“दिमाग की हालत स्थिर नहीं”, विनोद कांबली की हालत चिंताजनक, डॉक्टर ने दिया ताजा हेल्थ अपडेट

Vinod Kambli: ठाणे के आकृति अस्पताल में पूर्व भारतीय क्रिकेटर विनोद कांबली का इलाज कर रहे डॉ विवेक द्विवेदी ने मंगलवार को बताया कि 52 वर्षीय कांबली की मस्तिष्क की स्थिति स्थिर नहीं है. घर पर मांसपेशियों में ऐंठन और चक्कर आने के बाद कांबली को शनिवार शाम को अस्पताल में भर्ती कराया गया था. कांबली की तबीयत पर चर्चा उस समय तेज हो गई, जब प्रसिद्ध कोच रमाकांत आचरेकर के स्मार के अनावरण के समय महान सचिन तेंदुलकर ने कांबली से मुलाकात की. उस समय कांबली काफी कमजोर दिख रहे थे और खड़े होने में भी असमर्थ थे.

डॉक्टर ने बताया क्या समस्या है कांबली को

समाचार एजेंसी एएनआई से बात करते हुए डॉ विवेक द्विवेदी ने बताया कि कांबली को जब भर्ती कराया गया था, तब उन्हें तेज बुखार था. डॉक्टर ने बताया कि पूर्व क्रिकेटर की हालत स्थिर है, उनका इलाज और फिजियोथेरेपी जारी है और 2-3 दिन में उन्हें छुट्टी मिलने की उम्मीद है.” डॉ विवेक ने आगे कहा, “हमने उन्हें शनिवार शाम को भर्ती कराया था. उन्हें घर पर मांसपेशियों में ऐंठन और चक्कर आ रहे थे. उन्हें तेज बुखार था और ऐंठन के कारण चलने में कठिनाई हो रही थी.”

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अगले 2-3 दिनों में अस्पताल से मिल सकती है छुट्टी

डॉ विवेक ने कहा, “जांच करने पर पता चला कि उन्हें मूत्र संक्रमण है, साथ ही सोडियम और पोटेशियम की कमी है, जिससे ऐंठन हो रही थी. मस्तिष्क स्कैन में पुराने थक्के पाए गए, जो हाल ही में हुए स्ट्रोक की वजह से हो सकते हैं. उन्हें निम्न रक्तचाप के कारण आईसीयू में भर्ती कराया गया था. उनकी महत्वपूर्ण स्थिति स्थिर है, उनका उपचार और फिजियोथेरेपी जारी है. हम उन्हें 2-3 दिनों में छुट्टी देने की योजना बना रहे हैं. हालांकि, उनके मस्तिष्क की स्थिति स्थिर नहीं है, और उनमें परिवर्तन देखे गए हैं. हम उनके रिहैब को प्राथमिकता दे रहे हैं.”

कांबली ने सचिन का किया शुक्रिया

शनिवार को अस्पताल में भर्ती होने के बाद विनोद कांबली ने कहा कि वह बेहतर महसूस कर रहे हैं और उन्होंने सचिन तेंदुलकर से मिली मदद के लिए उनका आभार व्यक्त किया. कांबली ने एएनआई से कहा, “मैं अब बेहतर महसूस कर रहा हूं. मैं क्रिकेट कभी नहीं छोड़ूंगा क्योंकि मुझे अपने द्वारा बनाए गए शतक और दोहरे शतक याद हैं. परिवार में हम तीन बाएं हाथ के खिलाड़ी हैं. मैं सचिन तेंदुलकर का शुक्रगुजार हूं, क्योंकि उनका आशीर्वाद हमेशा मेरे साथ रहा है.”

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