मथुरा-वृंदावन और कानपुर को मिलेगा विकास का महावरदान
Cm Yogi Gifts: लखनऊ में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ‘विजन 2030’ के अंतर्गत मथुरा-वृंदावन और कानपुर के विकास कार्यों की समीक्षा की. बैठक में मथुरा-वृंदावन के लिए 30,080 करोड़ रुपये की लागत से 195 परियोजनाएं और कानपुर के लिए 37 हजार करोड़ की लागत से 61 परियोजनाएं प्रस्तुत की गईं. मुख्यमंत्री ने इन योजनाओं को विकास और रोजगार की दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण बताया.
एकीकृत कार्यालय परिसर से लोगों को मिलेगी राहत
मुख्यमंत्री योगी ने मथुरा और कानपुर में जिला और मंडलस्तरीय सभी सरकारी कार्यालयों को एक ही परिसर में स्थापित करने के निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि ऐसे इंटीग्रेटेड कॉम्प्लेक्स में अधिवक्ता चैंबर, फूड कोर्ट, पार्किंग और अन्य नागरिक सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएं, ताकि आमजन को अलग-अलग कार्यालयों के चक्कर लगाने की आवश्यकता न पड़े और प्रशासनिक कार्यों में सुगमता आए.
मथुरा-वृंदावन में धार्मिक पर्यटन को मिलेगा बढ़ावा
मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि मथुरा-वृंदावन क्षेत्र की धार्मिक और सांस्कृतिक गरिमा को ध्यान में रखते हुए विकास योजनाएं तैयार की जाएं. 30,080 करोड़ रुपये की लागत से प्रस्तावित 195 परियोजनाओं में से 23 पर काम शुरू हो चुका है. उन्होंने वृंदावन परिक्रमा मार्ग पर फसाड के समग्र विकास, डिजिटल म्यूजियम, कन्वेंशन सेंटर और पर्यावरणीय पथ के निर्माण की बात कही. इसके साथ ही, स्वामी हरिदास प्रेक्षागृह में उनकी प्रतिमा स्थापित करने, जवाहर बाग परिसर में कृष्ण लोक पार्क बनाने और राधारानी की अष्टसखियों के मंदिरों तक पहुंचने वाले मार्गों के विकास को प्राथमिकता देने के निर्देश दिए. बची हुई भूमि को सिटी फॉरेस्ट के रूप में विकसित करने की योजना भी बनाई गई है.
कानपुर में 61 परियोजनाओं से होगा कायाकल्प
कानपुर के लिए प्रस्तावित 61 परियोजनाओं पर लगभग 37 हजार करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे. इन परियोजनाओं में सार्वजनिक परिवहन व्यवस्था का विस्तार, औद्योगिक क्षेत्रों का विकास, आधुनिक टाउनशिप, स्वास्थ्य और शिक्षा संस्थानों की स्थापना, लॉजिस्टिक्स हब और पर्यटन को बढ़ावा देने की योजनाएं शामिल हैं. न्यू कानपुर सिटी के तहत 153 हेक्टेयर क्षेत्र में 1,169 करोड़ रुपये की लागत से ‘सिटी विदिन द सिटी’ की अवधारणा पर काम किया जा रहा है. इसके अलावा नॉलेज सिटी, मेडीसिटी, अटल नगर (लैंड पूलिंग मॉडल), ईवी पार्क, एयरोसिटी और मेगा एमएसएमई क्लस्टर जैसी योजनाएं कानपुर की सामाजिक और आर्थिक गतिविधियों को गति देने के उद्देश्य से तैयार की गई हैं.
यातायात व्यवस्था होगी बेहतर, जाम से मिलेगी मुक्ति
मुख्यमंत्री ने कानपुर शहर में जाम की समस्या को लेकर चिंता जताई और अतिक्रमण हटाकर स्थायी समाधान सुनिश्चित करने के निर्देश दिए. उन्होंने शहर के बीच स्थित वर्तमान बस स्टैंड को बाहरी क्षेत्र में स्थानांतरित करने की आवश्यकता बताई. विकास की 29 परियोजनाओं में मास्टर प्लान रोड्स, आउटर रिंग रोड, ट्रांस गंगा ब्रिज, रैपिड रेल ट्रांजिट सिस्टम (आरआरटीएस), मेट्रो विस्तार, इंटीग्रेटेड बस टर्मिनल, रोड जंक्शन सुधार और इलेक्ट्रिक बसों का संचालन शामिल हैं.
उपस्थित रहे वरिष्ठ मंत्री और अधिकारी
इस अहम बैठक में कैबिनेट मंत्री राकेश सचान, विभिन्न विभागों के वरिष्ठ अधिकारी, साथ ही मथुरा और कानपुर प्रशासन के प्रतिनिधि उपस्थित रहे. सभी ने मिलकर इन दोनों प्रमुख शहरों के बहुआयामी विकास की दिशा में विस्तृत चर्चा की.