यकृत से प्राप्त तेल, शाक या कॉड लीवर ऑयल का औषधिक महत्त्व है।
23. वाहित मल क्या है? इनके उपचार की किसी एक विधि का संक्षिप्त विवरण दें। 

उत्तर – शहरों में बड़े-बड़े नालों के द्वारा प्रवाहित होनेवाले मल-जल एवं अन्य दूषित पदार्थों को वाहित मल कहा जाता है।

उपचार : इसमें प्राथमिक उपचार की विधि सरल एवं सर्वमान्य है यह निम्न दो चरणों में पूरा होता — इस विधि में मूलभूत रूप से वाहित मल से बड़े-छोटे कणों का छनना (filtration) तथा अवसादन (sedimentation) द्वारा भौतिक रूप से अलग किया जाता है आरंभ में तैरते हुए कुड़े-करकट को अनुक्रमिक निस्यंदन द्वारा हटा दिया जाता है इसके बाद ग्रिट को अवसादन द्वारा निष्कासित किया जाता है। सभी नीचे बैठे ठोस कण प्लावी वहि: स्राव का निर्माण करते हैं । बहि: स्राव को प्राथमिक नि:सादन टैंक से द्वितीयक उपचार के लिए लाया जाता है।
24. डी०एन०ए० का एक विस्तृत आरेख बनाकर उसे सही रूप से नामांकित करें।
उत्तर – डी०एन०ए० का एक विस्तृत आरेख –
2020 (A) जीव विज्ञान
(Biology) 2016
खण्ड-अ (वस्तुनिष्ठ प्रश्न )
प्रश्न- संख्या 1 से 42 तक के प्रत्येक प्रश्न के साथ चार विकल्प दिये गये हैं, जिनमें से एक सही है। अपनी द्वारा चुने गये सही विकल्प को चिन्हित करें।
1. पोलीमरेज शृंखला अभिक्रिया का क्या कार्य है?
(A) प्रतिलेख
(B) स्थानांतरण
(C) (A) और (B) दोनों
(D) डीएनए प्रवि
उत्तर –(D) डीएनए प्रवि
2. गोबर गैस प्लांट में कौन-सा जीवाणु प्रयुक्त होता है ?
(A) नाइट्रीफाइंग जीवाणु
(B) अमोनीफाइंग जीवाणु
(C) डीनाइट्रीफाइंग जीवाणु
(D) मीथैनोजेन्स
उत्तर –(D) मीथैनोजेन्स
3. कॉपर-टी किससे बचाव का कार्य करता है ?
(A) अण्डोत्सर्ग
(B) अंडे की परिपक्वता
(C) निषेचन
(D) इनमें से कोई नहीं
उत्तर –(C) निषेचन
4. निम्न में से कौन मोबाईल आनुवंशिक पदार्थ है ?
(A) खण्डित जीन
(B) ट्रांसपोजोन
(C) जेपिंग जीन
(D) (B) और (C) दोनों
उत्तर –(B) ट्रांसपोजोन
5. मनुष्य निम्नांकित में से किस ऑर्डर तथा किस कुल का सदस्य है ?
(A) एंथेरोपोएडी तथा पोंगीडी
(B) प्राइमेट्स तथा पोंगीडी
(C) प्राइमेट्स तथा होमीनिडी
(D) इनमें से कोई नहीं
उत्तर –(C) प्राइमेट्स तथा होमीनिडी
6. भ्रूणपोष वाले बीजों को क्या कहा जाता है ?
(A) एपोकार्पिक
(B) बहुभ्रूणता
(C) एंडोकार्पिक
(D) एंडोस्पर्मिक
उत्तर –(D) एंडोस्पर्मिक
7. अपघटक कैसे होते हैं?
(A) स्वपोषक
(B) ऑरगैनोट्रौप्स
(C) पर-पोषक
(D) इनमें से कोई नहीं
उत्तर –(C) पर-पोषक
8. रिट्रो विषाणु निम्नांकित किस बीमारी का रोगजनक है?।
(A) सिफलिस
(B) एड्स
(C) फाइलेरिया
(D) (A) और (B) दोनों
उत्तर –(B) एड्स
9. निम्नांकित में प्लाज्मिड कौन है ?
(A) Bam HI
(B) Eco RI
(C) PBR322
(D) Hind III
उत्तर –(C) PBR322
10. निम्नलिखित में से जैव आवर्धीकरण का कारण किसे माना जाता है ? 
(A) पारा
(B) डीडीटी
(C) (A) और (B) दोनों
(D) सल्फर डाईऑक्साइड
उत्तर –(B) डीडीटी
11. किस जनन परत से रक्त तथा परिवहन तंत्र का उद्भव होता है ?
(A) एक्टोडर्म
(B) मीजोडर्म
(C) एंडोडर्म
(D) इनमें से कोई नहीं
उत्तर –(B) मीजोडर्म
12. ZZ/ZW तरह का लिंग-निर्धारण किसमें देखा गया है ? 
(A) घोंघा में
(B) तिलचट्टा में
(C) मोर में
(D) मनुष्य में
उत्तर –(C) मोर में
13. Ti-प्लाज्मिड निम्नांकित में से किससे प्राप्त किया जाता है ?
(A) एग्रोबैक्टिरियम राइजोजिन्स
(B) एग्रोबैक्टिरियम ट्यूमीफेसियंस
(C) (A) और (B) दोनों
(D) बैसीलस सबटाइलिस
उत्तर –(B) एग्रोबैक्टिरियम ट्यूमीफेसियंस
14. निम्न में से कौन प्रारंभ कूट है ?
(A) UAG एवं UGA
(B) AUH एवं GUG
(C) UAA एवं UAG
(D) UAA एवं  UGA
उत्तर –(B) AUH एवं GUG
15. निम्नांकित किसकी आनुवंशिक विविधता भारत में अत्यधिक है?
(A) गेहूँ
(B) दाल
(C) चाय
(D) आम
उत्तर –(A) गेहूँ
16. निम्नांकित किसमें पादप काय अगुणित होता है ? 
(A) शैवाल
(B) कवक
(C) ब्रायोफाइट्स
(D) इनमें से सभी
उत्तर –(C) ब्रायोफाइट्स
17. निम्नांकित में से कौन जलीय जंगली घास है ?
(A) ट्रापा
(B) हाइड्रीला
(C) जलकुंभी
(D) (B) और (C) दोनों
उत्तर –(C) जलकुंभी
18. जीवाश्म सामान्यतः किसमें पाए जाते हैं ?
(A) रूपांतरित चट्टान
(B) आग्नेय चट्टान
(C) तलछटी चट्टान
(D) इनमें से सभी
उत्तर –(C) तलछटी चट्टान
19. पुनर्योगज डीएनए टीके क्या हैं?
(A) इम्यूनोजेनिक लिपिड
(B) इम्यूनोजेनिक अम्ल
(C) इम्यूनोजेनिक प्रोटीन
(D) एक्सोजेनिक प्रोटीन
उत्तर –(C) इम्यूनोजेनिक प्रोटीन
20. निम्नांकित में कौन संकटग्रस्त स्पीशीज
(A) अमरबेल
(B) लैन्टाना
(C) निपेन्थिस
(D) इनमें से सभी
उत्तर –(C) निपेन्थिस
21. अदरख में कायिक प्रवर्धन किसके द्वारा होता है ?
(A) राइजोम
(B) जड़
(C) ट्यूबर
(D) बल्ब
उत्तर –(A) राइजोम
22. निम्नांकित में बाह्यस्थाने संरक्षण का उदाहरण कौन है ?
(A) पवित्र उपवन
(B) राष्ट्रीय उद्यान
(C) बीज बैंक
(D) इनमें से सभी
उत्तर –(B) राष्ट्रीय उद्यान
23. सिल्क धागे में कौन-सा प्रोटीन होता है ?
(A) फ्रीबोईन
(B) एल्ब्यूमिन
(C) ग्लोब्यूलीन
(D) किरैटीन
उत्तर –(A) फ्रीबोईन
24. नील हरित शैवाल किस खेत के लिए उपयोगी जैव उर्वरक हैं ?
(A) मक्का
(B) गेहूँ
(C) ईख
(D) चावल
उत्तर – (D) चावल
25. ‘GAATTC’ निम्नांकित किसका रेकोगनीशन साईट है?
(A) इको RI 
 (B) इको RII 
(C) हिंद II
(D) बैम एच I
उत्तर –(A) इको RI 
26. टर्नर्स सिंड्रोम में कितने गुणसूत्र होंगे ?
(A) 45
(B) 46
(C) 47
(D) इनमें से कोई नहीं
उत्तर –(A) 45
27. ग्राफियन पुटक कहाँ पाया जाता है ?
(A) मानव वृषण में
(B) मानव अण्डाशय में
(C) मानव यकृत में
(D) मेढ़क के अण्डाशय में
उत्तर –(B) मानव अण्डाशय में
28. आरएनए के आधार अनुक्रम ‘AUCGCCUGA’ का सही आधार अनुक्रम डीएनए होगा ?
(A) TTGCGGACT
(B) TAGCGGACT
(C) UAGCGGACU
(D) TAGCCCACT
उत्तर –(B) TAGCGGACT
29. वायु-परागण किसमें नहीं होता है ?
(A) घास
(B) मक्का
(C) गेहूँ
(D) सैल्विया
उत्तर –(D) सैल्विया
30. पक्षियों तथा तितली का डैना कैसा अंग है ?
(A) एटाविस्टिक अंग
(B) अवशेषी अंग
(C) समजात अंग
(D) असमजात अंग
उत्तर –(D) असमजात अंग
31. मनुष्य में प्लाज्मोडियम की संक्रमण अवस्था क्या होती है ?
(A) स्पोरोज्वाइट
(B) मीरोज्वाइट
(C) क्रिप्टोज्वाइट
(D) इनमें से कोई नहीं
उत्तर –(A) स्पोरोज्वाइट
32. निम्नांकित में कौन कैंसर कोशिकाएँ हैं?
(A) प्लाज्मा कोशिकाएँ
(B) हेला कोशिकाएँ
(C) मेमोरी कोशिकाएँ
(D) T-कोशिकाएँ
उत्तर –(D) T-कोशिकाएँ
33. जल में ई. कोलाई की अधिकता किसकी सूचक है?
(A) पानी का खारापन
(B) औद्योगिक प्रदूषण
(C) वाहित मल-जल प्रदूषण
(D) इनमें से सभी
उत्तर –(C) वाहित मल-जल प्रदूषण
34. अम्लीय वर्षा में pH कितना होता है ? 
(A) 7
(B) 6
(C) 5
(D) 4
उत्तर –(A) 7
35. ओकाजाकी फ्रैग्मेनट्स कब बनता है ?
(A) डीएनए के संतत द्विगुणन में
(B) डीएनए के असंतत द्विगुणन में
(C) डीएनए के पश्चगामी स्ट्रैंड में
(D) (B) और (C) दोनों
उत्तर –(B) डीएनए के असंतत द्विगुणन में
36. प्रकाश रासायनिक धुंध में निम्नांकित में से क्या नहीं पाया जाता है ?
(A) पी ए एन
(B) सल्फर ट्राईऑक्साइड
(C) सल्फर डाईऑक्साइड
(D) कार्बन डाईऑक्साइड
उत्तर –(C) सल्फर डाईऑक्साइड
37. निम्नांकित में कौन द्विगुणित संरचना है ?
(A) शुक्राणु
(B) अण्डाणु
(C) युग्मनज
(D) भ्रूणपोष
उत्तर –(C) युग्मनज
38. पौधे, जो जलीय वातावरण में नहीं पाए जाते हैं, हैं
(A) हाइड्रीला
(B) ट्रापा
(C) नीलंबो
(D) बबूल
उत्तर –(D) बबूल
39. ट्रांसजेनिक सुनहरे धान में किस विटामिन की प्रचुर मात्रा पायी जाती है?
(A) ग्लूटेनिन
(B) विटामिन A
(C) विटामिन E
(D) विटामिन C
उत्तर –(B) विटामिन A
40. मनुष्य में ABO रक्त समूह क्या दर्शाता है ?
(A) अपूर्ण प्रभाविता
(B) बहु अलील
(C) सह प्रभाविता
(D) (B) और (C) दोनों
उत्तर –(B) बहु अलील
41. एंटीबीडीज जो हमारे शरीर में हैं, वे क्या हैं?
(A) स्टीरॉएड
(B) लाइपोप्रोटीन
(C) ग्लाइकोप्रोटीन
(D) इनमें से सभी
उत्तर –(C) ग्लाइकोप्रोटीन
42. कौन-सा पिरामिड कभी उल्टा नहीं होता ?
(A) जीवभार का
(B) ऊर्जा का
(C) संख्या का
(D) आकार का
उत्तर – (B) ऊर्जा का
खण्ड-ब (गैर-वस्तुनिष्ठ प्रश्न)
लघु उत्तरीय प्रश्न
1. गुणसूत्रीय विकार से आप क्या समझते हैं? ऐसे तीन विकारों के नाम बतायें। 
उत्तर – गुणसूत्र के अधिकता या ह्रास के कारण उत्पन्न विकार को गुणसूत्रीय विकार कहा जाता है। इसके तीन विकार निम्न हैं—(i) डाउन सिंड्रोम (ii) क्लिनफेल्टर्स सिंड्रोम (iii) टरनर्स सिंड्रोम
2. धान तथा गेहूँ की दो-दो प्रोन्नत किस्मों के नाम बतायें ।
उत्तर – धान (i) IR-8 (ii) Taichun native
गेहूँ – (i) हिमगिरी (ii) सोपालिका तथा कल्याण सोना ।
3. निम्नलिखित पर संक्षेप में टिप्पणी लिखें –
(a) पैलीन्ड्रोम्स  (b) क्लोनिंग संवाहक
उत्तर – (a) पैलिन्ड्रोम : वैसा शब्दों का समूह जो दोनों तरफ से उच्चारण में समान हो उसे पैलिंड्रोम कहा जाता है।
डी॰एन॰ए॰ में पैलिड्रोम क्षारक युग्मों का एक एकसा अनुक्रम है जो पढने के अभिविन्यास को समान रखने पर दोनों लड़ियों में एक जैसा पढ़ा जाता है।
जैसे – 5¹ – GAATTC – 3¹
3¹ – CTTTAAG – 5¹
(b) क्लोनिंग संवाहक : विजातीय डी० एन० ए० को जीवाणु या विषाणु डी०एन०ए० में जोड़कर पुनर्यागज डी०एन०ए० में बदला जाता है और उसे दूसरे जीवों में प्रवेशित कराया जाता है तो उसे क्लोनिंग संवाहक कहा जाता है।
4. निम्नांकित को परिभाषित करें –
(a) सहलग्नता   (b) सहलग्नता वर्ग   (c) प्रत्यक्ष सहलग्नता   (d) परोक्ष सहलग्नता
उत्तर – (a) सहलग्नता : जब जीनों का समुह वगैर अर्द्धसूत्री विभाजन में अलग हुए पीढ़ी दर पीढ़ी संधरण करता है तो उसे सहलग्नता कहा जाता है।
(b) सहलग्नता वर्ग : गुणसूत्र के ऊपर रेखी रूप में व्यवस्थित जीनो के समूह जो सहलग्नता दर्शाते हों तो उसे सहलग्नता वर्ग कहा जाता है।
(c) प्रत्यक्ष सहलग्नता : जब जीनों का समूह एक पीढ़ी से दूसरी पीढ़ी में संचरण करते हैं तो उसे प्रत्यक्ष सहलग्नता कहा जाता है।
(d) परोक्ष सहलग्नता : जब जीनों का समुह बिना पुनर्योगज के पीढ़ी दर पीढ़ी स्थानांतरण करते हों तो उसे परोक्ष सहलग्नता कहा जाता है।
5. ‘जैवविविधता’ को परिभाषित करें तथा इसके प्रकारों के नामों को लिखें।
उत्तर – जैव विविधता : जैव मंडल में पाये जानेवाले विभिन्न प्रकार के जीवों के समूह को जैव विविधता कहा जाता है। यह निम्न प्रकार का होता है
(i) आनुवंशिक विविधता
(ii) जातीय विविधता
(iii) पारिस्थितिक विविधता ।
6. जल परागण के बारे में उदाहरण सहित बतायें।
उत्तर – जब परागकणों का स्थानांतरण जल के द्वारा होता है तो उसे जल परागण कहा जाता है।
जैसे – जलकुंभी, कमल, इत्यादि ।
7. आहार श्रृंखला तथा आहार जाल में विभेद करें ।
उत्तर – आहार श्रृंखला तथा आहार जाल में विभेद-
आहार श्रृंखला आहार जाल
(i) इसमें ऊर्जा का प्रवाह एक रेखीय दिशा में होता है। (i) इसमें ऊर्जा का प्रवाह बहुउद्देशीय दिशा में होता है।
(ii) यह अस्थायी होता है। (ii) यह स्थायी होता है।
