Nelson Mandela: Long Walk to Freedom

Nelson Mandela: Long Walk to Freedom

Nelson Mandela: Long Walk to Freedom Introduction in English

This extract has been taken from the autobiography of Nelson Mandela ‘Long Walk to Freedom’. In this extract Mandela speaks about a historic occasion, the inauguration”. It was the occasion when a new democratic government free from all types of bounds was going to take over the reign of South Africa under the leadership of Nelson Mandela. For the establishment of this type of government Mandela had to suffer a lot. He stayed about thirty years in prison for this cause. This lesson tells us how he had to undergo difficult situations to seize the monster of ‘Apartheid’ policy in South Africa.

Nelson Mandela: Long Walk to Freedom Summary in English

This essay has been taken from the autobiography of Nelson Mandela, ‘Long Walk to Freedom’. Nelson Mandela is a South African leader. He greatly struggled for freedom to his people. He struggled against the racial discrimination between the whites and the blacks. In this essay, Nelson Mandela speaks about a historic occasion when he was sworn as the President of South Africa.

It was the 10th May. The day was bright and clear. A huge gathering of international leaders had assembled in Pretoria to mark the end of White supremacy. Nelson Mandela calls this occasion ‘the inauguration’. It was the inauguration of the first democratic non-racial government in South Africa.

The ceremony took place in a big open building in Pretoria. On that day, Mandela’s daughter Zenani was also with him. When the ceremony began, Mr de Klerk was sworn in as second deputy president. Then Mr Thabo Mbeki was sworn in as first deputy president. Then it was Nelson Mandela’s turn. He was sworn in as the President of South Africa. He pledged to obey and uphold the Constitution. He dedicated himself to the well-being of his people.

In his speech, Mandela spoke of the newborn liberty. He thanked the international guests gathered there. He said that they had come there to be with his countrymen in the common victory for justice, peace and human dignity. Mandela pledged himself to liberate his people from poverty, suffering and discrimination.

After the ceremony, there was a spectacular show by Jets, Defence and Police Force. South African jets and helicopters flew over the Union Buildings. The show symbolised the military’s loyalty to democracy.

In the end V-shaped Impala jets left with a smoke trail of the black, red, green, blue and gold of the new South Africa flag. Then the highest military generals saluted him. After that two national anthems were played. These formed the old national anthems of the Republic.

On that important occasion, Mandela recalls history. He remembers how a system of racial domination was created against the black people in their own land. It was the most inhumane system. The white people had built a system of superiority over the blacks. The black people were not given even their basic freedom. The policy of apartheid created a deep and lasting wound in the country and his people. Nelson Mandela feels glad that the cruel system has been overturned. He promised that in the new system recognition would be given to the rights and freedoms of all people regardless of the colour of their skin.

Mandela remembers all those leaders who sacrificed their lives to end the era of oppression. He pays homage to great leaders like Oliver Tambo, Walter Sisulu, Chief Luthuli, Yusuf Dadoo, etc. They were men of uncommon courage and wisdom. Such people are the greatest wealth of his country. These leaders taught him that courage was not the absence of fear, but the triumph over it. The brave man is not he who does not feel afraid, but he who conquers that fear.

According to the author, no one is born hating others because of colour or religion. If we can learn to hate, we can learn to love also. Love comes naturally to the human heart. This is what we should do. We should learn to love.

The author talks about twin obligations-obligation to his family, to his parents, to his wife and children; and he has an obligation to his people, his community, his country. He says that in a civil society each one of us should fulfil these two obligations. He regrets that during the era of oppression no one in South Africa could fulfil these obligations.

He says that he was born free. But as he grew up, he realized that his freedom was an illusion. He began to hunger for freedom when it was denied to him. Soon he found that others like him were also not free. He joined the African National Congress. He wanted that.his people should also be free.

Now, he promises that each one of his people would get an environment where he would fulfill the twin obligations. He pledges to provide freedom to his people to live with dignity and self-respect without any fear.

Nelson Mandela: Long Walk to Freedom Summary in Hindi

अवसर के विषय में बोलते हैं जिसका नाम है ‘उद्घाटन’ । यह वह अवसर था जब नेल्सन मंडेला के नेतृत्व में सभी प्रकार के बंधनों से मुक्त एक नई लोकतांत्रिक सरकार दक्षिण अफ्रीका के शासन की बागडोर सँभालने जा रही थी। इस प्रकार की सरकार की स्थापना के लिए मंडेला को बहुत अधिक कष्ट उठाने पड़े। इसके लिए वह लगभग तीस साल तक जेल में रहा। यह अध्याय हमें इसके बारे में बताता है कि दक्षिण अफ्रीका में ‘रंग-भेद’ की नीति के दैत्य पर अंकुश लगाने के लिए उसे किस प्रकार से कठिन परिस्थितियों से गुजरना पड़ा।)

Nelson Mandela: Long Walk to Freedom Summary in Hindi

यह लेख नेल्सन मंडेला की आत्मकथा ‘लोंग वॉक टु फ्रीडम’ से लिया गया है। नेल्सन मंडेला एक दक्षिण अफ्रीकन नेता है। उन्होंने अपने लोगों की आजादी के लिए बहुत संघर्ष किया। उन्होंने गोरों और कालों के बीच नस्लवादी भेदभाव के खिलाफ संघर्ष किया। इस लेख में, नेल्सन मंडेला उस ऐतिहासिक घटना के बारे में बताते हैं जब उन्होंने दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति के रूप में शपथ ग्रहण की थी।

यह दस मई का दिन था। दिन साफ और चमकीला था। श्वेत प्रभुत्व का अंत करने वाले अवसर पर बहुत बड़ी संख्या में अंतर्राष्ट्रीय नेताओं की भीड़ प्रिटोरिया में एकत्रित हुई थी। नेल्सन मंडेला इस अवसर को ‘उद्घाटन’ कहता है। यह दक्षिण अफ्रीका में पहली प्रजातांत्रिक गैर-नस्लवादी सरकार की शुरुआत थी।

समारोह प्रिटोरिया में एक बहुत बड़े और खुले भवन में हुआ। उस दिन मंडेला की पुत्री ज़िनानी भी उसके साथ थी। जब समारोह आरंभ हुआ, श्री डी क्लर्क को दूसरे उप-राष्ट्रपति की शपथ दिलाई गई। फिर श्री थबो म्बेकी को पहले उप-राष्ट्रपति की शपथ दिलाई गई। उसके बाद नेल्सन मंडेला की बारी थी। उसे दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति की शपथ दिलाई गई। उसने संविधान का पालन करने और उसकी रक्षा करने की शपथ ली। उसने स्वयं को अपने लोगों की भलाई के प्रति समर्पित किया।

अपने भाषण में मंडेला ने नई उत्पन्न हुई आजादी का जिक्र किया। उसने वहाँ पर उपस्थित सभी अंतर्राष्ट्रीय नेताओं का धन्यवाद किया। उसने कहा कि वे न्याय, शान्ति और मानवीय सम्मान की साँझी जीत में उसके देशवासियों के साथ शामिल होने के लिए आए हैं। मंडेला ने अपने देशवासियों को गरीबी, कष्टों और भेदभाव से आजादी दिलाने की शपथ ली।

