sooraj pancholi :एक्टर ने कहा कभी भी शादीशुदा अभिनेत्रियों के साथ रोमांटिक सीन नहीं करूंगा

sooraj pancholi :अभिनेता सूरज पंचोली ने चार साल के अंतराल के बाद फिल्म केसरी वीर से अभिनय में वापसी की है. वह इसे अपनी नयी शुरुआत कहते हैं. उनका फोकस अब पूरी तरह से अभिनय पर होने वाला है. उर्मिला कोरी से हुई बातचीत 

फिल्म केसरी वीर में आपको किस तरह से मिली ?

जैसा की सभी को पता है कि मैं उन लकी हमलोगों में से हूं,जिन्हे दो धर्मों की विरासत मिली है . मेरी माँ मुस्लिम है .पापा हिंदू हैं. अच्छी बात ये है कि कभी किसी ने किसी को बदलने की कोशिश नहीं की.मेरी मां का नाम जरीना वहाब है. हमारे घर में सभी धर्म को सम्मान दिया जाता है.मैं गणपति भी पूजता हूं और यीशु भी। काफी समय से मुझे गुजरात के सोमनाथ में शिवलिंग के दर्शन के लिए जाना था. मैं बताना चाहूंगा कि जैसे ही मैं दर्शन करके मंदिर के बाहर निकला हूं मात्र 48 घंटे में इस फिल्म का मुझे ऑफर आया ,जो सोमनाथ मंदिर की ही कहानी है. मुझे लगता है कि भगवान ने मुझे इस फिल्म के लिए चुना.

इस किरदार से जुड़ी चुनौतियां क्या थी ?

यह ऐतिहासिक किरदार है तो शारीरिक तौर पर मैं हमेशा से फिट रहा हूं तो किरदार को आत्मसात करने में मुझे फिटनेस की दिक्कत नहीं हुई. बाल भी दो सालों में बढ़ गए लेकिन हां किरदार के गेटअप में आने में बहुत समय जाता था . हर दिन दो से ढाई घंटे मेकअप में जाते थे वॉर सीक्वेंस की शूटिंग में और समय जाता था क्योंकि कंटीन्यूटी को बरकरार रखना पड़ता था.इसके अलावा संवाद पर भी मेहनत करनी पड़ी .अपने कैरियर में इतनी जल्दी पीरियड फिल्म करूंगा. ये सोचा नहीं था .निर्देशक प्रिंस के साथ वर्कशॉप कर अपनी भाषा पर काम किया . इसके अलावा रितिक रोशन सर और रणवीर सिंह की पीरियड फिल्मों से भी प्रेरणा ली .

फिल्म छावा ने कितना आपको प्रेरित किया ?

हमारी फिल्म अभी रिलीज हो रही है लेकिन इसकी शूटिंग विक्की कौशल की छावा के साथ हुई थी. वसई में हम शूट कर रहे थे देखा सामने और भी लोग सैनिक के कॉस्ट्यूम में  हैं तो मालूम पड़ा कि छावा की शूटिंग हो रही है. विक्की ने जो फिल्म में घोड़ा चलाया है. वो मैंने इस फिल्म में चलाया है . सफेद रंग का घोड़ा है। उसका नाम आजाद है . एक दिन वह हमारे सेट पर रहता था . एक दिन वह छावा के सेट पर. शूटिंग वाले घोड़े इतने समझदार होते हैं कि वह एक्शन और कट का हिसाब किसी भी एक्टर से बेहतर जानते हैं .वैसे मैंने छोटी उम्र में ही घुड़सवारी सीख ली थी. पहले जुहू बीच पर घोड़े चलते थे और मेरे घर से कुछ कदम की दूरी पर ही जुहू बीच था तो घुड़सवारी बचपन में ही आ गई थी.

आपने छावा देखी ?

मैंने थिएटर में जाकर चार बार देखी।विक्की कौशल को मैसेज भी किया कि मैं उनके अभिनय का फैन हो गया हूं.

सुनील शेट्टी के साथ अनुभव को किस तरह से परिभाषित करेंगे ?

मैं उनको मेरी पहली फिल्म हीरो से जानता हूं.उस फिल्म में मेरे अपोजिटअथिया थी .उसी दौरान ही सुनील सर और मैंने नंबर एक्सचेंज किया था . मेरे इंडस्ट्री में दो ही दोस्त हैं एक टाइगर  श्रॉफ और दूसरी अथिया,जो मुश्किल वक्त में भी बदलें नहीं। अथिया की वजह से सुनील सर से भी टच में रहा . उन्होंने इस फ़िल्म की शूटिंग के दौरान  हर दिन सेट पर घर का बना खाना ऑफर करने से लेकर पैक अप तक हर चीज में मुझे सपोर्ट किया ,जिससे चीजें आसान होती चली गई. उनका बेटा अहान शेट्टी भी मेरा बहुत अच्छा दोस्त है.

आपने आथिया और टाइगर को ही दोस्त बताया,आप दोस्त बनाते नहीं है या फिर कोई और वजह है ?

