राज्य के कृषि निर्यात को बढ़ावा देने के लिए क्षमता संवर्धन हेतु प्रशिक्षण कार्यक्रम का हुआ आयोजन

राज्य के कृषि निर्यात को बढ़ावा देने के लिए क्षमता संवर्धन हेतु प्रशिक्षण कार्यक्रम का हुआ आयोजन

राज्य के कृषि निर्यात को बढ़ावा देने के लिए क्षमता संवर्धन हेतु प्रशिक्षण कार्यक्रम का हुआ आयोजन

दरभंगा, – जिलाधिकारी दरभंगा  राजीव रौशन की अध्यक्षता में कृषि विभाग के बावास संभाग द्वारा एक जिला एक उत्पाद के अंतर्गत कृषि निर्यात को बढ़ावा देने के विषय पर आयोजित एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन होटल महाराजा बैंक्वेट दरभंगा में दरभंगा एवं उसके निकटतम जिलों के किसान, कृषक, उत्पादक, संगठन, निर्यातक व्यापारियों आदि के क्षमता संवर्धन हेतु आयोजन किया गया।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जिलाधिकारी ने कहा कि बिहार से कृषि निर्यात की असीम संभावनाओं की तरफ आकृष्ट किया गया। खासकर जी आई टैग प्राप्त मिथिला मखाना के निर्यात के क्षमता के बारे में जानकारी दी।
कार्यक्रम का आयोजन फेडरेशन ऑफ इंडियन एक्सपोर्ट ऑर्गेनाइजेशन के सहयोग से किया जा रहा है। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में लगभग 75 निर्यातकों, व्यापारियों और किसानों द्वारा भाग लिया गया।

बावास संभाग के उप निदेशक श्री सनत कुमार जयपुरिआर द्वारा क्षमता वर्धन कार्यक्रम के मुख्य उद्देश्य के बारे में जानकारी दी तथा बावास संभाग द्वारा कृषि निर्यात संवर्धन के लिए किए जा रहे कार्यों की जानकारी दी गयी।
कार्यक्रम में फेडरेशन ऑफ इंडियन एक्सपोर्ट ऑर्गेनाइजेशन, जेजीबी एग्रो फ्रेश प्राइवेट लिमिटेड, राष्ट्रीय कृषि और ग्रामीण विकास बैंक (नाबार्ड) और पंजाब नेशनल बैंक के प्रशिक्षणार्थियों अलावा बावास संभाग के उप निदेशक सनत कुमार जयपुरिआर, जिला कृषि पदाधिकारी दरभंगा संजय सिंह, परियोजना निदेशक आत्मा पूर्णेन्दु नाथ झा, जिला उद्यान पदाधिकारी, दरभंगा सुश्री आभा कुमारी, जीएमडीआईसी दरभंगा श्री नवल किशोर पासवान, डीडीएम दरभंगा नाबार्ड सुश्री आकांक्षा एवं एलडीएम दरभंगा अजय कुमार द्वारा भाग लिया गया।

सरकार द्वारा किसानों की आय में वृद्धि लाने के उद्देश्य से कृषि विपणन और मूल्य संवर्धन के क्षेत्र में विशेष रूप से काम करने के लिए वर्ष 2020 कृषि विभाग में बिहार कृषि उत्पाद मूल्य संवर्धन प्रणाली (बावास) संभाग का गठन किया गया है।

हाल के वर्षों में बिहार के कृषि उत्पादों के निर्यात में काफी वृद्धि हुई है। राज्य में वर्ष 2005-06 में जहां तीन करोड़ मूल्य का कृषि निर्यात होता था वहीं वर्ष 2021-22 में बढ़कर लगभग 3270 करोड़ रुपये तक पहुंच गया है। कृषि उत्पादों के निर्यात में और अधिक वृद्धि करने के लिए बिहार कृषि निर्यात नीति तैयार की जा रही है, जो अंतिम चरण में है, कृषि निर्यात नीति से कृषि उत्पाद के निर्यात बढ़ाने में काफी मदद मिलेगी।
कृषि निर्यात को ध्यान में रखते हुए एक जिला एक उत्पाद योजना के तहत इस वर्ष 05 से 26 अगस्त तक पटना, गया, पूर्णिया, पूर्वी चंपारण तथा दरभंगा में पांच एकदिवसीय क्षमता संवर्धन प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजन किया गया।

यह प्रशिक्षण प्रतिभागियों के लिए निःशुल्क है। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में लगभग 70 से 80 निर्यातकों, व्यापारियों और किसानों द्वारा भाग लिया गया। कार्यक्रम में प्रशिक्षणार्थियों को फेडरेशन ऑफ इंडियन एक्सपोर्ट ऑर्गेनाइजेशन, कृषि और प्रसंस्कृत खाद उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण (एपीडा) राष्ट्रीय कृषि और ग्रामीण विकास बैंक (नाबार्ड) और पंजाब नेशनल बैंक के विशेषज्ञों द्वारा कृषि निर्यात से संबंधित विभिन्न विषयों पर प्रशिक्षित किया गया।
प्रशिक्षण कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य उद्यमों, निर्यातकों, कृषक उत्पादक संगठनों को व्यवहारिक ज्ञान देना है।
कार्यक्रम में बावास टीम के सदस्य, नाबार्ड एपीडा,कृषि विभाग के पदाधिकारी, निर्यातक सहित किसान गण उपस्थित थे।

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