समारोह के बाद हवाईजहाजों, सेना और पुलिस ने एक शानदार करतब दिखाया। दक्षिण अफ्रीका के जेट विमान और हेलीकॉप्टर यूनियन भवनों के ऊपर से उड़े। इस करतब ने सेना की प्रजातंत्र के प्रति अपनी वफादारी को दर्शाया।

अंत में वी के आकार में इंपाला जेट विमानों ने दक्षिण अफ्रीका के नए झंडे के लिए काले, लाल, हरे, नीले और सुनहरी रंगों का धुआँ छोड़ा। तब सेना के उच्चतम सेनापतियों ने उसे सलामी दी। उसके बाद दो राष्ट्रीय गीत बजाए गए। ये उस प्रजातंत्र के दो पुराने राष्ट्रीय गीत थे।

उस महत्त्वपूर्ण अवसर पर मंडेला इतिहास को याद करता है। उसे याद आता है कि किस प्रकार काले लोगों के खिलाफ उनके अपने ही देश में रंग भेद-भाव की नीति लागू की गई थी। यह बहुत ही अमानवीय प्रणाली थी। गोरे लोगों ने कालों पर प्रभुत्व की प्रणाली विकसित की थी। काले लोगों को उनकी आधारभूत आजादी भी नहीं दी जाती थी। रंगभेद की नीति ने देश और इसके लोगों को बहुत गहरा घाव दिया। नेल्सन मंडेला को इस बात की खुशी है कि अब यह क्रूर प्रणाली समाप्त हो गई है। उसने वायदा किया कि सब लोगों को, उनकी त्वचा के रंग के आधार पर भेदभाव किए बिना उनको अधिकार और आजादी प्रदान की जाएगी।

मंडेला उन सब नेताओं को याद करता है जिन्होंने दमन के युग को समाप्त करने के लिए बलिदान दिए। वह ओलिवर कैंबो, वॉल्टर सिसुलु, चीफ लिथूली, यूसुफ डाडू जैसे नेताओं को श्रद्धांजलि देता है। वे असाधारण साहस और बुद्धिमत्ता के लोग थे। ऐसे लोग देश की सबसे महान धरोहर हैं। इन नेताओं ने उसे सिखाया कि साहस का अर्थ डर का न होना नहीं है, बल्कि इस पर काबू पाना है। बहादुर व्यक्ति वह नहीं है जो डरता नहीं, अपितु वह है जो डर को जीत लेता है।

लेखक के अनुसार, कोई भी व्यक्ति किसी दूसरे को जन्म से ही रंग या धर्म के आधार पर नफरत नहीं करता। अगर हम नफरत करना सीख सकते हैं तो हम प्यार करना भी सीख सकते हैं। प्यार मानवीय हृदय में स्वाभाविक रूप से आता है। हमें ऐसा ही करना चाहिए। हमें प्यार करना सीखना चाहिए।

लेखक अपने दोहरे दायित्वों की बात करता है-अपने परिवार, अपने माता-पिता, अपनी पत्नी और अपने बच्चों के प्रति दायित्व, और उसका अपने लोगों, अपने समुदाय और अपने देश के प्रति भी दायित्व है। वह कहता है कि एक सभ्य समाज में हर व्यक्ति को इन दो दायित्वों को निभाना है। उसे इस बात का अफसोस है कि दमन के युग के दौरान दक्षिण अफ्रीका में कोई भी व्यक्ति इन दायित्वों को निभा नहीं पाया।

वह कहता है कि वह स्वतंत्र पैदा हुआ था। मगर जब वह बड़ा हुआ तो उसने महसूस किया कि उसकी आजादी एक भ्रम थी। जब उसे स्वतंत्रता देने से इन्कार किया गया तो इसके लिए उसकी भूख बढ़ गई। शीघ्र ही उसने देखा कि उसकी तरह अन्य कई लोग भी आजाद नहीं थे। वह अफ्रीकन नेशनल कांग्रेस में शामिल हो गया। वह चाहता था कि उसके लोग भी आजाद हो जाएँ।

अब वह वायदा करता है कि उसके लोगों में से हर एक को ऐसा वातावरण मिलेगा जहाँ वह अपने दोहरे दायित्वों को पूरा कर सकेगा। वह शपथ लेता है कि वह अपने लोगों को शान और आत्म-सम्मान के साथ बिना भय के रहने की आजादी प्रदान करेगा।

English Nelson Mandela: Long Walk to Freedom Important Questions and Answers

Very Short Answer Type Questions

Question 1.
What inauguration does Mandela talk about in this lesson ?
Answer:
He talks about the inauguration of the new government’s oath taking ceremony in South Africa.

Question 2.
What is ‘Apartheid’ ?
Answer:
Apartheid is a system that separates people according to their race.

Question 3.
In which city of South Africa did the inauguration ceremony take place ?
Answer:
This ceremony took place in Pretoria.

Question 4.
Who was Zenani ?
Answer:
She was Nelson Mandela’s daughter.

Question 5.
What responsibility was conferred on Mr de Klerk ?
Answer:
He was appointed the second deputy president of South Africa. Q.6. Who was appointed the first deputy president of South Africa ? Ans. Thabo Mbeki was appointed the first deputy president of South Africa. Q.7. How many national anthems were sung in the inauguration ceremony ? Ans. On that occasion two national anthems were sung. Q.8. What comes naturally to the human heart? Ans. Love comes naturally to the human heart.

Question 9.
What does Nelson Mandela feel hungry for ?
Answer:
Nelson Mandela feels hungry for freedom.

Short Answer Type Questions

Question 1.
Who attended the freedom ceremony of South Africa ? (दक्षिण अफ्रीका के स्वतंत्रता समारोह में कौन उपस्थित हुआ था ?)
Answer:
The freedom ceremony of South Africa was attended by the politicians and dignitaries from more than 140 countries of the world.
(दक्षिण अफ्रीका के स्वतंत्रता समारोह में विश्व के 140 से भी अधिक देशों के राजनीतिज्ञों और नेताओं ने हिस्सा लिया था।)

Question 2.
Why is Mandela unable to pay for the sacrifices of his people ? (मंडेला अपने लोगों के बलिदानों का भुगतान करने में असमर्थ क्यों है ?)
Answer:
Mandela is unable to pay for the sacrifices of his people. In this struggle thousands of South African sacrificed their lives. They had to suffer a lot. Since the sufferers are not there to see this glorious day. Mandela is unable to pay for their sacrifices for the day.
(मंडेला अपने लोगों के बलिदानों का भुगतान करने में असमर्थ है। इस संघर्ष में हजारों दक्षिण अफ्रीकियों ने अपने जीवन का बलिदान किया। उन्हें बहुत अधिक कष्ट उठाने पड़े। क्योंकि कष्ट उठाने वाले लोग इस शानदार दिवस को देखने के लिए जीवित नहीं हैं। मंडेला उस दिन उन लोगों के बलिदानों का मूल्य चुकाने में असमर्थ है।).

