महेंद्र सिंह धोनी को हर महीने कितनी मिलती है पेंशन? रकम जानकर चौंक जाएंगे आप

MS Dhoni Pension: महेंद्र सिंह धोनी जैसे महान खिलाड़ियों का योगदान अमूल्य है, और BCCI की पेंशन योजना उनके प्रति सम्मान और कृतज्ञता का प्रतीक है. यह योजना सुनिश्चित करती है कि हमारे पूर्व क्रिकेटरों को उनके योगदान के लिए उचित सम्मान और समर्थन मिले, जिससे वे अपने जीवन के अगले चरण में वित्तीय स्थिरता का आनंद ले सकें.

MS Dhoni Pension: कैप्टन कूल के नाम से प्रसिद्ध महेंद्र सिंह धोनी भारतीय क्रिकेट के सबसे सफल कप्तानों में से एक हैं. उनकी कप्तानी में भारत ने 2007 में टी20 विश्व कप, 2011 में एकदिवसीय विश्व कप और 2013 में चैंपियंस ट्रॉफी जीती. अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद भी महेंद्र सिंह धोनी को भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) से हर महीने पेंशन मिलती है.

BCCI की पेंशन योजना

BCCI ने पूर्व क्रिकेटरों के लिए एक पेंशन योजना बनाई है, जो उनके योगदान को सम्मानित करती है और उन्हें वित्तीय सहायता प्रदान करती है. 2022 में तत्कालीन अध्यक्ष सौरव गांगुली के नेतृत्व में इस योजना में महत्वपूर्ण सुधार किए गए, जिससे पेंशन राशि में वृद्धि हुई. यह योजना पुरुष और महिला दोनों क्रिकेटरों के लिए लागू है, जिसमें उनके खेल करियर के आधार पर पेंशन राशि निर्धारित की जाती है.

महेंद्र सिंह धोनी की पेंशन राशि

क्रिकफिट की एक रिपोर्ट के अनुसार, महेंद्र सिंह धोनी ने भारत के लिए 90 टेस्ट, 350 एकदिवसीय और 98 टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेले हैं. इस आधार पर BCCI से उन्हें हर महीने 70,000 रुपये की पेंशन मिलती है. यह राशि पूर्व टेस्ट खिलाड़ियों की उच्च श्रेणी में आती है, जिनकी पेंशन 50,000 रुपये से बढ़ाकर 70,000 रुपये की गई थी.

दूसरे प्रमुख खिलाड़ियों की पेंशन

  • सचिन तेंदुलकर: क्रिकेट के महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर को भी 70,000 रुपये हर महीने पेंशन मिलती है.
  • युवराज सिंह: 2011 विश्व कप के हीरो युवराज सिंह को 60,000 रुपये हर महीने पेंशन मिलती है.
  • विनोद कांबली: पूर्व क्रिकेटर विनोद कांबली को 30,000 रुपये हर महीने पेंशन मिलती है.

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बीसीसीआई पेंशन योजना का उद्देश्य

BCCI की यह पेंशन योजना पूर्व क्रिकेटरों के लिए एक महत्वपूर्ण वित्तीय सहायता है, जो उन्हें उनके खेल करियर के बाद स्थिरता प्रदान करती है. इससे न केवल खिलाड़ियों को सम्मान मिलता है, बल्कि यह उनके भविष्य को सुरक्षित करने में भी मदद करती है.

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