1. हिंदी में वचन के कितने प्रकार हैं ?
(A) एक
(B) तीन
(C) दो
(D) चार
उत्तर – (C) दो
2. ‘तीर से बाघ मार दिया गया- किस कारक का उदाहरण है ?
(A) संप्रदान
(B) अपादान
(C) संबोधन
(D) करण
उत्तर – (D) करण
3. ‘यह मेरा छोटा भाई सौरभ है’- किस सर्वनाम का उदाहरण है ?
(A) निश्चयवाचक
(B) निजवाचक
(C) सबधवाचक
(D) अनिश्चयवाचक
उत्तर – (C) सबधवाचक
4. ‘सब धन’ – कौन-सा विशेषण है ?
(A) संख्यावाचक
(B) परिणामबोधक
(C) गुणवाचक
(D) सार्वनामिक
उत्तर – (B) परिणामबोधक
5. क्रिया के कितने भेद होते हैं?
(A) तीन
(B) चार
(C) दो
(D) पाँच
उत्तर – (C) दो
6. ‘वह जाएगा’ किस काल का उदाहरण है ?
(A) वर्तमान काल का
(B) भूतकाल का
(C) संदिग्ध भूतकाल का
(D) भविष्यत काल का
उत्तर – (D) भविष्यत काल का
7. ‘पगड़ी’ शब्द क्या है ?
(A) देशज
(B) विदेशज
(C) तत्सम
(D) तद्भव
उत्तर – (C) तत्सम
8. ‘जिन शब्दों के खंड सार्थक न हों उन्हें क्या कहते हैं ?
(A) यौगिक
(B) रूढ़
(C) योगरूढ़
(D) इनमें से कोई नहीं
उत्तर – (B) रूढ़
9. ‘विनय’ शब्द में उपसर्ग क्या है ?
(A) विन
(B) इन
(C) वि
(D) इ
उत्तर – (C) वि
10. ‘वंदना’ शब्द में प्रत्यय क्या है ?
(A) ना
(B) न
(C) आ
(D) अना
उत्तर – (A) ना
11. चन्द्रधर शर्मा गुलेरी किसके अभिभावक बनकर मेयो कॉलेज अजमेर में आए ?
(A) राजा भोज के
(B) राजा हरि सिंह के
(C) खेतड़ी के नाबालिग राजा जयसिंह के
(D) राजा देवगुप्त के
उत्तर – (C) खेतड़ी के नाबालिग राजा जयसिंह के
12. ‘बातचीत’ शीर्षक निबंध के अनुसार, रस आता है ?
(A) दो हम सहेलियों की बातचीत में
(B) दो पुरुषों की बातचीत में
(C) दो बच्चों की बातचीत में
(D) दो मूर्खों की बातचीत में
उत्तर – (B) दो पुरुषों की बातचीत में
13. ‘उसने कहा था’ शीर्षक कहानी में यह किसने कहा कि ‘उदमी, उठ सिगड़ी में कोले डाला’?
(A) वजीरासिंह
(B) सूबेदार हजारासिंह
(C) सुबेदारनी
(D) बोधासिंह
उत्तर – (B) सूबेदार हजारासिंह
14. जयप्रकाश नारायण मार्क्सवादी कब बने ?
(A) 1922 ई. में
(B) 1923 ई० में
(C) 1924 ई० में
(D) 1925 ई० में
उत्तर – (C) 1924 ई० में
15. जयप्रकाश नारायण का पुकार का नाम क्या था ?
(A) बबुआ
(B) जगन
(C) नारायण
(D) बाउल
उत्तर – (D) बाउल
16. ‘अर्द्धनारीश्वर’ शीर्षक पाठ हिंदी साहित्य की कौन विधा है ?
(A) रेखाचित्र
(B) निबंध
(C) जीवनी
(D) आत्मकथा
उत्तर – (B) निबंध
17. बचपन में खेलने के लिए सच्चिदानंद हीरानंद वात्स्यायन अज्ञेय ने कौन-सा नाटक लिखा था?
(A) वज्रसभा
(B) वरदसभा
(C) इंद्रसभा
(D) जनसभा
उत्तर – (C) इंद्रसभा
18. ‘रोज’ शीर्षक कहानी में मालती मिट्टी का बर्तन गरम पानी से क्यों धो रही है?
(A) खाना रखने के लिए
(B) खाना बनाने के लिए
(C) पानी रखने के लिए
(D) दही जमाने के लिए
उत्तर – (C) पानी रखने के लिए
19. भगत सिंह का जन्म कब हुआ था ?
(A) 28 सितम्बर, 1907 ई०
(B) 22 अक्टूबर, 1904 ई०
(C) 24 सितम्बर, 1905 ई०
(D) 25 जुलाई, 1906 ई०
उत्तर – (A) 28 सितम्बर, 1907 ई०
20. ‘प्रेम की पीर’ के कवि कौन हैं?
(A) जयशंकर प्रसाद
(B) ज्ञानेंद्रपति
(C) रघुवीर सहाय
(D) जायसी
उत्तर – (D) जायसी
21. निम्न में शुद्ध शब्द कौन है ?
(A) निरिह
(B) तत्त्व
(C) पत्नी
(D) नुपुर
उत्तर – (B) तत्त्व
22. जिस संज्ञा से नाप-तौल वाली वस्तु का बोध हो, उसे क्या कहते हैं?
(A) समूहवाचक
(B) भाववाचक
(C) द्रव्यवाचक
(D) जातिवाचक
उत्तर – (C) द्रव्यवाचक
23. ‘शिक्षा’ शब्द क्या है ?
(A) पुंलिंग
(B) उभयलिंग
(C) स्त्रीलिंग
(D) इनमें से कोई नहीं
उत्तर – (C) स्त्रीलिंग
24. ‘भिक्षा’ शब्द क्या है ?
(A) तत्सम
(B) तद्भव
(C) देशज
(D) विदेशज
उत्तर – (A) तत्सम
25. ‘पाठक’ शब्द का स्त्रीलिंग रूप क्या होगा ?
(A) पाठकी
(B) पाठिका
(C) पाठाकु
(D) पाठकीन
उत्तर – (B) पाठिका
26. ‘कक्षा’ शब्द क्या है ?
(A) स्त्रीलिंग
(B) पुंलिंग
(C) उभयलिंग
(D) इनमें से कोई नहीं
उत्तर – (B) पुंलिंग
27. ‘बिल्ली छत से कूद पड़ी’ – किस कारक का उदाहरण है ?
(A) संप्रदानकारक
(B) संबंधकारक
(C) अपादानकारक
(D) करणकारक
उत्तर – (C) अपादानकारक
28. ‘देश-विदेश ‘ शब्द कौन समास है ?
(A) द्विगु
(B) बहुव्रीहि
(C) कर्मधारय
(D) द्वंद्व
उत्तर – (D) द्वंद्व
29. ‘कोसों दूर भागना’ मुहावरे का अर्थ क्या है?
(A) बहुत अलग रहना
(B) बराबर मानना
(C) विघ्न आना
(D) संतोष होना
उत्तर – (A) बहुत अलग रहना
30. ‘जो स्त्री अभिनय करे- के लिए एक शब्द क्या होगा?
(A) अभिनेत्री
(B) कवयित्री
(C) स्त्रीनेत्री
(D) अभिनीत
उत्तर – (A) अभिनेत्री
31. ‘तुमुल कोलाहल कलह में’ शीर्षक कविता किस महाकाव्य का अंश है?
