स्मार्ट मीटर को लेकर जारी हुआ सख्त आदेश, अगर ये काम नहीं किया तो कट सकती है आपकी बिजली
Smart Meter: बिहार में तकनीकी विकास की रफ्तार भागलपुर में ठिठक गई है. दक्षिण बिहार पावर डिस्ट्रीब्यूटर कंपनी लिमिटेड (SBPDCL) की स्मार्ट मीटर योजना जहां एक ओर पारदर्शिता और सटीक बिलिंग की दिशा में बड़ा कदम है, वहीं दूसरी ओर यह भागलपुर में लगातार विरोध और अव्यवस्था के कारण अधर में अटकी हुई है. दो वर्षों से भी अधिक समय बीत जाने के बाद भी 44 हजार मीटर अब तक लगाए नहीं जा सके हैं.
स्थानीय विरोध ने बना दी योजना की दीवार
नाथनगर, चंपानगर, मिरजानहाट और बरहपुरा जैसे क्षेत्रों में बिजली विभाग के कर्मचारियों को खुलेआम विरोध का सामना करना पड़ रहा है. बरहपुरा में तो हालात इतने बिगड़े कि मीटर लगाने पहुंचे कर्मियों को न सिर्फ खदेड़ दिया गया, बल्कि उनके साथ मारपीट की घटना भी हुई. जिला प्रशासन के हस्तक्षेप और पुलिस सुरक्षा के बाद ही काम आंशिक रूप से आगे बढ़ पाया.
अधिकारी भी मानते हैं चुनौतियां
SBPDCL के रेवेन्यू ऑफिसर अभय कुमार ने स्वीकार किया कि जनता के मन में स्मार्ट मीटर को लेकर अभी भी शंका है. उन्होंने बताया कि कई घरों में मालिक मौजूद नहीं हैं, ताले लगे हैं या लोग जानबूझकर मीटर लगाने से बच रहे हैं. हालांकि, उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि जिन उपभोक्ताओं के यहां मीटर नहीं लगेगा, उनका कनेक्शन काट दिया जाएगा। तिलकामांझी जैसे क्षेत्रों में काम लगभग पूरा हो चुका है.
मीटर के साथ छेड़छाड़ और चोरी: भ्रष्टाचार का खुलासा
परियोजना में एक और गंभीर संकट सामने आया जब मीटर लगाने के नाम पर कुछ लोगों ने उपकरणों के साथ छेड़छाड़ शुरू कर दी. जीनस प्राइवेट लिमिटेड के प्रोजेक्ट मैनेजर विकास सिंह ने बताया कि कुछ कर्मचारियों द्वारा तार चोरी और मीटर में गड़बड़ी करने की घटनाएं पकड़ी गई हैं. तीन लोगों के खिलाफ FIR दर्ज कर उन्हें जेल भेजने की प्रक्रिया भी अपनाई गई है.
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हालात के बावजूद कंपनी की ओर से दावा किया जा रहा है कि स्टॉक में लगातार एक लाख मीटर उपलब्ध हैं. नाथनगर, चंपानगर और अन्य क्षेत्रों में टीम लगातार प्रयासरत है. अधिकारियों का मानना है कि लोगों को समझाकर, सुरक्षा व्यवस्था के साथ, धीरे-धीरे यह योजना पूरी की जाएगी.