तहव्वुर राणा की पहली तस्वीर आई सामने, ऐसा दिखता है मुंबई हमले का मास्टरमाइंड

Tahawwur Rana: पाकिस्तानी मूल के 64 वर्षीय कनाडाई नागरिक तहव्वुर राणा को गुरुवार शाम एक विशेष विमान से दिल्ली लाया गया. अमेरिका के सर्वोच्च न्यायालय ने भारत प्रत्यर्पण के खिलाफ राणा की अर्जी सात अप्रैल को खारिज कर दी थी, जिससे उसे भारत लाने का रास्ता साफ हो गया था. पालम एयरपोर्ट पर एएनआई की टीम ने औपचारिक रूप से गिरफ्तार किया, फिर भारी सुरक्षा के बीच पटियाला हाउस कोर्ट मे पेश किया गया.

राणा से पूछताछ में पाकिस्तान होगा बेनकाब

अमेरिका से प्रत्यर्पित किए गए तहव्वुर हुसैन राणा को भारत में न्यायिक प्रक्रिया का सामना करना पड़ेगा और जांचकर्ताओं को उम्मीद है कि उससे पूछताछ में 26/11 के मुंबई आतंकवादी हमलों में पाकिस्तान के सरकारी तत्वों की भूमिका उजागर होगी. मुंबई हमले से पहले राणा की उत्तर और दक्षिण भारत के कुछ हिस्सों की यात्राओं के बारे में महत्वपूर्ण सुराग भी मिलेंगे. राणा ने 13 नवंबर से 21 नवंबर 2008 के बीच अपनी पत्नी समराज राणा अख्तर के साथ उत्तर प्रदेश के हापुड़ और आगरा के अलावा दिल्ली, कोच्चि, अहमदाबाद और मुंबई का दौरा किया था.

आतंकवादी डेविड कोलमैन हेडली का करीबी सहयोगी है राणा

अमेरिका में लॉस एंजिलिस के मेट्रोपॉलिटन हिरासत केंद्र में रखे गए राणा को पाकिस्तानी-अमेरिकी आतंकवादी डेविड कोलमैन हेडली का करीबी सहयोगी माना जाता है, जो मुंबई हमले के मुख्य साजिशकर्ताओं में से एक है. राणा से पूछताछ के जरिये जांच एजेंसियों को 26/11 के मुंबई आतंकवादी हमलों के पीछे पाकिस्तान के सरकारी तत्वों की भूमिका को उजागर करने में मदद मिलेगी. पाकिस्तान के 10 आतंकवादियों ने 26 नवंबर 2008 को मुंबई में एक रेलवे स्टेशन, दो होटल और एक यहूदी केंद्र पर हमला किया था, जिसमें 166 लोगों की मौत हो गई थी. मृतकों में अमेरिकी, ब्रिटिश और इजराइली नागरिक भी शामिल थे.

आईएसआई के संपर्क में था राणा, हमले से पहले हेडली से हुई बार फोन पर बात

राणा पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (आईएसआई) के अधिकारियों-मेजर इकबाल उर्फ ​​मेजर अली से लगातार संपर्क में था. भारत की अपनी पहली यात्रा के दौरान हेडली ने राणा से फोन पर 32 से ज्यादा बार बात की थी. हेडली ने भारत की अपनी दूसरी यात्रा के दौरान राणा से 23 बार, तीसरी यात्रा के दौरान 40 बार, पांचवीं यात्रा के दौरान 37 बार, छठी यात्रा के दौरान 33 बार और आठवीं यात्रा के दौरान 66 बार बात की थी, जिससे मुंबई हमलों की साजिश में उसकी सक्रिय भागीदारी का पता चलता है.

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