(A) अष्टयाम
(B) लहर
(C) कामायनी
(D) मुकुल
उत्तर – (C) कामायनी
32. वर्ग 9 तक की पढ़ाई के बाद शिक्षा अधूरी छोड़कर कौन कवयित्री असहयोग आंदोलन में कूद पड़ी थी ?
(A) मीराबाई
(B) महादेवी वर्मा
(C) अनामिका
(D) सुभद्रा कुमारी चौहान
उत्तर – (B) महादेवी वर्मा
33. “तेज तम अंस पर कान्ह जिमि कंस पर, यौं मलेच्छ बंस पर सेर सिवराज है”- यह पंक्ति किस शीर्षक कविता की है ?
(A) कवित्त
(B) पद (तुलसीदास)
(C) छप्पय
(D) पद (सुरदास)
उत्तर – (B) पद (तुलसीदास)
34. भूषण ने किस रस की प्रमुखता दी है ?
(A) हास्य रस
(B) वीर रस
(C) रौद्र रस
(D) शृंगार रस
उत्तर – (B) वीर रस
35. गोस्वामी तुलसीदास हिंद के कैसे महाकवि है ?
(A) जातीय महाकवि
(B) स्वछन्द महाकवि
(C) अन्तर्जातीय महकवि
(D) रूढ़िवादी महाकवि
उत्तर – (D) रूढ़िवादी महाकवि
36. ‘म’ का उच्चारण स्थान क्या है ?
(A) कंठ
(B) ओष्ठ
(C) तालु
(D) दंत
उत्तर – (B) ओष्ठ
37. ‘पृथ्वीश’ शब्द का संधि विच्छेद क्या है ?
(A) पृथ्वी + श
(B) पृ + थ्वीश
(C) पृथ्वी + ईश
(D) पृथ + वीश
उत्तर – (C) पृथ्वी + ईश
38. निम्न में शुद्ध कौन है ?
(A) प्रमेश्वर
(B) परिक्षण
(C) प्रान
(D) परीक्षा
उत्तर – (D) परीक्षा
39. ‘वाराणसी’ शब्द कौन संज्ञा है ?
(A) व्यक्तिवाचक
(B) जातिवाचक
(C) भाववाचक
(D) समूहवाचक
उत्तर – (A) व्यक्तिवाचक
40. ‘नगर’ शब्द क्या है ?
(A) स्त्रीलिंग
(B) पुंलिंग
(C) उभयलिंग
(D) इनमें से कोई नहीं
उत्तर – (B) पुंलिंग
41. सूरदास किस भाषा के कवि हैं?
(A) मगही
(B) मैथिली
(C) ब्रजभाषा
(D) भोजपुरी
उत्तर – (C) ब्रजभाषा
42. ‘गीतावली’ किसकी रचना है ?
(A) सूरदास
(B) नाभादास
(C) मलिक मुहम्मद जायसी
(D) तुलसीदास
उत्तर – (D) तुलसीदास
43. नाभादास किसके समकालीन थे ?
(A) तुलसीदास
(B) विनोद कुमार शुक्ल
(C) गजानन माधव मुक्तिबोध
(D) भूषण
उत्तर – (A) तुलसीदास
44. ‘हार-जीत’ शीर्षक कविता किस प्रकार की रचना है ?
(A) गद्य कविता
(B) शोक गीत
(C) हर्ष गीत
(D) पद्य गीत
उत्तर – (A) गद्य कविता
45. मीरा ने अपना प्रियतम किसे माना है ?
(A) ब्रह्मा को
(B) कृष्ण को
(C) शिव को
(D) राम को
उत्तर – (B) कृष्ण को
46. ‘शिवा बावनी’ के कितने मुक्तकों में छत्रपति शिवाजी की वीरता का बखान किया गया है ?
(A) 50
(B) 53
(C) 52
(D) 54
उत्तर – (C) 52
47. ‘झरना’ शीर्षक काव्य संकलन किस कवि की रचना है ?
(A) सुभद्रा कुमारी चौहान
(B) विनोद कुमार शुक्ल
(C) अशोक वाजपेयी
(D) जयशंकर प्रसाद
उत्तर – (D) जयशंकर प्रसाद
48. सुभद्रा कुमारी चौहान का निधन कैसे हुआ ?
(A) कार दुर्घटना में
(B) ट्रेन दुर्घटना में
(C) बस दुर्घटना में
(D) हवाई जहाज दुर्घटना में
उत्तर – (A) कार दुर्घटना में
49. शमशेर बहादुर सिंह ने सोवियत रूस की यात्रा कब की ?
(A) 1975 ई० में
(B) 1978 ई० में
(C) 1960 ई० में
(D) 1976 ई. में
उत्तर – (B) 1978 ई० में
50. “नील नदी, अमेजन, मिसौरी में वेदना से गाती हुई बहती बहाती हुई जिंदगी की धारा एक”-यह पंक्ति किस शीर्षक कविता से है ?
(A) हार-जीत
(B) गाँव का घर
(C) जन-जन का चेहरा एक
(D) उषा
उत्तर – (B) गाँव का घर
51. ‘अधिनायक’ शीर्षक कविता किस कविता संग्रह से ली गई है?
(A) सबकुछ होना बचा रहेगा
(B) अतिरिक्त नहीं
(C) लगभग जयहिंद
(D) आत्महत्या के विरुद्ध
उत्तर – (D) आत्महत्या के विरुद्ध
52. ‘एक लेख और एक पत्र’ शीर्षक पाठ क्या है?
(A) ऐतिहासिक पत्र
(B) संस्मरण
(C) कहानी
(D) कविता
उत्तर – (C) कहानी
53. भगत सिंह के पिता का क्या नाम था ?
(A) सरदार विशुन सिंह
(B) सरदार किशन सिंह
(C) सरदार पीरत सिंह
(D) सरदार कीरत सिंह
उत्तर – (B) सरदार किशन सिंह
54. ‘ओ सदानीरा शीर्षक पाठ के अनुसार, सन् 1962 की बाढ़ का दृश्य जिन्होंने देखा है, उन्हें ‘रामचरितमानस’ में किसके क्रोध रूपी नदी की बाढ़ याद आयी होगी?
(A) लक्ष्मण के
(B) भरत के
(C) कैकेयी के
(D) राम के
उत्तर – (A) लक्ष्मण के
55. ‘ओ सदानीरा पाठ के अनुसार, गाँधीजी ने ‘आश्रम विद्यालय’ कहाँ स्थापित किया था ?
(A) पाटलिपुत्र, नालंदा में ,
(B) सासाराम, भभुआ में
(C) वैशाली, राजगीर में
(D) बड़हरवा, मधुबन और भितिहरवा में
उत्तर – (D) बड़हरवा, मधुबन और भितिहरवा में
56. मोहन राकेश किस आंदोलन के प्रमुख हस्ताक्षर थे ?
(A) नई कहानी आंदोलन के
(B) कविता आंदोलन के
(C) स्वाधीनता आंदोलन के
(D) समाज सुधार आंदोलन के
उत्तर – (A) नई कहानी आंदोलन के
57. ‘सिपाही की माँ’ शीर्षक पाठ में, हड्डियों का चलता-फिरता ढाँचा कौन है ?
(A) पलटू राम
(B) दीनू कुम्हार
(C) सियाराम मोची
(D) पंडित दीनानाथ
उत्तर – (B) दीनू कुम्हार
58. ‘आलोचना’ त्रैमासिक के प्रधान संपादक कौन थे?
