जीवित महिला को मृत घोषित कर विभाग ने आठ वर्षों से पेंशन रोका
राष्ट्रीय सामाजिक सहायता कार्यक्रम के अंतर्गत गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाले वृद्धों को आर्थिक सहायता प्रदान करने के उद्देश्य से राष्ट्रीय वृद्धा पेंशन योजना की शुरुआत की गयी है. इसका लाभ झारखंड सहित अन्य राज्यों के लोग ले रहे हैं. लेकिन योजना की व्यवस्था से आज भी कई लाभुक को पेंशन नहीं मिल रही है और वह लगातार सरकारी कार्यालय का चक्कर लगाना पड़ रहा है. ऐसी ही एक महिला सरिया प्रखंड क्षेत्र के बंदखारो पंचायत के खूंटा गांव की 80 वर्षीय विमला देवी, पति स्वर्गीय तेजो पंडित है. महिला का पेंशन आठ वर्षों से बंद है. इसके कारण उसे आर्थिक संकट से गुजरना पड़ रहा है. पेंशन चालू करने के लिए कई बार प्रखंड तथा जिला मुख्यालय का चक्कर तक काट चुकी है, लेकिन अभी तक उसकी पेंशन चालू नहीं हुई है. सरकार को भी आवेदन के माध्यम से इसकी जानकारी देते हुए वृद्धा पेंशन चालू करने का आग्रह किया गया, लेकिन अभी तक कोई पहल नहीं हुई है. इस संबंध में विमला देवी के पुत्र डूमरचंद पंडित ने बताया कि सामाजिक सुरक्षा विभाग ने उसकी मां को मृत घोषित कर दिया था.
मुखिया का पहल भी काम नहीं आया :
इसके कारण वह पेंशन योजना से यह वंचित हो रही है. वर्ष 2017 से अभी तक उसे पेंशन नहीं मिली है. स्थानीय मुखिया हेमलाल महतो को जानकारी देने पर उन्होंने अपने प्रयास से प्रखंड कार्यालय में त्रुटि का सुधार करवाया. जिला के संबंधित विभाग को पत्र भी भेजा. वर्तमान में विमला देवी का ऑनलाइन स्टेट्स में एक्टिव दिखा रहा है. लेकिन, वर्ष 2017 से रुकी हुई पेंशन आज तक शुरू नहीं हुई है. पुन: राज्य सरकार को आवेदन देकर पेंशन देने की मांग की गयी है.
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