Question 3.
What did Nelson Mandela pledge when he was sworn in as President? . (जब नेल्सन मंडेला को राष्ट्रपति पद की शपथ दिलाई गई तो उन्होंने क्या प्रतिज्ञा की थी ?)
Answer:
When Nelson Mandela was sworn in as President, he pledged to obey and upheld the constitution. He also pledged to devote himself to the well-being of the republic and its people.
(जब नेल्सन मंडेला को राष्ट्रपति पद की शपथ दिलाई गई, उसने संविधान का पालन करने और उसे बनाए रखने की शपथ ली थी। उसने स्वयं को लोकतंत्र और उसके लोगों की भलाई के कार्यों के लिए स्वयं को समर्पित करने की शपथ ली थी।)

Question 4.
How does Mandela compare the oppressor with the oppressed ? (मंडेला उत्पीड़क की उत्पीड़ित के साथ कैसे तुलना करते हैं ?)
Answer:
Mandela says that there is not much difference between the oppressor and the oppressed. Both of them need to be liberated, one from the chains of hatred and the other from the chains of the body.
(मंडेला कहते हैं कि उत्पीड़क और उत्पीड़ित में बहुत अधिक अंतर नहीं है। उन दोनों को स्वतंत्र होने की जरूरत है, एक को घृणा की जंजीरों से और दूसरे को शारीरिक जंजीरों से।)

Question 5.
What harm has been caused by the policy of apartheid ? (रंग-भेद की नीति के द्वारा क्या क्षति पहुँचाई गई है ?)
Answer:
The policy of apartheid has caused a dead loss to the natives of South Africa. It spread the poison of hatred among the people. It created a deep and lasting wound. The natives had to work together for years to get rid of this wound.
(रंग-भेद की नीति ने दक्षिण अफ्रीका के लोगों को अत्यधिक क्षति पहुँचाई है। इसने लोगों के बीच में नफरत का जहर घोल दिया। इसने एक गहरा और स्थायी घाव पैदा कर दिया। इस घाव से छुटकारा पाने के लिए लोगों को इकट्ठे मिलकर वर्षों तक काम करना पड़ा।)

Question 6.
Why does Mandela address the freedom as ‘New born liberty’ ? (मंडेला स्वतंत्रता को “नवजात स्वतंत्रता” कहकर क्यों संबोधित करते हैं ?)
Answer:
Mandela addresses this freedom as ‘New born liberty’. It is because the people had to face a terrible disaster of racial hatred. This disaster lasted for a long time. It took many lives. Now they are free from all such things. So he calls this freedom as ‘New born liberty’.
(मंडेला इस स्वतंत्रता को ‘नवजात स्वतंत्रता’ कहते हैं। ऐसा इसलिए है क्योंकि लोगों को जातीय घृणा की एक भयंकर तबाही का सामना करना पड़ा था। यह तबाही काफी लंबे समय तक चली थी। इसने अनेकों जानें ले लीं। अब वे ऐसी सभी चीजों से मुक्त हैं। इसलिए वे इस स्वतंत्रता को ‘नवजात स्वतंत्रता’ कहकर संबोधित करते हैं।)

Essay Type Question

Question 1.
How does Nelson Mandela describe the scene of the inauguration ? (नेल्सन मंडेला उद्घाटन समारोह के दृश्य का कैसे वर्णन करते हैं ?)
Answer:
Nelson Mandela says that the inauguration took place on 10th May. The day was bright and clear. A huge gathering of international leaders had assembled in Pretoria to mark the end of white supremacy. The ceremony took place in a big open building in Pretoria. When the ceremony began, Mr de Klerk was sworn in as second deputy president. Then Mr Thabo Mbeki was sworn in as first deputy president. Then it was Nelson Mandela’s turn. He was sworn in as the President of South Africa. He pledged to obey and uphold the Constitution. He dedicated himself to the well-being of his people. After the ceremony, there was a spectacular show by Jets, Defence and Police Force. The show symbolized the military’s loyalty to democracy.
(नेल्सन मंडेला कहते हैं कि उद्घाटन समारोह 10 मई को हुआ था। दिन चमकदार और साफ था। श्वेत प्रभुत्व का अंत करने वाले अवसर पर बहुत बड़ी संख्या में अंतर्राष्ट्रीय नेताओं की भीड़ प्रिटोरिया में एकत्रित हुई थी। समारोह प्रिटोरिया में एक बड़े खुले भवन में हुआ था। जब समारोह शुरू हुआ तो श्री डी क्लर्क को दूसरे उप-राष्ट्रपति के रूप में शपथ दिलाई गई। फिर श्री थबो म्बेकी को प्रथम उप-राष्ट्रपति की शपथ दिलाई गई। इसके बाद नेल्सन मंडेला की बारी थी। उन्हें दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति की शपथ दिलाई गई। उसने संविधान का पालन करने और उसे बनाए रखने की शपथ ली। उसने स्वयं को अपने लोगों की भलाई के लिए समर्पित कर दिया। समारोह के पश्चात् हवाई जहाज़ों, रक्षा बलों और पुलिस बलों ने एक भव्य प्रदर्शन दिखाया। यह प्रदर्शन लोकतंत्र के प्रति सेना की स्वामीभक्ति का प्रतीक था।)

Question 2.
Nelson Mandela says that on the day of inauguration he was overwhelmed with a sense of history. What did he recall on that day?
(नेल्सन मंडेला कहते हैं कि उद्घाटन वाले दिन वे एक ऐतिहासिक भावना के ओतप्रोत थे ? वह उस दिन किन बातों को याद करते हैं ?)
Answer:
On that important occasion, Mandela recalls history. He remembers how a system of racial domination was created against the black people in their own land. It was the most inhumane system. The policy of apartheid created a deep and lasting wound in the country and his people. Nelson Mandela feels glad that the cruel system has been overturned. He promised that in the new system recognition would be given to the rights and freedoms of all people regardless of the colour of their skin. Mandela remembers all those leaders who sacrificed their lives to end the era of oppression. He pays homage to great leaders like Oliver Tambo, Walter Sisulu, Chief Luthuli, Yusuf Dadoo, etc. They were men of uncommon courage and wisdom. Such people are the greatest wealth of his country.
(उस महत्त्वपूर्ण अवसर पर नेल्सन मंडेला इतिहास को याद करते हैं। उन्हें याद आता है कि किस प्रकार उनके अपने ही देश के काले लोगों के खिलाफ एक जातीय प्रभुत्व वाली प्रणाली का निर्माण किया गया था। यह बहुत-ही अमानवीय प्रणाली थी। रंगभेद की नीति ने देश और उसके लोगों को एक गहरा और स्थायी घाव दिया था। नेल्सन मंडेला को प्रसन्नता है कि वह निर्दयी प्रणाली बदल दी गई है। उन्होंने वचन दिया कि नई व्यवस्था में सभी लोगों को उनकी चमड़ी के रंग के भेदभाव के बिना उनके अधिकारों
और स्वतंत्रताओं को मान्यता प्रदान की जाएगी। मंडेला उन सभी नेताओं को याद करते हैं जिन्होंने दमन के युग को समाप्त करने के लिए बलिदान दिए। उसने ओलिवर टैंबोज़, वॉल्टर सिसुलु, चीफ लिथूली, यूसुफ डाडू इत्यादि जैसे नेताओं को श्रद्धांजलि दी। वे सभी असाधारण साहस और बुद्धि वाले व्यक्ति थे। ऐसे लोग देश की सबसे महान् धरोहर हैं।)

Question 3.
What does Nelson Mandela say about courage, love and hate ? (नेल्सन मंडेला साहस, प्रेम और घृणा के बारे में क्या कहते हैं ?)
Answer:
In his speech Nelson Mandela says that the great leaders of his country taught him the lesson of fearlessness. They sacrificed their lives for the sake of their country. These leaders taught him that courage was not the absence of fear, but the triumph over it. The brave man is not he who does not feel afraid, but he who conquers that fear. According to the author, no one is born hating others because of colour or religion.
Love is the emotion which comes to man naturally. If we can learn to hate, we can learn to love also. Love comes naturally to the human heart. This is what we should do. We should learn to love.