(A) बालकृष्ण भट्ट
(B) चंद्रधर शर्मा गुलेरी
(C) नामवर सिंह
(D) जयप्रकाश नारायण
उत्तर – (C) नामवर सिंह
59. ‘प्रगीत और समाज’ शीर्षक पाठ के अनुसार, आचार्य रामचंद्र शुक्ल के काव्य सिद्धांत के आदर्श क्या थे? –
(A) भक्तिकाव्य
(B) सूफीकाव्य
(C) गीतिकाव्य
(D) प्रबंधकाव्य
उत्तर – (D) प्रबंधकाव्य
60. ‘जूठन’ शीर्षक आत्मकथा में स्कूल के हेडमास्टर का क्या नाम है ?
(A) कलीराम
(B) सियाराम
(C) हरिराम
(D) हरेराम
उत्तर – (A) कलीराम
61. ‘सौभाग्य’ शब्द का विलोम क्या है ?
(A) नभाग्य
(B) दुर्भाग्य
(C) सभाग्य
(D) अभाग्य
उत्तर – (B) दुर्भाग्य
62. ‘पत्नी’ शब्द का पर्यायवाची शब्द क्या है ?
(A) सेवक
(B) वारि
(C) अद्धांगिनी
(D) विबुध
उत्तर – (C) अद्धांगिनी
63. ‘हमारे जवानों को देखकर दुश्मन भाग गए- कौन वाक्य है ?
(A) मिश्र वाक्य
(B) संयुक्त वाक्य
(C) सरल वाक्य
(D) इनमें से कोई नहीं
उत्तर – (C) सरल वाक्य
64. ‘कहा जा सकता है’-कौन पदबंध है ?
(A) संज्ञा पदबंध
(B) विशेषण पदबंध
(C) सर्वनाम पदबंध
(D) क्रिया पदबंध
उत्तर – (B) विशेषण पदबंध
65. ‘चतुर्भुज’ शब्द कौन समास है ?
(A) द्विगु
(B) द्वंद्व
(C) तत्पुरुष
(D) अव्ययीभाव
उत्तर – (A) द्विगु
66. ‘विकास’ शब्द का विशेषण क्या होगा ?
(A) विकासी
(B) विकसित
(C) विकसिती
(D) विकसिन
उत्तर – (B) विकसित
67. संज्ञा, सर्वनाम और विशेषण के अंत में लगनेवाले प्रत्यय को क्या कहते हैं?
(A) तद्धित
(B) कृदंत
(C) क्रियाद्योतक कृदंत
(D) वर्तमानकालिक विशेषण
उत्तर – (C) क्रियाद्योतक कृदंत
68. ‘य, र, ल, व, ‘ – कौन व्यंजन है ?
(A) स्पर्श व्यंजन
(B) उष्म व्यंजन
(C) अंतःस्थ व्यंजन
(D) इनमें से कोई नहीं
उत्तर – (C) अंतःस्थ व्यंजन
69. हिंदी में अनुनासिक वर्गों की संख्या कितनी है ?
(A) दो
(B) तीन
(C) चार
(D) पाँच
उत्तर – (A) दो
70. ‘दिगंबर’ शब्द का संधि-विच्छेद क्या होगा ?
(A) दिक् + अंबर
(B) दिगं + बर
(C) दि + गंबर
(D) दिगंब + र
उत्तर – (A) दिक् + अंबर
71. किन्होंने प्राय: लंबी कविताएँ ही लिखी हैं ?
(A) गजानन माधव मुक्तिबोध
(B) भूषण
(C) नाभादास
(D) जायसी
उत्तर – (D) जायसी
72. ‘इबारत से गिरी मात्राएँ शीर्षक कविता संग्रह किसकी रचना है ?
(A) रघुवीर सहाय
(B) अशोक वाजपेयी
(C) ज्ञानेंद्रपति
(D) शमशेर बहादुर सिंह
उत्तर – (C) ज्ञानेंद्रपति
73. ‘गाँव का घर’ शीर्षक कविता के अनुसार, पंचायती राज में कौन खो गए ?
(A) ग्रामीण
(B) कस्बाई
(C) पंच परमेश्वर
(D) शहरी
उत्तर – (C) पंच परमेश्वर
74. ‘हार-जीत’ शीर्षक कविता में ‘मशकवाला’ क्या कर रहा है ?
(A) गाना गा रहा है ।
(B) नाच रहा है।
(C) बात कर रहा है।
(D) सड़क सींच रहा है।
उत्तर – (D) सड़क सींच रहा है।
75. सर्कस का प्रकाश – बुलौआ – शहर से कितनी दूर से आने वाला है ?
(A) दस कोस दूर
(B) चार कोस दूर
(C) पाँच कोस दूर
(D) सात कोस दूर
उत्तर – (A) दस कोस दूर
76. अशोक वाजपेयी जी ने कहाँ रहकर स्वतंत्र लेखन किया था ?
(A) बंगाल में रहकर
(B) दिल्ली में रहकर
(C) हरियाणा में रहकर
(D) बिहार में रहकर
उत्तर – (A) बंगाल में रहकर
77. ‘प्यारे नन्हें बेटे को’ शीर्षक कविता का नायक कहाँ का रहनेवाला है ?
(A) सागर, मध्य प्रदेश
(B) गोड्डा, झारखंड
(C) भिलाई, छत्तीसगढ़
(D) रायपुर, छत्तीसगढ
उत्तर – (D) रायपुर, छत्तीसगढ
78. ‘लिखने का कारण शीर्षक निबंध किस लेखक की रचना है ?
(A) ज्ञानेंद्रपति
(B) अशोक वाजपेयी
(C) जयशंकर प्रसाद
(D) रघुवीर सहाय
उत्तर – (C) जयशंकर प्रसाद
79. गजानन माधव मुक्तिबोध अपने रचनात्मक जीवन में किन दो प्रधान वैश्विक विचारधाराओं के संगर्ग में आए ?
(A) अस्तित्ववाद एवं मार्क्सवाद
(B) क्षणवाद एवं छायावाद
(C) प्रयोगवादी एवं प्रभाववादी
(D) प्रगतिवादी एवं व्यक्तिवादी
उत्तर – (A) अस्तित्ववाद एवं मार्क्सवाद
80. “नील जल में या किसी की गौर झिलमिल देह जैसे हिल रही हो”- यह पंक्ति किस शीर्षक कविता से है ?
(A) पुत्र वियोग
(B) उषा
(C) कवित्त
(D) गाँव का घर
उत्तर – (B) उषा
81. ‘मामा’ शब्द का विशेषण क्या होगा ?
(A) ममेरा
(B) ममिया
(C) ममियारी
(D) इनमें से कोई नहीं
उत्तर – (A) ममेरा
82. ‘यथाशीघ्र’ शब्द कौन समास है ?
(A) तत्पुरुष
(B) अव्ययीभाव
(C) बहुव्रीहि
(D) द्वंद्व
उत्तर – (B) अव्ययीभाव
83. रचना की दृष्टि से वाक्य के कितने प्रकार हैं ?
(A) चार
(B) दो
(C) तीन
(D) पाँच
उत्तर – (C) तीन
84. ‘हर तरह के संकटों से घिरे रहने पर भी वह निराश नहीं हुआ’-किस वाक्य का उदाहरण है?
(A) संयुक्त वाक्य
(B) प्रश्नवाचक वाक्य
(C) मिश्र वाक्य
(D) सरल वाक्य
उत्तर – (A) संयुक्त वाक्य
85. निम्न में से शुद्ध वाक्य कौन है ?
