छात्र-छात्राओं की ओर से पोस्टर पर लिखे गये स्लोगन का अवलोकन करते प्रो. अरुण कुमार सिंह, डॉ. जिया हैदर, डॉ. अरविंद कुमार मिलन, डॉ. मिर्जा रुहुल्लाह बेग व अन्य

छात्र-छात्राओं की ओर से पोस्टर पर लिखे गये स्लोगन का अवलोकन करते प्रो. अरुण कुमार सिंह, डॉ. जिया हैदर, डॉ. अरविंद कुमार मिलन, डॉ. मिर्जा रुहुल्लाह बेग व अन्य

छात्र-छात्राओं की ओर से पोस्टर पर लिखे गये स्लोगन का अवलोकन करते प्रो. अरुण कुमार सिंह, डॉ. जिया हैदर, डॉ. अरविंद कुमार मिलन, डॉ. मिर्जा रुहुल्लाह बेग व अन्य

स्लोगन लेखन प्रतियोगिता में सारिका ने मारी बाजी
– बीएड नियमित विभाग में स्थापना दिवस के अवसर पर छात्र-छात्राओं के बीच हुई स्लोगन लेखन प्रतियोगिता
– निर्णायक मंडल में थे प्रो. अरुण कुमार सिंह, डॉ. मो. ज्या हैदर और डॉ. अरविंद कुमार मिलन
फोटो । स्लोगन लेखन प्रतियोगिता में शामिल छात्र-छात्राएं।
छात्र-छात्राओं की ओर से पोस्टर पर लिखे गये स्लोगन का अवलोकन करते प्रो. अरुण कुमार सिंह, डॉ. जिया हैदर, डॉ. अरविंद कुमार मिलन, डॉ. मिर्जा रुहुल्लाह बेग व अन्य।
दरभंगा। दूरस्थ शिक्षा निदेशालय द्वारा संचालित बीएड (नियमित) विभाग के स्थापना के 10 वर्ष पूरा होने के अवसर पर 23 से 29 अगस्त 2022 के बीच सप्ताह भर कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। इसी कड़ी के तहत स्थापना दिवस सप्ताह के चौथे दिन दिनांक 26.08.2022 (शुक्रवार) को बीएड (नियमित) के छात्र-छात्राओं के बीच स्लोगन लेखन प्रतियोगिता का आयोजन हुआ। निर्णायक मंडल के सदस्य के रूप में भौतिकी विभागाध्यक्ष प्रो. अरुण कुमार सिंह, आइक्यूएसी के निदेशक डॉ. मो. ज्या हैदर और बीएड (नियमित) विभागाध्यक्ष डॉ. अरविंद कुमार मिलन शामिल थे। प्रतियोगिता में सारिका ने प्रथम, पूजा कुमारी ने द्वितीय और लवली कुमारी ने तीसरा स्थान प्राप्त किया। सभी विजेता प्रतिभागियों को कार्यक्रम के समापन समारोह के दिन 29 अगस्त को मेडल और प्रमाण-पत्र देकर सम्मानित किया जाएगा।

स्लोगन लेखन प्रतियोगिता के कार्यक्रम समन्यवक बीएड (नियमित) के सहायक प्राध्यापक डॉ. मिर्जा रुहुल्लाह बेग ने बताया कि छात्र-छात्राओं को ऑन-द-स्पॉट विनोदपूर्ण अधिगम (जोयायफूल लर्निंग) विषय पर नारा लेखन के लिए 45 मिनट का समय दिया गया। छात्र-छात्राओं को स्लोगन लेखन के लिए 30 शब्द निर्धारित किए गए थे। प्रतियोगिता में 30 से ज्याद छात्र-छात्राओं ने भाग लिया। डॉ. बेग ने प्रतियोगियों को संबोधित करते हुए कहा कि ऑन-द-स्पॉट विषय देकर छात्र-छात्राओं के बीच छिपी रचनात्मकता को बाहर लाना लक्ष्य है। कुछ बच्चों में बचपन से ही खास तरह की कौशल होती हैं और कुछ अपने कौशल को लगातार निखाकर अपनी एक अलग तरह की पहचान बनाते हैं। रचनात्मकता एक तरह से हैबिट होती है, जिसे अभ्यास के माध्यम से छात्र-छात्राएं निखार सकते हैं। मस्तिष्क को रचनात्मक बनाने के लिए सबसे अच्छा तरीका अभ्यास है। इसलिए अपने किसी भी पसंदीदा काम का नियमित अभ्यास करें। दरअसल, जब किसी काम को नियमित करते हैं तो आपका माइंड इनोवेटिव तरीके से काम करता है। विभाग के सहायक प्राध्यापक प्रसेनजीत राय ने प्रतियोगिता की देखरेख में अहम भूमिका निभाई। नारा लेखन प्रतियोगिता में मो. मोउज हुसैन, राना अता, लवली कुमारी, नियति रचना, सारिका, राखी कुमारी, शिवानी, नितू कुमारी, पूजा कुमारी, राहुल राज, प्रदीप कुमार, प्रभाकर कुमार राजीव, सुनीता कुमारी, रंजन कुमार व अन्य शामिल थे।

हमसे जुड़ें, हमें फॉलो करे ..
  • Telegram ग्रुप ज्वाइन करे – Click Here
  • Facebook पर फॉलो करे – Click Here
  • Facebook ग्रुप ज्वाइन करे – Click Here
  • Google News ज्वाइन करे – Click Here

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *