काम, आराम और जीवन

काम, आराम और जीवन

अध्याय का सार

1. शहर की विशेषताएँ
औद्योगिकरण के साथ शहरीकरण का आरंभा हुआ। 1850 तक शहर गाँवों के समान ही थे। कपड़ा मिलों के कारण
मैनचेस्टर आदि ने श्रमिकों को आकर्षित किया। लंदन एक बड़ा था जहाँ 6,75,000 लोग रहते थे। प्रथम विश्वयुद्ध से पूर्व यहां
जूता और परिधान, फर्नीचर, धातु, छपाई तथा स्टेशनरी के उद्योग थे। परंतु बाद में मोटरकार और बिजली उपकरणों के उद्योग भी शुरू हो गए थे लंदन में अपराध बढ़ने लगा। 1870 तक लंदन में 20 हजार अपराधी हो चुके थे पुलिस को कानून व्यवस्था की चिंता थी। हर व्यक्ति एक सभ्य व अनुशासित समाज चाहता था। इसी कारण से अपराधियों की गिनती हुई।

हेनरी मेह्यू ने लंदन के मजदूरों पर अनेक पुस्तकें लिखीं। उसमें उन्होंने अपराधियों की एक ऐसी सूची बनाई जो केवल अपराध में के द्वारा ही अपना निर्वाह करते थे। इनमें अनेक प्रकार के अपराधी थे। समाज को अनुशासित करने के लिए सजाएं बना दी गई थी। और गरीब को रोजगार देना प्रारंभ किया। 18वीं से 19वीं शताब्दी के शुरू तक फक्ट्रियों में अनेक महिलाएँ भी काम करती थीं। लेकिन कारखाने उनके लिए कुछ समय तक ही रहे; क्योंकि तकनीकी सुधार हो रहा था। 1861 की जलगणना से यह पता चला कि महिलाएँ घरेलू नौकर के रूप में अधिक रूप से कार्यरत हैं। कुछ शहर में अपनी आय को बढ़ाने के लिए आई थीं। 20वीं सदी में महिलाएं फिर से बाहर काम के निकल पड़ी। बच्चों को भी कम वेतन पर काम पर शिक्षा कानून व 1902 से लागू किए गए। फैक्ट्री कानून के अनुसार बच्चों को औद्योगिक कार्यो से बाहर रखा गया। औद्योगिक क्राांति के बाद लोग शहरों की तरफ आने लगे तथा प्रवासी कामगारों के लिए टेनेभेंट्स बना दिये गये जहाँ पर ये रहते थे। शहरों में यह माँग थी कि झोंपड़ियों को हटा दिया जाये।

परन्तु यह जल्द ही मान लिया गया कि गरीबों के लिए रहने का इंतजाम करना जरूरी है। परंतु इस चिंता के अनेक कारण थे। जैसे एक कमरे वाले मकानों में जनता के स्वास्थ्य के लिए एक बड़ा खतरा था। इन मकानों में आग लगने का डर था। भारी भीड़ के कारण समाज में भय तथा उथल-पुथल नजर आने लगी थी। 1917 की रूसी क्रांति के बाद यह डर काफी अधिक हो गया था। मजदूरों के आंदोलनों या विद्रोह के कारण आवासीय योजनाएँ प्रारंभ हो गई थी। लंदन को साफ-सुथरा तथा स्वच्छ बनाने के लिए अनेक प्रयत्न प्रारंभ किये गये। बर्लिन तथा न्यूयॉर्क में अपार्टमेंट्स ब्लॉक बनाये गये, परन्तु यहाँ पर किराया नियंत्रण कानून लागू कर दिया गया। वास्तुकार तथा योजनाकार एबेनेजर हावर्ड ने गार्डन सिटी का नक्शा तैयार किया जहाँ पर बहुत सारे पेड़े-पौधे हों। उनका यह विचार था कि ऐसा करने से एक बेहतर नागरिक बनाने में सहायता मिलेगी। मजदूर वर्ग के आवास की समस्या को खत्म करने के लिए ब्रिटिश राज्य सामने आया। उन्होंने 10 लाख मकान बनाए। अब परिवहन व्यवस्था भी जरूरी हो चुकी थी। लंदन के भूमिगत रेलवे ने शहर के भीतर बाहर आने-जाने की समस्या को खत्म किया। इसके साथ ही 1863 को पहली भूमिगत रेल आरंभ की गई, 1880 तक लगभग 4 करोड़ यात्री इसका प्रयोग करने लगे।

2. शहर में सामाजिक बदलावा
उत्पाद आदि में बदलावों के कारण पारिवारिक नातेदारी शिथिल पड़ने लगी। बड़े घरो में महिलाएँ स्वयं काम नहीं करती थी। परंतु वे स्वयं को अकेला महसूस करने लगी थीं औरतों के लिए अब औद्योगिक रोजगार समाप्त हो गए। औरतों को केवल घर में ही रहने को कहा जाने लगा, जबकि पुरुष ही अब बाहर जा रहे थे। 20वीं सदी में फिर परिवर्तन आया।

औरतों की माँग युद्ध की आवश्यकताएं पूरी करने के लिए की जाने लगी। ब्रिटने में लंदन सीजन मनोरंजन का साधन था जो अमीरों के लिए था। 19वीं सदी में साधारण लोगों के लिए पुस्तकालय, संग्रहालय आदि खोले गए। मजदूर समुद्र किनारे जाकर मनोरंजन करते।

3. शहर में राजनीति
1886 से 1887 तक लंदन में मजदूरों ने दंगे किए। वे अपनी गरीबी से मुक्ति चाहत थे। सन 1889 से 12 दिन तक गोदी के मजदूरों ने हड़ताल की। 4. औपनिवेशिक भारत में शहर19वीं सदी में अन्य देशों की अपेक्षा भारत में शहरीकरण धीमा था। 20वीं सदी के आरंभ तक केवल 11 प्रतिशत लोग ही शहरों में रहते थे। शहरों में वेयर हाउस, संग्रहालय, घर/दफ्तर बंदरगाह आदि होते थे। . 1819 में बम्बई को बम्बई प्रेसीडेंसी की राजधानी माना गया जिसका कारण उसकी उन्नति थी। कपड़ा मिल खुलने के बाद ज्यादा लोग बंबई पहुँचने लगे। समुद्री व्यापार में 20वीं सदी के आरंभ तक बंबई का दबदबा बना रहा। 1850 के पश्चात् बंबई की आबादी में वृद्धि के कारण रहने तथा जल समस्या बढ़ी थी।

ऊँची जाति अमीर बड़े-बड़े घरों में रहते थे बंबई की 70% जनता चालो में रहती थी। कमरों के किराए अत्यन्त ऊँचे थे। पानी की समस्या बढ़ रही थी। घर के कामों के लिए सड़कों तथा खाली जगहों का प्रयोग किया जाता था। बहुत-सी चाले मुसलमानों तथा निचली जातियों को नहीं दी जाती थीं।

बंबई सात टापुओं को जोड़कर बनाया गया था। इसमें पहली परियोजना 1784 में शुरू की गई। __बम्बई बाद में फिल्म उद्योग के लिए भी प्रसिद्ध हो गया। 1987 तक फिल्म उद्योग में 5,20,000 लोग काम करने लगे। यहाँ काम करने के लिए लोग दूर-दूर से आते थे। 5. शहर और पर्यावरण की चुनौती सभी शहरी क्षेत्रों में पर्यावरण उद्योगों के कारण दूषित होने लगा था। हवा, पानी आदि में बेहिसाब प्रदूषण फैला है। 19वीं सदी में कोयले के कारण शहर में काले धुएँ की समस्या फैल गई।

इस समस्या को हल करने के लिए पहले लोगों ने कानूनी रास्ते खोजने का प्रयास किया। 1840 तक मैनचेस्टर आदि में प्रदूषण नियंत्रण के लिए कुछ कानून बनाए गए, परंतु ये कानून असफल रहे। इस प्रकार अन्य शहरों में भी कई प्रयत्न किए गए जिससे पानी, हवा आदि को साफ किया जा सके परंतु कुछ ही स्थानों पर सफलता मिल पाई।

काम, आराम और जीवन Important Questions and Answers

प्रश्न 1.
दुर्गाचरण राय ने अपने उपन्यास देबगानेर मर्ये आगमन में क्या उल्लेख किया था?
उत्तर-
दुर्गाचरण राय ने अपने उपन्यास में लिखा कि ब्रह्मा तथा कुछ अन्य देवता धरती पर आकर कलकत्ता की रेलगाड़ी में आकर भ्रमण करते हैं तथा वहाँ के जीवन से अवगत होते हैं।

प्रश्न 2.
शहर का जीवन किन परस्पर विरोधी छवियों और अनुभवों को जन्म दे रहा था?
उत्तर-
शहर का जीवन बढ़ रहा था तथा उसी समय इन शहरों में सम्पन्नता उत्पन्न हुई एक ओर अत्यन्त चमक-दमक थी तो दूसरी ओर अत्यन्त गरीबी, बेरोजगारी आदि फैल रही थी।

प्रश्न 3.
आरंभ के कुछ शहरों के नाम बताएँ।
उत्तर-
उर, निप्पुर, मोहनजोदड़ो, हड़प्पा आदि

प्रश्न 4.
आरंभिक शहरों की कुछ विशेषताएँ बताइए।
उत्तर-
पहले के शहर नदी-घाटियों के पास विकसित किए जाते थे, अन्य बस्तियों की अपेक्षा यहाँ अधिक आबादी होती थी। इन शहरों को तभी बसाया जाता था कि जब तक इन स्थानों पर खाद्य पदार्थों की उपलब्धता रहती थी। इन शहरों में व्यापार उद्योग, राजनीतिक सत्ता और अन्य गतिविधियाँ स्थापित किए जाते थे।

प्रश्न 5.
शहरी इलाके के विभिन्न प्रकार कौन-से थे?
उत्तर-
शहरी क्षेत्र कई प्रकार के हो सकते हैं। किसी शहर में स्थाई बाजार होते हैं तो कहीं समय-समय पर बाजार लगते हैं। कई शहर राजनीतिक और धार्मिक गतिविधियों के केंद्र भी कहे जाते हैं। आधुनिक प्रकार के शहरों को महानगर भी कहा जाता है।

प्रश्न 6.
शहरीकरण का क्या अर्थ है?
उत्तर-
वह प्रक्रिया जिसके अंतर्गत किसी शहर या कस्बे का विकास होता है, उसे शहरीकरण कहा जाता है।

प्रश्न 7.
औद्योगिक क्रांति के समय शहर किस प्रकार के थे?
उत्तर-
आरंभ के शहर गाँवों के समान ही थे। औद्योगिक शहरों की स्थापना 18वीं सदी में आरंभ हुई कपड़ा मिलों के लगने के कारण मजदूर इन शहरों में काम करने आते थे।

प्रश्न 8.
औद्योगिक क्रांति के समय के आरंभिक शहरों के नाम बताएँ।
उत्तर-
मैनचेस्टर तथा लीड्स।

प्रश्न 9.
18वीं तथा 19वीं सदी में लंदन की जनसंख्या में क्या परिवर्तन आया?
उत्तर-
लंदन की आबादी 1750 के दशक में 6,75,000 थी। 19वीं सदी में भी लंदन की आबादी बढ़ने का क्रम जारी रहा। 1810 में आबादी दस सलाख थी जो 1880 में 40 लाख हो गई।

प्रश्न 10.
लंदन में आबादी बढ़ने का क्या कारण था?
उत्तर-
लंदन में सभी व्यवसायों के लोग रहते थे, जैसे-क्लर्क, श्रमिक, फेरीवाले, कुशल कारीगर, वकील आदि। यहाँ केवल पाँच उद्योग ही थे। परंतु पहले विश्वयुद्ध के बाद मोटरकार और बिजली के उपकरणों के उद्योग लगे जिसमें काम करने के लिए लोग दूर क्षेत्रों से आने लगे।

प्रश्न 11.
19वीं सदी में लंदन शहर में अपराध की क्या दशा थी?
उत्तर-
लंदन में आबादी बढ़ने के साथ-साथ अपराध में भी वृद्धि हुई। 1870 के दशक में 20,000 अपराधी लंदन के निवासी थे। कुछ चोर या अपराधी माहिर नहीं थे जो केवल कपड़, सीसे कोयले के ढेर आदि चुराने का काम ही करते थे। परंतु दूसरे प्रकार के चोर ठग, जालसाज, जेबकतरे आदि थे।

प्रश्न 12.
टेनेमेंट्स क्या हैं?
उत्तर-
वे घर या अपार्टमेंट मकान जो गरीब क्षेत्रों में पाए जाते थे तथा जिनके घरों में बहुत आबादी पाई जाती थी, उन्हें टेनेमेंन्ट्स कहा जाता था।

प्रश्न-13.
शहरों में बाहरी क्षेत्रों से लोगों के आने से क्या प्रभाव पड़ा?
उत्तर-
औद्योगिक क्रांति के पश्चात् मजदूरों ने शहरों में काम के लिए रुख किया। इस कारण शहरों में प्रवास की समस्या उत्पन्न हुई। फैक्ट्री के मालिक द्वारा इन श्रमिकों को रहने की जगह प्रदान नहीं की जाती थी।

प्रश्न 14.
आरंभ में अमीर लोगों की क्या माँग थी?
उत्तर-
आरंभ में अमीर लोगों ने यह माँग की कि झोपड़-पट्टियों को साफ किया जाना चाहिए।

प्रश्न 15.
लंदन शहर को साफ करने के लिए क्या प्रयत्न किए गए?
उत्तर-
लदंन को साफ करने के लिए कई प्रयत्न हुए। बस्तियों में भीड़ कम करना, हरियाली करना, तथा शहरों का विकास योजनाबद्ध रूप में करना प्रमुख थे। प्रथम विश्वयुद्ध के समय किराया नियंत्रण कानून बनाया गया। इसके अतिरिक्त बर्लिन तथा न्यूयॉर्क में अपार्टमेंटस के विशाल ब्लॉकों का निर्माण भी हुआ।

प्रश्न 16.
वास्तुकारों तथा योजनाकारों ने किस प्रकार की अवधारणाओं को प्रस्तुत किया जिसके द्वारा गार्डन सिटी का निर्माण किया जा सकता था?
उत्तर-
कई वास्तुकारों एवं योजनाकारों ने गार्डन सिटी के निर्माण की अवधारणा को प्रस्तुत किया। एबनेजन हावर्ड एक ऐसा शहर चाहते थे जहाँ लोग रहें, काम करें तथा हरियाली बहुत हो। इन विचारों पर बैरी पार्कर और रेमंड अनविन ने न्यू अर्जविक नामक गार्डन सिटी का डिजाइन बनाया। परंतु ऐसे मकानों को केवल अमीर लोग ही खरीद पाने में समर्थ थे।

प्रश्न 17.
विश्वयुद्धों के समय ब्रिटिश राज्य ने किस प्रकार आवास की समास्या को सुलझाने का प्रयास किया?
उत्तर-
ब्रिटिश राज्य ने विश्वयुद्धों के समय स्वयं मजदूरों की आवासीय समस्या सुलझाने का प्रयास किया। उन्होंने 10 लाख घरों का निर्माण किया। जिनमें अधिकतर एक परिवर के लोग रह सकते थे।

प्रश्न 18.
शहरों के फैलने से अन्य समस्या उत्पन्न हुई। वह समस्या क्या थी?
उत्तर-
शहर इतने अधिक फैलते जा रहे थे कि लोगों के रहने की जगह और काम की जगह अत्यन्त दूर हो गई। लोग काम पर पैदल नहीं जा सकते थे। इस कारण परिवहन की आवश्यकता उत्पन्न हुई।

प्रश्न 19.
दुनिया की पहली भूमिगत रेल का उद्घाटन कब किया गया?
उत्तर-
भूमितग रेल का उद्घाटन लंदन मे 10 जनवरी, 1863 में किया गया जिसमें 10,000 यात्रियों ने यात्रा की।

प्रश्न 20.
कुछ लोगों ने भूमिगत रेल के लिए क्या विचार व्यक्त किए?
उत्तर-
कुछ लोगों ने भूमिगत रेल को स्वास्थ्य के लिए अत्यन्त हानिकारक माना। चारों ओर अस्वास्थ्यकर वातावरण बनता जा रहा था। लोग इन्हें लौह-दैत्य मानने लगे थे। निर्माण की प्रक्रिया में अत्यन्त विनाश होता था।

प्रश्न 21.
क्या भूमिगत रेल सफल साबित हुई? उदाहरण देकर स्पष्ट करें।
उत्तर-
भूमिगत रेवले अत्यन्त सफल हुई। न्यूयॉर्क, शिकागो, टोकियो आदि में 20वीं सदी तक बहुत बड़े पैमाने पर भूमिगत रेल का निर्माण किया गया इस नेटवर्क के द्वारा लाखों लोगों का काम पर पहुंचना आसान हो मया।

प्रश्न 22.
संयमता आंदोलन क्या था?
उत्तर-
संयमता आंदोलन एक सुधार आंदोलन था जिसे मध्यवर्ग ने इंगलैंड और अमेरिका में 19वीं सदी में आरंभ किया। इस आंदोलन का मुख्य उद्देश्य था, मादक पदार्थो जैसे-शराब आदि के सेवन में कमी लाना।।