(A) यह कहना आपकी गलती है।
(B) शब्द केवल संकेतमात्र हैं।
(C) हमारे शिक्षक प्रश्न पूछते हैं ।
(D) चरखा कातना चाहिए।
उत्तर – (B) शब्द केवल संकेतमात्र हैं।
86. ‘अंतरंग’ का विलोम क्या होगा ?
(A) अल्प
(B) बहिरंग
(C) अपेक्षा
(D) अनुग्रह
उत्तर – (B) बहिरंग
87. ‘जिसके समान द्वितीय नहीं है’- के लिए एक शब्द है
(A) अजातशत्रु
(B) अनुपम
(C) अद्वितीय
(D) अद्भूत
उत्तर – (C) अद्वितीय
88. ‘अंगारों पर लोटना’ मुहावरे का अर्थ क्या है ?
(A) चाल चलना।
(B) याचना करना।
(C) धोखा देना।
(D) ईर्ष्या से व्याकुल होना।
उत्तर – (D) ईर्ष्या से व्याकुल होना।
89. ‘अश्व’ का पर्यायवाची क्या है ?
(A) तुरंग
(B) अनल
(C) आमोद
(D) अंबक
उत्तर – (A) तुरंग
90. ‘उसने उस पुस्तकालय को खरीदा, जो उसके मित्र का था’ – किस वाक्य का उदाहरण है ?
(A) सरल वाक्य
(B) मिश्र वाक्य
(C) संयुक्त वाक्य
(D) इनमें से कोई नहीं
उत्तर – (B) मिश्र वाक्य
91. ‘जख्म पर धूल’ शीर्षक कविता किसकी रचना है ?
(A) नामवर सिंह
(B) मलयज
(C) भगत सिंह
(D) उदय प्रकाश
उत्तर – (B) मलयज
92. ‘तिरिछ’ शीर्षक पाठ में लेखक के पिताजी कितने साल के हैं ?
(A) छप्पन साल के
(B) बावन साल के
(C) पचपन साल के
(D) सत्तावन साल के
उत्तर – (B) बावन साल के
93. सी० डब्ल्यू० लीडबेटर किनमें ‘विश्व शिक्षक’ का रूप देखते थे ?
(A) भगत सिंह में
(B) जयप्रकाश नारायण में
(C) उदय प्रकाश में
(D) जे. कृष्णमूर्ति में
उत्तर – (D) जे. कृष्णमूर्ति में
94. ‘शिक्षा’ शीर्षक पाठ के अनुसार, सत्य की खोज तभी संभव है, जब
(A) स्वतंत्रता हो
(B) चिंतन हो
(C) मनन हो
(D) विचार हो
उत्तर – (A) स्वतंत्रता हो
95. 1870-90 ई० के बीच गाइ-डि-मोपासाँ की कहानी की कितनी पुस्तकें प्रकाशित हुईं ?
(A) दो सौ
(B) तीन सौ
(C) एक सौ
(D) सात सौ
उत्तर – (B) तीन सौ
96. ‘कलर्क की मौत’ शीर्षक पाठ में, जनरल अंतिम प्रार्थी से बात करके कहाँ जाने मुड़ा ?
(A) शयनकक्ष में जाने के लिए
(B) रसोईघर में जाने के लिए
(C) निजी कमरे की ओर जाने के लिए
(D) स्नानघर में जाने के लिए
उत्तर – (C) निजी कमरे की ओर जाने के लिए
97. ‘पेशगी’ शीर्षक पाठ के लेखक कौन हैं?
(A) हेनरी लोपेज
(B) अंतोन चेखव
(C) गाइ-डि-मोपासाँ
(D) टोपाज्ड विलियम
उत्तर – (A) हेनरी लोपेज
98. बीसवीं सदी में प्रगीतात्मकता का दूसरा उन्मेष कैसे हुआ ?
(A) संघर्ष के साथ
(B) रोमांटिक उत्थान के साथ
(C) विद्वेष के साथ
(D) भावुकता के साथ
उत्तर – (A) संघर्ष के साथ
99. ओमप्रकाश वाल्मीकि को ‘डॉ० अंवेडकर राष्ट्रीय पुरस्कार कब प्राप्त हुआ ?
(A) 1995 ई० में
(B) 1996 ई० में
(C) 1993 ई० में
(D) 1994 ई० में
उत्तर – (C) 1993 ई० में
100. नाटक के क्षेत्र में जयशंकर प्रसाद के बाद की सबसे बड़ी प्रतिभा कौन माने जाते हैं ?
(A) चंद्रधर शर्मा गुलेरी
(B) बालकृष्ण भट्ट
(C) जयप्रकाश नारायण
(D) मोहन राकेश
उत्तर – (B) बालकृष्ण भट्ट
खण्ड-ब (विषयनिष्ठ प्रश्न)
1. निम्नलिखित में से किसी एक विषय पर निबंध लिखें –
(क) महँगाई
(ख) नशामुक्ति
(ग) पर्यावरण संरक्षण
(घ) मेरे प्रिय कवि
(ङ) वसंत ऋतु
(च) छठ पर्व
उत्तर – (क) महँगाई
कमरतोड़ महँगाई का सवाल आज के मानव की अनेकानेक समस्याओं में अहम् बन गया है। पिछले कई सालों से उपभोक्ता वस्तुओं की कीमतें आसमान छू रही हैं।
हमारा भारत एक विकासशील देश है और इस प्रकार की अर्थव्यवस्था वाले देशों में औद्योगीकरण या विभिन्न योजनाओं आदि के चलते मुद्रास्फीति तो होती ही है, किन्तु आज वस्तुओं की मूल्य सीमा में निरन्तर वृद्धि और जन-जीवन अस्त- व्यस्त होता दीख रहा है। अब तो सरकार भी जनता का विश्वास खोती जा रही है। लोग यह कहते पाए जाते हैं कि सरकार का शासन – तंत्र भ्रष्ट हो चुका है, जिसके कारण जनता बेईमानी, नौकरशाही तथा मुनाफाखोरी की चक्कियों तले पिस रही है। स्थिति विस्फोटक बन गई है।
यह महँगाई स्वतंत्रता-प्राप्ति के बाद लगातार बढ़ी है। यह भी सत्य है कि हमारी राष्ट्रीय आय बढ़ी है और लोगों की आवश्यकताएँ भी बढ़ी हैं। हम आरामतलब और नाना प्रकार के दुर्व्यसनों के आदी भी हुए हैं। जनसंख्या में भी उत्तरोत्तर वृद्धि हुई है।
हमारी सरकार द्वारा निर्धारित कोटा-परमिट की पद्धति ने दलालों के नये वर्ग को जन्म दिया है और इसी परिपाटी ने विक्रेता तथा उपभोक्ता में संचय की प्रवृत्ति उत्पन्न कर दी है। प्रशासन के अधिकारी दुकानदारों को कालाबाजारी करने देने के बदले घूस तथा उद्योगपतियों को अनियमितता की छूट देने हेतु राजनीतिक पार्टियाँ घूस तथा चन्दा वसूलती हैं।
महँगाई ने विभिन्न वर्गों के कर्मचारियों को हड़ताल – आन्दोलन करने के लिए भी बढ़ावा दिया है जिससे काम नहीं करने पर भी कर्मचारियों को वेतन देना पड़ता है, जिससे उत्पादन में गिरावट और तैयार माल की लागत में बढ़ोत्तरी होती है।
महँगाई की समस्या का अन्त सम्भव हो तो कैसे, यह विचारणीय विषय है। सरकार वस्तुओं की कीमतों पर अंकुश लगाए, भ्रष्ट व्यक्तियों हेतु दण्ड-व्यवस्था को कठोर बनाए एवं व्यापारी-वर्ग को कीमतें नहीं बढ़ाने को बाध्य करे। साथ ही, देशवासी भी मनोयोगपूर्वक राष्ट्र का उत्पादन बढ़ाने में योगदान करें और पदाधिकारी उपभोक्ता-वस्तुओं की वितरण व्यवस्था पर नियंत्रण रखें। तात्पर्य यह है कि इस कमरतोड़ महँगाई के पिशाच को जनता, पूँजीपति और सरकार के सम्मिलित प्रयास से ही नियंत्रण में किया जा सकता है l
