हावड़ा में दिखेगी दुर्गापूजा के दौरान अनुपयोगी सामान से तैयार की गई प्राचीन मंदिर
Durga Puja 2024, कुंदन झा : पश्चिम बंगाल के हावड़ा के घुसुड़ी प्रोजेक्ट सार्वजनीन दुर्गापूजा कमेटी प्रत्येक साल की तरह इस बार भी आकर्षक पंडाल बनाकर श्रद्धालुओं को अपनी ओर खींचने की तैयारी में जुट गयी है. इस बार पूजा आयोजक, अनुपयोगी सामान का उपयोग कर पंडाल को एक प्राचीन मंदिर का रूप दे रहे हैं. यह जानकारी पूजा कमेटी के महासचिव सुरोजीत राय ने दी. उन्होंने बताया कि इस वर्ष पूजा का 66वां साल है.
पंडाल बनाने के लिए बांस, काठ, प्लाइवुड का किया गया है उपयोग
उन्होंने कहा कि अमूमन हमलोग कई सामानों का उपयोग नहीं करते हैं. उसे फेंक देते हैं, लेकिन यह गलत है. इस सोच को बदलने की जरूरत है. मनुष्य के जीवन में सब कुछ उपयोगी है. इसी को ध्यान में रखते हुए इस बार पंडाल बनाने के लिए बांस, काठ, प्लाईवुड, शोला और होगला पत्ता का उपयोग किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि इस बार श्रद्धालुओं को यह समझाने की कोशिश की जायेगी कि जीवन में कुछ भी अनुपयोगी नहीं है. नंदलाल पाल मूर्ति बना रहे हैं, जबकि गौड़ इलेक्ट्रिक अपनी विद्युत सज्जा से पंडाल की शोभा बढ़ायेंगे.
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रामेश्वर मालिया लेन में इको-फ्रेंडली सामग्रियों से बन रहा पंडाल
रामेश्वर मालिया लेन स्थित नवयुवक सुधार संघ अपने पूजा आयोजन के 72 वें साल में पंडाल को पर्यावरण अनुकूल सामग्रियों से तैयार कर रहा है. यहां प्रकृति और कला के मिश्रण को दर्शाने की कोशिश की जा रही है. यह जानकारी पूजा कमेटी के महासचिव मनोज कुमार जायसवाल ने दी. उन्होंने बताया कि पंडाल को वन के सूखे मेवे, नारियल के छिलके और आइसक्रीम स्टिक से मंदिरनुमा पंडाल तैयार किया जा रहा है.
पर्यावरण को बचाये रखना बड़ी चुनौती
अभी पर्यावरण को बचाये रखना हमारे लिए एक चुनौती है. इसके मद्देनजर इको फ्रेंडली सामानों से पंडाल बनाया जा रहा है. मूर्तिकार कल्याणी पाल मां दुर्गा की प्रतिमा बना रहीं हैं. पंडाल निर्माण कार्य पूर्व मेदिनीपुर के मन्ना डेकोरेटर और विद्युत सज्जा का जिम्मा निर्मल इलेक्ट्रिक को सौंपा गया है. पूजा कमेटी के अध्यक्ष अनिल चौबे हैं.