पहले हुआ था ठगी का शिकार, फिर खुद खड़ी की फर्जी कंपनी, सामने आई 12वीं पास ठग की हैरान करने वाली कहानी

हाइलाइट्स

ठग खुद हुआ था ठगी का शिकार.
फरीदाबाद की महिला से ठगे थे 41,000 रुपये.
काले काम के लिए परसेंट था तय.

Airport Employment Fraud: हरियाणा की बल्लभगढ़ साइबर पुलिस ने एयरपोर्ट में नौकरी दिलाने का झांसा देकर फ्रॉड करने जालसाजों के एक गिरोह का भंडाफोड़ किया है. इस गिरोह में 2 महिलाओं समेत 9 लोग शामिल हैं. ये सोशल मीडिया पर भर्ती का फर्जी पोस्ट डालकर लोगों को अपने जाल में फंसाते थे.

नवभारत टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, इस गिरोह का मास्टरमाइंड विजय उर्फ बबलू खुद दो बार नौकरी पाने के चक्कर में ठगी का शिकार हो चुका है और वहीं से इसे खुद ठगी का कारोबार शुरू करने का आईडिया मिला. पुलिस ने इनके कब्जे से एक लैपटॉप, नौ मोबाइल, आठ सिम कार्ड और 21 हजार रुपये बरामद किया है.

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ऐसे बनाता था लोगों को शिकार
ये लोग सोशल मीडिया पर एयर इंडिया में वेकैंसी का फर्जी पोस्ट डालते थे. पोस्ट में दिए गए नंबर पर अगर कोई कॉल करता था तो ये कंपनी का अलग-अलग अधिकारी बनकर लोगों से बात करते थे और अपने झांसे में ले लेते थे. वे एयर इंडिया का फर्जी ऑफर लेटर बनाकर पीड़ित को भेज देते थे, जिसे पीड़ित असली समझने की भूल कर बैठते थे. इसके बाद उनसे आईडी कार्ड, ट्रेनिंग, इंश्योरेंस आदि के नाम पर फीस की डिमांड की जाती थी. जब पैसे देने के बाद भी लगातार पैसे की मांग की जाती थी, तो लोगों को फ्रॉड का पता चलता था.

फरीदाबाद की महिला को फंसाया था जाल में
इस गिरोह ने फरीदाबाद की एक महिला से इसी तरह 41,349 रुपये की ठगी की थी. पीड़िता की शिकायत के बाद पुलिस ने जांच शुरू कर दी थी. इसी मामले में बल्लभगढ़ थाना प्रभारी के नेतृत्व में एक टीम गठित की गई, जिसने आरोपियों पर्दाफाश करते हुए उन्हें धार दबोचा.

ठग खुद हुआ था ठगी का शिकार
पुलिस के पूछताछ में गिरोह का मास्टरमाइंड विजय उर्फ बबलू ने बताया कि वह खुद दो बार नौकरी के नाम पर ठगी का शिकार हो चुका है. इसके बाद उसने जालसाजी का अपना धंधा शुरू करने का सोचा और कॉल सेंटर में काम करने वाले कुछ लोगों को अपने साथ ले लिया. लोगों को फंसाने के लिए उसने डाटा और फर्जी सिम कार्ड का बंदोबस्त किया. लोगों को अपना शिकार बनाने के लिए वह महिलाओं से पीड़ित को फोन करवाता था, ताकि लोग जल्दी से उसपर विश्वास कर लें.

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विजय ने बताया कि वह 12वीं पास है. लगभग दो साल पहले उसने जॉब का एक पोस्टर देखकर अप्लाई किया था. उसे इंटरव्यू के लिए दिल्ली एयरपोर्ट बुलाया गया था. वहां जाने के बाद एक युवक ने उससे आईडी प्रूफ और मार्कशीट ले लिया. इसके बाद उसे नौकरी के लिए एक ऑफर लेटर देने का झांसा देकर 8 हजार रुपये ठग लिए गए. ठगों ने उसे दूसरी बार दिल्ली के लक्ष्मीनगर में निशाना बनाया, जहां उसने दो हजार रुपये गवां दिए.

काले काम के लिए तय था परसेंट
पुलिस की पूछताछ में विजय ने बताया कि इस गिरोह को वही चला रहा था. गिरोह के सभी लोग तय परसेंट पर काम कर रहे थे. उसे एक ठगी की राशि में उसका 40 परसेंट तय था. वहीं फोन पर बात करने वाली लड़कियों को 20 प्रतिशत राशि मिलती थी. इसके अलावा बचे हुए पैसे अकाउंट और सिम कार्ड मैनेज करने में निकल जाते थे.

पुलिस ने तकनीकी व सूत्रों की सहायता से आरोपियों को नोएडा व गाजियाबाद से गिरफ्तार किया. पूछताछ में आठ फर्जी बैंक खातों में 20 लाख रुपये का लेनदेन सामने आया. इन ठगों ने फरीदाबाद, गुड़गांव, नोएडा और गाजियाबाद समेत उत्तर प्रदेश, हरियाणा, दिल्ली, गुजरात, महाराष्ट्र के अलावा अन्य कई इलाकों से साइबर ठगी को अंजाम दिया है. पुलिस संबंधित सभी राज्यों के थानों को इसकी सूचना भेज रही है. पुलिस पूछताछ पूरी होने के बाद आरोपियों को कोर्ट में पेश करके जेल भेज दिया गया है.

Tags: Cyber Crime, Cyber Fraud, Cyber ​​Thug, Fraud, Tech News in hindi

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