(ख) नशामुक्ति
हमारे देश का उज्जवल भविष्य युवाओं पर टिका होता है। अगर देश की युवा पीढ़ी ही गलत रास्ते में जाने लगे तो निश्चित ही उनका भविष्य अंधकार में चला जाता है। हमारे देश का युवा वर्ग को जिन्दगी के हर पहलु को जीने की इच्छा होती है। युवा वर्ग नशे को अपनी शान समझते हैं। आजकल के हमारे युवा को और कई व्यस्क लोग भी सिगरेट या शराब का सेवन करते हुए दिखाई देते हैं। उन्हें यह समझ नहीं आता कि किसी भी प्रकार की नशा उनके लिए आगे चलकर हानिकारक और जानलेवा साबित हो सकता है। आज कल युवा वर्ग के लिए नशा एक फैशन बन गया है, यह उनके लिए अमृत के समान बन चुका है। तम्बाकू, खैनी और गुटखा से माउथ कैंसर हो जाता है। कई सार्वजनिक जगहों पर धूम्रपान करना मना होता है, मगर कुछ लोग किसी की सुनते नहीं हैं। उनको सिर्फ अपने मन की करनी होती है। यह सबस करने में उनको एक अलग ही आनंद की प्राप्ति होती है लेकिन उनको यह नहीं पता है कि यह उनके लिए कितना हानिकारक सिद्ध हो सकता है। हम सभी देश का भविष्य हैं। अगर हमें एक मजबूत राष्ट्र का निर्माण करना है, तो हमें नशे जैसी चीज को जड़ से उखाड़ फेंकना चाहिए।
(ग) पर्यावरण संरक्षण
शारीरिक पोषण, मानसिक विकास और जीवन के लिए भोजन, पानी और हवा की आवश्यकता होती है। इसलिए आवश्यक हो जाता है कि जल एवं वायु की स्वच्छता के महत्त्व को समझा जाए । आधुनिक और वैज्ञानिक उपलब्धियों के सोपानों को तीव्रता से तय करते जा रहे मानव के लिए पर्यावरण के प्रति सावधानी और संवेदनशीलता अनिवार्य हो उठी है। अगर पर्यावरण के प्रति मनुष्य के अन्दर अब भी संवेदना नहीं जगी तो वह दिन दूर नहीं, जब समग्र सृष्टि विनाश के गह्वर में जा गिरेगी।
पर्यावरण अन्य कुछ नहीं, हमारे आसपास का परिवेश है। वस्तुतः राजनीतिक और सामाजिक के साथ ही सांस्कृतिक पर्यावरण भी होते हैं और ये भी आज कम चिन्ताजनक स्थिति में नहीं हैं। पर्यावरण का यह संदर्भ आज सर्वाधिक महत्त्वपूर्ण इसलिए हो गया है कि इसके दुष्परिणाम सीधे जीवन-मृत्यु के बीच की दूरी को लगातार कम करते जा रहे हैं। पृथ्वी, जल, अग्नि, आकाश और हवा इन पाँच तत्त्वों से सृजित इस शरीर के लिए इन तत्त्वों की शुद्धता का महत्त्व कभी कम नहीं होता। इनमें संतुलन आवश्यक होता है। पेड़-पौधे, नदी, पर्वत, झरने, जीव-जन्तु, कीड़े- मकोड़े आदि सब मिलकर पर्यावरण को संतुलित रखने में सहयोग करते हैं। आधुनिक वैज्ञानिक उपलब्धियों के चमत्कारों ने प्रकृति को चुनौती के रूप में देखना आरंभ किया और उसकी घोर अवहेलना एवं उपेक्षा की जाने लगी। पेड़ों का काटना, पशु-पक्षियों का मारा जाना, नदी-नालों में कचरे गिराना, बड़े-बड़े बाँधों के निर्माण आदि के अविवेकी प्रयोगों ने सचमुच पर्यावरण को खतरे में डाल दिया है। लोग ऐसा मानने लगे हैं कि पेड़ों का अधिक होना किसी देश के पिछड़ेपन का प्रमाण है। इनकी जगह मिलों की चिमनियाँ दिखाई पंड़नी चाहिए। लेकिन, आज स्पष्ट हो चुका है कि पेड़ों को छोड़कर चिमनियों के सहारे मानवता अधिक दिनों तक नहीं टिक सकती। बाघ और सिंह जैसे हिंसक पशुओं के जीवन की भी महत्ता अब समझ में आने लगी है और उनके बध को भी दण्डनीय अपराध घोषित किया गया है। स्पष्ट हो चुका है कि बड़े-बड़े बाँधों से लाभ तो है, पर उनके प्रभाव से होने वाली हानियों की मात्रा भी अकल्पनीय है।
(घ) मेरे प्रिय कवि
बहुमुखी प्रतिभा के साहित्यकार सूर्यकांत त्रिपाठी ‘निराला’ छायावाद के अग्रणी कवि हैं। यही मेरे प्रिय कवि एवं साहित्यकार हैं। ओज, पौरुष और विद्रोह के महाकवि हैं ‘निराला’ ।
इनका जन्म बंगाल के महिषादल राज्य के मेदिनीपुर गाँव में 1897 में हुआ था। इनके पिता का नाम पंडित रामसहाय त्रिपाठी था। वह जिला उन्नाव (उत्तर प्रदेश) के निवासी थे। आजीविका के लिए वह बंगाल चले गए थे। ‘निराला’ की प्रारंभिक शिक्षा महिषादल में हुई। इन्होंने घर पर ही संस्कृत, बँगला और अँगरेजी का अध्ययन किया। भाषा और साहित्य के अतिरिक्त इनकी रुचि संगीत और दर्शनशास्त्र में भी थी। ‘गीतिका’ में इनकी संगीत – रुचि का अच्छा प्रमाण मिलता है। ‘तुम और मैं’ कविता में इनकी दार्शनिक विचारधारा अभिव्यक्त हुई है। ‘निराला’ स्वामी रामकृष्ण परमहंस तथा विवेकानंद की दार्शनिक विचारधारा से काफी प्रभावित हुए।
‘निराला’ बहुमुखी प्रतिभा के धनी थे । कविता के अतिरिक्त इन्होंने उपन्यास, कहानियाँ, निबंध, आलोचना और संस्मरण भी लिखे। इनकी महत्त्वपूर्ण काव्य-रचनाएँ हैं – ‘परिमल’, ‘गीतिका’, ‘तुलसीदास’, ‘अनामिका’, ‘कुकुरमुत्ता’, ‘बेला’, ‘अणिमा’, ‘नए पत्ते’, ‘अर्चना’, ‘अपरा’, ‘आराधना’, ‘गीतकुंज’ तथा ‘सांध्यकाकली’। ‘तुलसीदास’ खण्डकाव्य है। इनके प्रसिद्ध उपन्यास हैं — ‘अप्सरा’, ‘अलका’, ‘प्रभावती’, ‘निरूपमा’, ‘चोटी की पकड़’, ‘काले कारनामे’ और ‘चमेली’। ‘कुल्ली भाट’ और ‘बिल्लेसुर बकरिहा’ इनके प्रसिद्ध रेखाचित्र हैं। इन रेखाचित्रों में जीवन का यथार्थ खुलकर सामने आया है। ‘चतुरी चमार’ और ‘सुकुल की बीबी’ इनकी प्रसिद्ध कहानियाँ हैं। ‘प्रबंध-पद्म’, ‘प्रबंध – प्रतिमा’ एवं ‘कविताकानन’ इनके आलोचनात्मक निबंधों के संग्रह हैं। .