8. लामार्क तथा डार्विन के सिद्धांतों में विभेद करें।
उत्तर – लामार्क के अनुसार, उपार्जित लक्षणों की वंशागति होता है अर्थात उपार्जित लक्षण वंशागति में प्रवर्तित हो जाता है।
डार्विन के अनुसार, जीवों के विकास में प्रकृति का प्रमुख योगदान है, ‘प्राकृतिक चयनवाद’ उनका प्रमुख उपलब्धि है।
9. निम्नांकित पर संक्षेप में लिखें –
(a) बी.ओ.डी.     (b) ऊर्ण
उत्तर – (a) बी०ओ०डी० (BOD) : इसे ‘बायोमैजिकल ऑक्सीजन डिमांड” कहा जाता है। जीवाणु द्वारा एक लीटर पानी में उपस्थित कार्बनिक पदार्थों की खपत कर उन्हें ऑक्सीकृत कर दिया जाता है इसमें भाग लेनेवाले ऑक्सीजन की मात्रा बी०ओ०डी० कहलाता है।
(b) उर्णक (Flocs) : वामवीय टैंक में जीवाणुओं, कवकों एवं शैवाल के वृद्धि के कारण झुण्ड का निर्माण हो जाता है जिसे उर्णक कहा जाता है जीवाणु एवं कवक द्वारा कार्बनिक पदार्थों का अपघटन तथा शैवाल द्वारा ऑक्सीजन की आपूर्ति होता है।
10. एग्रोबैक्टीरियम पर संक्षेप में एक टिप्पणी लिखें। 
उत्तर – यह एक प्रकार का जीवाणु है जो कि द्विवीज पत्री पौधों में रोग उत्पन्न करने वाला पैथेजेन है। यह पौधों की जड़ों की सामान्य कोशिकाओं को ट्यूमर कोशाओं में रूपांतरित कर देता है। ट्यूमर बनाने की क्षमता जीवाणु में पाये जाने वाला Ti पलाजमिड के कारण होती है।
11. टायफॉएड बीमारी का रोगजनक, लक्षण, संक्रमण के विधा तथा उपचार के बारे में बतायें।
उत्तर – टायफायड बीमारी –
रोग जनक : सालमोनेला टाइफाई है।
लक्षण : (i) रोगी में तेज बुखार (103°F–104°F)  (ii) सिरदर्द के साथ पेटदर्द (iii) मानसिक तनाव।
संचरण: इस जीवाणु का संचरण संक्रमित व्यक्ति के मल से मक्खियों द्वारा गद्य पदार्थों को प्रदूषित करने से होता है।
उपचार : (i) उबला हुआ पानी का प्रयोग करना चाहिए। (ii) Widal Test कराना चाहिए। (iii) एम्पीसिलिन एवं क्लोरेम्फेनिकोल जैसे एंटीबायोटिक्स दवा का प्रयोग करना चाहिए।
12. जलीय पौधे तथा मरुद्भिद पौधे को सोदाहरण परिभाषित करें।
उत्तर – जलीय पौधा : वैसा पौधा जो जलीय वातावरण में उत्पन्न होता है उसे जलीय पौधा कहा जाता है जैसे – जलकुंभी, कमल । –
मरुदभिद पौधा : वैसा पौधा जो शुष्क वातावरण में पाया जाता हो या विकसित होता हो तो उसे मरुदभिद कहा जाता है जैसे- नागफनी ।
13. निम्नांकित में से किन्हीं दो पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखें।
(a) हाइड्रोकार्बन  (b) धुआँ  (c) अम्लीय वर्षा
उत्तर – (a) हाइड्रोकार्बन : इनका फेफड़ा पर कैंसरजनी प्रभाव होता है यह प्रकाश के पाराबैगनी (UV) घटक के अंतर्गत NO तथा NO2 से संयुक्त होकर अन्य प्रदूषक बनाते हैं। यह आँख, नाक तथा श्वसन संकट उत्पन्न करता है। बेंजीन, फेफड़ा में कैंसर उत्पन्न करता है।
(b) अम्लीय वर्षा : सल्फ्यूरिक अम्ल और नाइट्रिक अम्ल, वायुमंडलीय जल में घुलकर अम्ल का निर्माण करते हैं, इसमें pH मान 5 से कम होता है यही वर्षा बूँद के रूप में प्रकट होता है जिसे अम्ल वर्षा कहा जाता है।
(c) धुआँ (Smoke) : यह व्यक्तिगत प्रदूषण है जो सिगरेट न पीने वाले को भी हानि पहुँचाता है जो एक ही स्थान पर कार्य कररहा हो या विश्राम कर रहा हो। तम्बाकु के उपयोग के दौरान उत्पन्न धुएँ में चार प्रकार के रसायन होते हैं — CO, नाइट्रोजन ऑक्साइड, पौलिसाइक्लिड हाइड्रोकार्बन्स तथा पोलोनियम (Po) है।
धुम्रपान से फेफड़ों में रोगों को उत्पन्न होने की छः गुणा अधिक, फेफड़ों के कैंसर 10 गुणा अधिक व हृदयरोग 2 गुना अधिक हो जाती है। इसके अलावा अल्प कार्य क्षमता, खाँसी, नर वन्धयता इत्यादि हानि कारक प्रभाव होते हैं ।
14. प्रारंभ कूट तथा समापन कूट का वर्णन करें।
उत्तर – प्रारंभ कुट : डी०एन०ए० का वह भाग जहाँ अनुलंखन की क्रिया प्रारंभ होती है उसे प्रारंभ कुट कहा जाता है प्रारंभिक कोडैन HUG या GUG होता है। AUG मेथियोनीन के लिए विशिष्ट होता है तो GUG वेलाइन के लिए विशिष्ट होता है।
समापन कुट : डी॰एन०ए० का वह भाग जहाँ पर कुटलेखन की क्रिया समाप्त होता है उसे समापन कुट कहा जाता है। UGA, UAG व UAA समापन कुट होता है।
15. पारजीवी जंतुओं के हानिकारक कुप्रभावों का वर्णन करें।
उत्तर – वैसा जंतु, जो रिकं बिनेंट DNA तकनीक द्वारा विदेशी या अन्य विशिष्ट जीनों को प्रवेश कराकर तैयार कराया जाता है तो उसे पारजीवी जंतु कहा जाता है उसके कुप्रभाव निम्न होते हैं-
(i) प्रोटीन्स : इसके द्वारा तैयार किए हुए प्रोटीन तथा इंजाइम विकृत होने की संभावना रहती है।
(ii) मानव अंग : प्रतिस्थापित होने योग्य मानव अंग जैसे- वृक्क, यकृत अग्नाशय आदि केवल ओटोग्राफ्ट द्वारा अच्छे से प्राप्त किए जा सकते हैं। यह नैतिका के विरुद्ध है।
(iii) जीन को विकृत करता है।
(iv) जंतु पीड़ाएँ उत्पन्न होते हैं।
(v) जातियों की स्थिरता की खतरा उत्पन्न हो जाता है।
16. पीड़क – प्रतिरोधी पौधे पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखें।
उत्तर – निमैटोड, कई पोधों, जंतुओं और मानवों पर भी परजीवी होते हैं मेलायडेगाइन इकॉग्निसियम टमाटर, बैंगन और तंबाकु पौधों के जड़ों में गाँठ रोग का कारण होता है जिससे फसलों को काफी नुकसान पहुँचाया जाता है।
RNA (RNA interference) तकनीक द्वारा इसे संवेदी या संवेदीरोधी RNA के उत्पादन द्वारा जीन की क्रिया घटाने वाली प्रक्रिया है। दोनों RNAS dsRNA उत्पन्न करते हैं अतः RNA की क्रिया रूक जाती है और फसल नुकसान रहित बच जाता है।
17. एंटीबॉडी के कार्यों का वर्णन करें।
उत्तर – एंटीबॉडी के निम्न कार्य हैं –
(i) यह शरीर में प्रतिरोधी क्षमता प्रदान करता है।
(ii) यह रोगाणुओं को निष्क्रिय बनाता है।
(iii) अधिकतर एंटीबॉडीज मोनोमर की भाँति कार्य करते हैं IgA, IgM एकलक तथा बहुलक दोनों प्रकारों पाये जा सकते हैं।
(iv) IgA: माँ के दूध तथा कोलेस्ट्रम में पाया जाता है।
(v) Antibody वैकल्पिक पथ को संक्रिय करता है।
(vi) IgD : विषैले पदार्थों के विरुद्ध प्रभावशाली है।
(vii) IgE : यह एलजी को नियंत्रित करता है।
(viii) IgG : यह प्रचुर मात्रा में रक्त, लसीका तथा आँत में पाया जाता है। यह जीवाणु, विषाणु, कवक तथा विषैले पदार्थों के विरुद्ध कार्य करता है।
18. अलैंगिक तथा जनन में सोदाहरण अंतर स्पष्ट करें। 
उत्तर – अलैंगिक तथा लैंगिक जनन में सोदाहरण अंतर –
अलैगिक जनन लैंगिक जनन
(i) इसमें एकल जनन भाग लेता है। (i) इसमें दो जनक भाग लेते हैं l
(ii) उत्पन्न संतति को क्लोन कहा जाता है। (ii) इसमें क्लोन का निर्माण नहीं होता है।
(iii) इसमें, युग्मक का निर्माण नहीं होता है। (iii) इसमें युग्मक का निर्माण होता है।
(iv) इसमें पौधों के जड़, तना, बल्ब, प्रकंद तथा पत्तियाँ इत्यादि भाग लेते हैं। (iv) इसमें जननांग का विकास पुष्प पर होता है।
(v) इसमें आनुवांशिक भिन्नता नहीं होती है। जैसे – आलू, प्याज, शकरकंद । (v) इसमें आनुवंशिक भिन्नता अवश्य होती है। जैसे- सभी पुष्पीय पौधे ।
दीर्घ उत्तरीय प्रश्न
19. लिंग- निर्धारण से आप क्या समझते हैं ? लिंग सहलग्न वंशागति को उदाहरण सहित समझाएँ ।
उत्तर – जीवन के प्रारंभिक विकास के दौरान लिंग का स्थापित होना लिंग निर्धारण कहा जाता है। प्रायः प्रत्येक जीवों प्रजातियों में दो प्रकारको लिंग होते हैं जिसे नर तथा मादा कहा जाता है। नर के द्वारा नर युग्मक XY तथा मादा के द्वारा मादा युग्मक XX का निर्माण होता है लैंगिक जनन के समय नर तथा मादा युग्मक संयोजित होकर युग्मनज में बदल जाते हैं। अतः नर का ‘Y’ युग्मक मादा युग्मक से संयोजित होता है तो ‘XY’ का युग्मनज का निर्माण होता है और नर के लिए उत्तरदायी होता है। उसी मादा तथा नर का ‘X’ युग्मक संयोजित होता है तो ‘XX’ युग्मनज बनता है अर्थात मादा लिंग निर्धारित होता है।
लिंग सहलग्न वंशागति : जब आनवांशिक लक्षणों का संचरण लिंग गुणसूत्र द्वारा पीढ़ी दर पीढ़ी होता है तो उसे लिंग सहलग्न वंशागति कहा जाता है।
वर्णांधता (Colour blindness) तथा हिमोफिीलिया (Haemophilia) इसका प्रमुख उदाहरण है। वर्णांधता के रोगाणु जीन माता के X गुणसूत्र पर स्थित रहता है जिससे पुरुषों में यह रोग आसानी से उत्पन्न हो जाता है। जबकि महिलाओं में उत्पन्न होने के लिए दोनों नर तथा मादा गुणसूत्र पर इसके रोगाणु का होना अनिवार्य है।
20. निम्नांकित प्रश्नों के उत्तर दें –
(a) नाइट्रोजन स्थिरीकरण में सूक्ष्मजीवों की भूमिका के बारे में बताएँ ।
(b) आनुवंशिक कूट की विशेषताएँ या गुणधर्मों के बारे में लिखें।
उत्तर – (a) वायुमंडलीय नाइट्रोजन को खींचकर उसे नाइट्रेट तथा नाइट्राइट में बदलकर मृदा की उर्वरकता बढ़ाने की क्रिया नाइट्रोजन स्थिरीकरण कहलाती है। यह क्रिया सुक्ष्मजीवों के सहयोग से संपन्न कराया जाता है जीवाणु स्वतंत्र जीवी व सहजीवी दोनों प्रकार के होते हैं। स्थिरीकृत नाइट्रोजन का एक भाग दूसरे को तुरंत उपलब्ध हो जाता है जबकि शेष भाग को मृत्यु के पश्चात उसे उपलबध हो जाता है।
(b) आनंवंशिक कटु की निम्न विशेषताएँ होते हैं. —
(1) आनुवांशिक कटु हमेशा ट्रिप्लेट होता है।
(2) यह कामाविहीन होता है अर्थात दो कोडॉन के बीच कामा का चिह्न नहीं होता है।
(3) कोडोन डिजनेरेटिव होताह कोडॉन की संख्या 64 होते हैं जो 20 प्रकार के अमीनों अम्ल को कोड करता है, अतः एक अमीनो अम्ल के लिए एक से अधिक कोडॉन होते हैं अतिरिक्त कॉडोन को डिबनरेट कोडॉन कहा जाता है।
(4) यह नन अम्बीगस कोड होता है। जेनेटिक कोड सर्वव्यापी (Universal) होता है। अर्थात् सभी जीवों में एक प्रकार का जेनेटिक कोड होता है।
21. निम्नलिखित में अंतर स्पष्ट करें।
(a) जीन चिकित्सा तथा आण्विक निदान   (b) अण्डजनन तथा शुक्राणुजनन ।
उत्तर – (a) जीन चिकित्सा तथा आण्विक निदान में अंतर –
जीन चिकित्सा आण्विक निदान
(i) विकृत जीन को हटाकर स्वस्थ जीन को जोड़ा जाता है। (i) इसमें जीन का उपयोग करके रोगों को पहचान किया जाता है।
(ii) इसमें कोशाओं में स्थानांतरित सामान्य जीन निष्क्रिय जीन की क्षतिपूर्ति करते हैं। (ii) इसमें रिकम्बीनेंट डी०एन०ए० तकनीक PCR तथा ELISA Test के लिए उपयोगी है।
(iii) इसमें जीन को लीम्फोसाइट कोशा से जोड़कर शरीर के विभिन्न भागों में पहुँचाया जाता है। (iii) इसमें केवल रोग का पहचान किया जाता है।
(iv) इसके द्वारा असाध्य रोगों का निदान किया जाता है। जैसे – ADA (iv) इसके द्वारा असाध्य रोगों के जीन का पहचान होता है। जैसे – AIDS
(b) अण्डजनन तथा शुक्राणुजनन में अंतर –
अंडजनन शुक्राणुजनन
(i) यह केवल महिलाओं में उत्पन्न होता है। (i) यह केवल पुरुषों में उत्पन्न होता है।
(ii) अंडाशय में अंडाणु बनने की अंडजनन कहलाती है। (ii) वृषण के शुक्रजनन नलिकाओं में शुक्राणु बनने की क्रिया शुक्रजनन कहलाती है।
(iii) यह क्रिया महीने में एक बार होता है। (iii) यह हमेशा होता है।
(iv) इसके द्वारा एक अंडाणु का निर्माण होता है। (iv) इसमें अनेकों शुक्राणु बनते हैं।
22. निम्नांकित में से किन्हीं दो का वर्णन करें।
(a) जीवद्रव्य संवर्धन  (b) आनुवंशिकतः रूपांतरित जीव  (c) मासिक चक्र

