सड़क पर उतरे पूर्व मंत्री केएन त्रिपाठी, बंद कराया फोरलेन निर्माण कार्य

मेदिनीनगर, (चंद्रशेखर सिंह): भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) व कार्यकारी एजेंसी की मनमानी से रैयतों में रोष है. सोमवार को राज्य के पूर्व मंत्री केएन त्रिपाठी रैयतों के साथ सड़क पर उतरे. इस दौरान अपनी समस्याओं, एनएचएआई के मनमानी रवैये और नियमों के विपरीत किए जा रहे कार्यों के विरोध में रैयतों ने सड़क पर प्रदर्शन किया. पूर्व मंत्री के नेतृत्व में रैयतों ने सिंगरा से सतबरवा तक फोरलेन सड़क निर्माण का कार्य भी बंद करवाया.

रैयतों को नहीं मिली मुआवजा राशि

पूर्व मंत्री ने कहा कि एनएचएआई प्रावधान के विपरीत कार्य कर रहा है. फोरलेन सड़क निर्माण के लिए जिन रैयतों का जमीन अधिग्रहण किया गया है, उनकी मुआवजा राशि भुगतान करने के प्रति विभाग गंभीर नहीं है. रैयतों की जमीन का मुआवजा भुगतान किये बिना ही एनएचएआई सड़क निर्माण करा रहा है. उन्होंने बताया कि जब रैयत मुआवजा राशि भुगतान करने की मांग करते हैं तो एनएचएआई के पदाधिकारी पुलिस प्रशासन का सहारा लेकर रैयतों के साथ दुर्व्यवहार करते हैं.

जनता की सुविधाओं का नहीं रखा जा रहा ख्याल : केएन त्रिपाठी

पूर्व मंत्री ने आगे कहा कि सड़क निर्माण के दौरान जनता की सुविधाओं का भी ख्याल नहीं रखा गया है. सही तरीके से डायवर्सन भी नहीं बनाएं गए है. घनी आबादी वाले चियांकी सहित आसपास के अन्य गांव के लोगों की सुविधा का ख्याल बिल्कुल भी नहीं रखा जा रहा है. जहां-तहां महीनों से फ्लाई ऐश खुले में ढेर किया गया है. इसका डस्ट उड़ने से लोग बीमार पड़ रहे हैं. सड़क निर्माण के दौरान जल का छिड़काव नही होने से भी लोगों को परेशानी हो रही है.

पूर्व मंत्री मिथिलेश ठाकुर ने भी किया समर्थन

पूर्व मंत्री मिथिलेश ठाकुर ने भी रैयतों की मांगों का समर्थन किया. उन्होंने कहा कि विकास का कार्य होना चाहिए, लेकिन जनता की सुविधाओं का भी ख्याल रखा जाना चाहिए. प्रावधान के अनुसार रैयतों को मुआवजा राशि भुगतान करने के बाद ही एनएचएआई व कार्यकारी एजेंसी को निर्माण कार्य शुरू करना चाहिए.

उपायुक्त सहित अन्य अधिकारी को लिखा पत्र

पूर्व मंत्री श्री त्रिपाठी ने बताया कि रैयतों की समस्या और एनएचएआई की मनमानी से उपायुक्त सहित अन्य अधिकारी और विभागीय मंत्री को पत्र भेज कर अवगत कराया गया है. पूर्व मंत्री केएन ने सिंगरा से लेकर सतबरवा तक भ्रमण किया और रैयतों व स्थानीय लोगों की समस्याओं का समाधान करने की मांग प्रशासन व विभाग के पदाधिकारियों से की है. मौके पर मुकेश सिंह, नवलकिशोर सिंह, जेपी सिंह, विपुल शुक्ला, राजेंद्र पांडेय, अरविंद पासवान, मुख्तार अंसारी, तेजू साव, बीरेंद्र साव, अनिल साव, उमाशंकर सिंह, रंजन दुबे सहित काफी संख्या में रैयत विरोध प्रदर्शन में सक्रिय रहे.

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