शृंगार, प्रेम, रहस्यवाद, राष्ट्रप्रेम और प्रकृति-वर्णन के अतिरिक्त शोषण के विरुद्ध विद्रोह और . मानव के प्रति सहानुभूति का स्वर भी इनके काव्य में पाया जाता है।
(ङ) वसंत ऋतु
ऋतुएँ तो अनेक हैं लेकिन वसंत की संज-धज निराली है। इसीलिए वह ऋतुओं का राजा, शायरों- कवियों का लाड़ला, धरती का धन है। वस्तुत: इस ऋतु में प्रकृति पूरे निखार पर होती है।
वसन्त ऋतु का प्रारंभ वंसत पंचमी से ही मान लिया गया है, लेकिन चैत और बैशाख ही वसन्त ऋतु के महीने हैं। वसन्त ऋतु का समय समशीतोष्ण जलवायु का होता है। चिल्ला जाड़ा और शरीर को झुलसाने वाली गर्मी के बीच वसन्त का समय होता है। वसन्त के आगमन के साथ ही प्रकृति अपना शृंगार करने लगती है। लताएँ मचलने लगती हैं और वृक्ष फूलों-फलों से लद जाते हैं। दक्षिण दिशा से आती मदमाती बयार बहने लगती है। आम की मँजरियों की सुगन्ध वायुमंडल को सुगन्धित कर देती है। मस्त कोयल बागों में कूकने लगती है। सरसों के पीले फूल खिल उठते हैं और उनकी भीनी-भीनी तैलाक्त गन्ध सर्वत्र छा जाती हैं। तन-मन में मस्ती भर जाती है। हिन्दी, संस्कृत तथा अंग्रेज कवियों ने वसंत का मनोरम वर्णन किया है। कालिदास, वर्ड्सवर्थ, पंत, दिनकर का वसंत-वर्णन पढ़कर किसका मन आनादित नहीं होता?
स्वास्थ्य की दृष्टि से भी वसन्त ऋतु का महत्त्व बहुत अधिक है। न अधिक जाड़ा पड़ता है, न गर्मी । गुलाबी जाड़ा, गुलाबी धूप। जो मनुष्य आहार-विहार को संयमित रखता है, उसे वर्षभर किसी प्रकार का रोग नहीं होता है। इस ऋतु में शरीर में नये खून का संचार होता है। वात और पित्त का प्रकोप भी शांत हो जाता है। इस प्रकार, इस ऋतु में स्वास्थ्य और शारीरिक सौंदर्य की भी वृद्धि होती है।
सबसे बड़ी बात तो यह होती है कि इस समय फसल खेतों से कटकर खलिहानों में आ जाती है। लोग निश्चित हो जाते हैं और यह निश्चितता उन्हें खुशी से भर देती है। लोग ढोल-झाल लेकर बैठ जाते हैं होली के गीत उनके गले से निकलकर हवा में तैरने लगते हैं- होली खेलत नन्दलाल, बिरज में… होली खेलत नन्दलाल ।
वसंत उमंग, आनन्द, काव्य, संगीत और सौंदर्य की ऋतु है। यह स्नेह और सौंदर्य का पाठ पढ़ाता है। यही कारण है कि सारी दुनिया में वसन्त की व्याकुलता से प्रतीक्षा होती है।
(च) छठ पर्व
भारत में मनाए जाने वाले सबसे बड़े पर्वों में से एक है छठ पूजा और ये विशेष रूप से दो राज्यों में मनाया जाता है। अपनी जन्मभूमि से दूर रहने वाले लोग भी जहाँ कहीं रहते हैं वहीं पर इस त्योहार को मनाते हैं। इसलिए आजकल, यह विदेशों में भी मनाते देखा जा रहा है। छठ पूजा के लिए बिहार सबसे मशहूर है। छठ पूजा के पहले दिन को नहाए खाए के नाम से जाना जाता है। दूसरा दिन है, जिसे खरना के नाम से जाना जाता है। इसी दिन लोग उपवास भी रखते हैं। छठ पूजा के तीसरे को संध्या अर्ध्य या छठ पूजा के नाम से जाना जाता है। भारत में कई त्योहार मनाए जाते हैं और उनमें से प्रत्येक की अलग . मान्यता होती है। इसी तरह, छठ पर्व भी उनमें से एक है। यह हर साल दिवाली के बाद 6वें दिन मनाई जाती है। और हमें इस अवसर पर काफी खुशी महसूस होती है।
2. निम्नलिखित में से किन्हीं दो अवतरणों की सप्रसंग व्याख्या करें –
(क) “मुझे यह सोचकर एक अजीब सी राहत मिलती है और मेरी फँसती हुई साँसें फिर से ठीक हो जाती हैं कि उस समय पिताजी को कोई दर्द महसूस नहीं होता रहा होगा।”
(ख) “हम तो केवल अपने समय की आवश्यकता की उपज हैं। “
(ग) “पूरब- पश्चिम से आते हैं
नंगे-बूचे नरकंकाल
सिंहासन पर बैठा, उनके
तमगे कौन लगाता है।”
(घ) “बहुत काली सिल जरा से लाल केसर से कि जैसे धुल गई हो । ‘
उत्तर – (क) प्रस्तुत व्याख्येय पंक्ति हमारी पाठ्य पुस्तक दिगंत भाग-2 के ‘तिरिछ’ शीर्षक कहानी से उद्धृत है। इन पंक्तियों में लेखक अपने पिताजी के विषय में वर्णन कर रहा है। उसके पिताजी शहर में जाकर विभिन्न स्थानों पर वहाँ के लोगों की हिंसक कार्रवाइयों के शिकार हो जाते हैं जिससे उनको काफी चोटें आती हैं और वे मरणासन्न हो जाते हैं। उन स्थितियों को देखकर लेखक ऐसा कहते हैं।
(ख) प्रस्तुत पंक्ति ‘एक लेख और एक पत्र शीर्षक पाठ से ली गई है। इन पंक्तियों के माध्यम से भगत सिंह कहना चाहते हैं कि हमें एक बार किसी लक्ष्य या उद्देश्य का निर्धारण करने के बाद उस पर अडिग रहना चाहिए। हमें विश्वास रखना चाहिए कि हम अपने लक्ष्य को अवश्य प्राप्त कर लेंगे।
(ग) इन पंक्तियों के माध्यम से कवि कहता है कि राष्ट्रीय त्योहार के समय सभी दिशाओं से जो जनता आ रही है, वह नंगे पाँव है, वह गरीब है और केवल नर कंकाल का रूप दिख रही है। उसकी मेहनत से कमाई गाढ़ी कमाई का बहुत बड़ा हिस्सा सिंहासन पर बैठा जनप्रतिनिधि हजम कर लेता है।