दोस्ती मुश्किल है. यहां  सब एक्टिंग कर रहे है .कैमरे ऑफ़ होता है तो भी एक्टिंग करते हैं.यहां कोई सफल हो गया है. स्टार बन गया है,तो वह स्टार के साथ ही देखा जाना चाहता है. वह फिर आपके साथ दिखना नहीं चाहता है .भले ही आपने साथ में काम शुरू किया हो.आप मेरे पापा के दोस्तों को देखिए . संजय दत्त ,जैकी श्रॉफ अगर मैं उनको अभी भी फ़ोन करूँगा और मिलने को बोलूंगा तो वह मेरे लिए समय निकाल लेंगे। पहले ऐसी दोस्ती होती थी .अब इंडस्ट्री में वैसी दोस्ती रही नहीं.अब तो किसी को फोन भी करो तो साफ बोल देते हैं कि यार मुझे पंगा नहीं चाहिए.

 सलमान और आपकी बांडिंग अभी कैसे हैं ?

अभी भी बहुत अच्छी है .लोग अक्सर मुझसे पूछते हैं कि मैं उनके साथ फिल्में क्यों नहीं करता हूँ. वो बोलते हैं ना उंगली पकड़ाया तो हाथ पकड़ लिया . मैं उस क़िस्म का नहीं हूँ.उन्होंने जितना किया है.मैं उसके लिए हमेशा शुक्रगुजार रहूँगा .मैं अभी भी उनके घर पर कभी भी जा सकता हूँ.वह हमेशा मेरी मदद के लिए आगे रहते हैं.

आपके माता पिता दोनों फ़िल्मों से हैं ,फ़िल्मों के सेट पर कितना जाया करते थे ?

कभी भी नहीं गया .हमारे घर में हम फिल्मों पर बात भी नहीं करते थे. हम साथ में फिल्में देखने भी नहीं जाया करते थे .हमारे घर में अवॉर्ड्स और पोस्टर भी नहीं मिलेंगे . एक आम घर की तरह हमारा घर रहा है .मेरी मां का फोन आता है तो वह यही पूछती हैं कि खाना खाया . कल खाने में क्या बनाऊं.

फिल्मों से किस तरह से जुड़े फिल्मों में एंट्री कैसे हुई ?

फिल्मों में काम करने से पहले आपको सीखना पड़ता है. संजय लीला भंसाली मेरी ही बिल्डिंग में रहते थे. मैं उनके पास गया और काम मांगा। उन्होंने मुझे फिल्म गुजारिश का अस्सिटेंट डायरेक्टर बना दिया.

इस फ़िल्म से आपने चार सालों बाद वापसी की है ये ब्रेक आपने ख़ुद से लिया था ?

हां मैं चीजों को फ्रेश माइंड से स्टार्ट करना चाहता था .मुझे इस दौरान ऑफर्स आए थे ,लेकिन मैं सही माइंड सेट में नहीं था . मेरी लाइफ में बहुत कुछ चल रहा था  तो मैंने ब्रेक लेना ही सही समझा। अब सूरज की वापसी हो गयी है.

कहते हैं कि कई बार युवा अपने लो टाइम में नशे या बुरी आदतों के आदि हो जाते हैं,आपने ख़ुद को किस तरह से अपने लो टाइम में मजबूत रखा ?

मैं जब बड़ा हो रहा था। उस वक्त हर शाम बिल्डिंग के सभी बच्चे नीचे मिलकर छुपा छुपी,खो खो और दूसरे गेम खेलते थे .अभी बच्चे गेम कहाँ खेलते है. दिन भर फ़ोन से चिपके रहते हैं. छोटे छोटे बच्चे इंस्टाग्राम पर आ गए हैं.जिसने सबकी बैंड बजा दी है.फेसबुक तक तो ठीक था. इंस्टाग्राम की वजह से फॉलोअर्स और लाइक का टेंशन बढ़ गया है . यूथ भी सुकून नशे में तलाशने लगा है. मैंने हमेशा ख़ुद को इंसान चीजों से दूर रखा है. मैं लड़ने में यकीन करता हूं. मैंने तो तय किया है कि मैं ड्रग्स एडिक्ट किरदार भी कभी पर्दे पर नहीं करना चाहूँगा. मैं अपने जिम और रेस्टोरेंट से जो भी कमाता हूं .मैं अपने हेल्थ और फिटनेस पर सबसे ज्यादा खर्च करता हूं. मैं ब्रांडेड कपड़ों, घडी में पैसे नहीं खर्चता हूं.मैं अभी भी आईफ़ोन 13 का ही इस्तेमाल करता हूं.

ड्रग एडिक्ट के किरदार के अलावा परदे पर और क्या नहीं करना है ?

मैंने तय किया है कि जिन भी अभिनेत्रियों की शादी हो चुकी हैं. मैं उनके साथ कभी भी परदे पर बोल्ड और इंटिमेट सीन नहीं करूँगा. जाहिर है इंडस्ट्री में मैं उनके पतियों को भाई बोलता रहूंगा और फिर परदे पर उनकी पत्नियों के साथ करना अच्छा नहीं लगेगा इसलिए चाहे जो हो जाए. मैं शादीशुदा अभिनेत्रियों के साथ इंटिमेट सीन नहीं करूँगा.


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