प्रश्न 23.
18वीं सदी में परिवार की संस्था पर शहरों में क्या प्रभाव पड़ा?
उत्तर-
18वीं सदी में परिवार समाज की महत्त्वपूर्ण इकाई था जिसका कार्य उपभोग, उत्पादन और राजनीतिक निर्णय करना था। शहरों में वृद्धि के कारण परिवार के सदस्यों के मध्य संबंध ढीले होने लगे। विवाह संस्था लगभग समाप्ति पर पहुँच गई।

प्रश्न 24.
औरतों पर शहरी जीवन का क्या प्रभाव पड़ा?
उत्तर-
ब्रिटेन की उच्च एवं मध्यमवर्गीय औरतें अब स्वयं को अकेला महसूस करने लगी थीं। उनके घर के काम नौकरानियाँ करती थीं। परंतु वेतन प्राप्त करने वाली औरतें अपना जीवन नियंत्रित कर पाती थीं। कई लोगों का यह मानना था कि औरतों को बाहर काम पर नहीं जाना चाहिए। उनके लिए औद्यागिक रोजगार समाप्त होने लगे थे। इस कारण औरतों का स्थान केवल घर तक ही सीमित रह गया था, जबकि आदमी घर के बारह का जीवन संभालने लगे।

प्रश्न 25.
19वीं सदी के आंदोलनो के उद्देश्य क्या थे?
उत्तर-
19वीं सदी में कई आंदोलन चलाए गए। चार्टिज्म में वयस्क पुरुषों के मताधिकार के लिए आंदोलन छेड़ा गया, जबकि दस घंटे के आंदोलन का मुख्य उद्देश्य कारखानों में काम के घंटे निश्चिय करना था। अधिकतर आंदोलन केवल आदिमियों के लिए ही थे। उनके लिए मताधिकार आंदोलन आदि 1870 के दशक में प्रारंभ हुए।

प्रश्न 26.
व्यक्तिवाद क्या है?
उत्तर-
व्यक्तिवाद वह सिद्धांत है जिसमें व्यक्ति की स्वतंत्रता, अधिकारों आदि को महत्त्व दिया जाता है, समुदायों या समूह को नहीं। .

प्रश्न 27.
लोगों को मनोरंजन के अवसर उपलब्ध करने के लिए इंग्लैंड में उन्नीसवीं सदी में मनोरंजन के कौन-कौन से साधन सामने आए? . उत्तर-
रविवार तथा अन्य छुट्टियों के साथ मनोरंजन की समस्या उत्पन्न हुई ‘लंदन सीजन’ मानने की परंपरा पुरानी थी। आम लोगों के लिए मनोरंजन के साधन उपलब्ध नहीं थे। कुछ साधन सरकारी धन से शुरू हुए। सरकार चाहती थी कि ब्रिटेनवासी ब्रिटने की उपलब्धियों के विषय में जाने। अतः उसने पुस्तकालयों, संग्रहालयों आदि का आरंभ किया। शुरू में केवल 15,000 दर्शक ही संग्रहालयों में जाते थे। 1824 से 25 के बीच 127,643 दर्शक और 1846 में 825,901 दर्शक आए। निचले वर्ग के लोग संगीत सभाओं का आयोजन करते। इसके अतिरिक्त श्रमिकों में ब्लैकपूल नामक समुद्री तट प्रसिद्ध हुआ।

प्रश्न 28.
19वीं सदी से पूर्व लोग मनोरंजन किस प्रकार करते थे?
उत्तर-
19वीं सदी से पहले लोग लंदन सीजन मनाते थे। संभ्रांत परिवारों के लोगों को रंगमंच, शास्त्रीय संगीत तथा ओपेरा पसंद थे। जबकि श्रमिक आदि खाली समय में पबों या शराबघरों में जाते थे। जहाँ लोग आपस में बातचीत भी करते थे।

प्रश्न 29.
आनंद बाग क्या था?
उत्तर-
19वीं सदी में आनंद बागों का निर्माण किया गया। इस स्थान पर अमीर एवं सम्पन्न घरों के लोग आते थे जहाँ मनोरंजन, खेलकूद तथा खाने-पीने की उपलब्धियाँ होती थीं।