(घ) प्रस्तुत काव्यांश प्रयोगवादी कवि शमशेर बहादुर सिंह द्वारा रचित कविता ‘उषा’ से अवतरित है। प्रस्तुत काव्यांश में कवि ने भोर के वातावरण का सजीव चित्रण किया है। आकाश की लालिमा पूरी तरह अभी छट भी नहीं पायी है, सूर्योदय की लालिमा फूट पड़ना चाह रही है। आसमान के वातावरण में नमी दिखाई दे रही है और वह राख से लीपा हुआ गीला चौका-सा लग रहा है। इससे उसकी पवित्रता झलक रही है। भोर का दृश्य काले और लाल रंग के अनोखे मिश्रण से भर गया है। ऐसा लगता है कि गहरी काली सिल को केसर से अभी-अभी धो दिया गया है।
3. अपने प्रधानाचार्य के पास एक आवेदन पत्र लिखें, जिसमें अनुपस्थिति दण्ड-शुल्क माफ करने का अनुरोध हो ।
अथवा,
अपने भाई के वैवाहिक कार्यक्रम में सम्मिलित होने के लिए अपने मित्र को एक पत्र लिखें।
उत्तर –
सेवा में,
प्रधानाचार्य महोदय
विवेकानंद पब्लिक स्कूल
विषय – अनुपस्थिति दंड-शुल्क माफ कराने हेतु
महोदय,
सविनय निवेदन है कि मैं आपके विद्यालय के कक्षा 12वीं का छात्र हूँ। काफी दिनों से बीमार होने के कारण अपने कक्षा में अनुपस्थित रहा। जिस कारण से विद्यालय की नीतियों के अनुसार विद्यालय में अनुपस्थित होने पर देय शुल्क जमा करने का प्रावधान है। महोदय, मैं एक अत्यंत गरीब छात्र हूँ। इसलिए मैं अनुपस्थिति शुल्क देने में असमर्थ हूँ।
अतः श्रीमान से नम्र निवेदन है कि उपरोक्त बातों पर ध्यान देते हुए अनुपस्थिति शुल्क क्षमा करने की कृपा करें। आपकी इस कृपा के लिए मैं आपका सदा आभारी रहूँगा।
आपका आज्ञाकारी छात्र
राकेश शर्मा
अथवा,
हनुमाननगर
20 फरवरी, 2022
प्रिय मित्र
मैं स्वस्थ हूँ और आशा करता हूँ कि तुम भी स्वस्थ होगे। तुम्हें यह जानकर अत्यंत प्रसन्नता होगी कि मेरे बड़े भाई की शादी तय हो गई है। मेरे भाई का विवाह 26 मार्च 2022 को है। तुम 25 मार्च तक यहाँ अवश्य पहुँच जाना। चाचाजी एवं चाचीजी को सादर प्रणाम तथा छोटे को स्नेह
तुम्हारा अभिन्न मित्र
रोहित
4. निम्नलिखित प्रश्नों में से किन्हीं पाँच के उत्तर दें।
(i) बिशनी कौन है? इसको किसकी प्रतीक्षा है?
(ii) नारी की पराधीनता कब से आरंभ हुई ?
(iii) ‘उसने कहा था’ शीर्षक कहानी में लपटन साहब की जेब से क्या बरामद हुआ था ?
(iv) मालती के पति का परिचय दें।
(v) ‘ओ सदानीरा’ कि नदी के लिए कहा गया है ?
(vi) जायसी रचित पहले कड़बक में कलंक, काँच और कंचन से क्या तात्पर्य है ?
(vii) तुलसी अपनी बात सीधे राम से न कहकर सीता से क्यों कहलवाना चाहते हैं?
(viii) शिवाजी की तुलना भूषण ने मृगराज से क्यों की है ?
(ix) ‘तुमुल कोलहल कलह में’ शीर्षक कविता में ‘विषाद’ और ‘व्यथा’ का उल्लेख है, यह किस कारण से है?
(x) पुत्र के लिए माँ क्या-क्या करती हैं ? ‘पुत्र वियोग’ शीर्षक कविता के आधार पर उत्तर दें ।
उत्तर – (i) बिशनी मानक की माँ है। उसे मानक की चिट्ठी की प्रतीक्षा है।
(ii) जब मानव जाति ने कृषि का आविष्कार किया तो नारी घर में और पुरुष बाहर रहने लगा। यहाँ से जिंदगी दो टुकड़ों में बँट गई। घर का जीवन सीमित और बाहर का जीवन निस्सीम होता गया एवं छोटी जिंदगी बड़ी जिंदगी के अधिकाधिक अधीन होती चली गई। कृषि के विकास के साथ ही नारी की पराधीनता आरंभ हो गई ।
(iii) ‘लपटन साहब’ ने जेब से बेल के बराबर तीन गोले निकाले ।
(iv) मालती के पति का नाम महेश्वर है, जो एक पहाड़ी गाँव में सरकारी डिस्पेंसरी में डॉक्टर है।
(v) ओ सदानीरा पाठ में आए नौका विहार प्रसंग बहुत ही मनमोहक है। गंडक नदी में नौका विहार अनुभव लेखक को प्राप्त है। उनका कहना है कि गंडक नदी में नौका विहार बहुत ही मनमोहक लगता है। नौका विहार होने से गंडक नदी के बारे में जानकारी प्राप्त होती है। साथ ही गंडक नदी के किनारे की संस्कृति और जीवन प्रवाह के बारे में नौका विहार से विशेष अनुभव भी प्राप्त होता है।
(vi) अपनी कविताओं में कवि जायसी ने कलंक, काँच और कंचन आदि शब्दों का प्रयोग किया है। यहाँ भी कवि ने गुण-कर्म की विशेषता का वर्णन किया है।
(vii) तुलसी अपनी बात सीधे राम से न कहकर सीता से इसलिए कहलवाना चाहते हैं क्योंकि तुलसी ने सीताजी को माँ माना है तथा पूरे रामचरितमानस में अनेक बार माँ कहकर ही संबोधित किया है। अतः माता सीता द्वारा अपनी बात राम के समक्ष रखना ही उन्होंने श्रेयस्कर समझा।
(viii) जिस तरह मृगराज (सिंह) हाथी पर आक्रमण कर उसे मार डालता है, उसी तरह शिवाजी शत्रुसेना पर आक्रमण कर उसे (सेना को) छिन्न-भिन्न कर देते हैं। अतः, भूषण ने शिवाजी की तुलना मृगराज से की है।
(ix) ‘तुमुल कोलाहल कलह में’ शीर्षक कविता के द्वितीय पद में ‘विषाद और व्यथा’ का उल्लेख है। कवि के अनुसार संसार की वर्तमान स्थिति कोलाहलपूर्ण है। इससे मनुष्य का मन चिर निषाद में विलीन हो जाता है।
(x) पुत्र के लिए माँ निजी सुख-दुख भूल जाती है। वह इसके सवास्थ्य एवं सुरक्षा का पूरा ध्यान रखती है। बच्चे को लोरी गीत सुनाकर सुलाती है।
5. निम्नलिखित प्रश्नों में से किन्हीं तीन प्रश्नों के उत्तर दें।
(i) संघर्ष समितियों से जयप्रकाश नारायण की क्या अपेक्षाएँ हैं ?
(ii) अगर हममें वाक्शक्ति न होती, तो क्या होता? ‘बातचीत’ शीर्षक निबंध के आधार पर उत्तर दें।
(iii) ‘अर्धनारीश्वर’ शीर्षक पाठ में रवीन्द्रनाथ प्रसाद और प्रेमचंद के चिंतन से दिनकर क्यों असंतुष्ट हैं?
(iv) गजानन माधव मुक्तिबोध ने ‘जन-जन का चेहरा एक’ शीर्षक कविता में सितारे को भयानक क्यों कहा है ? सितारे का इशारा किस ओर है?
(v) ‘उषा’ शीर्षक कविता में, ‘राख से लीपा हुआ चौका’ के द्वारा कवि ने क्या कहना चाहा है ?
(vi) सूरदास रचित पठित पद के आधार पर सूर के वात्सल्य वर्णन की विशेषताएँ लिखिए।
उत्तर – (i) आंदोलन के नेतृत्व के संबंध में जयप्रकाश नारायण कहते हैं मैं सबकी सलाह लूँगा, सबकी बात सुनूँगा। छात्रा की बात जितनी भी ज्यादा होगी, जितना भी समय मेरे पास होगा, उनसे बहस करूंगा और कहते हैं कि तब तो इस नेतृत्व का कोई मतलब है, तब यह क्रांति सफल हो सकती है। और नहीं, तो आपस की बहसों में पता नहीं हम किधर विखर जाएँगे और क्या नतीजा निकलेगा।
(ii) मनुष्य को वाक्शक्ति (बोलने की क्षमता) ईश्वर से वरदान के रूप प्राप्त है। यदि मनुष्य को ईश्वर से वरदान के रूप में यह शक्ति प्राप्त नहीं हुई होती, तो वह गूँगा होता और अपने सुख-दुख के अनुभवों को अभिव्यक्त करने में सर्वथा असमर्थ होता। ऐसी स्थिति में वह कितना दयनीय होता, इसका सहज ही अनुमान लगाया जा सकता है। वाक्शक्ति के अंतर्गत वक्तृता (स्पीच) और बातचीत – दोनों सम्मिलित हैं। पर, बातचीत का ढंग स्पीच ( वक्तृता) से अलग और निराला होता है। बातचीत में नाज-नखरा (हाव-भाव, मोहक चेष्टा) व्यक्त करने का अवसर नहीं होता, पर वक्तृता (स्पीच) में हाव-भाव और मोहक चेष्टा के लिए काफी अवसर होता है।
(iii) रवीन्द्रनाथ, जयशंकर प्रसाद एवं प्रेमचन्द के चिंतन नारियों के प्रति भिन्न रहे हैं। इन कवियों और रोमांटिक चिंतकों में नारी का जो रूप प्रकट हुआ वह भी उसका अर्धनारीश्वरी रूप नहीं है ।
राष्ट्रीकवि दिनकर उक्त कवियों और लेखक के विचार से असंतुष्ट हैं। उनका मानना है कि नारियाँ अब अभिशप्त नहीं हैं। यतियों का अभिशप्त काल समाप्त हो गया है। अब नारी विकारों की खान और पुरुषों की बाधा नहीं मानी जाती है। अब नारी प्रेरणा का उद्गम है, शक्ति का स्रोत है। अब वह पुरुषों की थकान की महौषधि बन गई है। अतः नारी और नर एक ही द्रव की ढाली दो प्रतिमाएँ हैं। वे एक-दूसरे के पूरक हैं। प्रारंभिक काल में दोनों बहुत कुछ समान थे।
(iv) जलता हुआ लाल कि भयानक सितारा एक उद्दीपित उसका विकराल से इशारा एक। ” उपयुक्त पंक्तियों में एक लाल तथा भयंकर सितारा द्वारा विकराल सा इशारा करने की कवि की कल्पना है। आकाश में एक लाल रंग का सितारा प्राय: दृष्टिगोचर होता है “मंगल”। सितारे का इशारा संघर्षशील जनता की ओर है।
(v) सूर्योदय के समय आसमान के वातावरण में नभी दिखाई दे रही है और वह राख से लीपा गीला चौका सा लग रहा है। इससे उसकी पवित्रता झलक रही है। कवि ने सूर्योदय से पहले आकाश को राख से लीपे चौके के समान इसलिए बताया है ताकि वह उसकी पवित्रता को अभिव्यक्त कर सके।
(vi) सूरदास के दोनों पदों में वात्सल्य भाव की प्रचुरता है। इन पदों में सूर की काव्य और कला से संबंधित विशिष्ट प्रतिमा की अपूर्व झलक मिलती है। दोनों पदों में विषय वस्तुचयन, चित्रण भाषा-शैली, संगीत आदि गुणों का प्रकर्ष दिखाई पड़ता है। दोनों पदों में प्रेम और भक्ति की मर्मस्पर्शी अंतर्धारा प्रवाहित है।
6. निम्नलिखित अवतरणों में से किसी एक का संक्षेपण कीजिए –
(i) भारत को त्योहारों का देश कहा जाता है। भारतीय त्योहार मुख्य रूप से फसलों के त्योहार हैं। इसका कारण है, भारत का कृषि प्रधान देश होना । अधिकांश त्योहार धर्मों से संबंधित हैं। भारत अनेक धर्मों का देश है। यहाँ हिन्दू, बौद्ध, जैन, सिख, पारसी, ईसाई और इस्लाम धर्म को मानने वाले लोग रहते हैं। इसलिए धार्मिक त्योहार भी विविधता लिये हुए हैं। एक-दूसरे के धर्मों के बारे में जानकर अच्छा व्यक्ति बनने का भाव जागृत होता है। दशहरा, ईद, गुरु पर्व, क्रिसमस, दीपावली, मुहर्रम आदि धार्मिक त्योहार हैं।
(ii) ज्ञान का समस्त भंडार पुस्तकों में रहता है। प्रत्येक व्यक्ति इनसे अपनी-अपनी रुचि के अनुसार ज्ञान प्राप्त कर सकता है। संगीत, नृत्य, चित्रकला, लघुकथा, कविता, कहानी, उपन्यास, विज्ञान, इतिहास, कम्प्यूटर आदि का ज्ञान इन पुस्तकों से ही प्राप्त किया जा सकता है। अपनी-अपनी रुचि के अनुसार बालक से वृद्ध तक पुस्तकें पढ़ सकते हैं। जितने मनुष्य हैं, उनकी अपनी-अपनी रुचि है। वे अपने-अपने क्षेत्रों का ज्ञान प्राप्त करना चाहते हैं। इतना विविधतापूर्ण ज्ञान और विविध जानकारियाँ केवल पुस्तकें ही दे सकती हैं।
उत्तर – (i) त्योहार और धर्म
त्योहारों के देश भारत में मुख्य रूप से फसलों के त्योहार हैं क्योंकि भारत एक कृषि प्रधान देश है। भारत में अनेक धर्म हैं अतः धार्मिक त्योहारों में भी अनेक विविधताएँ हैं। एक दूसरे के धर्मों के बारे में जानकर हम बेहतर मानव बन सकते हैं। धार्मिक त्योहारों के मुख्य उदाहरण दशहरा, दीपावली ईद, क्रिसमस ‘गुरु-पर्व’ महावीर जयंती इत्यादि हैं।
(ii) पुस्तकों का महत्व
पुस्तकों का संसार ज्ञान का संसार है, इस बात में कोई संदेह नहीं है। पुस्तकों में असीमित ज्ञान समाया हुआ है। अपनी-अपनी रुचि के अनुसार लोग अपने ज्ञान में वृद्धि कर सकते हैं।
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