रांची में चार गुनी बारिश से तबाही, वज्रपात से 3 की मौत, झारखंड में 27 जून तक भारी बारिश की चेतावनी Heavy Rain Havoc Jharkhand weather Ranchi lightning 3 killed
Heavy Rain Havoc: रांची-झारखंड के लोगों को फिलहाल बारिश से निजात नहीं मिलनेवाली है. मानसून की एंट्री के सात दिनों में ही बारिश से झारखंड में जनजीवन प्रभावित हो गया है. मौसम विभाग के अनुसार, झारखंड में आम तौर पर सालभर में 1440 मिमी बारिश होती है. इसमें सिर्फ मानसून में औसतन 1023 मिमी बारिश होती है. इस वर्ष 17 जून को राज्य में मानसून के प्रवेश करने के साथ ही सात दिनों में लगभग 248 मिमी बारिश हो चुकी है. रांची में एक जून 2025 से अब तक सामान्यत: लगभग 123 मिमी बारिश होती है, लेकिन यहां अब तक 459 मिमी बारिश हो चुकी है. इस तरह अब तक चार गुनी बारिश हो चुकी है.
29 जून तक बारिश के आसार
मौसम विभाग ने 29 जून तक बारिश होने का अनुमान लगाया है, जबकि 24 जून को रांची, खूंटी, पलामू, गढ़वा, लातेहार, लोहरदगा, गुमला और खूंटी में वज्रपात के साथ बारिश का पूर्वानुमान है. इसे देखते हुए उन जिलों में येलो अलर्ट जारी किया गया है. सोमवार को दोपहर बाद राज्य के कई इलाकों में अच्छी बारिश हुई. हजारीबाग में 55 मिमी बारिश हुई, जबकि रांची में लगभग एक घंटे में ही 45 मिमी बारिश हुई. जमशेदपुर में 25 मिमी, बोकारो में 15 मिमी तथा लातेहार में 45 मिमी बारिश हुई.
बारिश का येलो अलर्ट
25 जून को गुमला, खूंटी, सिमडेगा व पश्चिमी सिंहभूम सहित गोड्डा, सिमडेगा, दुमका, देवघर, जामताड़ा, पाकुड़ में भारी बारिश की संभावना है. इसे देखते हुए इन जिलों में येलो अलर्ट जारी किया गया है, जबकि रांची सहित अन्य जिलों में बादल छाये रहने व दोपहर में बारिश होने की संभावना व्यक्त की गयी है.
आठ जिलों में वज्रपात के साथ भारी बारिश
मौसम विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक अभिषेक आनंद के अनुसार, 26 जून को आठ जिलों में वज्रपात के साथ भारी बारिश हो सकती है. इनमें रांची सहित खूंटी, लोहरदगा, गुमला, सिमडेगा, पश्चिमी सिंहभूम, सरायकेला-खरसांवा व पूर्वी सिंहभूम शामिल हैं. साथ ही तेज हवा भी चल सकती है. इसे देखते हुए इन जिलों में ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है. इन जिलों में वज्रपात की आशंका है. वज्रपात से सचेत रहने की अपील की गयी है.
छह जिलों होगी भारी बारिश
27 जून को भी छह जिलों में भारी बारिश हो सकती है. इनमें खूंटी, गुमला, सिमडेगा, पूर्वी सिंहभूम, पश्चिमी सिंहभूम, सरायकेला खरसावां शामिल हैं. जबकि अन्य जिलों में हल्की बारिश होने की संभावना है. झारखंड में बारिश होने से तापमान में कमी आयी है. राज्य में सबसे अधिक तापमान सरायकेला का रिकॉर्ड किया गया. यहां का अधिकतम तापमान 34.7 डिग्री सेल्सियस रहा. जबकि रांची का अधिकतम तापमान 31.2 डिग्री सेल्सियस रहा. जो सामान्य से 0.7 डिग्री सेल्सियस तथा पिछले 24 घंटे में 0.5 डिग्री सेल्सियस कम रहा.
वज्रपात से तीन लोगों की मौत
सोमवार को वज्रपात और बारिश से तीन लोगों की मौत हो गयी है. इनमें सोनाहातू में खेत के पास खड़ी दो महिला की वज्रपात की चपेट में आने से मौत हो गयी है, जबकि रांची में बहूबाजार के पास एक स्कूल की चहारदीवारी गिरने से अपने पुत्र को लेकर बगल से गुजर रहे पिता की मौत हो गयी, जबकि पुत्र घायल हो गया है. बुंडू में वज्रपात से कई मवेशी की मौत हो गयी है.
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सोमवार को हजारीबाग में 55 मिमी व राजधानी में 45 मिमी बारिश हुई
कहां कितनी बारिश?
जिला–वर्षा (मिमी में)
रांची–45
हजारीबाग–55
बोकारो–15
देवघर–17
गुमला–02
खूंटी–01
लातेहार–45
सिमडेगा–03
मेदिनीनगर–छिटपुट
एक जून 2025 से अब तक कहां कितनी बारिश
जिला–वास्तविक वर्षापात (मिमी) –सामान्य वर्षापात (मिमी)
बोकारो–174.5–109.1
चतरा–184.4–94.8
देवघर–98.2–121.6
धनबाद–224.8–135
दुमका–193.5–130.7
पूर्वी सिंहभूम–313.8–163.5
गढ़वा–97.4–81.0
गिरिडीह–142.5–118.9
गोड्डा–99.9–114.1
गुमला–256.9–128
हजारीबाग–190.4–118.5
जामताड़ा–156–134.9
खूंटी–264.7–132.7
कोडरमा–130.6–95.9
लातेहार–388.2–113.7
लोहरदगा–373.8–129.1
पाकुड़–140.3–161.5
रामगढ़–321.8–125.6
रांची–459.0–125.7
साहिबगंज–186.2–151.4
सरायकेला-खरसांवा–382.2–140.7
सिमडेगा–326.5–154.6
पश्चिमी सिंहभूम–278.4–135.4
कुल–247.4–122.6
वज्रपात से बचने के लिए दामिनी एप का करें इस्तेमाल
मौसम विभाग ने झारखंड में वज्रपात से हो रही मौत को देखते हुए लोगों से दामिनी मोबाइल एप का इस्तेमाल करने की सलाह दी है. मौसम वैज्ञानिक अभिषेक आनंद ने कहा है कि इस एप को भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आइएमडी) द्वारा विकसित किया गया है. वज्रपात होने से पहले इस एप के माध्यम से चेतावनी मिल जाती है. यह 40 किलोमीटर के दायरे में बिजली गिरने की संभावित जगह की जानकारी देता है. जिससे लोगों को सतर्क होने का समय मिल जाता है. एप को एक्टिव करने के लिए उसमें अपना नाम और लोकेशन फीड करना होता है.
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