(अपने भाषण में नेल्सन मंडेला कहते हैं कि उसके देश के महान नेताओं ने उसे निडरता का पाठ पढ़ाया है। उन्होंने अपने देश की खातिर अपने जीवन का बलिदान कर दिया। इन नेताओं ने उसे सिखाया कि साहस का अर्थ भय का न होना नहीं है, बल्कि इस पर विजय पाना है। बहादुर आदमी वह नहीं होता जो डरता नहीं है, बल्कि वह होता है जो उस डर को जीत लेता है। लेखक के अनुसार कोई भी व्यक्ति दूसरे के प्रति रंग और धर्म के आधार पर घृणा लेकर पैदा नहीं होता। प्यार एक ऐसी भावना है जो व्यक्ति में स्वाभाविक रूप से आ जाती है। यदि हम घृणा करना सीख सकते हैं, तो हम प्यार करना भी सीख सकते हैं। मनुष्य के हृदय में प्यार स्वाभाविक रूप से आता है। हमें यही करना चाहिए। हमें प्यार करना सीखना चाहिए।)

Question 4.
What two obligations does the author talk about ? How does he feel about them ? (लेखक किन दो उत्तरदायित्वों की बात करता है? वह उनके बारे में क्या महसूस करता है ?) Or .
What were two obligations that Mandela described in this lesson ? What was the reason that he was not able to fulfil those obligations ?
(इस पाठ में मडेला ने किन दो उत्तरदायित्वों की बात की थी? इन उत्तरदायित्वों को वह किन कारणों से पूरा नहीं कर पाया था?)
Answer:
The author talks about twin obligations. The first is the obligation to his family, to his parents, to his wife and children. The second is the obligation to his people,
people, his community and his country. H says that in a civil society each one of us should fulfill these two obligations. He regrets that during the era of oppression no one in South Africa could fulfill these obligations. Any person who tried to live like a human being, was punished. Nelson Mandela was isolated from his family as well as society. So he could not fulfill these obligations. In the beginning, Nelson Mandela put his family above the countrymen. But later he devoted his life to the freedom of his people from slavery. He wishes that everyone in South Africa should fulfill these twin obligations.
(लेखक अपने दो उत्तरदायित्वों की बात करता है। पहला उत्तरदायित्व उसके परिवार, उसके माता-पिता, उसकी पत्नी और बच्चों के प्रति है। दूसरा उत्तरदायित्व उसके लोगों, उसके समुदाय और उसके देश के प्रति है। वे कहते हैं कि एक सभ्य समाज में हम में से प्रत्येक को इन उत्तरदायित्वों को पूरा करना चाहिए। वे खेद प्रकट करते हैं कि दमन के काल में दक्षिण अफ्रीका में किसी ने भी इन उत्तरदायित्वों को पूरा नहीं किया। कोई भी व्यक्ति जो मनुष्य की तरह जीना चाहता था, उसे दंड दिया जाता था। नेल्सन मंडेला को उसके परिवार के साथ-साथ समाज से भी अलग कर दिया गया था। इसलिए वे इन उत्तरदायित्वों को पूरा नहीं कर सके। आरंभ में तो नेल्सन मंडेला अपने परिवार को अपने देशवासियों से ऊपर मानते थे लेकिन बाद में उन्होंने अपना जीवन अपने लोगों को दासता से मुक्ति दिलाने के लिए समर्पित कर दिया। वे चाहते हैं कि दक्षिण अफ्रीका में प्रत्येक व्यक्ति इन दोहरे उत्तरदायित्वों को पूरा करे।)

Question 5.
How did the author feel about freedom as a boy and as a student? (लेखक एक बच्चे और एक विद्यार्थी के रूप में स्वतंत्रता का क्या अर्थ लेते हैं ?)
Answer:
As a boy, being free meant to Mandela being free to wander in the fields near his hut, to swim, to run through the village. As a student it meant to be free to stay out at night, to read what he pleased to read and to go where he chose. However, these were the “transitory freedoms’. The basic and honourable freedoms’ were the freedoms for the people to live their lives with dignity and self-respect. He says that he was born free. But as he grew up, he realized that his freedom was an illusion. He began to hunger for freedom when it was denied to him. He wanted that his people should also be free.
(बच्चे के रूप में, स्वतंत्रता से मंडेला का अर्थ था अपनी झोंपड़ी के पास स्थित खेतों में घूमना, तैराकी करने और गाँव के बीच से दौड़ने की स्वतंत्रता। विद्यार्थी के रूप में स्वतंत्रता का अर्थ था, रात के समय घर से बाहर रहना, अपनी पसंद की किताबें पढ़ना और अपनी पसंद के स्थान पर जाना। हालाँकि ये ‘अस्थायी स्वतंत्रताएँ’ थीं। आधारभूत और सम्मानजनक स्वतंत्रताएँ लोगों को अपना जीवन गरिमा और आत्मसम्मान के साथ जीने की थीं। वे कहते हैं कि वे स्वतंत्र पैदा हुए थे। लेकिन जब वे बड़े हुए, उन्होंने महसूस किया कि उनकी स्वतंत्रता एक भ्रम थी। जब उसे स्वतंत्रता देने से इंकार किया गया तो इसके लिए उसकी भूख बढ़ गई। वे चाहते थे कि उसके लोग भी स्वतंत्र हो जाएँ।)

Question 6.
What tribute does Nelson pay to the black people who fought for freedom, justice and equality for all the people of South Africa ?
(नेल्सन मंडेला उन अश्वेत लोगों को क्या श्रद्धांजलि देते हैं जो दक्षिण अफ्रीका के सभी लोगों की स्वतंत्रता, न्याय और समानता के लिए लड़े ?)
Answer:
Nelson Mandela says that many great leaders sacrificed their lives for the sake of racial equality in South Africa. The freedom and equal rights to the blacks have come through the sacrifices of hundreds of his people. He thinks that he is the sum of all those African patriots. He feels sad that he won’t be able to thank them. He says that the policy of apartheid greatly wounded his people. It would take many years to heal those wounds. But suffering had one good result. It produced great leaders like Oliver Tambo, Walter Sisulu, Chief Luthuli,Yusuf Dadoo, Robert Sobukwe, etc. They were men of great courage, wisdom and patience. They underwent great suffering for the sake of their people. From them the author learned the true meaning of bravery. He learned that bravery does not mean the absence of fear but conquering of fear.
(नेल्सन मंडेला कहते हैं कि दक्षिण अफ्रीका में जातीय समानता स्थापित करने के लिए बहुत-से नेताओं ने अपने जीवन न्योछावर कर दिए। अश्वेत लोगों को मिली स्वतंत्रता और समान अधिकार उसके सैकड़ों लोगों के बलिदानों के बाद प्राप्त हुए हैं। वे सोचते हैं कि उनमें उन सभी अफ्रीकी देशभक्तों का समावेश है। वे उदासी महसूस करते हैं कि वे उनका धन्यवाद करने में भी असमर्थ हैं। वे कहते हैं कि रंग-भेद की नीति ने उसके लोगों को बहुत अधिक जख्मी किया था। उन घावों को ठीक करने में बहुत-से साल लग जाएँगे। लेकिन इस कष्ट का एक अच्छा परिणाम भी निकला है। इसने ओलिवर टोंबो, वॉल्टर सिसुलु, चीफ लिथूली, यूसुफ डाडू, रॉबर्ट सोबुक्वे जैसे महान् नेताओं को पैदा किया। वे महान् साहस, बुद्धि और धैर्य वाले व्यक्ति थे। उन्होंने अपने लोगों की खातिर अत्यधिक पीड़ा सहन की। लेखक ने उनसे ही बहादुरी का महान् सबक सीखा। उन्होंने सीखा कि बहादुरी का अर्थ भय की अनुपस्थिति नहीं है बल्कि भय पर विजय पाना बहादुरी है।)

