12 बाइक के साथ पकड़ा गया गोविंदपुर का सिराज शेख

गोविंदपुर.

चोरी की बाइक की खरीद-बिक्री के आरोपी गोविंदपुर गांव भीतर निवासी सिराज शेख को मंगलवार को पुलिस ने गिरफ्तार किया. आरोप है कि वह सूद पर पैसे भी लगाता था. इसके एवज में वह लोगों के उनकी बाइक गिरवी रखता था. इस संबंध में पुलिस को पिछले कई दिनों से लगातार सूचना मिल रही थी. कई लोगों ने इस संबंध में पुलिस से शिकायत भी की थी. जानकारी मिलने के बाद सिटी एसपी अजीत कुमार के नेतृत्व में गठित एसआइटी ने मंगलवार को गोविंदपुर गांव भीतर में सिराज शेख के घर पर छापेमारी की. इस क्रम में घर से 12 बाइक जब्त की गयी. सिराज को बुधवार को जेल भेज दिया गया है. इस संबंध में गोविंदपुर थाना में (कांड 87 /2024 दिनांक 2-4- 2024) धारा 413, 414, 484 व 506 व धारा 5 झारखंड प्राइवेट मनी लेंडिंग प्रोविजन 2016 के तहत प्राथमिकी दर्ज की गयी है. इधर, मामले को लेकर बुधवार को गोविंदपुर थाना में सिटी एसपी ने प्रेस कांफ्रेंस कर घटना की जानकारी दी. मौके पर गोविंदपुर पुलिस इंस्पेक्टर सह थाना प्रभारी रविकांत प्रसाद, निरसा थाना प्रभारी सह इंस्पेक्टर मनजीत कुमार व अन्य मौजूद थे. छापेमारी टीम में निरसा अंचल निरीक्षक अक्षय राम, एसआइ शैलेंद्र कुमार, दिनेश प्रसाद मेहता, एएसआइ विजय कुमार श्रीवास्तव, आरक्षी शिवनारायण महतो, मेघनाथ सिह, सरजू राम, संजय महतो आदि शामिल थे.

जरूरतमंदों को बनाता था शिकार :

सिटी एसपी अजीत कुमार ने बताया कि सिराज शेख जरूरतमंद लोगों अपने जाल में फंसाता था. उनकी बाइक गिरवी रखकर ऊंचे ब्याज दर पर पैसा उधार देता था. इसके साथ ही वह चोरी की बाइक भी खरीदता था. छापेमारी के क्रम में उसके घर से बरामद 12 बाइक में चार ऐसे मिले, जिनमें इंजन व चेचिस को पंच कर दिया गया था. उसके स्थान पर बाइक का नंबर डाल दिया गया है. इसके साथ ही कई बाइक में नंबर प्लेट नहीं था, जबकि कई बाइक में बदलाव किया गया था. सिटी एसपी ने बताया कि पुलिस जल्द उसे रिमांड पर लेगी. पूछताछ के बाद मामले का खुलासा होगा.

चार लोग पहुंचे थाना :

पुलिस ने बताया कि सिराज शेख के पकड़े जाने की सूचना मिलते ही चार लोग थाना पहुंचे और बताया कि उससे सूद पर रुपये लिये थे. उसने उनकी बाइक गिरवी रख ली थी. इतना ही नहीं वह मूल धन के अलावा सूद के रूप में एक हजार रुपये प्रतिमाह लेता था.

किराये के घर पर चलाता था धंधा:

पुलिस ने बताया कि जब सिराज शेख के घर पर छापेमारी की गयी, तो पता चला कि वह किराये के मकान को लेकर अपना धंधा करता है और वहां लोगों की भीड़ रहती थी.

जो गाड़ियां जब्त हुईं

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