उत्तर – (a) जीवद्रव्य संवर्धन: इसे दैहिक संकरण (Somatic Hybridization) भी कहा जाता है। इसमें दो दैहिक कोशा जो आनुवांशिक रूप से भिन्न हो, उनके जीवद्रव को संलयन कराकर संकर कोशा का निर्माण की प्रकार है।

इसमें दो पौधों के कोशा को अलग करा लिया जाता है। सेलुलोज इंजाइम की मदद से कोशाभित्ति को नष्ट करके जीवद्रव को प्राप्त कर लिया जाता है दोनों तरह के जीवद्रव को परखनली में संलयन कराकर एक नया पौधा तैयार करा लिया जाता है।
(b) आनुवांशिकता रूपांतरित जीव : इसे परजीवी जीव भी कहा जाता है। जब मनोनुकुल जीन को दूसरे जीव के डी०एन०ए० में जोड़कर एक नये जीव का विकास आनुवांशिकतः रूपांतरित जीव कहलाता है।
जब यह क्रिया जन्तुओं में करायी जाती है तो पारजीवी जंतु कहा जाता है। इसमें रिकंबिनेंट DNA तकनीक द्वारा किसी जन्तु के जीन में बाहरी जीन का स्थानांतरण कराया जाता है इसमें अधिकांशतः चूहा के नस्ल को तैयार कराया जाता है।
आनुवांशिकतः रूपांतरित जीवों का प्रयोग प्रोटीनयुक्त दूध उत्पादन करने वाले गायों को विकसित कराया गया है।
रोगों और जीन के उपचार के अध्ययन में इसका उपयोग किया जाता है टीका सुरक्षा परीक्षण में इसका उपयोग किया जाता है।
आनुवांशिकतः रूपांतरित पौधों के रूप में बी०टी० कपास, जो कीट प्रतिरोधी प्रजाति तैयार किया जाता है।
(c) मासिक चक्र : यह एक प्रकार का मादा जनन चक्र है जो कि केवल महिलाओं में उत्पन्न होता है यह महीने के 28-29 दिनों में पूर्ण होता है अतः इसे मासिक धर्म या आर्तवचक्र कहा जाता है। यह स्त्रियों में अंडाणु बनने का संकेत है। मासिक चक्र के 14वें दिन अंडोत्सर्ग की क्रिया होती है।
यह चक्र 12 से 15 वर्ष की आयु में प्रारंभ होता है प्रथम मासिक धर्म को रजोदर्शन कहा जाता है। यह 45 से 50 वर्ष में समाप्त हो जाता है जिसे रजोनिवृत्ति कहा जाता है।
इसमें 29वें दिन योनि मार्ग से रुधिर, गर्भशय की भीतरी दीवार, एंडोमेट्रीयम से अलग हुई कोशिकाएँ एवं म्यूकस के साथ मासिक स्राव के रूप में शरीर से बाहर आते हैं पुनः 28 दिनों में गर्भाशय भित्ति की मरम्मत होती है एवं अंडोत्सर्ग की क्रिया संपन्न होती है।
मासिक चक्र मनुष्य के अंडाशय से संबंधित होता है अतः अंडाशयी चक्र भी कहा जाता है ।
23. निम्नांकित को केवल नामांकित चित्र द्वारा दर्शाएँ –
(a) जीवाणुभोजी की नामांकित संरचना |
(b) 8 – केन्द्रक आवृत्तबीजी भ्रूणकोष का नामांकित चित्र।
(c) ब्लास्टोसिस्ट का निर्माण चित्र। 
उत्तर – (a) जीवाणुभोजी की संरचना-
(b) 8- केन्द्रक आवृत्तबीजी भ्रूणकोष का नामांकित चित्र –
(c) ब्लास्टोसिस्ट का निर्माण चित्र –
24. निम्नांकित को परिभाषित करें –
(a) क्रमिक विकास    (b) रिकैपीचुलेशन सिद्धांत   (c) आनुवंशिक विचलन   (d) विनिमय    (e) एग्रोबैक्टीरियम 

उत्तर – (a) क्रमिक विकास : प्रकृति की वैसी घटना जिसमें एक रूप या स्थिति से दूसरी स्थिति में एक क्रमिक परिवर्तन लाता हो तो उसे क्रमिक विकास कहा जाता है।

(b) रिकैपीफलेशन सिद्धांत : विकास के दौरान प्रत्येक व्यक्ति अपने पूर्वजों का उद्विकासीय
अवस्था को दोहराता है इसे रिकैपीचुलेशन सिद्धांत कहा जाता है।
(c) आनुवांशिक विचलन (Genetic drift) : छोटी आबादियों में बिना किसी चयन के युग्मविकल्पी एलील में से कई लक्षण विलुप्त होते हैं तथा इसके स्थान पर दूसरे या नए युग्मविकल्पीय एलील स्थापित होते हैं तो वह आनुवांशिक विचलन कहलाती है।
(d) विनिमय (Crossing over ) : दो समजात गुणसूत्र की आंतरिक भुजाएँ एक दमसरे को क्रॉस करके आनुवांशिक पदार्थों का विनिमय करते हैं। तो वह क्रिया विनिमय कहलाती है।
(e) एग्रोबैक्टीरियम : जब जीवाणु उच्च पौधे के जड़ों में स्थित गाँठ में निवास करते हैं तो एग्रोबैक्टीरियम कहलाता है।
2021 (A) 
जीव विज्ञान (Biology)
खण्ड-अ (वस्तुनिष्ठ प्रश्न)
प्रश्न- संख्या 1 से 70 तक के प्रत्येक प्रश्न के साथ चार विकल्प दिये गये हैं, जिनमें से एक सही है। अपनी द्वारा चुने गये सही विकल्प को चिन्हित करें।
1. आरएनए के पाइलिमिडिन में  पाया जाता है
(A) साइटोसिन एवं थायमिन
(B) एडेनीन एवं गुआनीन
(C) साइटोसिन एवं यूरेसिल
(D) थायमीन एवं यूरेसिल
उत्तर – (C) साइटोसिन एवं यूरेसिल
2. ट्रीपल एंटीजेन टीका का उपयोग किसके लिए नहीं होता है ?
(A) डिफ्थेरिया
(B) पयूसिस
(C) टायफायड
(D) टेटनस
उत्तर – (C) टायफायड
3. निम्न में से कौन ग्रीनहाउस गैस नहीं है ?
(A) मिथेन
(B) क्लोरोफ्लोरोकार्बन
(C) कार्बन डाइऑक्साइड
(D) नाइट्रोजन
उत्तर – (D) नाइट्रोजन
4. कान्हा राष्ट्रीय उद्यान प्रसिद्ध है
(A) चिड़ियों के लिए
(B) बाघों के लिए
(C) गैंडा के लिए
(D) घड़ियाल के लिए
उत्तर – (B) बाघों के लिए
5. निम्न में कौन आहार श्रृंखला का क्रम सही है ?
(A) घास, गेहूँ और आम
(B) बकरी, गाय और घास
(C) घास, बकरी और शेर
(D) घास, मछली और बकरी
उत्तर – (C) घास, बकरी और शेर
6. न्यूक्लियोसाइड है
(A) शुगर + एक नाइट्रोजन युक्त बेस
(B) शुगर + फॉस्फेट
(C) नाइट्रोजनयुक्त बेस + फॉस्फेट
(D) इनमें से कोई नहीं
उत्तर – (B) शुगर + फॉस्फेट
7. गैमीट निर्माण को कहते हैं
(A) गैमीटोजेनेसिस
(B) सायटोकायनेसिस
(C) स्पोरोजेनेसिस
(D) इनमें से कोई नहीं
उत्तर – (A) गैमीटोजेनेसिस
8. रेस्ट्रीक्शन एंजाईम है 
(A) एक्सोन्यूक्लिएज
(B) एन्डोन्यूक्लिएज
(C) लायगेज
(D) पॉलीगेरेज
उत्तर – (B) एन्डोन्यूक्लिएज
9. राष्ट्रीय उद्यान में सुरक्षा प्रदान की जाती है 
(A) फ्लोरा की
(B) फाउना की
(C) पारिस्थितिकी तंत्र की
(D) ‘A’ और ‘B’ दोनों की
उत्तर – (D) ‘A’ और ‘B’ दोनों की
10. द्वितीयक उत्पादक किससे संबंधित है?
(A) उत्पादक
(B) शाकाहारी
(C) मांसाहारी
(D) इनमें से कोई नहीं
उत्तर – (B) शाकाहारी
11. पाश्चुराइजेशन में गर्म करते हैं।
(A) केवल दूध को
(B) किसी भी तरल को 100°C के ऊपर
(C) किसी भी तरल को 70°C पर
(D) इनमें से कोई नहीं
उत्तर – (A) केवल दूध को
12. परागभित्ति होती है
(A) एक-स्तरीय
(B) द्विस्तरीय
(C) त्रिस्तरीय
(D) बहुस्तरीय
उत्तर – (B) द्विस्तरीय
13. T-लिम्फोसाईट उत्पन्न होता है
(A) अस्थि मज्जा से
(B) पेट से
(C) थाईमस से
(D) यकृत से
उत्तर – (A) अस्थि मज्जा से
14. EcoRI इंजाइम का स्रोत है
(A) Bam H1
(B) E.coli
(C) ‘A’ और ‘B’ दोनों
(D) Hind III
उत्तर – (B) E.coli
15. किस फल में बीजचोल खाया जाता है ?
(A) जायफल
(B) लीची
(C) शरीफा
(D) इनमें से सभी
उत्तर – (B) लीची
16. SO2 प्रदूषण का सूचक है 
(A) शैवाल
(B) लाइकेन
(C) कवक
(D) इनमें से सभी
उत्तर – (B) लाइकेन
17. शहद का निर्माण कौन करती है ?
(A) नर मधुमक्खी
(B) रानी मधुमक्खी
(C) कार्यकर्त्ता मधुमक्खी
(D) ‘A’ और ‘B’ दोनों
उत्तर – (C) कार्यकर्त्ता मधुमक्खी
18. निम्नांकित में कौन-सी बीमारी मुर्गियों में होती है ? 
(A) हैजा
(B) स्मट
(C) ‘A’ और ‘B’ दोनों
(D) रानीखेत
उत्तर – (D) रानीखेत
19. इडली एवं डोसा का आटा किस सूक्ष्मजीव के प्रयोग से बनाया जाता है ?
(A) जीवाणु
(B) लैक्टोबैसिलस
(C) विषाणु
(D) यीस्ट
उत्तर – (D) यीस्ट
20. एगारोज किससे प्राप्त किया जाता है ?
(A) मक्का
(B) समुद्री घास
(C) साईकस
(D) इनमें से कोई नहीं
उत्तर – (B) समुद्री घास
21. ओपरेन मॉडल किसने प्रस्तावित किया था ?
(A) वाटसन तथा क्रीक
(B) निरेनबर्ग
(C) जैकॉब तथा मोनाड
(D) इनमें से कोई नहीं
उत्तर – (C) जैकॉब तथा मोनाड
22. निम्न में से कौन विषाणु से होने वाली बीमारी नहीं है?
(A) मम्प्स
(B) इंफ्लुएंजा
(C) डिफ्थेरिया
(D) मिजिल्स
उत्तर – (C) डिफ्थेरिया
23. निम्नलिखित में कौन पशुपालन में सम्मिलित नहीं है ?
(A) मधुमक्खी पालन
(B) कुक्कुट पालन
(C) मत्स्यकी
(D) कार्बनिक खेती
उत्तर – (D) कार्बनिक खेती
24. निम्नलिखित में किसका संबंध माइक्रोबॉयोलोजी से नही हैं?
(A) लुईस पाश्चम
(B) जे॰डी॰ वाटसन
(C) स्टेफेन हेल्स
(D) राबर्ट कॉख
उत्तर – (B) जे॰डी॰ वाटसन
25. एन्टीकोडॉन्स किसमें पाया जाता है? 
(A) एम-आरएनए में
(B) टी-आरएनए में
(C) आर-आरएनए
(D) इनमें से कोई नहीं
उत्तर – (B) टी-आरएनए में
26. मेंडल ने प्रतिपादित किया
(A) सहलग्नता का नियम
(B) आनुवंशिकता का नियम
(C) ‘A’ और ‘B’ दोनों
(D) इनमें से कोई नहीं
उत्तर – (B) आनुवंशिकता का नियम
27. पृथक्करण के सिद्धांत को और क्या कहते हैं ?
(A) प्रभाविता का नियम
(B) स्वतंत्र अपव्यूहन का नियम
(C) युग्मकों की शुद्धता का नियम
(D) इनमें से कोई नही
उत्तर – (B) स्वतंत्र अपव्यूहन का नियम
28. नयी प्रजातियों के निर्माण का महत्वपूर्ण कारक है
(A) प्रतियोगिता
(B) उत्परिवर्तन
(C) विलगन
(D) निरंतर विविधता
उत्तर – (B) उत्परिवर्तन
29. ऋतुस्राव चक्र किसमें होता है?
(A) मनुष्य में
(B) बंदर में
(C) चिंपैंजी में
(D) इन सभी में
उत्तर – (D) इन सभी में
30. द्विखंडन किस में पाया जाता है ?
(A) अमीबा में
(B) पारामीशियम में
(C) ‘A’ और ‘B’ दोनों में
(D) इनमें से कोई नहीं
उत्तर – (C) ‘A’ और ‘B’ दोनों में
31. डीएनए अणु में साइटोसीन 18% है तो एडिनिन का प्रतिशत क्या होगा?
(A) 64
(B) 36
(C) 85
(D) 32
उत्तर – (D) 32
32. विडाल परीक्षण किसकी पुष्टि के लिए किया जाता है ?
(A) मलेरिया
(B) टायफायड
(C) एड्स
(D) कैंसर
उत्तर – (B) टायफायड
33. HIV निम्न में किस कोशिका पर आक्रमण करता है ?
(A) B-कोशिका
(B) T-कोशिका
(C) इपीथिलियल कोशिका
(D) T-हेल्पर कोशिका
उत्तर – (D) T-हेल्पर कोशिका
34. ऐसे पदार्थ जिनके प्रति प्रतिरक्षा अनुक्रिया होती है, उन्हें कहते हैं
(A) एलर्जन
(B) टीका
(C) एण्टीबॉडी
(D) एन्टीजन
उत्तर – (D) एन्टीजन
35. एलर्जी के कारण निकलने वाले रसायन हैं
(A) हिस्टामिन
(B) सिरोटोनिन
(C) ‘A’ और ‘B’ दोनों में
(D) इनमें से कोई नहीं
उत्तर – (C) ‘A’ और ‘B’ दोनों में
36. बायोगैस में होता है
(A) CO2
(B) H2
(C) CH2
(D) इनमें से सभी
उत्तर – (D) इनमें से सभी
37. क्रॉसिंग-ओवर किस अवस्था में होता है?
(A) लेप्टोटीन
(B) सायटोकायनेसिस
(C) पैकीटीन
(D) डायकाईनेसिस
उत्तर – (C) पैकीटीन
38. पी०सी०आर० से किसकी जाँच होती है?
(A) HIV का
(B) क्षय रोग का
(C) हैजा का
(D) कैंसर का
उत्तर – (D) कैंसर का
39. प्रत्येक जीवित पादप कोशिका से पूर्ण पौधा बन जाता है। इस गुण को कहते हैं
(A) क्लोनिंग
(B) सोमाक्लोनल
(C) टोटीपोटेन्सी
(D) इनमें से सभी
उत्तर – (D) इनमें से सभी
40. आवृतबीजी पौधों के भ्रूणपोष में गुणसूत्रों की सूत्रगुणता क्या है ?
(A) n
(B) 2n
(C) 3n
(D) ‘A’ और ‘C’ दोनों
उत्तर – (C) 3n
41. जब संतति की उत्पत्ति एकल जनक द्वारा होती है, तब यह कहा जाता है
(A) लैंगिक जनन
(B) अलैंगिक जनन
(C) ‘A’ और ‘B’ दोनों
(D) आंतरिक निषेचन
उत्तर – (B) अलैंगिक जनन
42. मानव युग्मकों में गुणसूत्र की कितनी संख्या होती है?
(A) 21
(B) 23
(D) 46
(C) 44
उत्तर – (B) 23
43. एकिडना है
(A) योजक कड़ी
(B) अवशेषी अंग
(C) विलुप्त कड़ी
(D) इनमें से कोई नहीं
उत्तर – (A) योजक कड़ी
44. डोडो है
(A) विलुप्त प्रजाति
(B) संकटग्रस्त प्रजाति
(C) आपत्तिग्रस्त प्रजाति
(D) इनमें से कोई नहीं
उत्तर – (A) विलुप्त प्रजाति
45. निम्न में से कौन द्विगुणित संरचना है ?
(A) अण्डाणु
(B) भ्रूणपोष
(C) युग्मनज
(D) इनमें से सभी
उत्तर – (C) युग्मनज
46. निम्न में से कौन पौध जलोद्भिद है?
(A) सिंघाड़ा
(B) नागफनी
(C) शीशम
(D) एकेसिया
उत्तर – (A) सिंघाड़ा
47. सर्टोली कोशिकाएँ पायी जाती है
(A) वृषण में
(B) गर्भाशय में
(C) अंडाशय में
(D) यकृत में
उत्तर – (A) वृषण में
48. मनुष्य (पुरुष) में गुणसूत्रों की संख्या है
(A) 44 + XX
(B) 44 + XY
(C) 46 + XY
(D) 46 + XX
उत्तर – (B) 44 + XY
49. गेंडा अभयारण्य किस राज्य में अवस्थित है ?
(A) असम
(B) पश्चिम बंगाल
(C) उत्तर प्रदेश
(D) बिहार
उत्तर – (A) असम
50. ओपरन मॉडल क्या प्रदर्शित करता है?
(A) जीन का संश्लेषण
(B) जीन का एक्सप्रेशन
(C) जीन का रेगुलेशन
(D) जीन का फंक्शन
उत्तर – (C) जीन का रेगुलेशन
51. निम्न में से किसका पुष्पासन खाया जाता है ?
(A) शरीफा
(B) सेव
(C) नारंगी
(D) इनमें से कोई नहीं
उत्तर – (B) सेव
52. डीएनए निम्न में से किसका आनुवंशिक पदार्थ है ?
(A) टीएमबी
(B) बैक्टेरियोफाज
(C) (A) और (B) दोनों
(D) इनमें से कोई नहीं
उत्तर – (B) बैक्टेरियोफाज
53. पारिस्थितिक तंत्र की आहार श्रृंखला में ऊर्जा का प्रवाह होता है
(A) एकदिशीय
(B) द्विदिशीय
(C) बहुदिशीय
(D) इनमें से कोई नहीं
उत्तर – (A) एकदिशीय
54. निम्न में से कौन एक जैविक खाद नहीं है ?
(A) अजोटोबैक्टर
(B) बैसिलस थुरिन्जिएंसिस
(C) अजोला
(D) क्लॉस्ट्रीडियम
उत्तर – (B) बैसिलस थुरिन्जिएंसिस
55. क्षय रोग का संक्रमण मुख्यतः किसके द्वारा होता है ?
(A) जल
(B) हवा
(C) कीट
(D) सम्पर्क
उत्तर – (A) जल
56. जैव रिएक्टर अनुकुलतम परिस्थिति में क्या निर्माण करता है?
(A) उत्पाद
(B) जीव
(C) माध्यम
(D) इनमें से सभी
उत्तर – (A) उत्पाद
57. निम्न में से कौन नर युग्मक से संयोजन कर भ्रूणपोष बनाता है ?
(A) निषत्कांड
(B) एंटीपोडल्स
(C) सहायक कोशिका
(D) द्वितीय केन्द्रक
उत्तर – (D) द्वितीय केन्द्रक
58. एक जीन जोड़ा, दूसरे जीन जोड़ा के प्रभाव को दबा देता है। इस घटना को क्या कहते हैं?
(A) एपिस्टैसिस
(B) प्रभाविता
(C) उत्परिवर्तन
(D) इनमें से कोई नहीं
उत्तर – (B) प्रभाविता
59. ट्रांफर आरएनए में पाये जाने वाली तीन क्षारकों का क्रम जो संदेशवाहक आरएनए कोडॉन से बँधता है, उसे क्या कहते हैं?
(A) त्रिक
(B) नन-सेन्स कोडोन
(C) एन्टी-कोडोन
(D) समापन कोडोन
उत्तर – (C) एन्टी-कोडोन
60. बुचरैरिया बैंक्रोफ्टी जो आदमी में फाइलेरिया रोग पैदा करता है, का समूह क्या है ?
(A) प्रोटोजोआ
(B) जीवाणु
(C) विषाणु
(D) हेलमिन्थ
उत्तर – (D) हेलमिन्थ
61. अधिक अल्कोहल लेने से शरीर का कौन-सा अंग सबसे ज्यादा प्रभावित होता है ?
(A) फेफड़ा
(B) यकृत
(C) स्प्लीन
(D) आमाशय
उत्तर – (B) यकृत
62. मेंडल के नियम का एक अपवाद है
(A) प्रभाविता
(B) युग्मक की शुद्धता
(C) सहलग्नता
(D) स्वतंत्र अपव्यूहन
उत्तर – (C) सहलग्नता
63. निम्न में से कौन यौन संचारित रोग है ?
(A) टायफायड
(B) हैजा
(C) मलेरिया
(D) सिफलिस
उत्तर – (D) सिफलिस
64. निम्न में से कौन कीटभक्षी पौधे हैं ?
(A) ड्रॉसेरा
(B) नेपेन्थीस
(C) ‘A’ और ‘B’ दोनों
(D) हाइड्रिला
उत्तर – (C) ‘A’ और ‘B’ दोनों
65. निम्न में से कौन उभयलिंगी प्राणी है ?
(A) मुर्गी
(B) साँप
(C) ‘A’ और ‘B’ दोनों
(D) केंचुआ
उत्तर – (D) केंचुआ
66. क्लोरेला निम्न में से क्या है ?
(A) शैवाल
(B) जीवाणु
(C) प्राटोजोआ
(D) एकल कोशिका प्रोटीन
उत्तर – (A) शैवाल
67. ‘क्राई- जीन’ बॉलकृति से किस फसल को बचाता है ?
(A) कपास
(B) चाय
(C) आम
(D) गेहूँ
उत्तर – (A) कपास
68. निम्न में से डीएनए में कौन-से प्यूरिन बेस है ?
(A) एडेनीन और साइटोसीन
(B) साइटोसीन और थायमिन
(C) एडेनीन और गुआनीन
(D) इनमें से कोई नहीं
उत्तर – (C) एडेनीन और गुआनीन
69. कैंसर किस कारक से होता है ?
(A) जीवाणु द्वारा
(B) ऑन्कोजीन द्वारा
(C) ‘A’ और ‘B’ दोनों
(D) इनमें से कोई नहीं
उत्तर – (B) ऑन्कोजीन द्वारा
70. सूक्ष्म प्रजनन में क्या संभव है ?
(A) अलैंगिक प्रजनन
(B) लैंगिक प्रजनन
(C) ‘A’ और ‘B’ दोनों
(D) इनमें से कोई नहीं
उत्तर – (A) अलैंगिक प्रजनन
खण्ड-ब (गैर-वस्तुनिष्ठ प्रश्न)
लघु उत्तरीय प्रश्न
1. DNA प्रतिकृति के लिए आवश्यक किन्हीं दो एंजाईम के नाम लिखें तथा प्रत्येक के किसी एक विशिष्ट कार्य का वर्णन करें।
उत्तर – DNA द्विगुणन में भाग लेने वाले प्रमुख इंजाइम –
(i) DNA पॉलिमरेज – इसका कार्य DNA टेम्पलेट पर DNA के नए सूत्र का संश्लेषण करना होता है।
(ii) DNA लाइगेज – इसका कार्य DNA खण्डों को आपस में जोड़कर एक पूर्ण सूत्र बनाना होता है।
2. सूक्ष्मप्रवर्धन क्या है? इस विधि द्वारा पादपों के उत्पादन के मुख्य लाभ क्या हैं?
उत्तर – उत्तक संवर्धन द्वारा हजारों की संख्या में पादपों को उत्पन्न करने की विधि सूक्ष्म प्रवर्धन कहलाती है। इसके द्वारा-टमाटर, केला, सेव आदि का बड़े पैमाने पर उत्पादन कराया जाता है। इनमें प्रत्येक पादप आनुवांशिक रूप से मूलपादप के समान होते हैं।
3. एक प्रारूपिक प्रतिपिंड (प्रतिरक्षी) का स्वच्छ नामांकित चित्र बनाएँ ।

उत्तर – एक प्रारूपिक प्रतिरक्षी (प्रतिपिंड) का स्वच्छ नामांकित चित्र –

4. जैव-विविधता हॉटस्पॉट क्या है? भारत में पाए जाने वाले ऐसे दो हॉटस्पॉट के नाम एवं उनकी विशेषता लिखें।
उत्तर – जातीय समृद्धि क्षेत्र को हॉट स्पॉट कहा जाता है। पश्चिमी घाट और श्रीलंका, इंडोवर्मा एवं हिमालय प्रमुख हॉट स्पॉट है। जोकि इन क्षेत्रों में अवासित जातियों की संख्या अत्याधिक है।
5. परखनली शिशु किसे कहते हैं?
उत्तर – इस विधि में शुक्राणु व अण्डाणु के बीच निषेचन की क्रिया शरीर के अंदर जैसी परिस्थितियों में ही शरीर से बाहर टेस्ट ट्यूब में (किसी पात्र) की जाती है। इसलिए इसे टेस्ट ट्यूब विधि के नाम से ज्यादा के जाना जाता है। इसमें पत्नी/दाता स्त्री के अण्डाणु व पति/दाता पुरुष के शुक्राणु प्रयोगशाला में लाकर निषेचन कराया जाता है जिससे युग्मनज का निर्माण होता है। इस युग्मनज को पत्नी के गर्भाशय में स्थानान्तरित कर दिया जाता है।
6. मरुस्थलीय पौधों के पारिस्थितिक अनुकुलन का वर्णन करें।
उत्तर – अनुकूलन जीवों का ऐसा विशेष गुण है जो संरचना और कार्यिकी की विशेषताओं के द्वारा उन्हें वातावरण विशेष में रहने की क्षमता प्रदान करता है। पर्यावरण विशेष के अनुसार अनुकूलन जीवों के लिए अत्यंत महत्त्वपूर्ण है, क्योंकि यह उन्हें उनके विशेष वास-स्थान में सफलतापूर्वक जीवन की विभिन्न क्रियाओं का संपादन करने देता है। जैसे, ऊँट अपनी संरचना के कारण एक गाय की अपेक्षा मरूभूमि में जीवन-यापन के लिए ज्यादा अच्छी तरह अनुकूलित है। कैक्टस एक गुलाब के पौधे की अपेक्षा शुष्क वातावरण में रहने के लिए अनुकूलित है, तो जलकुंभी गुलाब के पौधे की अपेक्षा जल में रहने के लिए अनुकूलित हैं।
7. अमिबियासिस क्या है? इसके कारक का नाम बताएँ एवं इस रोग के लक्षणों का वर्णन करें।
उत्तर – अमीबीय पेचिश एंटअमीबा हिस्टोलिटिका नामक प्रोटोजोआ द्वारा होता है। यह मनुष्य के आँत के निचले हिस्से श्लेष्मिका अधः श्लेष्मिका तथा पेशीय स्तर में रहते हैं। इस अवस्था को ट्रोफोज्वायट अवस्था कहते हैं।
लक्षण (Symptoms):
(i) इनके सतत द्विविभाजन के फलस्वरूप यकृत के ऊतकों के क्षय के कारण इन अंगों में फोड़े बन जाते हैं।
(ii) पेट का दर्द और मल के साथ रुधिरयुक्त म्यूकस आना पेचिश का विशेष लक्षण है।
8. एजर्ली क्या है? इसके लक्षणों का संक्षेप में वर्णन करें।
उत्तर – कभी-कभी हमारी त्वचा में विभिन्न प्रकार की प्रतिक्रियाएँ होती रहती हैं, जैसे पूरे शरीर की त्वचा का लाल हो जाना, बार-बार छींक होना, आँखों में पानी आना, त्वचा पर चकत्ता हो जाना आदि। कोई विशेष प्रकार का भोजन, धूलकण या किसी पौधे के पराग कण आदि इसके कारण हैं। इन सभी को हम असंक्राम्य प्रतिक्रिय कहते हैं एवं प्रत्येक प्रतिक्रिया एक ऐलर्जी का उदाहरण है। ऐलर्जी में ऊतक फूलकर लाल रंग का हो जाता है खुजलाना शुरू हो जाता है। एंटीबॉडी (IgE) के भारी शृंखला में मौजूद स्थिर भाग में उपस्थित ग्राही, ऊतक के मास्ट कोशिका के ग्राही से बंधन बनाता है। इससे कुछ नहीं होता है। जब विशेष एंटीजेनिक डिटरमिनेंट एंटीबॉडी के एंटीजेन-बंधन स्थान से बंधन बनाता है तब मास्ट कोशिका कोशिका द्रव्य वर्णक (granule) के साथ हिस्टामिन स्रावित करता है। यह हिस्टामिन ऊतक के लाल होना, फूलना एवं नोचने (खुजलाने) के कारण है।
9. रक्त के कार्यों को लिखें।
उत्तर – रक्त के निम्न कार्य हैं – (i) पचे हुए भोजन का परिवहन । (ii) इंजाइम हार्मोन का परिवहन । (iii) प्रोटीन तथा कार्बोहाइड्रेट का परिवहन । (iv) टूटे-फूटे कोशाओं को मरम्मत करना । (v) रोग प्रतिरोधी ! क्षमता प्रदान करना।
10. ग्लोबल वार्मिंग क्या है? इसके प्रभावों का वर्णन करें।
उत्तर – मानवीय औद्योगिक गतिविधियों के कारण ग्रीन हाउस गैसों की मात्रा वायुमंडल में बढ़ती जा रही है जिसके कारण पृथ्वी का ताप धीरे-धीरे बढ़ रहा है यही घटना ग्लोबल वार्मिंग कहलाती है।
प्रभाव : (i) वायुमंडलीय ताप में वृद्धि । (ii) हिमनद का पिघलना। (iii) समुद्री जलस्तर में बढ़ोत्तरी। (iv) बड़े एवं सुन्दर शहरों का समुद्र में डुबने की संभावना। (v) अनावृष्टि तथा अतिवृष्टि ।
नियंत्रण के उपाय : (i) वृक्षों के कटाव पर रोक लगाकर। (ii) वृक्षारोपण कार्यक्रम को अपनाकर ।
11. जी०एम०ओ० पर प्रकाश डालें ।
उत्तर – वह जीव जिसमें बाहरी जीन प्रत्यारोपित किया जाता है उसे ट्रांसजेनिक या आनुवंशिकतः संशोधित जीव (genetically modified organism, GMO) कहा जाता है। उदाहरण के लिए, इंसुलिन जीन को जीवाणु Escherichia coli में स्थानांतरित किया गया है और जैव प्रौद्योगिकी विधि से इंसुलिन का बड़े पैमाने पर उत्पादन शुरू किया गया है।
12. मानव अंडाशय के अनुप्रस्थ काट का स्वच्छ एवं नामांकित चित्र
उत्तर – मानव मादा के अंडाशय के अनुप्रस्थ काट (T.S.) का नामांकित चित्र –
13. संक्षेप में ट्रॉन्सक्रिप्शन का वर्णन करें।
उत्तर – DNA से आनुवंशिक सूचनाओं का mRNA में स्थानांतरण को ट्रांसक्रिप्शन कहते हैं। ट्रांसक्रिप्शन क्रिया DNA द्विगुणन से मिलती-जुलती है। RNA पॉलिमेरेज एंजाइम द्वारा यह क्रिया संपन्न होती है। DNA के प्रौमीटर (promoter) हिस्से में इस एंजाइम के बँधने के बाद यह क्रिया प्रारंभ होती है। इसे तीन मुख्य चरणों में बाँटा जा सकता है – (1) प्रोमोटरों से बंधन एवं RNA श्रृंखला का प्रारंभन (2) RNA पौलिन्यूक्लियोटाइड चेन में वृद्धि (3) ट्रांसक्रिप्शन का समापन।
14. बायोपाईरेसी (जैविक चोरी) का संक्षिप्त विवरण प्रस्तुत करें।
उत्तर – “किसी राष्ट्र या उससे संबंधित लोगों से बिना व्यवस्थित अनुमोदन व क्षतिपूरक भुगतान के जैव संसाधनों का उपयोग बायोपाइरेसी कहलाता है।” बायोपाइरेसी का एक उदाहरण है सदाबहार। इस पौधे से विनक्रिस्टिन और विनब्लास्टिन जैसे अल्केल्वायड प्राप्त किए गए जिनका उपयोग कैंसर के इलाज के लिए किया जाता है। विनक्रिस्टिन का एली लिली कंपनी ने पेटेंट प्राप्त कर उसका व्यवसायीकरण किया, परंतु सदाबहार पौधा जो मेडागास्कर देश का निवासी है उस देश को कोई राशि प्राप्त नहीं हुई।
15. मेंडल की सफलता के कारणों को लिखें।
उत्तर – मेंडल के प्रयोगों की सफलता के निम्नलिखित कारण हैं –
(i) मटर के पौधे का चयन – वनस्पति जगत में पाए जानेवाले लाखों पौधों में मेंडल ने केवल मटर के ही पौधे को अपने प्रयोगों के लिए इसलिए चुना, क्योंकि मटर के पौधों में अनेक प्रकार के विपरीत गुण होते हैं।
(ii) कार्य प्रणाली— मेंडल ने अपने अध्ययन के लिए एक समय में सिर्फ एक ही गुण को लिया। इसके साथ-साथ उन्होंने अवांछित परागकणों से संभावित पर-परागण को रोका। संयोग से उनके द्वारा चयनित गुण अलग-अलग क्रोमोसोम पर अवस्थित थे जिससे उनके परिणामों में व्यवधान नहीं पैदा हुए।
16. युग्मन और प्रतिकर्षण को परिभाषित करें।
उत्तर – युग्मन : जब शुद्ध नीले व लम्बे परागकण वालों फूलों का संकरण लाल तथा गोल परागकण वालों फूलों से कराया जाता है उसे युग्मन कहते हैं।
प्रतिकर्षण : दो प्रभावी युग्मविकल्पी जीन दो विभिन्न समजात गुणसूत्र पर मिलते हैं ऐसे विषमयुग्मनजी को Transheterozygote कहते हैं। इस अवस्था को प्रतिकर्षण कहते हैं।
17. ऐल्कोहॉल के दुष्परिणामों का वर्णन करें।
उत्तर – अल्कोहल के दुष्परिणाम निम्नलिखित है –
(i) इसकी प्रयोग से व्यक्ति का सामाजिक जीवन प्रभावित होता है।
(ii) इसकी प्रयोग से व्यक्ति पर शारीरिक, मानसिक व्यवहारगत प्रभाव पड़ते हैं।
(iii) इसकी अत्यधिक मात्रा के सेवन से मृत्यु हो सकती है।
18. अन्तर्जात प्रतिरक्षा पर प्रकाश डालें।
उत्तर – यह शरीर के अंदर बाहरी कारकों को प्रवेश करने नहीं देता है। यह निम्नांकित चार प्रकार के रोधिकाओं द्वारा बना होता है।
(i) शरीरक्रियात्मक रोधिका– शरीर क्रियात्मक रोधिका के अंतर्गत हैं- – शरीर का स्रवण, ताप, pH एवं रोगजनक सूक्ष्मजीवों की वृद्धि। इसका उदाहरण है आमाशय में उपस्थित सूक्ष्मजीवाणुओं का आमाशयिक अम्लीयता से नष्ट हो जाना। ईटरफेरोन जैसा ग्लाइकोप्रोटीन वाइरस द्वारा संक्रमित कोशिकाओं से निकलकर निकटवर्ती कोशिकाओं को वाइरस द्वारा संक्रमित होने नहीं देता है।
(ii) शारीरिक रोधिका– शारीरिक रोधिका बाहरी कारकों को शरीर के अंदर नहीं जाने देता है, जैसे त्वचा तथा म्यूकस झिल्ली आदि ।
(iii) फैगोसाइटिक रोधिका– फैगोसाइट बड़ी, अनियमिताकार कोशिका है जो वाइरस, माइक्रोब आदि को निगल जाती है। मनोसाइट परिवर्तित होकर मैक्रोफेगस का निर्माण करता है। न्यूट्रोफिल भी फैगोसाइट जैसा कार्य करता है।
(iv) ज्वलनशील रोधिका- कभी-कभी कुछ संक्रमण या किसी कारणवश ऊतकों में कुछ आघात लगने से त्वचा फूल जाती है, लाल हो जाती है, दर्द करता है एवं ताप उच्च हो जाता है। यह एक ही स्थान में होगा एवं इसे ज्वलनशील अनुक्रिया कहते हैं। यह एक विशेष प्रकार के रसायन हिस्टामिन के लिए होता है। यह हिस्टामिन मास्ट कोशिका द्वारा स्रावित होता है। अनेक फैगोसाइटिक कोशिकाएँ भी उस स्थान में आ जाती हैं एवं ये सभी सूक्ष्मजीवों को नष्ट कर देते हैं।
19. अन्तः प्रजनन क्या है ?
उत्तर – जब एक ही नस्ल के पशुओं के बीच प्रजनन होता है, तब इस प्रकार के प्रजनन को अंतःप्रजनन कहते हैं। इस प्रकार के प्रजनन में एक ही नस्ल के पशुओं के बीच 4-6 पीढ़ियों तक संगम कराया जाता इसके लिए निम्नांकित कार्यनीति अपनाई जाती है।
(a) एक ही नस्ल से उत्तम किस्म के नर तथा मादा का चयन ।
(b) नर तथा मादा का संगम।
(c) संतति का मूल्यांकन तथा श्रेष्ठ नर तथा मादा का चयन ।
(d) चयनित नर तथा मादा का संगम
20. क्लाईनफेल्टर सिण्ड्रोम पर प्रकाश डालें।
उत्तर – यह ट्राइसोमी का एक उदाहरण है, लेकिन इसमें लिंग-क्रोमोसोम X की एक अतिरिक्त प्रतिलिपि के मौजूद रहने के चलते मानव कोशिका में 47 क्रोमोसोम (44 + XXY) हो जाता है। यह संलक्षण पुरुषों में पाया जाता है जो देखने में सामान्य लगते हैं, लेकिन इनमें मादा लक्षण परिलक्षित होते हैं, जैसे स्त्री की भाँति वक्ष की वृद्धि। ऐसे पुरुष प्रायः बाँझ होते हैं, क्योंकि इनमें शुक्राणु बहुत कम बन पाते हैं।
दीर्घ उत्तरीय प्रश्न
21. ऊतक संवर्धन पर एक निबंध लिखें।
उत्तर – किसी निश्चित संवर्धन माध्यम में जब पौधे के किसी भाग के ऊतक के संवर्धन से नए पौधे उत्पन्न जाते हैं, तब उसे ऊतक संवर्धन कहते हैं।
ऊतक संवर्धन के प्रकार : ऊतक संवर्धन निम्न प्रकार का होता है –
(i) कैलस संवर्धन (Callus Culture) : इसमें किसी भी पादप अंग का संवर्धन करते हैं।
(ii) भ्रूण का संवर्धन (Embryo Culture) : पृथक्ककृत भ्रूण का संवर्धन ।
