रक्षा क्षेत्र को साइबर हमलों से बचाने के लिए ‘साइबर सुरक्षा’ अभ्यास शुरू
Cyber Security: रक्षा प्रतिष्ठानों को साइबर हमलों से सुरक्षित रखने के लिए रक्षा साइबर एजेंसी ने सोमवार से व्यापक साइबर सुरक्षा अभ्यास ‘साइबर सुरक्षा’ शुरू किया है. इस पहल से देश की साइबर सुरक्षा मजबूत होगी और किसी भी विषम परिस्थिति में साइबर हमलों से रक्षा प्रतिष्ठानों को बचाया जा सकता है. रक्षा मंत्रालय के मुताबिक एकीकृत रक्षा स्टाफ मुख्यालय के तत्वाधान में आयोजित 10 दिन का यह बहुचरणीय अभ्यास राष्ट्रीय स्तर पर साइबर मजबूती बढ़ाने की दिशा में एक बेहद महत्वपूर्ण कदम है. इसका उद्देश्य देश की साइबर सुरक्षा क्षमताओं को मजबूत करना और संभावित साइबर खतरों से निपटने के लिए विभिन्न एजेंसियों को तैयार करना है. इस अभ्यास में 100 से अधिक प्रतिभागी हिस्सा ले रहे हैं. ये प्रतिभागी देश की प्रमुख रक्षा व साइबर एजेंसियों से जुड़े हुए हैं.
साइबर खतरों का सामना कर त्वरित निर्णय लेने में सक्षम बनाना
इस बहु-चरणीय अभ्यास में वास्तविक साइबर हमलों जैसी स्थितियां तैयार की जायेगी. प्रतिभागियों को सुरक्षित साइबर व्यवहार अपनाने और तेज निर्णय लेने की क्षमता का अभ्यास कराया जाएगा. उन्हें ऐसे खतरों से तत्काल और तीव्र गति से निपटने के गुर भी सिखाये जायेंगे. गेम आधारित चुनौतीपूर्ण वातावरण में अभ्यास को रोचक और व्यावहारिक बनाया गया है. इस अभ्यास में केवल तकनीकी विशेषज्ञ ही नहीं, बल्कि मुख्य सूचना सुरक्षा अधिकारियों (सीआईएसओ) के लिए भी एक विशेष सम्मेलन आयोजित किया जा रहा है. सीआईएसओ के सम्मेलन को भी ‘साइबर सुरक्षा’ में शामिल किया गया है, जिससे तकनीकी पहलुओं को नेतृत्व की भूमिकाओं के साथ एकीकृत किया जा सके.
सीआईएसओ सम्मेलन में दिग्गज वक्ताओं की बातचीत शामिल है और इसका समापन एक टेबल-टॉप अभ्यास के तहत नेतृत्व क्षमता को परखने के लिए होगा. ऐसे शिक्षण व अभ्यास को गतिशील व्यावहारिक चुनौतीपूर्ण वातावरण के साथ संयोजित कर प्रतिभागियों को साइबर खतरों का सामना करने में निर्णायक रूप से कार्य करने में सक्षम बनाया जा सकेगा. रक्षा साइबर एजेंसी ने तत्परता की स्थिति बनाए रखने और सभी स्तरों पर सुरक्षा की प्राथमिकता को विकसित करने के लिए नियमित आधार पर ऐसे अभ्यास आयोजित करने की योजना बनाई है.