JDU को मिले 30 वोट पर सुशील मोदी ने कसा तंज, कहा- ललन का हार से स्वागत, नीतीश अब तेजस्वी को कमान सौंप दें
JDU को मिले 30 वोट पर सुशील मोदी ने कसा तंज, कहा- ललन का हार से स्वागत, नीतीश अब तेजस्वी को कमान सौंप दें
पटना, राज्य ब्यूरो। राज्यसभा सदस्य एवं राज्य के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने कहा कि जहां भाजपा ने गुजरात में 156 सीट जीतकर रिकाॅर्ड कायम किया वहां जदयू के बापूनगर विधानसभा के उम्मीदवार पठान इम्तियाज सिदखान ने 30 वोट लाकर गुजरात में सबसे कम वोट लाने का रिकार्ड बनाया है। चुनाव आयोग के अनुसार भाजपा को 52.50 प्रतिशत मत मिला वहीं जदयू को शून्य प्रतिशत मत प्राप्त हुए।
मोदी ने कहा कि आप ने 13 प्रतिशत वोट प्राप्त कर राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा प्राप्त कर लिया। वहीं जदयू शून्य प्रतिशत मत प्राप्त कर क्षेत्रीय पार्टी के दर्जे तक सीमित रह गई। मोदी ने कहा कि विपक्षी एकता मरे हुए घोड़े के समान है जिसको जितनी भी चाबुक लगाई जाए वह घोड़ा और खड़ा नहीं हो सकता।
केजरीवाल ने अपने बलबूते दो राज्यों में सरकार और राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा आप को दिला दिया। वहीं, नीतीश कुमार अपने गृह राज्य में भी बड़ी मुश्किल से 45 सीट अपनी पार्टी को जिता पाए। उन्होंने कहा कि कुढ़नी और गुजरात पर ललन सिंह चुप क्यों है? ललन सिंह की दूसरी पारी की शुरुआत हार से हो रही है। बेहतर है कि जदयू अपना विलय राजद में कर तेजस्वी को बिहार की कमान सौंप दें।
भाजपा को अति पिछड़ों से चिढ़ है: चौधरी
जदयू ने भाजपा को अति पिछड़ा विरोधी बताते हुए कहा है कि उसकी लाख कोशिशों के बावजूद नगर निकायों का चुनाव रूका नहीं, निर्धारित समय पर होने जा रहा है। जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह ऊर्फ ललन सिंह ने शनिवार को पूर्व उप मुख्यमंत्री एवं भाजपा के राज्यसभा सदस्य सुशील कुमार मोदी को संबोधित टवीट में लिखा-नगर निकाय चुनाव में अति पिछड़े वर्ग के आरक्षण को समाप्त कराने और चुनाव रुकवाने के प्रयास में भाजपा विफल हो गई है।
नगर निकाय चुनाव स्थगित कराने एवं एकलपद पर आरक्षण समाप्त करने के लिए एसएलपी दायर कर तुरंत सुनवाई के लिए पांच दिसंबर और नौ दिसंबर के आग्रह को सर्वोच्च न्यायालय ने अस्वीकार कर दिया है। जनवरी में सुनवाई की तिथि निर्धारित कर दी है। आप लोगों की साजिश का पर्दाफाश हो गया है। षड्यंत्र असफल हो गया है।
वित्त मंत्री एवं जदयू के वरिष्ठ नेता विजय कुमार चौधरी ने कहा कि भाजपा अथक प्रयास करके भी नगर निकायों के चुनाव को रोक नहीं पाई। बिहार सरकार ने उच्चतम न्यायालय के दिशा निर्देश के मुताबिक ‘डेडिकेटेड आयोग’ गठित कर उसके प्रतिवेदन के आधार पर नगर निकाय चुनाव में अति पिछड़ों का आरक्षण बरकरार रखने का फैसला लिया। राज्य चुनाव आयोग ने नई तिथियां घोषित की। पता नहीं भाजपा को अति पिछड़ों के आरक्षण से क्या चिढ़ है।
भाजपा के वरिष्ठ नेतागण तत्काल चुनाव रोकने की साजिश में लग गए। भाजपा ने घोषणा कर दी कि हर हाल में चुनाव स्थगित होंगे। उम्मीदवार प्रचार में खर्च न करें। उन्होंने कहा कि उच्चतम न्यायालय ने चुनाव रोकने से मना कर दिया है। इससे भाजपा का अति पिछड़ा विरोधी चेहरा पूरी तरह से बेनकाब हो चुका है। नीतीश सरकार की अति पिछड़ों को आरक्षण के प्रति प्रतिबद्धता कायम रही है।
नए अध्यक्ष के सम्मान के बहाने शक्ति प्रदर्शन की तैयारी में कांग्रेस
प्रदेश कांग्रेस के नए अध्यक्ष डॉ. अखिलेश प्रसाद सिंह रविवार को पटना आ रहे हैं। अध्यक्ष बनने के बाद डॉ. अखिलेश की यह पहली बिहार यात्रा है। पार्टी नेता अध्यक्ष के स्वागत की तैयारियों में जुटे हैं। अध्यक्ष के स्वागत, सम्मान के बहाने शक्ति प्रदर्शन की भी तैयारी है। अखिलेश के साथ कार्यक्रम में लोकसभा की पूर्व अध्यक्ष मीरा कुमार, पूर्व केंद्रीय मंत्री आनंद शर्मा, राष्ट्रीय महासचिव तारिक अनवर और बिहार प्रभारी भक्त चरण दास भी मौजूद रहेंगे।
पार्टी आलाकमान ने मदन मोहन झा को कार्य मुक्त करते हुए बिहार कांगेस की कमान डा. अखिलेश प्रसाद सिंह को सौंपी है। अखिलेश की छवि तेज तर्रार नेता की है। चर्चा है कि 2024 के लोकसभा चुनाव और 2025 के विधानसभा चुनाव की रणनीति पर काम करने के लिए अखिलेश प्रसाद को बिहार का अध्यक्ष नियुक्त किया गया है। नए अध्यक्ष सुबह 11 बजे विमान से पटना हवाई अड्डे पर उतरेंगे।
एयरपोर्ट से वे मोटर साइकिल जुलूस के साथ के साथ रोड़ शो करते पुनाई्रचक पार्क पहुंच जवाहर लाल नेहरू की प्रतिमा पर माल्यार्पण करेंगे। इसके बाद जुलूस के साथ बापू सभागार पहुंचेंगे। जहां उनका स्वागत होगा। अखिलेश के बहाने कांग्रेस अपने विरोधियों को अपनी ताकत का एहसास भी कराएगी। इधर अखिलेश के स्वागत में वर्षो बाद कांग्रेस मुख्यालय सदाकत आश्रम की किस्मत भी बदल गई है। सदाकत आश्रम का रंग रोगन कर इसे नया रूप दिया जा रहा है।
भाजपा विरोधी वोटों के बिखराव से हुई हार: भाकपा
भाकपा के राज्य सचिव रामनरेश पांडेय ने कहा है कि भाजपा विरोधी वोटों के बिखराव के कारण कुढ़नी में महागठबंधन के उम्मीदवार मनोज कुशवाहा की हार हुई है। महागठबंधन मजबूती से लड़ा। 73 हजार से अधिक वोट भी आया। लेकिन, हम भाजपा विरोधी वोटों को पूरी तरह एकजुट नहीं रख पाए। उन्होंने कहा कि महागठबंधन कुढ़नी की चूक की समीक्षा करे। आपसी समन्वय बनाकर लोकसभा चुनाव की तैयारी में जुट जाए।
source – jagran
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