English Nelson Mandela: Long Walk to Freedom Textbook Questions and Answers

Before You Read

1. “Apartheid’ is a political system that separates people according to their race. Can you say which of the three countries named below had such a political system until very recently?
(i) United States of America, (ii) South Africa, (iii) Australia.
Answer:
(ii) South Africa.

2. Have you heard of Nelson Mandela ? Mandela, and his African National Congress, spent a lifetime fighting against apartheid. Mandela had to spend thirty years in prison. Finally, democratic elections were held in South Africa in 1994, and Mandela became the first black President of a new nation.
In this extract from his autobiography, Long Walk to Freedom, Mandela speaks about a historic occasion, “the inauguration’. Can you guess what the occasion might be ? Check your guess with this news item (from the BBC) of 10 May 1994.

Mandela Becomes South Africa’s First Black President :

Nelson Mandela has become South Africa’s first Black President after more than three centuries of white rule. Mr Mandela’s African National Congress (ANC) party won 252 of the 400 seats in this first democratic elections of South Africa’s history. The inauguration ceremony took place in the Union Buildings amphitheatre in Pretoria today, attended by politicians and dignitaries from more than 140 countries around the world. “Never, never again will this beautiful land experience the oppression of one by another,” said Nelson Mandela in his address. … Jubilant scenes on the streets of Pretoria followed the ceremony with blacks, whites and coloureds celebrating together… More than 100,000 South African men, women and children of all races sang and danced with joy.

Answer:
The occasion is the swearing in ceremony of Nelson Mandela as the President of South Africa. He was the first black president of South Africa after more than three centuries of white rule.

Activity

In Column A are some expressions you will find in the text. Make a guess and match each expression with an appropriate meaning from Column B.

A B
(i) A rainbow gathering of different colours and nations – A great ability (almost unimaginable) to remain unchanged by suffering (not losing hope, goodness or courage)
(ii) The seat of white supremacy – A half-secret life, like a life lived in the fading light between sunset and darkness
(iii) Be overwhelmed with a sense of –   kindness, pity, history A sign of human feeling (goodness, justice, etc.)
(iv) Resilience that defies the imagination A beautiful coming together of various peoples, like the colours in a rainbow
(v) A glimmer of humanity – The centre of racial superiority
(vi) A twilight existence Feel deeply emotional, remembering and understanding all the past events that have led up to the moment

Answer:

A B
(i) A rainbow gathering of different colours and nations -A beautiful coming together of various peoples, like the colours in a rainbow
(ii) The seat of white supremacy  The centre of racial superiority
(iii) Be overwhelmed with a sense of –   kindness, pity, history Feel deeply emotional, remembering and understanding all the past events that have led up to the moment
(iv) Resilience that defies the imagination – A great ability (almost unimaginable) to remain unchanged by suffering (not losing hope, goodness or courage)
(v) A glimmer of humanity -A sign of human feeling (goodness, justice, etc.)
(vi) A twilight existence  

– A half-secret life, like a life lived in the fading light between sunset and darkness

Oral Comprehension Check (Pages 18-19)

1. Where did the ceremonies take place ? Can you name any public buildings in India that are made of sandstone ?
(उत्सव कहाँ मनाया गया ? क्या आप भारत में बलुआ पत्थर से बने किसी सार्वजनिक भवन का नाम बता सकते हो ?)
Answer:
The ceremonies took place in the sandstone amphitheatre formed by the Union Buildings in Pretoria. In India, the Red Fort, Jama Masjid and Parliament House are some of the public buildings made of sandstone.

(उत्सव प्रिटोरिया में (बलुआ पत्थर से बनी) यूनियन बिल्डिंग में बनी रंगशाला में मनाया गया। भारत में लाल किला, जामा मस्जिद और संसद भवन बलुआ पत्थर से बने कुछ सार्वजनिक भवन हैं।)

2. Can you say how 10 May is an “autumn day’ in South Africa ?
(क्या आप बता सकते हो कि 10 मई को दक्षिण अफ्रीका में एक पतझड़ दिवस क्यों कहते हैं ?)
Answer:
Because of weather it was a pleasant day. Secondly, it was pleasant because on that day there was the dawn of liberty for the blacks after more than 300 years of white rule.
(मौसम के लिहाज से वह एक सुखद दिन था। दूसरे वह दिन इसलिए भी सुखद था क्योंकि उस दिन अश्वेत लोगों के लिए लगभग 300 वर्षों के श्वेत शासन के पश्चात् स्वतंत्रता का नया सूर्योदय हो रहा था।)

3. At the beginning of his speech, Mandela mentions “an extraordinary human disaster”. What does he mean by this ? What is the “glorious … human achievement” he speaks of at the end ?
(अपने भाषण के आरंभ में मंडेला “एक असाधारण मानवीय आपदा” का जिक्र करते हैं? इससे उनका क्या अभिप्राय है ? ‘शानदार ……… मानवीय प्राप्ति’ क्या है जिसके बारे में वे अंत में बताते हैं ?)
Answer:
The human disaster was the repression of the blacks by the white rulers. This rule lasted for a long time. The “glorious…human achievement” that he refers to is getting political independence from the white rule by the black natives.
(यह मानवीय आपदा थी, गोरे शासकों के द्वारा काली चमड़ी वाले लोगों का दमन। यह शासन एक लंबे समय तक चला। ‘शानदार-मानवीय प्राप्ति’ जिसका वे जिक्र करते हैं वह है वहाँ के काले निवासियों को गोरे लोगों के शासन से राजनीतिक स्वतंत्रता हासिल होना।)

4. What does Mandela thank the international leaders for ?
(मडेला किस लिए अंतर्राष्ट्रीय नेताओं का धन्यवाद करते हैं ?)
Answer:
He thanks the international leaders for having come to grace the occasion of the inauguration of the black government. It is a common victory for justice, for peace and for human dignity.
(वे अश्वेत सरकार के उद्घाटन समारोह में शामिल होकर अवसर की शान बढ़ाने के लिए उनका धन्यवाद करते हैं। यह न्याय, शांति और मानवीय गरिमा के लिए एक सांझी विजय है।)

5. What ideals does he set out for the future of South Africa ?
(वे दक्षिण अफ्रीका के भविष्य के लिए कौन-से आदर्श तय करते हैं ?)
Answer:
He sets out the ideals of liberating his people from the bondage of poverty, deprivation, suffering, gender and other discrimination.
(वे अपने लोगों को गरीबी, वंचित किया जाना, पीड़ा, लैंगिक तथा अन्य सभी प्रकार के भेदभावों से मुक्ति दिलाने के आदर्श तय करते हैं।)

Oral Comprehension Check (Page 21)

1. What do the military generals do ? How has their attitude changed, and why?
(सेना के जनरल क्या करते हैं? उनका दृष्टिकोण कैसे बदला है, और क्यों ?) [Sample Paper March, 2019]
Answer:
At the ceremony the military generals come and salute Mandela. Their behaviour has changed. In the past they would have arrested Nelson Mandela instead of saluting him.
(उत्सव में सेना के जनरल आकर मंडेला को सलाम करते हैं। उनका व्यवहार बदल गया है। बीते समय में वे उसे सलाम करने की अपेक्षा गिरफ्तार कर लेते थे।)

2. Why were two national anthems sung ?
(दो राष्ट्रगान क्यों गाए गए ?)
Answer:
There were two different national anthems in South Africa for the white and the black communities. That is why two national anthems were sung.
(दक्षिण अफ्रीका में गोरे और काले दोनों समुदायों के लिए अलग-अलग राष्ट्रगान थे। इसीलिए दो राष्ट्रगान गाए गए।)

3. How does Mandela describe the systems of government in his country (i) in the first decade, and (ii) in the final decade, of the twentieth century ?
(मडेला अपने देश में सरकार की व्यवस्था का वर्णन कैसे करते हैं, (1) बीसवीं सदी के, प्रारंभिक दशक में (ii) और बीसवीं सदी के, आखिरी दशक में ?)
Answer:
(i) In the first decade of the twentieth century, the political system in South Africa was based on apartheid. That was a period of repression and racial discrimination.
(ii) In the last decade of the twentieth century, there was a remarkable change. The old system was replaced with a system based on equality and freedom for all.
(i) बीसवीं सदी के प्रारंभिक दशक में, दक्षिण अफ्रीका में राजनीतिक व्यवस्था रंगभेद पर आधारित थी। वह दमन और जातीय भेदभाव वाला समय था।
(ii) बीसवीं सदी के अंतिम दशक में, एक बहुत बड़ा परिवर्तन आ गया था। पुरानी व्यवस्था के स्थान पर समानता और सभी के लिए स्वतंत्रता पर आधारित व्यवस्था ने स्थान ले लिया था।)

4. What does courage mean to Mandela ?
(मडेला के लिए साहस का क्या अर्थ है ?)
Answer:
According to Mandela courage does not mean absence of fear but the triumph over it.
(मंडेला के लिए साहस का अर्थ भय की अनुपस्थिति नहीं है बल्कि भय पर विजय हासिल करना है।)

5. Which does he think is natural, to love or to hate ?
(मंडेला के अनुसार कौन-सी बात स्वाभाविक है प्यार करना या घृणा करना ?)
Answer:
He thinks that it is natural to love. Love comes naturally to human heart..
(उसके अनुसार प्यार करना स्वाभाविक है। मनुष्य के हृदय में प्यार स्वाभाविक रूप से आता है।)

Oral Comprehension Check (Page 24)

1. What ‘twin obligations’ does Mandela mention ?
(मडेला किन ‘दोहरे उत्तरदायित्वों की बात करते हैं ?)
Answer:
Mandela says that every citizen has twin obligations. The first obligation is to his family, his parents, his.wife and children. The second obligations is to his people, his community and his country.
(मंडेला कहते हैं कि प्रत्येक इंसान के दोहरे उत्तरदायित्व होते हैं। पहला उत्तरदायित्व उसके परिवार, उसके माता-पिता, उसकी पत्नी और बच्चों के प्रति होता है। दूसरा उत्तरदायित्व उसके लोगों, उसके समुदाय तथा उसके देश के प्रति होता है।)

2. What did being free mean to Mandela as a boy, and as a student ? How does he contrast these “transitory freedoms” with “the basic and honourable freedoms” ?
(मंडेला का एक बच्चे की तरह और एक विद्यार्थी की तरह स्वतंत्र होने से क्या भाव था ? वह किस प्रकार से इन दोनों ‘अस्थायी स्वतंत्रताओं’ का ‘मौलिक और सम्मानजनक स्वतंत्रताओं के साथ विरोधाभास प्रकट करता है ?)
Answer:
As a boy, being free meant to Mandela being free to wander in the fields near his hut, to swim, to run through the village. As a student it meant to be free to stay out at night, to read what he pleased and to go where he chose. However, these were the transitory freedoms’. The “basic and honourable freedoms” were the freedoms for the people to live their lives with dignity and self-respect.
(एक बच्चे की तरह स्वतंत्र होने से मंडेला का भाव अपनी झोंपड़ी के पास स्थित खेतों में घूमने, तैराकी करने और गाँव के बीच से भागने की स्वतंत्रता से था। एक विद्यार्थी के रूप में स्वतंत्रता का उसके लिए अर्थ था रात्रि को घर से बाहर रहने की स्वतंत्रता, अपनी पसंद की पुस्तकें पढ़ने की स्वतंत्रता और अपनी पसंद के स्थानों पर जाने की स्वतंत्रता से था। हालाँकि ये सभी ‘अस्थायी स्वतंत्रताएँ थी। ‘मौलिक और सम्मानजनक स्वतंत्रताएँ’ लोगों के लिए अपना जीवन गरिमा और आत्मसम्मान के साथ जीने की स्वतंत्रताएँ थीं।)

3. Does Mandela think the oppressor is free ? Why/Why not?
(क्या मंडेला के विचार में दमन करने वाला स्वतंत्र है ? क्यों/क्यों नहीं ?) .
Answer:
Mandela thinks that a person who takes away another man’s freedom is a prisoner of hatred. In this sense, the oppressor, like the oppressed, is not free.
(मंडेला के विचार में दूसरे आदमी की स्वतंत्रता का हरण करने वाला व्यक्ति घृणा का बंदी होता है। इस प्रकार से दमन करने वाला व्यक्ति, शोषित व्यक्ति की तरह स्वतंत्र नहीं होता है।)

Thinking about the Text

1. Why did such a large number of international leaders attend the inauguration ? What did it signify the triumph of ?
(इतनी अधिक संख्या में अंतर्राष्ट्रीय नेता उद्घाटन समारोह में उपस्थित क्यों हुए ? यह किस विजय की ओर संकेत कर रहा है ?) ‘
Answer:
A large number of international leaders attended the inauguration to pay their respects. It signified the triumph of human freedom and democracy. It also signified the importance of political independence.

(बहुत अधिक संख्या में अंतर्राष्ट्रीय नेता अपना सम्मान प्रकट करने के लिए उद्घाटन समारोह में उपस्थित हुए। यह मानवीय स्वतंत्रता और लोकतंत्र की विजय के महत्त्व की ओर संकेत करता है। यह राजनीतिक स्वतंत्रता के महत्त्व की ओर भी संकेत करता है।)

2. What does Mandela mean when he says he is “simply the sum of all those African patriots” who had gone before him ?
(मंडेला का यह कहने से क्या भाव है, “वह सामान्य रूप से उन सभी अफ्रीकन देशभक्तों का समावेश है” जो उससे पहले जा चुके थे ?)
Answer:
Mandela means to say that he has the blood of African patriots in him. He has taken inspiration from them. Like them he also underwent difficulty and tortures in his struggle against slavery.
(मंडेला का यह कहने से भाव है कि उसमें अफ्रीकन देशभक्तों का खून है। उसने उनसे प्रेरणा हासिल की है। उनकी तरह उसने भी दासता के खिलाफ संघर्ष में कठिनाई और उत्पीड़नों को सहन किया है।)

3. Would you agree that the “depths of oppression” create “heights of character” ? How does Mandela illustrate this ? Can you add your own examples to this argument ?
(क्या आप इस बात से सहमत होंगे कि “दमन की गहराइयाँ” “चरित्र की ऊँचाइयाँ” पैदा करती हैं। मंडेला इस बात की व्याख्या कैसे करते हैं? क्या इस तर्क में आप अपने स्वयं के उदाहरण भी शामिल कर सकते हैं ?)
Answer:
It is said that difficulties try a man. The more a man suffers, the more determined he becomes to succeed. Mandela underwent decades of oppression and brutality. But these things only made him stronger and more determined. In India we have examples of leaders like Gandhiji, Nehru, Sardar Patel. etc. Their sufferings only made them stronger to fight against the British.
(कहा जाता है कि कठिनाइयाँ आदमी की परीक्षा लेती हैं। कोई आदमी जितना अधिक कष्ट उठाता है, वह सफलता हासिल करने के लिए उतना ही अधिक दृढ़-निश्चयी हो जाता है। मंडेला ने दशकों तक यातना और अत्याचार सहन किया है, परंतु केवल यही चीजें उसे मज़बूत और दृढ़-निश्चयी बनाती हैं। भारत में हमारे सामने गाँधी जी, नेहरू, सरदार पटेल जैसे अनेक नेताओं के उदाहरण हैं। उनके कष्टों ने उन्हें अंग्रेजी राज के खिलाफ लड़ने के लिए केवल मजबूती प्रदान की है।)

4. How did Mandela’s understanding of freedom change with age and experience ?
(आयु और अनुभव के साथ-साथ मंडेला की स्वतंत्रता की अवधारणा में कैसे परिवर्तन आया ?)
Answer:
At first Mandela thought of personal freedom only. He wanted to be free to do whatever he liked and go wherever he liked. But as he grew up, he found that his countrymen were also not free. Now he understood the real meaning of freedom. He decided to fight for the freedom of his people also.
(सर्वप्रथम तो मंडेला केवल व्यक्तिगत स्वतंत्रता के विषय में सोचते थे। वे केवल अपनी पसंद का काम करने और अपनी पसंद के स्थान पर जाने की स्वतंत्रता के बारे में सोचते थे। लेकिन जब वे बड़े हुए तो उन्होंने पाया कि उनके देशवासी भी स्वतंत्र नहीं थे। अब उसने स्वतंत्रता का असली अर्थ समझ लिया था। उसने अपने लोगों की स्वतंत्रता के लिए भी लड़ने का निर्णय ले लिया।)

5. How did Mandela’s ‘hunger for freedom’ change his life ?
(‘स्वतंत्रता की भूख’ ने मंडेला के जीवन को कैसे बदल दिया ?)
Answer:
Mandela’s hunger for freedom changed his life. He decided to fight for freedom. He believed that freedom was his birthright. Now he worked day and night for it. He suffered greatly but his determination did not wave. He was made homeless. He was put into prison. But he remained stuck to his resolution.

Mandela’s ‘hunger for freedom’ changed him into a great man, a statesman, and a visionary. He worked day and night for it. He underwent physical and mental tortures for obtaining freedom for his own people.

(स्वतंत्रता की भूख ने मंडेला के जीवन को बदल दिया। उसने स्वतंत्रता के लिए लड़ने का निर्णय लिया। वे मानते थे कि स्वतंत्रता उनका जन्मसिद्ध अधिकार है। अब वे दिन-रात इसके लिए काम कर रहे थे। उन्होंने बहुत अधिक कष्ट उठाए परंतु उनका इरादा नहीं बदला। उन्हें बेघर कर दिया गया। उन्हें जेल में डाल दिया गया। लेकिन वे अपने इरादे पर अडिग रहे।

‘स्वतंत्रता की भूख’ ने मंडेला को एक महान् आदमी, एक राजनेता और एक दार्शनिक में बदल दिया। उसने दिन-रात इसके लिए कार्य किया। उन्हें अपने लोगों के लिए स्वतंत्रता हासिल करने के लिए शारीरिक और मानसिक कष्ट उठाने पड़े।)

Thinking about Language

I. There are nouns in the text (formation, government, which are formed from the corresponding verbs (form, govern) by suffixing-(at) ion or ment. There may be a change in the spelling of some verb noun pairs : such as rebel, rebellion; constitute, constitution.

1. Make a list of such pairs of nouns and verbs in the text.

Noun Verb
rebellion rebel
constitution constitute

Answer:

Noun Verb
inauguration inaugurate
installation Install
contribution contribute
formation form

2. Read the paragraph below. Fill in the blanks with the noun forms of the verbs in brackets.
Martin Luther King’s ……………. (contribute) to our history as an outstanding leader began when he came to the ……………. (assist) of Rosa Parks, a seamstress who refused to give up her seat on a bus to a white passenger. In those days American Blacks were confined to positions of second class citizenship by restrictive laws and customs. To break these laws would mean ………….. (subjugate) and …………….. (humiliate) by the police and the legal system. Beatings,
…… (imprison) and sometimes death awaited those who defied the System. Martin Luther King’s tactics of protest involved non-violent. …………….(resist) to racial injustice.
Answer:
contribution
assistance
subjugation
humiliation
imprisonment
resistance

II.. Using the Definite Article with Names

You know that the definite article ‘the’ is not normally used before proper nouns. Nor do proper nouns usually occur in the plural. (We do not say: *The Nelson Mandela, or Nelson Mandelas.) But now look at this sentence from the text : …the decades of oppression and brutality … produced the Oliver Tambos, the Walter Sisulus, …of our time.
Used in this way with the and/or in the plural, a proper noun carries a special meaning. For example, what do you think the names above mean?

Choose the right answer :

(a) for example Oliver Tambo, Walter Sisulu. …
(b) many other men like Oliver Tambo, Walter Sisulu …/ many men of their type or kind, whose names may not be as well known.
Did you choose option (b) ? Then you have the right answer !

Here are some more examples of the used with proper names. Try to say what these sentences mean. (You may consult a dictionary if you wish. Look at the entry for “the”.)

