बाहुबली नेता आनंद मोहन मामले में ऐक्शन, सहरसा जेलर समेत तीन अधिकारी सस्पेंड

बाहुबली नेता आनंद मोहन मामले में ऐक्शन, सहरसा जेलर समेत तीन अधिकारी सस्पेंड

बाहुबली नेता आनंद मोहन मामले में ऐक्शन, सहरसा जेलर समेत तीन अधिकारी सस्पेंड

बाहुबली नेता और पूर्व सांसद आनंद मोहन के जेल से बाहर घूमने के मामले में सहरसा जेलर समेत तीन अधिकारियों को निलंबित कर दिया गया है। इनपर ड्यूटी में लापरवाही बरतने के आरोप लगे हैं।

बिहार के बाहुबली नेता और पूर्व सांसद आनंद मोहन के जेल से बाहर घूमने के मामले में बड़ी कार्रवाई हुई है। जेल विभाग ने सहरसा जेल के जेलर समेत तीन अधिकारियों को सस्पेंड कर दिया है। सहरसा के डीएम आनंद शर्मा ने जांच रिपोर्ट के आधार पर आईजी (जेल) से लापरवाही बरतने वाले तीन जेलकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी। मजिस्ट्रियल जांच में पाया गया कि सरकारी ड्यूटी के दौरान सस्पेंड हुए अधिकारियों ने लापरवाही की थी।

जानकारी के मुताबिक जेलर मृत्युंजय कुमार, मुख्य वार्डन दानी प्रसाद यादव और वार्डन हरिनंदन कुमार को निलंबित किया गया है। इनसे जवाब मांगा गया है कि जब पेशी के लिए निकले आनंद मोहन जेल में समय से वापस नहीं लौटे तो एक्शन क्यों नहीं लिया गया।

कोर्ट के लिए निकले आनंद घूमते रहे, सर्किट हाउस में रात बिताई

बता दें कि सहरसा जेल में बंद बाहुबली नेता आनंद मोहन की पटना में 12 अगस्त को एक मामले में पेशी थी। 11 अगस्त शाम को वे पुलिसकर्मियों के साथ निजी वाहन में पटना के लिए निकले थे। इस दौरान वे पटना स्थित अपने घर पर चले गए। खगड़िया में परिसदन (सर्किट हाउस) में भी रुके। इसके अलावा समस्तीपुर में भी वे अपने घर पर गए थे।

आनंद मोहन की जेल से बाहर घूमते हुए तस्वीरे सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद विवाद शुरू हो गया। मामले के तूल पकड़ने के बाद जो पुलिसकर्मी आनंद मोहन को लेकर गए थे उन्हें सस्पेंड कर दिया गया। सहरसा डीएम के स्तर पर मामले की जांच की गई।

समस्तीपुर के मुसरीघरारी में भी दो घंटे रुके

जांच रिपोर्ट बताती है कि आनंद मोहन पटना पहुंचने के बाद स्वास्थ्य का हवाला देकर अपने पाटलिपुत्र स्थित आवास गए। अगले दिन यानी 12 अगस्त को दोपहर 12 बजे वह कोर्ट गए और वहां 3 बजे तक रहे। कोर्ट से निकलने के बाद वापस पाटलिपुत्र आवास पहुंचे। तबीयत ठीक नहीं होने की बात कहकर चांद मेमोरियल हॉस्पिटल दिखाने भी गए। शाम 5 बजे वहां से सहरसा के लिए चले।

रास्ते में बीमारी का हवाला देकर वह समस्तीपुर के मुसरीघरारी में दो घंटे तक रुके। फिर बेगूसराय होते हुए खगड़िया परिसदन में रुकने को कहा। यहां भी उन्होंने तबीयत ठीक नहीं होने का हवाला पुलिसवालों को दिया। आनंद मोहन 13 अगस्त की सुबह खगड़िया स्थित राजद कार्यालय गए। दोपहर 2 बजे वहां से चले और पर गाड़ी में खराबी के चलते सोनवर्षा में करीब एक घंटे रुकना पड़ा। इसके बाद शाम 5.15 बजे पुलिस टीम आनंद मोहन को लेकर सहरसा जेल पहुंची।

 

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