स्कूल के रिकाॅर्ड से मैच नहीं हो रहे 24 लाख बच्चों के आधार

सुनील कुमार झा (रांची). राज्य के बच्चों के आधार कार्ड व स्कूल के रिकाॅर्ड में एकरूपता नहीं है. भारत सरकार ने यू डायस के माध्यम से बच्चों की जानकारी मांगी है. स्कूलों द्वारा दी गयी जानकारी के अनुसार, राज्य के 24,45,033 बच्चों का आधार वेलिडेशन फेल है. इसके अलावा स्कूलों ने 9,25,011 बच्चों का आधार वैलिडेट ही नहीं किया. वहीं दूसरी ओर 11,46,540 बच्चों के आधार की जानकारी स्कूलों ने नहीं दी है. स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग ने इसे गंभीरता से लिया है.

कैंप लगाकर बच्चों का आधार कार्ड बनवाने व उसमें आवश्यक संशोधन करने के निर्देश

स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग के सचिव ने इस संबंध में सभी जिलों को दिशा निर्देश दिया है. स्कूलों को कैंप लगाकर बच्चों का आधार कार्ड बनवाने व उसमें आवश्यक संशोधन करने को कहा है. स्कूलों को अगले एक माह में 3.5 लाख बच्चों का आधार कार्ड बनाने का लक्ष्य दिया गया है. बच्चों के आधार कार्ड को लेकर जिलों को पूर्व में भी निर्देश दिया गया है. इसके बाद भी शत-प्रतिशत बच्चों का अब तक आधार नहीं बना है.

राशि ट्रांसफर करने में होती है परेशानी

स्कूली बच्चों को पोशाक, छात्रवृत्ति समेत अन्य योजनाओं के लिए राशि बैंक खाता में ट्रांसफर किया जाता है. बच्चों के बैंक खाता के आधार से जुड़े होने व रिकाॅर्ड मैच नहीं करने की स्थिति में राशि हस्तांतरित नहीं होती है. इस कारण बच्चों को समय पर राशि नहीं मिल पाती है.

क्या है आधार वैलिडेशन

यू डायस के तहत देश भर के स्कूली बच्चों की जानकारी भारत सरकार को दी जाती है. इसके तहत स्कूलों बच्चों की पूरी जानकारी ऑनलाइन देनी होती है. इसमें बच्चों के स्कूल के रिकाॅर्ड का मिलान आधार कार्ड के रिकाॅर्ड से किया जाता है. स्कूलों द्वारा बच्चों की पूरी जानकारी व आधार संख्या भरने के बाद वैलिडेशन का आप्शन क्लिक किया जाता है. स्कूल व आधार के रिकाॅर्ड में एकरूपता नहीं होने पर आधार वैलिडेशन असफल हो जाता है. इसके तहत बच्चे का नाम, माता-पिता का नाम, जन्म तिथि का मिलान किया जाता है. इस प्रक्रिया में राज्य के 24 लाख बच्चों का आधार वेलिडेशन फेल है. इसके अलावा स्कूलों ने नौ लाख बच्चों के आधार को वैलिडेट ही नहीं किया.

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