सड़कों से गायब हो जाएंगे 40 हजार ऑटो व इ-रिक्शा! चालकों के किया हड़ताल का ऐलान, यात्रियों की बढ़ेगी मुश्किलें..

Patna News: राजधानी पटना में सोमवार से दो दिवसीय ऑटो और ई-रिक्शा हड़ताल की शुरुआत हो गई है. शहर के करीब 40 हजार ऑटो और ई-रिक्शा दो दिन तक सड़कों से नदारद रहेंगे. इसका व्यापक असर आम लोगों की आवाजाही पर पड़ेगा. खासकर परीक्षा देने पटना के बाहर से आने वाले छात्रों को परेशानी होगी. यह हड़ताल ऑटो एवं ई-रिक्शा संयुक्त संघर्ष मोर्चा द्वारा बुलाई गई है, जिसमें कुल 9 यूनियनें शामिल हैं.

मोर्चा के अनुसार, 10 सूत्रीय मांगों को लेकर यह आंदोलन किया जा रहा है. यदि प्रशासन ने उनकी मांगों पर ध्यान नहीं दिया, तो अनिश्चितकालीन हड़ताल का भी एलान किया जा सकता है.

इन प्रमुख रूटों पर नहीं चलेंगे ऑटो-रिक्शा

पटना जिला ऑटो रिक्शा चालक संघ के अध्यक्ष पप्पू यादव ने बताया कि अगर सरकार ने हमारी मांगों पर समय रहते कार्रवाई नहीं की, तो हम अनिश्चितकालीन हड़ताल पर भी जा सकते हैं. फिलहाल, नौ यूनियन मिलकर ऑटो एवं ई-रिक्शा संयुक्त संघर्ष मोर्चा का गठन कर चुके हैं. शहर में करीब 40 हजार ऑटो और ई-रिक्शा चल रहे हैं, जो दो दिनों तक पूरी तरह बंद रहेंगे.

प्रमुख रूटों की बात करें, तो पटना जंक्शन से गांधी मैदान के बीच लगभग 500 ऑटो, कंकड़बाग, हनुमान नगर, पटना सिटी, अगमकुआं आदि क्षेत्रों में 6000 ऑटो, बोरिंग रोड और बेली रोड पर 4000 ऑटो, जीपीओ गोलंबर से फुलवारी शरीफ तक 1500-2000 ऑटो, गांधी मैदान से दानापुर तक 1500 ऑटो, और अशोक राजपथ मार्ग पर 3000 ऑटो चलते हैं. ये सभी रूट हड़ताल से प्रभावित रहेंगे.

इन 10 मांगों को लेकर हड़ताल पर उतरे चालक

1. पटना जंक्शन के पास लागू की गई नई ट्रैफिक व्यवस्था की पुनः समीक्षा की जाए.

2. ऑटो स्टैंड के पास यात्रियों और चालकों के लिए पेयजल एवं शौचालय की व्यवस्था हो

3. रिजर्व ऑटो को प्रतिबंधित क्षेत्रों को छोड़कर अन्य सभी स्थानों पर चलने की अनुमति मिले.

4. परमिट रिनुअल कराने में 20 हजार रुपये की भारी भरकम फीस का विरोध.

5. शहर के बाहर फिटनेस सेंटर होने से समय और पैसा दोनों की बर्बादी.

6. दानापुर स्टेशन से गुजरते समय ₹50 और पाटलिपुत्र स्टेशन पर ₹70 की अवैध वसूली को रोका जाए.

7. ड्राइविंग टेस्ट का कार्य एजेंसी से हटाकर RTO को सौंपा जाए.

8. कैब एप के जरिए प्राइवेट वाहन का व्यावसायिक उपयोग बंद कराया जाए.

9. सभी प्रमुख रूटों पर स्थायी स्टैंड की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए.

10. पुलिस और ट्रैफिक द्वारा होने वाले कथित उत्पीड़न पर लगाम लगे.

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