प्रश्न 30.
पेरिस के हॉसमानीकरण का क्या अर्थ है? इस तरह के विकास को आप किस हद तक सही या गलत मानते हैं?
उत्तर-
लुई नेपोलियन तृतीय ने स्वयं को सन् 1852 में सम्राट घोषित किया। इसके पश्चात् पेरिस के पुनर्निर्माण का कार्य शुरू हुआ जो बेरॉन हॉसमान नामक वास्तुकार कर रहा था। पहले उसने पेरिस से गरीबों को हटवाया। 17 साल तक यह कार्य चला। जगह-जगह खुली सड़कें, खुले मैदान, बड़े-बड़े पेड़ लगाए गए। इस निर्माण के लिए साढ़े तीन लाख लोगों को बेघर कर दिया गया। यही लोगों को गलत लगा। लोगों को सड़के अत्यन्त खाली लगीं। उन्हें कई मील चलना पड़ता था।

प्रश्न 31.
उन्नीसवीं सदी तक बंबई की आबादी में किस प्रकार वृद्धि हुई।
उत्तर-
भारत के प्रमुख शहर के रूप में भारत उभरकर सामने आया। 1872 में यहाँ की आबादी 6,44,405 थी, जबकि यही आबादी 1941 में पंद्रह लाख तक पहुंच गई।

प्रश्न 32.
ब्रिटिश शासन के समय प्रेसीडेसी शहर कौन-से थे?
उत्तर-
बंबई, बंगाल तथा मद्रास को प्रेसीडेंसी शहरों के रूप में ब्रिटिश शासन ने घाषित किया।

प्रश्न 33.
बंबई के विषय में जी. जी. अगरकर ने क्या लिखा?
उत्तर-जी. जी. अगरकर ने बंबई के घरों की महलनुमा हवेलियां कहा। सड़कें इतनी चौड़ी थी कि एक साथ 6 घोड़ा गाडियाँ चल सकती थीं। लोग व्यापरिक गलियों में प्रविष्ट होना चाहते थे। गड़ियों की सीटी शोर उत्पन्न करती। लोग जेब में नोट भरकर सौदेबाजी करते नजर आते थे।

प्रश्न 34.
प्रेसीडेंसी शहरों की क्या विशेषता थी?
उत्तर-
प्रेसीडेंसी शहर अत्यन्त महत्त्वपूर्ण थे। यहाँ बंदरगाह, वेयरहाउस, घर, दफ्तर, संग्राहलय, पुस्तकालय तथा शिक्षण संस्थान पाए जाते थे।

प्रश्न 35.
17वीं से 19वीं सदी तक बंबई शहर कैसा था?
उत्तर-
बंबई शहर पहले सात टापुओं का शहर था जिस पर पुर्तगालियों का नियंत्रण 17वीं शताब्दी में था। राजा चार्ल्स द्वितीय के विवाह के पश्चात् बंबई पर अंग्रेजों का कब्जा हो गया। इसी शहर में सूरत बंदगारह का मुख्यालय स्थापित किया गया। गुजरात से आने वाले कपड़े का निर्यात बंबई से होता था। बंबई 19वीं सदी में एक बेहतरीन बंदगाह के रूप में विकसित हुआं जहाँ से अफीम और कपास का निर्यात होता था।

प्रश्न 36.
बंबई में आवास व्यवस्था प्रकार की थीं?
उत्तर-
आरंभ में बंबई का विकास योजनानुसार नहीं किया गया। सन् 1800 में बंबई फोर्ट एरिया दो भागों में विभाजित था।
एक भाग में नेटिव एवं दूसरे भाग में यूरोपीय रहते थे। इस भाग के उत्तर में यूरोपीय उपनगर और औद्योगिक पट्टी का विकास होने लगा। दक्षिणी क्षेत्र में छावनी थी। 1850 तक बंबई में आवास की समस्या उत्पन्न हुई जो कपड़ा मिलों में काम करने आने वाले लोगों की बढ़ती आबादी के कारण हुई 70 प्रतिशत जनता चालों में रहती जो मजदूर थीं मिलों में काम करने वाले लोग गिरनगाँव में रहते थे; जबकि यूरोपीय अफसर, अमीर पारसी, उद्योगपति आदि बंगलों में रहते। चॉलें अधिकतर बहुमंजिला होती थीं जो महाजनों, ठेकेदारों द्वारा बनवाई जाती थीं।

