ताला तोड़कर स्कूल में चली ‘पीडीए पाठशाला’, सपा नेता पूजा शुक्ला पर एफआईआर दर्ज
Lucknow News: उत्तर प्रदेश के बेसिक शिक्षा विभाग के एक फैसले के बाद अब एक नया विवाद खड़ा हो गया है. प्राथमिक विद्यालय उमरभारी, जिसे कम छात्र संख्या के चलते अन्य विद्यालय में मर्ज कर दिया गया था, वहां कथित रूप से सपा नेता पूजा शुक्ला द्वारा जबरन ‘पीडीए पाठशाला’ चलाई जा रही थी. इसको लेकर अब कानूनी कार्रवाई शुरू हो गई है और एफआईआर दर्ज की गई है.
विलय के बावजूद बंद विद्यालय में हो रही थी कक्षाएं
शासन के निर्देश पर 1 जुलाई को उमरभारी प्राथमिक विद्यालय का विलय पास के ही बढ़ौली गांव स्थित विद्यालय में कर दिया गया था. इस निर्णय के बाद विद्यालय परिसर को खाली कर दिया गया, लेकिन भवन में स्कूल की रसोइया मालती सफाई जैसे काम देखने के लिए यदाकदा आती थीं. इसके बावजूद विद्यालय भवन में कथित रूप से अवैध रूप से शैक्षणिक गतिविधियां जारी थीं, जिससे विभागीय नियमों की अनदेखी सामने आई.

सपा नेता पर ताला तोड़कर पाठशाला चलाने का आरोप
प्रधानाध्यापक आशुतोष मिश्रा ने अपनी तहरीर में बताया कि कुछ दिन पूर्व सपा की युवा नेता पूजा शुक्ला विद्यालय पहुंचीं और जबरन रसोइया से ताला खुलवाया. इसके बाद उन्होंने परिसर में ‘पीडीए पाठशाला’ शुरू कर दी. इतना ही नहीं, उन्होंने इसका वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर साझा किया, जिसे देखकर शिक्षा विभाग में हड़कंप मच गया. विद्यालय भवन का उपयोग बिना अनुमति के करना गंभीर उल्लंघन माना गया.
शिकायत के बाद उच्चाधिकारियों ने दिए मुकदमा दर्ज करने के निर्देश
वीडियो वायरल होने के बाद प्रधानाध्यापक ने मामले की जानकारी अपने उच्चाधिकारियों को दी. इस पर बीएसए (जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी) रामप्रवेश ने पूरे घटनाक्रम को गंभीरता से लेते हुए संबंधित व्यक्तियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने के निर्देश दिए. बीएसए का कहना है कि विद्यालय पर जबरन कब्जा कर उसे संचालित करना न सिर्फ नियमों के खिलाफ है, बल्कि यह कानूनन दंडनीय भी है.
पुलिस कर रही है गहन जांच, जल्द होगी कार्रवाई
सैरपुर थाने में प्राथमिकी दर्ज किए जाने के बाद अब पुलिस मामले की जांच में जुट गई है. एसीपी बीकेटी अमोल मुरकुट ने कहा है कि पूरे प्रकरण को गंभीरता से लिया जा रहा है. विद्यालय भवन का अवैध उपयोग, जबरन प्रवेश और सोशल मीडिया पर प्रसारण जैसे पहलुओं की जांच की जा रही है. दोषियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी.