अक्षय तृतीया पर बढ़ सकती है हल्के वजन के गहनों की मांग, सोने की कीमत आसमान पर
Gold Demand: अक्षय तृतीया 2025 पर सोने की रिकॉर्ड कीमतों के बीच उपभोक्ताओं का रुझान हल्के वजन के आभूषणों और छोटी सोने की वस्तुओं की ओर बढ़ेगा. विशेषज्ञों के अनुसार, कीमत अधिक के बावजूद सोने की पारंपरिक मांग बनी रहेगी. भारत में अक्षय तृतीया को सोने-चांदी जैसी कीमती धातुओं की खरीद के लिए बेहद शुभ माना जाता है. इस बार 30 अप्रैल 2025 को पड़ रही अक्षय तृतीया ऐसे समय में आ रही है, जब सोने की कीमतें लगभग 1 लाख रुपये प्रति 10 ग्राम तक पहुंच चुकी हैं. जानें कैसे गहनों का बाजार इस बार नई रणनीतियों से ग्राहकों को लुभा रहा है.
हल्के वजन के गहनों की बढ़ेगी डिमांड
अखिल भारतीय रत्न और आभूषण घरेलू परिषद (GJC) के चेयरमैन राजेश रोकड़े का मानना है कि इस बार सोने की ऊंची कीमतों के बावजूद बाजार में रौनक बनी रहेगी. उन्होंने कहा कि ग्राहकों का रुझान अब हल्के वजन के आभूषणों और छोटी इन्वेस्टमेंट वैल्यू वाले उत्पादों की ओर अधिक रहेगा.
भारतीय परंपरा और निवेश का मेल
सोना भारतीयों के लिए सिर्फ एक आभूषण नहीं, बल्कि एक सुरक्षित निवेश और सांस्कृतिक परंपरा का प्रतीक भी है. रोकड़े के अनुसार, शुरू में कुछ ग्राहक कीमतों को लेकर हिचक सकते हैं, लेकिन अक्षय तृतीया जैसे अवसरों पर पारंपरिक खरीदारी का रुझान हमेशा बना रहता है.
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उद्योग की रणनीति
उद्योग जगत इस बार खास पेशकशों के साथ बाजार को आकर्षित करने की तैयारी में है. हल्के वजन के आभूषणों से लेकर विशेष डिजाइन और ऑफर्स तक, ज्वेलरी ब्रांड्स हर तरह के बजट को ध्यान में रखते हुए कलेक्शन लॉन्च कर रहे हैं. भले ही सोने की कीमतें रिकॉर्ड स्तर पर हों, लेकिन अक्षय तृतीया पर भावनात्मक और सांस्कृतिक जुड़ाव के चलते खरीदारी में सकारात्मक रुझान देखने को मिलेगा.
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