विदेशी पूंजी के दम पर शेयर बाजार बम-बम, सेंसेक्स ने लगाई 1046.30 अंकों की छलांग
Stock Market: विदेशी पूंजी प्रवाह बढ़ने और एशियाई बाजारों के सकारात्मक रुख की वजह से कारोबारी सप्ताह के आखिरी सत्र शुक्रवार को घरेलू शेयर बाजार बम-बम करता रहा. कारोबार के आखिर में बंबई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) का प्रमुख संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 1.29% या 1046.30 अंक की जोरदार छलांग लगाकर 82,408.17 अंक के स्तर पर पहुंच गया. नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी 1.29% या 319.15 अंक की बढ़त के साथ 25,112.40 अंक पर बंद हुआ. सुबह के शुरुआती कारोबार में बीएसई सेंसेक्स सपाट शुरुआत के बाद 289.43 अंक चढ़कर 81,651.30 अंक पर पहुंच गया. एनएसई निफ्टी 88.25 अंक की बढ़त के साथ 24,881.50 अंक पर रहा.
बीएसई सेंसेक्स में भारती एयरटेल को सबसे अधिक मुनाफा
शेयर बाजार के कारोबार के आखिर में बीएसई सेंसेक्स में सूचीबद्ध 30 कंपनियों में से 29 के शेयर मुनाफे में रहे. इनमें सबसे अधिक मुनाफा भारती एयरटेल ने कमाया. बीएसई में लाभ में रहने वाले दूसरे शेयरों में महिंद्रा एंड महिंद्रा, पावरग्रिड, रिलायंस इंडस्ट्रीज, नेस्ले इंडिया, नेशनल थर्मल पावर कॉरपोरेशन, जोमैटो, एचडीएफसी बैंक, एचसीएल टेक्नोलॉजीज, भारतीय स्टेट बैंक, कोटक महिंद्रा बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, लार्सन एंड टुब्रो और सनफार्मा आदि प्रमुख हैं. हालांकि, केवल एक कंपनी मारुति एंड सुजुकी का शेयर नुकसान में रहा.
एनएसई निफ्टी में टाटा की ट्रेंट रही टॉप गेनर
एनएसई निफ्टी 50 में 44 कंपनियों के शेयर मुनाफे में रहे, जबकि 6 कंपनियों के शेयर लाल निशान पर बंद हुए. इन 50 कंपनियों में टाटा ग्रुप की ट्रेंट के शेयर सबसे अधिक मुनाफे में रहे. लाभ कमाने वाले दूसरे शेयरों में जियो फाइनेंस, महिंद्रा एंड महिंद्रा, भारतीय एयरटेल और नेस्ले इंडिया प्रमुख हैं. हालांकि, हीरो मोटोकॉर्प, डॉ रेड्डी, मारुति सुजुकी, ओएनजीसी और एक्सिस बैंक के शेयर नुकसान में रहे.
क्या कहते हैं बाजार विश्लेषक
जियोजित इन्वेस्टमेंट्स लिमिटेड के मुख्य निवेश रणनीतिकार डॉ वीके विजयकुमार कहते हैं, ”निफ्टी पिछले एक महीने से 24500-25000 रेंज में कारोबार कर रहा है और निकट भविष्य में भी इसी रेंज में रहने की संभावना है. इस रेंज का ऊपरी हिस्सा केवल इजरायल-ईरान संघर्ष के कम होने या युद्ध के अचानक समाप्त होने की खबर पर ही टूट सकता है. इस पर अनिश्चितता बरकरार है. उन्होंने कहा कि निफ्टी के निचले रेंज के टूटने की संभावना नहीं है, क्योंकि घरेलू संस्थानों द्वारा बड़ी खरीदारी गिरावट पर उभरेगी. उन्होंने कहा कि अगर युद्ध जारी रहता है और कच्चा तेल 85 डॉलर से ऊपर चढ़ता है, तब रेंज का निचला बैंड टूटेगा.
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एशियाई बाजारों का हाल
एशिया के दूसरे बाजारों की बात करें, हांगकांग के हैंगसेंग और दक्षिण कोरिया के कॉस्पी में सकारात्मक रुख रहा, जबकि जापान के निक्केई और चीन के शंघाई कंपोजिट नुकसान में रहे. यूरोपीय बाजारों में बढ़त देखी जा रही है. गुरुवार को अमेरिकी बाजार सकारात्मक रुख के साथ बंद हुए थे. वैश्विक तेल बाजार में ब्रेंट क्रूड 0.22% की गिरावट के साथ 77.00 डॉलर प्रति बैरल के स्तर पर कारोबार करता दिखाई दिया.
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