(iii) ऊतक या कोशिका निलम्बन संवर्धन (Tissue or Cell Suspension Culture) : कोशिकाओं या ऊतकों से तैयार संवर्धन |
(iv) अंग संवर्धन (Organ Culture) : पृथक्कृत अंगों; जैसे— मूलाग्र प्ररोह अंगों, पुष्पों आदि का संवर्धन |
(v) जीवद्रव्य संवर्धन (Protoplast Culture) : पृथक्कृत जीवद्रव्यों का संवर्धन ।
(vi) परागकण संवर्धन (Pollen Culture): पृथक्कृत परागकणों के संवर्धन से अगुणित भ्रूण बनाये जाते हैं।
उत्तक संवर्धन के लाभ: इस तकनीक द्वारा किसी एक पौधे से अनेक पौधे संक्रमण मुक्त परिस्थितियों में उत्पन्न किये जाते हैं।
22. पुष्पीय पौधों में निषेचन की क्रिया का वर्णन करें।
उत्तर – निषेचन में क्रमवार क्रियाएँ निम्नवत हैं –
(1) परागकणों का वर्तिकाग्र पर अंकुरण (Germination of pollen grains on stigma) – वर्तिकाग्र पर गिरने के बाद परागकणों द्वारा पानी शोषित किया जाता है जिससे परागकण फूल जाते हैं। इनके अंतश्चोल पराग नलिका के रूप में जनन छिद्र से बाहर निकलती है। पराग नलिका को सर्वप्रथम इटैलियन वैज्ञानिक एमिसी ने पोरचुलाका ओलीरेशिया में देखा था। सामान्यतया एक परागकण से केवल एक पराग नलिका निकलती है। इस प्रकार की पराग नलिका को एकनलिकीय कहते हैं। कभी-कभी एक परागकण से एक से ज्यादा पराग नलिकाएँ निकलती हैं। इसे बहुनलिकीय कहते हैं। इस प्रकार की अवस्था मालवेसी कुल में पाई जाती हैं। पराग नलिका में एक कायिक केंद्रक तथा दो नरयुग्मक होते हैं। पराग नलिका वर्तिकाग्र से वर्तिका (style) में आती है तथा वहाँ से बीजांडद्वार में प्रवेश कर जाती हैं।
(2) पराग नलिका का बीजांड में प्रवेश (Entry of pollen tube into ovule) – पराग नलिका भ्रूणकोष में तीन प्रकार से प्रवेश कर सकती है
(a) बीजांडद्वार द्वारा (Through micropyle ) – इस प्रकार में पराग नलिका बीजांडद्वार – (micropyle) से प्रवेश करती है। इसे पोरोगैमी (porogamy) कहते हैं। अधिकांश आवृतबीजी पौधों में पराग नलिका बीजांडद्वार से ही प्रवेश करती है।
(b) चैलाजा द्वारा (Through chalaza) — इसमें पराग नलिका चैलाजा (chalaza) से होती हुई प्रवेश करती है। इस प्रकार को चैलेजोगैमी (chalazogamy) कहते हैं। यह प्रकार कुजुएराइना (Casuarina) या बड़ा झाऊ में पाया जाता है।
(c)  बीजांडवृंत या अध्यावरण द्वारा (Through funicle or integument) नलिका बीजांड में बीजांडवृंत द्वारा या अध्यावरण से होती हुई प्रवेश करती है। इसे मीजोगैमी कहते हैं। यह कद्दू या कुकुरबिटा, पिस्टेसिया (Pistacia) में पाया जाता है।
23. रिकम्बिनेन्ट डीएनए तकनीक का संक्षिप्त वर्णन करें।
उत्तर – दो भिन्न DNA के टुकड़ों को संयोजित करके एक नया DNA बनता है उसे रिकम्बिनेन्ट DNA कहते हैं तथा इस तरह का DNA बनाने के लिए जो विधि उपयुक्त होती है उसे रिकॉम्बिनेन्ट DNA टेकनॉलॉजी कहते हैं।
24. समुचित उदाहरणों के साथ तीन पारिस्थितिक पिरामिडों का वर्णन करें।
उत्तर – पारिस्थितिक पिरामिड निम्नलिखित तीन प्रकार के होते हैं –
(1) जीव संख्या का पिरामिड : इसका प्रत्येक स्तर जीवधारी की संख्या को प्रदर्शित करता है। जीव संख्या के पिरामिड में उत्पादकों तथा उपभोक्ताओं के सम्बन्धों को ध्यान में रखते हुए किसी प्रति इकाई क्षेत्र में विभिन्न पोषी स्तरों का अध्ययन किया जाता है। यदि प्राथमिक उत्पादकों का आकार उपभोक्ताओं की तुलना में बहुत छोटा होता है तो सीधा पिरामिड बनता है।
(2) जीवभार का पिरामिड : ये तुलनात्मक दृष्टि से अधिक मौलिक हैं क्योंकि ज्यामितीय कारक की जगह खड़ी फसलों का मात्रात्मक सम्बन्ध भी प्रदर्शित करते हैं। इस प्रकार के पिरामिड्स में जीवभार के आधार पर विभिन्न पोषी स्तरों के अन्तर्सम्बन्धों को प्रदर्शित किया जाता है।
(3) ऊर्जा का पिरामिड : प्रत्येक खाद्य श्रृंखला में सभी उत्पादक अपने द्वारा संश्लेषित ऊर्जा का कुछ भाग अपने शरीर में भोजन के रूप में संचित करते हैं। ये संचित पदार्थ उपभोक्ताओं द्वारा प्रयोग में लाये जाते हैं। इन भोज्य पदार्थों का लगभग 90% भाग जन्तुओं के श्वसन में प्रयुक्त हो जाता है तथा शेष 10% भोजन का भाग उनके शरीर निर्माण में प्रयुक्त होता है जो कि अगले स्तर के उपभोक्ताओं को प्राप्त होता है। प्रत्येक स्तर पर संचित ऊर्जा का सम्बन्ध एक ऊर्जा का पिरामिड प्रदर्शित करता है। चूँकि प्रत्येक उपभोक्ता स्तर पर ऊर्जा की कमी होती है। अतः ऊर्जा का सदैव सीधा पिरामिड बनता है।
25. जनसंख्या नियंत्रण हेतु गर्भ निरोधन की विभिन्न विधियों की विवेचना करें।
उत्तर – जनसंख्या नियंत्रण हेतु गर्भनिरोधन की विभिन्न विधियाँ हैं –
(a) प्राकृतिक विधियाँ :
(i) ये विधियाँ अंडाणु एवं शुक्राणु के संगम को सेकने के सिद्धांतों पर कार्य करती हैं। इनमें से एक उपाय ‘आवधिक संयम’ है जिसमें एक दंपति माहवारी चक्र के 10वें से 17वें दिन के > बीच की अवधि के दौरान मैथुन कार्य से बचते हैं जिसे अंडोत्सर्जन की अपेक्षित अवधि मानते हैं। इसे निषेचन अवधि भी कहा जाता है।
(ii) बाह्यस्लखन या अतरित मैथुन: इस विधि में पुरुष साथी संभोग के दौरान ‘वीर्य स्खलन’ से पूर्व स्त्री की योनि से अपना लिंग बाहर निकालकर वीर्यसेचन से बचते हैं।
(iii) स्तनपान अनार्त्तव: प्रसव के बाद स्त्री द्वारा जब तक स्तनपान होता है तब तक आर्तवचक्र शुरू नहीं होता है यह विधि सिर्फ चार से छह माह तक के लिए कार्यरत है।
(b) रोधविधि (Barrier-Method) : इस विधि में अंडाणु तथा शुक्राणु को निषेचन कार्य से अलग रखने की विधि है। यह पुरुष एवं स्त्री दोनों के लिए उपलब्ध है इसे सामान्यत: कंडोम (निरोध) कहा जाता है। इसके प्रयोग से पुरुष के लिंग या स्त्री के योनि एवं गर्भाशय ग्रीवा को संभोग से ठीक पहले ढक दिया जाता है जिससे स्खलित शुक्राणु स्त्री के जनन मार्ग में प्रवेश नहीं कर सके। कंडोम का मशहूर ब्रांड नाम-निरोध है।
भारत में दूसरी प्रभावी और लोकप्रिय विधि अंतः गर्भाशय युक्ति (Intra Uterine Devices or IUD’S) हैं आजकल विभिन्न प्रकार के IUD’S है जिसमें लिप्पेस लूप) कॉपर-T कॉपर-7, मल्टी लोड 375 कॉपर-टी तथा हार्मोन विमोचक शामिल है। महिलाओं के द्वारा खाया जाने वाला एक अन्य गर्भनिरोधक प्रोजेस्टोजन है जिसे मौखिक रूप से लिया जाता है।
(c) शल्य क्रिया विधि (Surgical Method): इसे सामान्यतः बंध्याकरण कहा जाता है यह भी दो प्रकार का होता है –
(i) शुक्रवाहक विच्छेक : इसे पुरुष बंध्याकरण कहा जाता है इसे पुरुष जननतंत्र के शुक्रवाही को काटकर अलग करके बाँध दिया जाता है।
(ii) नलिका उच्छेदन: इसे महिला नसबंधी या बंध्याकरण कहा जाता है इसे महिला जननतंत्र के फलोपियन नलिका को काटकर अलग करके बाँध दिया जाता है जिससे अंडाणु का स्थानांतरण रूक जाता है।
उपरोक्त सभी विधि या जनसंख्या विस्फोट को रोकने में सहायक होते हैं लेकिन पूर्णत: जनसंख्या विस्फोट रोकने में असमर्थ है।
26. मत्स्य पालन क्या है? भोजन की गुणवत्ता सुधार में इसकी भूमिका बताएँ।
उत्तर – “मत्स्यकी एक प्रकार का उद्योग है जिसका सीधा संबंध मत्स्यपालन, उनका प्रसंकरण तथा उनकी बिक्री से है। इस उद्योग में अन्य जलीय जीवों को भी सम्मिलित किया गया है।” कृषि में ‘हरित क्रांति’ की सफलता के बाद ‘नील क्रांति’ (blue revolution) मत्स्य उद्योग को बढ़ावा देकर किया जा रहा है।
मछलियाँ अलवणीय जल या मृदुजल (fresh water) तथा लवणीय जल या कठोर जल (hard water) दोनों प्रकार के जल में पाई जाती हैं। अलवणीय या मीठे जल में पाई जानेवाली मछलियों में रोहू (Labeo), कतला (Catla), सिंगी, टेंगरा, माँगुर, सुहिया, गरई आदि प्रमुख हैं।
भारतवर्ष की जनसंख्या का एक बहुत बड़ा भाग मछली को आहार के रूप में प्रयोग करता है। मछलियों के यकृत से प्राप्त तेल, शाक या कॉड लीवर ऑयल का औषधिक महत्त्व है।
2022 (A) 
जीव विज्ञान (Biology)
खण्ड-अ (वस्तुनिष्ठ प्रश्न)
प्रश्न- संख्या 1 से 70 तक के प्रत्येक प्रश्न के साथ चार विकल्प दिये गये हैं, जिनमें से एक सही है। अपनी द्वारा चुने गये सही विकल्प को चिन्हित करें।
1. एजोला सहजीवी संबंध बनाता है 
(A) एजोस्पाइरीलम के साथ
(B) एनाबेना के साथ
(C) राइजोबियम के साथ
(D) नॉस्टॉक के साथ
उत्तर – (B) एनाबेना के साथ
2. टैपेटल कोशिका दर्शाती है
(A) समसूत्री कोशिका विभाजन
(B) अर्द्धसूत्री कोशिका विभाजन
(C) एंडोमाइटोसिस कोशिका विभाजन
(D) एंडोमाइटोसिस तथा बहुगुणिता
उत्तर – (D) एंडोमाइटोसिस तथा बहुगुणिता
3. गुरुबीजाणु मातृ कोशिका से क्या बनता है?
(A) गुरुबीजाणुधानी
(B) चलाजा
(C) गुरुबीजाणु
(D) लघुबीजाणु
उत्तर – (C) गुरुबीजाणु
4. मादा जंतु जिसमें मद चक्र होता है, है
(A) बंदर
(B) मनुष्य
(C) (A) और (B) दोनों
(D) गाय
उत्तर – (D) गाय
5. मानव शुक्राणु के ऐक्रोसोम का निर्माण होता है
(A) केन्द्रक द्वारा
(B) लाइसोसोम द्वारा
(C) गॉल्जीकाय द्वारा
(D) अंतःप्रद्रव्यी जालिका द्वारा
उत्तर – (C) गॉल्जीकाय द्वारा
6. मनुष्य में अपरा का निर्माण होता है
(A) एम्निऑन द्वारा
(B) एलेन्टॉएस द्वारा
(C) कोरिऑन द्वारा
(D) कोरिऑन तथा एलेन्टॉएस द्वारा
उत्तर – (C) कोरिऑन द्वारा
7. पुष्पीय पौधों में नर युग्मक का निर्माण किसके विभाजन से होता है ?
(A) कायिक कोशिका
(B) लघुबीजाणु
(C) जनन कोशिका
(D) लघुबीजाणु मातृ कोशिका
उत्तर – (C) जनन कोशिका
8. जब जायांग में स्त्रीकेसर एक-दूसरे से जुड़े रहते हैं, तो कहलाता है
(A) वियुक्तांडपी
(B) युक्तांडपी
(C) एकांडपी
(D) बहुअंडपी
उत्तर – (B) युक्तांडपी
9. मनुष्य में दाद की बीमारी होती है
(A) जीवाणु द्वारा
(B) कवक द्वारा
(C) विषाणु द्वारा
(D) कृमि द्वारा
उत्तर – (B) कवक द्वारा
10. एड्स विषाणु का आनुवंशिक पदार्थ है
(A) एक कुंडलिनी डीएनए
(B) एक कुंडलिनी आरएनए
(C) द्विकुंडलिनी डीएनए
(D) द्विकुडलिनी आरएनए
उत्तर – (B) एक कुंडलिनी आरएनए
11. निम्न में से कौन-सा नाइट्रोजन स्थिरीकरण करता है ?
(A) राइजोबियम
(B) स्यूडोमोनास
(C) (A) और (B) दोनों
(D) यीस्ट
उत्तर – (A) राइजोबियम
12. फ्रैंकिया है एक
(A) जैव उर्वरक
(B) प्रतिजैविक
(C) जीवाणु समुदाय
(D) (B) और (C) दोनों
उत्तर – (A) जैव उर्वरक
13. मरुस्थलीय अनुकूलन का उदाहरण है
(A) अगेव
(B) नागफनी
(C) (A) और (B) दोनों
(D) शैवालीय
उत्तर – (B) नागफनी
14. शैलक्रमक होता है
(A) जीवरहित
(B) नग्न चट्टानीय प्रदेश
(C) (A) और (B) दोनों
(D) ट्रापा
उत्तर – (C) (A) और (B) दोनों
15. मनुष्य में मात्रात्मक लक्षण का उदाहरण है 
(A) बालों का रंग
(B) त्वचा का रंग
(C) नाक का आकार
(D) आँखें का रंग
उत्तर – (C) नाक का आकार
16. एक जीन के विभिन्न रूपों को कहा जाता है
