WhatsApp: कहीं वॉट्सऐप जासूसी तो नहीं कर रहा? केंद्रीय मंत्री बोले- निजता के उल्लंघन की जांच करेगी सरकार

हाइलाइट्स

यूजर्स के माइक्रोफोन में ऐसे समय में वॉट्सऐप की पहुंच हुई जब वह सो रहा था
इस मामले में एलॅन मस्क सहित कई उपयोगकर्ताओं ने चिंता जाहिर की
एलॅन मस्क ने कहा-वॉट्सऐप पर भरोसा नहीं किया जा सकता

नई दिल्ली. केंद्र सरकार (Central Government) ने वॉट्सऐप (WhatsApp) की न‍िजता के उल्‍लंघन मामले (Privacy Violation Matter) को गंभीरता से ल‍िया है. केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी राज्‍यमंत्री राजीव चंद्रशेखर (Rajeev Chandrasekhar) ने बुधवार को ट्विटर पर एक ट्वीट को लेकर गंभीर संज्ञान ल‍िया है.

ट्वीट कर दावा क‍िया गया है क‍ि स्मार्टफोन के उपयोग में नहीं रहते हुए उसका इस्तेमाल हो रहा है. सरकार ने इस दावे की जांच कराने की बात कही है. राज्‍यमंत्री चंद्रशेखर ने कहा क‍ि सरकार स्मार्टफोन के उपयोग में नहीं रहते हुए उसका इस्तेमाल करने वालों के माइक्रोफोन तक सोशल मीडिया मंच वॉट्सऐप की पहुंच होने के दावे की जांच करेगी.

मंत्री ने ट्विटर पर लिखा है कि भले ही नया डिजिटल व्यक्तिगत सूचना संरक्षण विधेयक तैयार किया जा रहा हो, सरकार निजी सूचना की गोपनीयता के कथित उल्लंघन की जांच करेगी. यह दावा किया गया कि एक उपयोगकर्ता के माइक्रोफोन में ऐसे समय में वॉट्सऐप की पहुंच हुई जब वह उपयोगकर्ता सो रहा था.

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ट्विटर के इंजीनियरिंग विभाग में निदेशक फोड डाबिरी ने शनिवार को कहा था क‍ि यह क्या चल रहा है… वॉट्सऐप ‘बैकग्राउंड’ में माइक्रोफोन का उपयोग कर रहा था. यह तब हो रहा रहा था, जब मैं सो रहा था और सुबह 6 बजे उठने पर पता चला.

डाबिरी के ट्वीट का जवाब देते हुए चंद्रशेखर ने कहा क‍ि इस प्रकार का उल्लंघन कतई स्वीकार्य नहीं है. यह गोपनीयता का उल्लंघन है. उन्होंने कहा क‍ि हम तुरंत इसकी जांच करेंगे और निजी जानकारी की गोपनीयता के किसी भी उल्लंघन पर कार्रवाई करेंगे. डाबिरी का ट्वीट वायरल हो गया है. इसे 6.5 करोड़ से अधिक बार देखा गया.

उधर, वॉट्सऐप ने कहा है कि वह समस्या के बारे में पोस्ट करने वाले ट्विटर इंजीनियर के साथ पिछले 24 घंटों से संपर्क में हैं. वॉट्सऐप ने एक ट्वीट में कहा क‍ि हम मानते हैं कि यह एंड्रॉयड पर एक वायरस है जो उनके गोपनीयता डैशबोर्ड में जानकारी को गलत तरीके से उपलब्ध कराता है. इसको लेकर गूगल से जांच और इससे निपटने के लिए जरूरी सुधार करने के लिए कहा गया है. कंपनी ने यह भी दावा किया कि उपयोगकर्ता का अपनी माइक की सेटिंग पर पूरा नियंत्रण है.

सोशल मीडिया मंच ने कहा क‍ि अनुमति मिलने के बाद, वॉट्सऐप केवल माइक तक उस समय पहुंचता है जब कोई उपयोगकर्ता कॉल कर रहा होता है या वॉयस नोट या वीडियो रिकॉर्ड कर रहा होता है. उस समय भी बातचीत और अन्य जानकारी ‘एंड-टू-एंड एन्क्रिप्शन’ के जरिये सुरक्षित होती हैं. इसीलिए वॉट्सऐप उन्हें सुन नहीं सकता है.

ट्विटर के साथ काम करने वाले इंजीनियर ने अपने फोन के स्क्रीनशॉट साझा किये हैं. इनमें वॉट्सऐप को कई बार इंजीनियर के हैंडसेट के माइक्रोफोन का उपयोग करते हुए दिखाया गया जबकि उस दौरान वह सो रहा था. इन स्क्रीनशॉट के बाद ट्विटर, टेस्ला इंक के प्रमुख एलॅन मस्क सहित कई उपयोगकर्ताओं ने चिंता जाहिर की है. मस्क ने कहा कि वॉट्सऐप पर भरोसा नहीं किया जा सकता.

भारत में वॉट्सऐप विभिन्न मुद्दों को लेकर जांच के दायरे में है. गत अक्टूबर में दो घंटे तक सेवा में व्यवधान के बाद इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने इस सोशल मीडिया मंच से व्यवधान के कारण बताने के लिए कहा था.

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