श्रद्धा के कत्ल के कुछ ही दिन बाद डेटिंग ऐप से आफताब ने बनाई थी नई गर्लफ्रेंड, घर लाया तो अलमारी में छुपा दिए थे शव के टुकड़े
श्रद्धा के कत्ल के कुछ ही दिन बाद डेटिंग ऐप से आफताब ने बनाई थी नई गर्लफ्रेंड, घर लाया तो अलमारी में छुपा दिए थे शव के टुकड़े
दिल्ली में अपने लिविंग पार्टनर आफताब के हाथों मारी गई श्रद्धा ने एक बार पहले भी अपनी हत्या की आशंका जताई थी. ये खुलासा श्रद्धा के एक दोस्त लक्ष्मण नाडार ने किया है. लक्ष्मण ने बताया कि उस समय श्रद्धा मुंबई में ही रहती थी, तब दोस्तों ने जाकर उसे आफताब के घर से निकाला था और चेतावनी भी दी थी. उस समय पुलिस में शिकायत नहीं दर्ज की गई थी, क्योंकि श्रद्धा ने पुलिस में जाने से मना कर दिया था.
पुलिस सूत्रों के मुताबिक- आफताब ने ये हत्या सोचसमझकर और खोजबीन करके की. आफताब ने श्रद्धा का मोबाइल फोन महाराष्ट्र में कहीं फेंका है. पुलिस मोबाइल बरामद करने के लिए श्रद्धा के मोबाइल की आखिरी लोकेशन निकाल रही है. जिस हथियार से श्रद्धा की बॉडी काटी वो दिल्ली में किसी जगह पर फेंका है, पुलिस उस हथियार को तलाश रही है.
पुलिस सूत्रों के मुताबिक- आफताब श्रद्धा से डेटिंग ऐप के जरिए मिला था. श्रद्धा के मर्डर के 20-25 दिन के अंदर आफताब ने Dating App के जरिए दूसरी गर्ल फ्रेंड बनाई थी, जिसे लेकर फ्लैट पर आता था. जब दूसरी गर्लफ्रेंड आयी तो आफताब ने श्रद्धा के बॉडी पार्ट्स कबर्ड में रख दिए थे. पुलिस को जानकारी मिली है कि श्रद्धा के मर्डर के बाद आफताब श्रद्धा के इंस्टाग्राम अकाउंट से श्रद्धा के कुछ दोस्तों से बातचीत करता था. जून तक उसने श्रद्धा का इंस्टाग्राम यूज किया, ये दिखाने के लिए की श्रद्धा जिंदा है. पुलिस इस एंगल पर आफताब से और पूछताछ करेगी.
बता दें कि खून को साफ करने के लिए आफताब ने सल्फर हाइपोक्लोरिक एसिड का इस्तेमाल किया, इससे उसने फर्श को धोया, जिससे फोरेंसिक जांच के दौरान DNA सैंपल ना मिले. आफताब झगड़े के दौरान श्रद्धा की छाती पर बैठ गया और उसका गला दबा दिया. हत्या करने के बाद उसने श्रद्धा की लाश को बाथरूम में रख दिया. आफताब शुरू से पुलिस से सिर्फ अंग्रेजी में बात कर रहा है, बोल रहा है ‘ Yes I Killed Her’. आफताब का कहना है उसे हिंदी नहीं आती. हत्या करने के बाद फर्श को धोने के लिए एसिड के बारे में गूगल पर सर्च किया था. बॉडी को काटने के तरीकों के बारे में सर्च किया. श्रद्धा के और अपने खून से सने कपड़े कूड़ा उठाने वाली एमसीडी की वैन में डाल दिए थे.यही नहीं हिमाचल में आफ़ताब की बद्री नाम के शख्स से मुलाकात हुई थी, बद्री खुद छत्तरपुर इलाके में रहता है. उसके कहने पर ही दोनों छत्तरपुर रहने लगे थे.
source – ndtv
- Telegram ग्रुप ज्वाइन करे – Click Here
- Facebook पर फॉलो करे – Click Here
- Facebook ग्रुप ज्वाइन करे – Click Here
- Google News ज्वाइन करे – Click Here