1. Mr Singh regularly invites the Amitabh Bachchans and the Shah Rukh Khans to his parties.
2. Many people think that Madhuri Dixit is the Madhubala of our times.
3. History is not only the story of the Alexanders, the Napoleons and the Hitlers, but of ordinary people as well.
Answer:
1. This means that Mr Singh regularly invites famous film stars, that is, pecple like Amitabh : Bachchan and Shah Rukh Khan to his parties.
2. It means Madhuri Dixit is like Madhubala in her looks as well in her acting abilities.
3. The writer means to say that history is not only the story of great persons like Alexander, Napoleon and Hitler. Ordinary persons are also part of history.

III. Idiomatic Expressions

Match the italicised phrases in Column A with the phrase nearest in meaning in Column B. (Hint: First look for the sentence in the text in which the phrase in Column A occurs.)

A B
1. I was not unmindful of the
fact
(i) had not forgotten; was aware of the fact
(ii) was not careful about the fact
(iii) forgot or was not aware of the fact
2. when my comrades and I
were pushed to our limits
(i) pushed by the guards to the wall
(ii) took more than our share of beatings
(iii) felt that we could not endure the suffering any longer
3. to reassure me and keep
me going
(i) make me go on walking
(ii) help me continue to live in hope in this very difficult
situation
(iii) make me remain without complaining
4. the basic and honourable
freedoms of … earning my keep….
(i) earning enough money to live on
(ii) keeping what I earned
(iii) getting a good salary.

Answer:

A B
1. I was not unmindful of the
fact
(i) had not forgotten; was aware of the fact
2. when my comrades and I
were pushed to our limits
(iii) felt that we could not endure the suffering any longer
3. to reassure me and keep
me going
(iii) make me remain without complaining
4. the basic and honourable
freedoms of … earning my keep….
(i) earning enough money to live on

I. Look at the following sentence from the story :

Speaking

In groups, discuss the issues suggested in the box below. Then prepare a speech of about two minutes on the following topic. (First make notes for your speech in writing.)
True liberty is freedom from poverty, deprivation and all forms of discrimination.

• causes of poverty and means of overcoming it
• discrimination based on gender, religion, class, etc.
• constitutionally guaranteed human rights
Answer:
For discussion at class level. There are three topics in the question. One is full solved for the students. Notes have been given for the other two topics. The students may develop into a speech as an exercise.

Causes of Poverty and Means of Overcoming It

NOTES

Causes: Lack of employment – no means of livelihood – no work available – large families – illiteracy – ignorance – superstitious beliefs – dependence on others, etc.
Means of overcoming the poverty : Search for work – seek government help – manual work – small families – avoiding superstitions – developing the habit of working hard.

SPEECH

Respected Principal, worthy teachers and my dear friends:
Today, the topic of my speech before you is the “Causes of Poverty and Means of Overcoming It.” We all know that poverty is a curse. There are many causes of poverty in our country. The major reason is lack of employment. In India we do not have job opportunities for everyone. As a result a large number of people are out of jobs. They have to face poverty. Apart form jobs, other means of livelihood are also not enough. The farmers have to remain unemployed for about six months in a year. During this period, no work is available to them. This leads to their poverty. Even manual work is not available in sufficient quantity. Our growing population is also responsible for poverty. We have superstitious beliefs. We believe that there must be at least one son in a family. In the hope of getting a son, we go on adding to the population of India. As a result, there cannot be job opportunities for all of them.

We can take a number of steps to overcome poverty. First of all, the government should adopt measures which ensure that there are enough job opportunities in India. There should be work for farmers when they are unemployed for six months in a year. More and more factories should be set up and developmental works should be taken up. The growing population should be checked. People should be educated so that they do not have superstitious beliefs. If we all work together, we can remove poverty from our country.

*Discrimination Based on Gender, Religion, Class, etc.

NOTES

Historical and cultural reasons – male dominated society – division of work – women were given the job of looking after the household Dmen fought and worked for the safety of the communities – as a result, women were treated as weaker sex – religious beliefs – superstitious beliefs – more importance to son in a family, etc.

* Constitutionally Guaranteed Human Rights.

NOTES
Indian constitution guarantees equal rights to every Indian — no discrimination on the basis of religion, caste, colour, etc.— right to speech, liberty, etc. – provision of many acts against mental or physical torture of any one — law against child labour – punishment for treating fellow human beings unfairly – still human rights are violated – children can be seen working in factories – the government should tackle these violations firmly.

Writing

1. Looking at Contrasts

Nelson Mandela’s writing is marked by balance : many sentences have two parts in balance.
Use the following phrases to complete the sentences given below.
(i) they can be taught to love.
(ii) I was born free.
(iii) but the triumph over it.
(iv) but he who conquers that fear.
(v) ‘to create such heights of character.

1. It requires such depths of oppression …..
2. Courage was not the absence of fear ….
3. The brave man is not he who does not feel afraid .
4. If people can learn to hate ………………
5. I was not born with a hunger to be free …………..
Answer:
1. It requires such depths of oppression to create such heights of character.
2. Courage was not the absence of fear but the triumph over it.
3. The brave man is not he who does not feel afraid, but he who conquers that fear.
4. If people can learn to hate, they can be taught to love.
5. I was not born with a hunger to be free, I was born free.

II. This text repeatedly contrasts the past with the present or the future. We can use coordinated clauses to contrast two views, for emphasis or effect.

Given below are sentences carrying one part of the contrast. Find in the text the second part of the contrast, and complete each item. Identify the words which signal the contrast. This has been done for you in the first item.

1. For decades the Union Buildings had been the seat of white supremacy, and now ….
2. Only moments before, the highest generals of the South African defence force and police ……………… saluted me and pledged their loyalty. … not so many years before they would not have saluted ……..
3. Although that day neither group knew the lyrics of the anthem … they would soon……………….
4. My country is rich in the minerals and gems that lie beneath its soil……………………………….
5. The Air Show was not only a display of pinpoint precision and military force, but…………
6. It was this desire for the freedom of my people … that transformed ……………… into a bold one, that drove …………………. to become a criminal, that turned …… into a man without a home.
Answer:
1. …… it was the site of a rainbow gathering of different colours and nations …..
2. …… they would not have saluted but arrested me.
3. …… neither group knew the lyrics of the anthem they once despised …..
4. …… I have always known that its greatest wealth is its people, finer and truer than the purest diamonds.
5. …. a demonstration of the military loyalty to democracy, to a new government……
6. …. a frightened young man ….. a law-abiding attorney to become a criminal, that turned a family loving husband into a man without a home.

III. Expressing Your Opinion

Do you think there is colour prejudice in our own country ? Discuss this with your friend and write a paragraph of about 100 to 150 words about this. You have the option of making your paragraph a humorous one. (Read the short verse given below.)

When you were born you were pink
When you grew up you became white
When you are in the sun you are red
When you are sick you are yellow
When you are angry you are purple
When you are shocked you are grey.
And you have the cheek to call me ‘coloured’.
Answer:
Colour Prejudice in the Country

There is no colour prejudice in our country as it is practiced in the West. We do not discriminate on the basis of colour. We have very dark as well as very fair people in our country. There is no discrimination in the matter of education, jobs, etc. Even in personal life, there is no discrimination. However, there is a subtle sense of discrimination that we prefer girls of whitish complexion as our wives or beloveds. In this matter the girls who are very fair in colour think themselves a bit superior to those with dark skins, at least in the matter of beauty.

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