प्रश्न 37.
1898 में बंबई के इम्प्रवमेंट ट्रस्ट ने किस प्रकार के कार्य किए ?
उत्तर-
बंबई में बढ़ती आबादी, चॉलों में बढ़ती गंदगी ने प्लेग के डर को उत्पन्न किया। इस कारण बंबई का इम्प्रूवमेंट के लिए 1898 में बॉम्बे इम्प्रूवमेंट ट्रस्ट बनाया गया। इस ट्रस्ट काम था-बंबई के मध्य से गरीबों के मकान हटाना। इस कारण 64,000 लोग बेघर हो गए। परंतु उनमें से केवल 14,000 लोगों को ही घर मिल पाए। किरायों में कमी की गई जिस कारण लोगों ने मकान किराए पर देना बंद कर दिया।

प्रश्न 38.
बंबई के भूमि विकास परियोजनाओं के विषय में टिप्पीणी लिखें।
उत्तर-
अधिक से अधिक समुद्री भूमि को प्रयोग करने के लिए 19वीं सदी में व्यवासायिक उद्देश्यों की पूर्ति के लिए सरकार एवं नीजि कम्पनियों ने योजनाएं शुरू की। निर्माण का काम मिला। पहाड़ी क्षेत्रों को भी सपाट किया जाता था। 1870 में समुद्री भूमि को विकसित किया जाने लगा। इसके अतिरिक्त 1914 से 1918 तक सूखी गोदी का निर्माण किया गया। तत्पश्चात् मरीन ड्राइव का निर्माण किया गया।

प्रश्न-39.
19वीं सदी में इंग्लैंड में प्रदूषण किस प्रकार समस्या बन गया?
उत्तर-
19वीं सदी में औद्योगिक परिवर्तन इंग्लैंड में आ चुका था। कोयले का प्रयोग इन फैक्ट्रियों तथा कारखानों में अत्याधिक हो रहा था। चिमनियों से काला धुआँ हवा में फैल जाता था। सभी लोग परेशान होने लग गए थे। धुएँ से बीमारियाँ फैलती थीं तथा कपड़े भी गंदे रहते।।

प्रश्न-40.
सरकारी नियम और नए कानूनों ने प्रदूषण की समस्या को किस हद तक हल किया?
उत्तर-
प्रदूषण की समस्या को हल करने के लिए आरंभ से ही कई कानून बनने लगे। डर्बी, लीड्स, मैनचेस्टर आदि में फैल रहे धुएँ को नियंत्रित करने के लिए 1840 के दशक में कानूनों का निर्माण हुआ। कारखना मालिकों ने भी मशीनों में कुछ परिवर्तन किए। परंतु अधिकतर प्रदूषण नियंत्रण कानून असफल ही रहे। इस प्रकार कालकत्ता में वायु प्रदूषण शुरू से ही था। दलदली जमीन के कारण काली धुंध सर्दियों मे फैल जाती थी। उद्योगों में वाष्प इंजनों का प्रयोग होता था। जो कोयले से चलते थे। 1863 में कलकत्ता में धुआँनिरोध कानून परित किए गए। 1920 में बंगाल स्मोक नुइसेंस कमीशन औद्योगिक धुएँ पर नियंत्रण प्राप्त कर लिया।

काम, आराम और जीवन Textbook Questions and Answers

प्रश्न 1.
अठारहवीं सदी के मध्य से लंदन की आबादी क्यों फैलने लगी? कारण बताइए।
उत्तर-
लंदन हमेशा से ही अधिक जनसंख्या वाला शहर बनता चला गया। आठाहरवीं सदी के मध्य तक तो नौ में से एक आदमी लंदन का निवासी था। लंदन विशाल फैक्ट्रियों का शहर नहीं था। इसका कारण था-लंदन में प्रत्येक व्यवसाय के व्यक्ति के लिए स्थान था। मजदूर से लेकर किसान, क्लर्क, दुकानदार, वकील, सिपाही सभी लंदन के निवासी थे। इसके अतिरिक्त लंदन में पाँच उद्योग भी थे। जिनमें लोग काम करने आते थे। 1880 तक लंदन की आबादी 40 लाख हो गई।