(A) पूरक जीन
(B) युग्मविकल्पी
(C) संपूरक जीन
(D) विषम युग्मनज
उत्तर – (B) युग्मविकल्पी
17. रेशम के धागे में कौन-सा प्रोटीन होता है ?
(A) फीब्रोइन
(B) अल्ब्यूमिन
(C) किरैटीन
(D) फीब्रीनोजन
उत्तर – (A) फीब्रोइन
18. लाइसीन युक्त शक्ति, रैटैन तथा प्रोटीना किसकी किस्में हैं?
(A) चावल
(B) मक्का
(C) गेहूँ
(D) कपास
उत्तर – (D) कपास
19. पेनिसिलियम उत्पादित करता है
(A) मीटोस्पोर
(B) जूस्पोर
(C) मियोस्पोर
(D) (A) और (C) दोनों
उत्तर – (D) (A) और (C) दोनों
20. निषेचन आंतरिक होता है
(A) तारा मछलियों में
(B) शार्क में
(C) हड्डीदार मछलियों में
(D) उभयचर में
उत्तर – (B) शार्क में
21. विभिन्नता का मुख्य स्रोत है
(A) समसूत्री विभाजन
(B) उत्परिवर्तन
(C) अर्द्धसूत्री विभाजन
(D) निषेचन
उत्तर – (B) उत्परिवर्तन
22. इमैस्कूलेशन किससे संबंधित है ?
(A) बड़े पैमाने पर चयन
(B) क्लोनल चयन
(C) संकरण
(D) शुद्ध रेखा
उत्तर – (B) क्लोनल चयन
23. मिमिक्रि की उपयोगिता है
(A) संरक्षण के लिए
(B) छिपने के लिए
(C) प्रीडेशन के लिए
(D) (A) और (C) दोनों
उत्तर – (A) संरक्षण के लिए
24. कवकमूल एक सहजीवी संघ है
(A) शैवाल तथा पौधों की जड़ों के बीच
(B) कवक तथा पौधों की जड़ों के बीच
(C) शैवाल तथा कवक के बीच
(D) जीवाणु तथा विषाणु के बीच
उत्तर – (A) शैवाल तथा पौधों की जड़ों के बीच
25. पारस्परिक आश्रय होता है
(A) ई. कोलाई तथा मनुष्य के बीच
(B) तितलियों तथा फूलों के बीच
(C) जूक्लोरेली तथा हाइड्रा के बीच
(D) हर्मिट क्रैब तथा समुद्री ऐनीमोन के बीच
उत्तर – (A) ई. कोलाई तथा मनुष्य के बीच
26. अम्लीय वर्षा का pH नीचे होता है
(A) 5.6 से
(B) 6 से
(C) 6.5 से
(D) 7 से
उत्तर – (A) 5.6 से
27. फोटोकेमिकल स्मॉग में होता है।
(A) SO2, PAN तथा धुआँ
(B) SO3, PAN तथा नाइट्रोजन के ऑक्साइड्स
(C) SO2, CO2 तथा हाइड्रोकार्बन
(D) O3, SO2 तथा हाइड्रोकार्बन
उत्तर – (A) SO2, PAN तथा धुआँ
28. कैपेसीटेशन एक प्राकृतिक क्रिया है, जो होती है
(A) अधिवृषण में
(B) मादा जनन मार्ग में
(C) शुक्रवाहिनी में
(D) वृषण जालिका में
उत्तर – (A) अधिवृषण में
29. निम्नलिखित में से कौन गर्भाशय के अस्तर में प्रत्यारोपित होता है ?
(A) मोरूला
(B) गेस्टुला
(C) युग्मनज
(D) ब्लास्टोसिस्ट
उत्तर – (D) ब्लास्टोसिस्ट
30. मानव भ्रूण संरक्षित रहता है
(A) एलेन्टॉएस में
(B) एम्निओटिक गुहा में
(C) फुफ्फुस गुहा में
(D) पेरीटोनियम गुहा में
उत्तर – (B) एम्निओटिक गुहा में
31. मनुष्य के विकास की आयु किसके द्वारा मापी जाती है ?
(A) पराबैंगनी विकिरण द्वारा
(B) कार्बन दिनांकन / कार्बन डेटिंग द्वारा
(C) रासायनिक अभिक्रिया द्वारा
(D) रेडियोधर्मी दिनांकन / रेडियोधर्मी डेटिंग द्वारा
उत्तर – (A) पराबैंगनी विकिरण द्वारा
32. डायनोसॉर है
(A) जीवित सरीसृप
(B) विलुप्त सरीसृप
(C) आदिम सरीसृप
(D) विलुप्त उभयचर
उत्तर – (B) विलुप्त सरीसृप
33. सीनोजोइक युग जाना जाता है
(A) स्तनधारियों तथा आधुनिक वनस्पतियों का काल
(B) उभचरों तथा लाइकोपोड्स का काल
(C) स्तनधारियों तथा सरीसृपों का काल
(D) सरीसृपों तथा अनावृतबीजीयों का काल
उत्तर – (A) स्तनधारियों तथा आधुनिक वनस्पतियों का काल
34. आरएनए से जो डीएनए बनता है, उसे कहते हैं
(A) बी- डीएनए
(B) जेड-डीएनए
(C) राइबोसोमल आरएनए
(D) सी-डीएनए
उत्तर – (D) सी-डीएनए
35. पॉलीमेरेज शृंखला अभिक्रिया के लिए आवश्यक एंजाइम है
(A) एंडोन्यूक्लिएज
(B) आरएनए पॉलीमेरेज
(C) राइबोन्यूक्लिएज
(D) टैक पॉलीमेरेज
उत्तर – (D) टैक पॉलीमेरेज
36. न्यूक्लिक अम्ल किस एंजाइम द्वारा खण्डित होता है ?
(A) पॉलीमेरेजेज
(B) न्यूकिलएजेज
(C) प्रोटीएजेज
(D) लाइगेजेज
उत्तर – (B) न्यूकिलएजेज
37. मनुष्य के हाथ, चमगादड़ के पंख तथा तथा हेल के फ्लीपर अभिव्यक्त करते हैं
(A) अवशेषी अंग
(B) असमजात अंग
(C) विकासवादी अंग
(D) समजात अंग
उत्तर – (D) समजात अंग
38. PCR तकनीक के दौरान एसएसडीएनए के प्राइमर्स के बँधने की क्रिया क्या कहलाती है?
(A) विलगन
(B) तापानुशीतन
(C) विकृतीकरण / निष्क्रियकरण
(D) बहुलकीकरण
उत्तर – (B) तापानुशीतन
39. निम्नांकित में कौन RDT का साधन नहीं है?
(A) संवाहक
(B) इन्ट्रॉन्स
(C) प्रतिबंधन एंजाइम
(D) पॉलीमेरेज एंजाइम
उत्तर – (B) इन्ट्रॉन्स
40. टैक पॉलीमेरेज एंजाइम प्राप्त होता है
(A) थर्मस अक्वाटिकस से
(B) एग्रोबैक्टेरियम ट्यूमीफोसियंस से
(C) ट्राइकोडर्मा अक्वाटिक से
(D) (A) और (C) दोनों
उत्तर – (D) (A) और (C) दोनों
41. विश्व स्वास्थ्य दिवस हर वर्ष मनाया जाता है
(A) 7 मार्च को
(B) 7 अप्रैल को
(C)7 मई को
(D) 7 जुलाई को
उत्तर – (B) 7 अप्रैल को
42. एम्निओसेन्टेसिस द्वारा विश्लेषण होता है
(A) एम्निऑन का
(B) प्रोटीन के अमीनो अम्ल का
(C) एम्निओटिक द्रव का
(D) (A) और (B) दोनों का
उत्तर – (C) एम्निओटिक द्रव का
43. कॉपर-टी का कार्य क्या है ?
(A) युग्मनज निर्माण को रोकना
(B) गर्भधारण को रोकता है
(C) निषेचन को रोकना
(D) उत्परिवर्तन को जाँच करना
उत्तर – (C) निषेचन को रोकना
44. जननांग मस्सा निम्नांकित में किसके द्वारा फैलता है ?
(A) हेपेटाइटिस-A
(B) हर्पिस विषाणु
(C) ट्राइकोमानास
(D) पैपीलोमा विषाणु
उत्तर – (D) पैपीलोमा विषाणु
45. डीएनए पुनर्योगस तकनीक उपयोग करता है
(A) क्लोनिंग संवाहक का
(B) प्रतिबंधन एंडोन्यूक्लिएज तथा डीएनए लाइगेज का
(C) जेल विद्युत कण संचलन का
(D) इनमें से सभी का
उत्तर – (B) प्रतिबंधन एंडोन्यूक्लिएज तथा डीएनए लाइगेज का
46. आनुवंशिकतः अभियांत्रिक जीवाणुओं को किसके उत्पादन के लिए संयोजित किया जाता है ?
(A) कॉस्मिड
(B) इन्सुलिन डीनएनए के छोटे
(C) एस्ट्रोजन
(D) थाइरॉक्सिन
उत्तर – (B) इन्सुलिन डीनएनए के छोटे
47. कौन-सा संवाहक डीनएनए के छोटे खंड का क्लोनिंग कर सकता है ?
(A) कॉस्मिड
(B) BAC
(C) प्लाज्मिड
(D) YAC
उत्तर – (C) प्लाज्मिड
48. निम्नांकित में से कौन सा प्रतिबंधन एंजाइम ब्लन्ट सिरा उत्पादित करता है?
(A) Sal I
(B) Eco RV
(C) Hind III
(D) Xho I
उत्तर – (B) Eco RV
49. निम्नांकित में से कौन-सा जैव विविधता के स्वस्थाने संरक्षण का तरीका नहीं है ?
(A) वानस्पतिक उद्यान
(B) सुरक्षित जैवमंडल
(C) पवित्र उपवन
(D) वन्यजीव अभ्यारण्य
उत्तर – (A) वानस्पतिक उद्यान
50. हूलॉक गिब्बन पाया जाता है
(A) गिर राष्ट्रीय उद्यान में
(B) हजारीबाग राष्ट्रीय उद्यान में
(C) कोर्बेट राष्ट्रीय उद्यान में
(D) काजीरंगा पक्षी अभ्यारण्य में
उत्तर – (D) काजीरंगा पक्षी अभ्यारण्य में
51. एंटीलॉप सेरवीकाप्रा क्या है ?
(A) सुभेद्य प्रजाति
(B) संकटग्रस्त प्रजाति
(C) विलुप्त प्रजाति
(D) गंभीर रूप से संकटग्रस्त प्रजाति
उत्तर – (B) संकटग्रस्त प्रजाति
52. ‘रेड डाटा बुक’ में सूचीबद्ध प्रजातियाँ हैं
(A) सुभेद्य
(B) आपत्तिग्रस्त
(C) संकटग्रस्त
(D) इनमें से सभी
उत्तर – (D) इनमें से सभी
53. ‘विश्व संरक्षण दिवस’ मनाया जाता है
(A) 3 दिसम्बर को
(B) 29 दिसम्बर को
(C) 26 दिसम्बर को
(D) 5 जून को
उत्तर – (D) 5 जून को
54. रक्त में प्रतिजन तथा प्रतिरक्षी की परस्पर क्रिया का अध्ययन कहलाता है
(A) सेरोलॉजी
(B) हीमैटोलॉजी
(C) क्रायोबायोलॉजी
(D) एंजीओलॉजी
उत्तर – (A) सेरोलॉजी
55. कुष्ठ रोग किसके कारण होता है ?
(A) TMV द्वारा
(B) साल्मोनेला द्वारा
(C) माइकोबैक्टेरिम द्वारा
(D) मोनोसिस्टिस द्वारा
उत्तर – (C) माइकोबैक्टेरिम द्वारा
56. निम्नांकित में से कौन-सा विषाणु जनित रोग का एक जोड़ी है?
(A) एड्स तथा सीफिलिस
(B) खसरा तथा रेबीज
(C) टेटनस तथा टाइफाएड
(D) काली खाँसी तथा क्षयरोग
उत्तर – (B) खसरा तथा रेबीज
57. पूसा शुभ्रा एक किस्म है
(A) गेहूँ का
(B)फूलगोभी का
(C) मिर्च का
(D) पत्तागोभी का
उत्तर – (B)फूलगोभी का
58. बिना निषेचन के पौधों का उत्पादन किसके द्वारा किया जाता है ?
(A) ग्राफ्टिंग
(B) प्रत्यारोपण
(C) कायिक प्रवर्धन
(D) (A) और (B) दोनों
उत्तर – (C) कायिक प्रवर्धन
59. ट्राइटीकम एसटीवम जो कि एक हेक्साप्लोएड गेहूँ है, उसमें होता है
(A) 7 गुणसूत्र
(B) 14 गुणसूत्र
(C) 30 गुणसूत्र
(D) 42 गुणसूत्र
उत्तर – (D) 42 गुणसूत्र
60. शरीर में एडीए उत्पादन का स्थल है
(A) ब्लड प्लाज्मा
(B) लिम्फोसाइट्स
(C) ऑस्टिओसाइट्स
(D) इरिथ्रोसाइट्स
उत्तर – (B) लिम्फोसाइट्स
61. α-1 एंटीट्रिप्सिन है
(A) एक एंजाइम
(B) गठिया के इजाल के लिए प्रयुक्त होता है
(C) एक एंटासिड
(D) वातस्फीति के इलाज के लिए प्रयुक्त होता है
उत्तर – (D) वातस्फीति के इलाज के लिए प्रयुक्त होता है
62. हाइब्रीडोमा किसके लिए कार्यरता है ?
(A) कायिक संकर के उत्पादन के लिए
(B) कैंसर कोशिकाओं को मारने के लिए
(C) प्रतिजैविकों के संश्लेषण के लिए
(D) मोनोक्लोनल प्रतिरक्षी के संश्लेषण के लिए
उत्तर – (D) मोनोक्लोनल प्रतिरक्षी के संश्लेषण के लिए
63. निम्नलिखित में से कौन-सा मीथेन उत्सर्जन करता है?
(A) धान का खेत
(B) पशु
(C) दीमक
(D) इनमें से सभी
उत्तर – (D) इनमें से सभी
64. कार्बन मोनोऑक्साइड एक प्रदूषक है
(A) वायु का
(B) मृदा का
(D) वायु तथा जल का
(C) जल का
उत्तर – (A) वायु का
65. निम्नांकित में से कौन जैव आवर्धन प्रदर्शित करता है ?
(A) DDT
(B) पारा
(C) (A) और (B) दोनों
(D) SO2
उत्तर – (A) DDT
66. रेडियोधर्मी प्रदूषक के सबसे प्रतिकूल प्रभाव का परिणाम है
(A) क्षय रोग
(B) पोलियो
(C) हेपेटाइटिस
(D) जीन उत्परिवर्तन
उत्तर – (D) जीन उत्परिवर्तन
67. हेरोइन है
(A) मोनो एसीटाइल मॉरफीन
(B) ट्राईएसीटाइल मॉरफीन
(C) डाईएसीटाइल मॉरफीन
(D) टेट्राएसीटाइल मॉरफीन
उत्तर – (C) डाईएसीटाइल मॉरफीन
68. डीऑक्सीराइबोज तथा राइबोज शर्करा एक ही वर्ग के हैं जिन्हें कहा जाता है
(A) ट्राइओसेस
(B) पेन्टोसेस
(C) हेक्सोसेस
(D) हेप्टोसेस
उत्तर – (B) पेन्टोसेस
69. डीएनए के न्यूक्लियोटाइड की व्यवस्था को किसके द्वारा देखा जा सकता है ?
(A) इलेक्ट्रॉन माइक्रोस्कोप द्वारा
(B) एक्स-रे क्रिस्टैलोग्राफी द्वारा
(C) प्रकाश माइक्रोस्कोप द्वारा
(D) अल्ट्रासेन्ट्रीफ्यूज द्वारा
उत्तर – (B) एक्स-रे क्रिस्टैलोग्राफी द्वारा
70. जब डीएनए के एक विलगन टुकड़े को 82°-90°C पर रखा जाता है, तब
(A) इस पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता
(B) इसका विकुण्डलन हो जाता है
(C) वह दस लाख टुकड़ों में विभाजित हो जाता है
(D) यह आरएनए में बदल जाता है
उत्तर – (D) यह आरएनए में बदल जाता है
खण्ड-ब (गैर-वस्तुनिष्ठ प्रश्न)
लघु उत्तरीय प्रश्न
1. प्राणियों में व्यावहारिक अनुकूलन पर एक टिप्पणी लिखें।

उत्तर – प्राणियों में व्यावहारिक अनुकूलन इस प्रकार हैं

(i) शीत निष्क्रियता   (iii) सामयिक सक्रियता
(ii) ग्रीष्म निष्क्रियता (iv) प्रवास आदि
2. बन्ध्याकरण से आप क्या समझते हैं? किन्हीं दो विधियों के नाम बताएँ।
उत्तर – बन्ध्याकरण : शल्य क्रिया द्वारा किसी पुरुष/महिला को प्रजनन करने के अयोग्य बना देना।
दो विधियाँ – (i) ट्यूवेक्टोमी (महिला में) (ii) वेसेक्टोमी (पुरुषों में)
3. निम्नांकित को परिभाषित करें – (a) क्लोनिंग स्थल (b) माइक्रो-इन्जेक्शन |

उत्तर – (a) क्लोनिंग स्थल – वाहक में DNA को जोड़ने के लिए रेस्ट्रिक्शन एडोन्यूक्लिएज एंजाइम एक पहचान स्थल होता है।

(b) माइक्रो-इंजेक्शन – पुर्नयोगज तकनीक में DNA को ग्लास माइक्रोइंजक्शन की सहायता से पौधे या जंतुओं के केंद्रक में प्रविष्ट कराना को माइक्रो इंजेक्शन कहते हैं।
4. द्विविखंडन तथा बहुविखंडन को उदाहरण के साथ समझाएँ ।

उत्तर – द्विविखंडन – द्विविखंडन एक प्रकार का अलैंगिक प्रजनन है जहाँ एक मूल कोशिका विभाजित होती है, जिसके परिणामस्वरूप दो समान कोशिकाएँ होती हैं, जिनमें से प्रत्येक में मूल कोशिका के आकार में बढ़ने की क्षमता होती है। उदाहरण — आर्किया, यूबैक्टेरिया, सायनोबैक्टीरिया और कुछ प्रोटोजोआ (जैसे अमीबा ) ।

बहुविखंडन – बहुविखंडन प्रजनन चक्र है जिसमें नाभिक बार-बार विभाजित होकर बड़ी संख्या में नाभिक बनाता है। प्रत्येक नाभिक थोड़ी मात्रा में कोशिका द्रव्य को अवशोषित करता है और प्रत्येक संरचना के चारों ओर एक झिल्ली बनाता है। बहु-विखंडन के लिए उत्तरदायी जीव प्लाज्मोडियम है। जितनी संतति कोशिका होती हैं उतनी संतति जीव बनते हैं। इस प्रकार के विखंडन को बहुविखंडन कहते हैं। जैसे- स्पोरोजोआ, शैवाल आदि ।
5. सहप्रभाविता तथा अपूर्ण प्रभाविता को परिभाषित करें।

उत्तर – सहप्रभाविता – किसी जीव में एलिल के जोड़े के बीच का संबंध प्रभावी/अप्रभावी जैसा ना हो बल्कि दोनों का प्रभावी F संकरो पर एक साथ पड़ता हो ।

अपूर्ण प्रभाविता – मेंडल के प्रभाविता के नियम से F1 पीढ़ी → संतति → प्रभावी लक्षण कुछ जीवों में F1 पीढ़ी की संतति दोनों जनकों से भिन्न लक्षणों वाली होती है।
6. मनुष्य में किन्हीं दो गुणसूत्रीय विकारों के नाम बताएँ।

उत्तर – गुणसूत्रीय विकार – कोशिका में गुणसूत्रों की संख्या में कमी या अधिकता के कारण।

(i) डाउनसिंड्रोम : 21वें गुणसूत्र की एक अतिरिक्त प्रतिलिपी
(ii) एडवर्ड सिंड्रोम : 18वें गुणसूत्र की एक अतिरिक्त प्रतिलिपी।
7. जीन कोश से आप क्या समझते हैं ?
उत्तर – जीन कोश – किसी समष्टि में उपस्थित समस्त जीवों (जीन पूल) के जीनों के कुल योग को जीन कोश कहते हैं।
8. अपसारी तथा अभिसारी विकास में अंतर बताएँ ।

उत्तर – अपसारी विकास – अंग → उत्पत्ति तथा संरचना में समान कार्य में भिन्न समजात अंग।

अभिसारी विकास – अंग →  उत्पत्ति, संरचना में भिन्न कार्य में समान समरूप अंग।
9. विभिन्न प्रकार के आरएनए के नाम बताएँ।

उत्तर – आर.एन.ए. के तीन प्रकार हैं –

(i) t – RNA (स्थानान्तरण RNA)
(ii) m RNA (संदेहवाहक RNA)
(iii) r – RNA ( राइबोसोमल RNA)
10. ऑपेरॉन को परिभाषित करें तथा इसके संघटक जीनों के नाम बताएँ।

उत्तर – ऑपेरोन – संरचनात्मक एवं नियंत्रण जींस का ऐसा समूह जो कि कोशिका में चयापचय एवं आनुवंशिक नियंत्रण रखता है, उसे ऑपेरोन कहते हैं।

ऑपेरोन के संघटक जीन –
(i) नियंत्रक जीन      (ii) प्रोमोटर जीन
(iii) ऑपरेटर जीन   (iv) संरचनात्मक जीन
11. कलिका तथा पत्र प्रकलिका को उपयुक्त उदाहरण सहित परिभाषित करें।

उत्तर – कलिका – एक लघुकृत, सघन विकासशील प्ररोह को कलिका कहते हैं ।

पत्र प्रकलिका– कुछ पौधों की कक्षस्थ एवं पुष्प कलिका विशेष छोटे आकार की रचना में रूपांतरित हो जाती है। उदाहरण-ब्रायोफिलम।
12. प्रतिबंधन एंजाइम क्या है ? किन्हीं दो के नाम लिखें।
उत्तर – प्रतिबंधन एंजाइम एंजाइम DNA अणु को विशिष्ट क्रम पर काटने का कार्य करते हैं। –  उदाहरण – EcoRI, Hind III
13. निम्नांकित को केवल नामांकित चित्र द्वारा दर्शायें
(a) समसूत्री कोशिका विभाजन की मेटाफेज अवस्था     (b) जीवाणु कोशिका में द्विविखंडन
उत्तर – (a) समसूत्री कोशिका विभाजन की मेटाफेज अवस्था –
14. पीड़क-प्रतिरोधी पौधा क्या है? संक्षेप में सोदाहरण लिखें।
उत्तर – पीड़क – जीव → फसली पौधों को संक्रमित कर मनुष्य को भौतिक व आर्थिक नुकसान पहुँचाते हैं।
पीड़क प्रतिरोधी पौधे – पीड़कों का कोई प्रभाव नहीं पड़ता।
उदाहरण – नीमेरोड, Bt कॉटन ।
15. खाद्य श्रृंखला से आप क्या समझते हैं ?
उत्तर – एक खाद्य श्रृंखला से पता चलता है कि प्रत्येक जीवित चीज को अपना भोजन कैसे मिलता कुछ जानवर पौधे खाते हैं और कुछ जानवर अन्य जानवर खाते हैं।
16. निम्नांकित रोगों के रोगजनक का नाम लिखें –
(a) अमीबता (b) मलेरिया (c) न्युमोनिया (d) एस्कैरिता

उत्तर – (a) अमीबता – एंटअमीबा हिस्टोलिटिका

(b) मलेरिया –  (प्रोटोजोआ जनित रोग)
(c) न्युमोनिया –डिप्लोकोकस न्यूमोनि
(d) एस्कैरिता –लुमब्रिकोइडस
17. प्रतिजैविक तथा इंटरफेरॉन में अंतर स्पष्ट करें।
उत्तर – प्रतिजैविक तथा इंटरफेरॉन में अंतर –
प्रतिजैविक इंटरफेरॉन
रसायन → सूक्ष्मजीवों द्वारा उत्पन्न, अन्य सूक्ष्मजीवों की वृद्धि को मारते हैं। ग्लायकोप्रोटीन → ये आस-पास की कोशिका को वायरस के संक्रमण से रक्षा करते हैं।
18. जीन विनिमय से आप क्या समझते हैं ?
उत्तर – समजात गुणसूत्रों के नाम सिस्टर कोमेटिड के बीच जीन का आदान-प्रदान जीन विनिमय कहलाता है।
19. पुंकेसर तथा स्त्रीकेसर को नामांकित चित्र द्वारा परिभाषित करें।
उत्तर – 
20. चार शर्करा उत्पादक पौधे के वैज्ञानिक नाम लिखें।
उत्तर – (1) गन्ना      – सैकेरम ऑफिसिनैरम

  (2) चुकंदर  – बिटा बल्गेरिस
  (3) सिट्रस   – पादप
  (4) सेब      – मैलस
दीर्घ उत्तरीय प्रश्न
21. जैव उर्वरक से आप क्या समझते हैं? जैव उर्वरक किस प्रकार से मिट्टी की उर्वरता बढ़ाते हैं ?
उत्तर – जैव उर्वरक एक प्रकार के जीव है, जो मृदा की पोषक गुणवत्ता को बढ़ाते हैं। जैव उर्वरकों का मुख्य स्रोत कवक, जीवाणु तथा सायनोबैक्टीरिया होते हैं। दूसरे जीवाणु एजोस्पाइरिलम तथा एजोबैक्टर वायुमण्डलीय नाइट्रोजन को स्थिर कर सकते हैं। नील-हरित शैवाल भी मृदा में कार्बनिक पदार्थ बढ़ा हैं, जिससे उसकी उर्वरता बढ़ जाती है।
22. पीड़क प्रबंधन क्या है? एकीकृत पीड़क प्रबंधन से आप क्या समझते हैं ?
उत्तर – पीड़क प्रबंधन – विधियों का सुसंगत ढंग से उपयोग करके पीड़कों को पीड़क प्रबंधन कहते हैं। पीड़क पंबंधन द्वारा निगरानी कार्यक्रम का उपयोग करके पीड़कों के जीवन और पारिस्थितिकी को समझने के साधन के रूप में किया जाता है तथा यह पता लगाया जा सकता है कि पीड़कों पर पर्यावरण के कौन-से प्रभाव पड़ते हैं।

एकीकृत पीड़क प्रबंधन – एक एक से अधिक नियंत्रण विधियों को गुण एवं अवगुण के आधार पर उपयोग करना एकीकृत पीड़क प्रबंधन कहलाता है। एक प्रमुख धारणा है कि एक परिदृश्य में जितनी अधिक विविधता होती है, वह उतना ही अधिक टिकाऊ होता है। एकीकृत कीट प्रबंधन विभिन्न कीट नियंत्रण युक्तियों का उपयोग करके फसलों का प्रबंधन करने के लिए एक व्यवस्थित योजना है ताकि कीटों को उस स्तर से नीचे रखा जा सके जहाँ वे पर्यावरण को कम-से-कम जोखिम के साथ आर्थिक नुकसान पहुँचा करते हैं।
23. निम्नांकित का वर्णन करें  –
(a) वॉटसन तथा क्रिक द्वारा प्रस्तावित डीएनए की संरचना
(b) मेसेल्सन तथा स्टॉल का प्रयोग
उत्तर – (a) वॉटसन तथा क्रिक द्वारा प्रस्तावित डीएनए की संरचनावाटसन एवं क्रिक ने सन् 1953 में DNA का द्विकुण्डलित संरचना प्रस्तुत किया था तथा उनके इस कार्य के लिए उन्हें सन् 1962 में नोबेल पुरस्कार मिला। DNA पॉलीन्यूक्लिओटाइट चैन की दोहरी संरचना है। जिसमें एक र्शकरा एवं एक फॉस्फेट ग्रुप होता है। नाइट्रोजक बेस 4 प्रकार के होते हैं — A, G, C, T आदि।
(b) मेसेल्सन तथा स्टॉल का प्रयोग- मेसेल्सन-स्टॉल प्रयोग एक प्रयोग है, जिसे मैथ्यु मेसेल्सन और फ्रेंकलिन स्टॉल ने 1958 में वाटसन और क्रिक की समर्थित परिकल्पना है कि डीएनए प्रतिकृति (semiconservative) अर्द्ध-रूढ़िवादी प्रतिकृति में, जब डबल स्टैंडेड डीएनए हेलिक्स से एक स्ट्रैंड और एक संश्लेषित होता है। इसे जीव विज्ञान में सुंदर प्रयोग कहा गया है। मेसेल्सन और स्टॉल ने फैसला किया कि माता-पिता डीएनए को टैग करने का सबसे अच्छा तरीका मूल डीएनए अणु में परमाणुओं में से एक को बदलना होगा। चूँकि प्रत्येक न्यूक्लियोटाइड के नाइट्रोजनस बेस में नाइट्रोजन पाया जाता है, इसलिए उन्होंने माता-पिता और नए कॉपी किए गए डीएनए के बीच अंतर करने के लिए नाइट्रोजन के एक समस्थानिक का उपयोग करने का निर्णय लिया।
24. जीवाणुभोजी का लाइटिक चक्र का वर्णन करें।
उत्तर – लाइटिक चक्र जीवाणुभोजी के दो प्रजनन चक्रों में से एक के रूप में परिभाषित करता है जिसमें झिल्ली के विनाश और संक्रमित कोशिकाओं के शेष सेलुलर संरचना शामिल है। लाइटिक चक्र मुख्य रूप से पौरुष वाहिकाओं द्वारा दिखाया गया है। लाइटिक चक्र के दौरान, जीवाणुभोजी डीएनए संक्रमित जीवाणु कोशिका के अंदर एक अलग शरीर के रूप में रहता है। इसलिए, जीवाणुभोजी डीएनए की प्रतिकृति बैक्टीरिया डीएनए प्रतिकृति के प्रभाव के बिना स्वतंत्र रूप से होती है।

प्रभाव – लाइटिक चक्र के कारण होने वाला प्रमुख प्रभाव संक्रमित कोशिका की झिल्लियाँ का स्तर होना है। सेलुलर झिल्ली का विनाश अंत में पूरे जीवाणु सेल को नष्ट कर देता है।
25. कृत्रिम पारितंत्र किसे कहते हैं? कृषि-पारितंत्र का वर्णन करें ।
उत्तर – जब मानव अपने उद्देश्य को पूरा करने के लिए पहले से ही विद्यमान पारिस्थितिकी तंत्र को संशोधित करता है या अपने स्वयं के पारिस्थितिकी तंत्र का निर्माण करता है और प्राकृतिक स्थिति की नकल करता है, उन्हें कृत्रिम पारिस्थितिकी तंत्र कहा जाता है।

कृषि पारितंत्र उस कृषिगत पारिस्थितिकी तंत्र के अध्ययन से संबंधित है, जिसमें उसके घटक एक वृहद पारिस्थितिकी तंत्र का अंग बनकर कार्य करते हैं। इस प्रकार का अध्ययन संवहनीय कृषि पारिस्थितिकी तंत्र की ओर ले जाता है।
26. निम्नांकित पर टिप्पणी लिखें –
(a) आनुवंशिकतः संशोधित फसल किस तरह से फायदेमंद हैं ?
(b) मानव वृद्धि हॉर्मोन।
उत्तर – (a) आनुवांशिक संशोधित फसल वे फसलें हैं, जिनके आनुवांशिक पदार्थ (डी.एन.ए.) में बदलाव किए जाते हैं। ऐसी फसलों की उत्पत्ति इनकी बनावट में अनुवांशिकीय रूपांतरण से की जाती है। इनका आनुवांशिक पदार्थ आनुवांशिक अभियांत्रिकों से तैयार किया जाता है। इससे फसलों के उत्पादन में बढ़ोत्तरी होती है और आवश्यक तत्त्वों की मात्रा बढ़ जाती है।

(b) मानव वृद्धि हॉर्मोन (GH) एक प्रोटीन पर आधारित पेप्टाइड हार्मोन है। यह मनुष्यों और अन्य जानवरों में वृद्धि, कोशिका प्रजनन और पुननिर्माण को प्रोत्साहित करता है। कानूनन सही होते हुए भी, एचजीएच (HGH) के इस प्रयोग में नहीं परखा गया है।
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