अनिल अंबानी की एक चूक और हाथ से निकल गई रिलायंस कैपिटल, आईआईएचएल ने संभाली कमान

Reliance Capital: हिंदुजा समूह की कंपनी इंडसइंड इंटरनेशनल होल्डिंग्स लिमिटेड (आईआईएचएल) ने कर्ज समाधान प्रक्रिया के बाद रिलायंस कैपिटल का अधिग्रहण किया. इस अधिग्रहण से आईआईएचएल को रिलायंस निप्पॉन लाइफ इंश्योरेंस, रिलायंस जनरल इंश्योरेंस जैसी प्रमुख इकाइयों का नियंत्रण मिला और 2030 तक 50 अरब डॉलर का लक्ष्य है.

Reliance Capital: रिलायंस कैपिटल अब अनिल अंबानी के हाथ से निकल गई और इसकी कमान अब हिंदूजा समूह की कंपनी इंडसइंड इंटरनेशनल होल्डिंग्स लिमिटेड (आईआईएचएल) ने बुधवार को कर्ज समाधान प्रक्रिया पूरी करने के बाद रिलायंस कैपिटल का नियंत्रण अपने हाथ में ले लिया. इस अधिग्रहण के बाद आईआईएचएल ने रिलायंस कैपिटल और उसकी 40 सहायक कंपनियों की कमान संभाल ली. आईआईएचएल ने कर्ज समाधान प्रक्रिया के तहत कंपनी के कर्जदाताओं को स्वीकृत राशि का भुगतान कर इस कंपनी का अधिग्रहण किया. अनिल अंबानी की महज एक चूक से रिलायंस कैपिटल समेत 40 कंपनियां अनिल धीरूभाई अंबानी समूह (एडीएजी) के हाथ से निकल गई.

बोर्ड की पहली बैठक में आरबीआई के सदस्य मौजूद

इस अधिग्रहण के बाद आईआईएचएल ने रिलायंस कैपिटल (आरकैप) और उसकी अनुषंगी इकाइयों के निदेशक मंडल का नियंत्रण संभाला. कंपनी ने नए निदेशक मंडल की पहली बैठक भी आयोजित की. इसमें भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) की ओर से अनुमोदित नए बोर्ड के सदस्यों में मोजेज हार्डिंग जॉन और अरुण तिवारी को शामिल किया गया. इस अधिग्रहण के साथ ही आईआईएचएल का रिलायंस कैपिटल से जुड़ी 40 कंपनियों पर नियंत्रण स्थापित हो गया है. इनमें प्रमुख कंपनियां जैसे रिलायंस निप्पॉन लाइफ इंश्योरेंस, रिलायंस जनरल इंश्योरेंस, रिलायंस सिक्योरिटीज, और रिलायंस एसेट रिकंस्ट्रक्शन शामिल हैं.

अप्रैल 2023 से चल रही थी दिवाला समाधान प्रक्रिया

आईआईएचएल ने अप्रैल 2023 में 9,650 करोड़ रुपये की बोली के साथ कॉर्पोरेट दिवाला समाधान प्रक्रिया के तहत सफल समाधान आवेदक बनकर इस अधिग्रहण को संभव बनाया. इस कदम से हिंदुजा समूह ने सिर्फ वित्तीय सेवाओं के क्षेत्र में अपनी मौजूदगी बढ़ाई है, बल्कि बीमा क्षेत्र में भी कदम रखा है. आईआईएचएल के चेयरमैन अशोक हिंदुजा ने यह भी कहा था कि इस अधिग्रहण के बाद कंपनी बीमा कंपनियों को सूचीबद्ध कराने की योजना बना रही है, जो दो साल के मूल्य सृजन के बाद हो सकता है.

हिंदूजा समूह ने बीमा क्षेत्र में रखा कदम

आईआईएचएल का यह अधिग्रहण न केवल रिलायंस कैपिटल के संचालन को एक नया दिशा देगा, बल्कि हिंदुजा समूह को एक मजबूत वित्तीय और बीमा पोर्टफोलियो भी प्रदान करेगा. आईआईएचएल का लक्ष्य 2030 तक 50 अरब डॉलर के मूल्यांकन को हासिल करना है. यह कदम हिंदुजा समूह के वित्तीय दृष्टिकोण को और मजबूती प्रदान करेगा, क्योंकि वे अब बैंकिंग और बीमा क्षेत्रों में अपनी उपस्थिति दर्ज करा रहे हैं.

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नवंबर 2021 से निलंबित थी रिलायंस कैपिटल

रिलायंस कैपिटल पहले अनिल धीरूभाई अंबानी समूह (एडीएजी) का हिस्सा थी, उसे नवंबर 2021 में भारतीय रिजर्व बैंक ने अपने निदेशक मंडल की खामियों और भुगतान चूक के कारण निलंबित कर दिया था. इसके बाद, केंद्रीय बैंक ने कंपनी के संचालन के लिए नागेश्वर राव वाई को प्रशासक नियुक्त किया था. अब, आईआईएचएल के अधिग्रहण से रिलायंस कैपिटल की नई दिशा और मजबूती का मार्ग प्रशस्त हुआ है.

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