प्रश्न 2.
उन्नीसवीं और बीसवीं सदी के बीच लंदन में औरतों के लिए उपलब्ध कामों में किस तरह के बदलाव आए? ये बदलाव किन कारणों से आए?
उत्तर-
19वीं सदी के आरंभ में फैक्ट्रियों में महिलाएँ काम करती थीं। तकनीकी सुधारों के कारण उनकी नौकरियाँ छिनने लगीं। अब वे घरेलू नौकरों के रूप में काम करने लगीं। कई घर में ही सिलाई-बुनाई, माचिस बनाना आदि व्यवसाय करने लगीं या अपने घरों को किराए पर देतीं। परंतु 20वीं सदी से फिर परिवर्तन होने लगा। युद्ध के समय उस समय के उद्योगों तथा दफ्तरों में औरतें काम करने लगीं। यह परिवर्तन युद्ध के समय और तकनीकी परिवर्तनों के कारण आए।

प्रश्न 3.
विशाल शहरी आबादी होने से निम्नलिखित पर क्या असर पड़ता है? ऐतिहासिक उदाहरणों के साथ समझाइए।
उत्तर-
(क) जमींदार-जब भी शहरों में आबादी बढ़ती हैं तब गाँवों में लोग शहरो की ओर चल पड़ते हैं। इस कारण जमींदारी पर भी प्रभाव पड़ता है। अक्सर किसान, मजदूर आदि जमींदारों से कर्जे पर धन लेते थे। इसके अतिरिक्त ये लोग इनकी जमीनों पर काम भी करते। शहरीकरण के कारण लोग शहरों में काम ढूँढ़ने लगे जिससे जमींदारों की आमदनी तथा काम करने वाले मजदूरों में कमी आई।
(ख) कानून व्यवस्था सँभालने वाला पुलिस अधीक्षक-जब शहरीकरण होता है जो जनसंख्या में भी वृद्धि होती है। इसके कारण अपराध तथा अपराधियों में वृद्धि होती है। पुलिस अधीक्षक का ऐसे समय में काम बढ़ जाता है। जैसे 1870 के दशक में लंदन में लगभग 20,000 अपराधी रहते थे। इनकी गतिविधियों पर नजर रखने के लिए पुलिस अधीक्षकों के काम में वृद्धि हुई।
(ग) राजनीतिक दल का नेता-शहरों में राजनीति का जोर अधिक होता है। भारत में शहरीकरण के साथ औपनिवेशक काल में कई राजनीतिक दल 19वीं सदी में उत्पन्न हुए, जैसेकांग्रेस आदि। इन दलों के नेताओं ने राष्ट्रीयता का प्रचार किया। उनके राजनीतिक दलों के नेताओं, जैसे-महात्मा गाँधी आदि का शहरों की जनता पर बहुत प्रभाव रहा।

प्रश्न 4.
निम्नलिखित की व्याख्या करें
(क) उन्नीसवीं सदी में धनी लंदनवासियों ने गरीबों के लिए मकान बनाने की जरूरत का समर्थन क्यों किया?
(ख) बंबई की बहुत सारी फिल्में शहर में बाहर से आने वालों की जिंदगी पर आधारित क्यों होती थीं?
(ग) उन्नीसवीं सदी के मध्य में बंबई की आबादी में भारी वृद्धि क्यों हुई?
उत्तर-
(क) 19वीं सदी तक लंदन में गरीबों की जनसंख्या बहुत अधिक हो गई थी। 1887 में लगभग 10 लाख लोग गरीब रह रहे थे। उनके लिए लगभग चार लाख कमरों की आवश्यकता थी। कुछ समय तक अमीर लोग झोंपड़पट्टियाँ खत्म करने की माँग करते रहे। परंतु धीरे-धीरे यह समझा जाने लगा कि उनके लिए घरों की जरूरत हैं। एक कमरे वाले घर स्वास्थ्य के लिए सही नहीं थे। हल्के घरों में आग लगाने का खतरा बना रहता था। वह भी डर था गरीब लोग विद्रोह भी कर सकते थे।
(ख) बंबई में आरंभ से ही जीवन अत्यन्त कठिन रहा है इन्हीं कठिनाइयों को दिखाने के लिए फिल्मकारों ने फिल्मों का प्रयोग किया। कई गीतों में बंबई के अन्त:विरोधी आयामों को उजागर किया।
(ग) अंग्रेज-मराठा युद्ध के बाद बंबई शहर तेजी से बढ़ने लगा। बंबई में हर क्षेत्र में लोग आकर रहने लगे, जैसे-व्यापारी, महाजन तथा दुकानदार आदि कपड़ा मिल खुलने के बाद उसमें काम करने वाले आकर बंबई में बसने लगे। यहाँ आबादी बढ़ने का मुख्य कारण था-सभी प्रकार के व्यवसायों तथा कामों की उपलब्धि होना।

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