पुरस्कार एवं अलंकरण
पुरस्कार एवं अलंकरण
अन्तर्राष्ट्रीय पुरस्कार नोबेल पुरस्कार
♦ नोबेल पुरस्कार अल्फ्रेड बर्नाड नोबेल (जन्म स्थान-स्टाकहोम, (स्वीडन) 1833) की स्मृति में प्रत्येक वर्ष 10 दिसम्बर को नोबेल फाउण्डेशन द्वारा दिए जाते हैं।
♦ वर्ष 1901 से भौतिक शास्त्र, रसायन विज्ञान, चिकित्सा, साहित्य तथा शान्ति (पाँच विषयों) के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान के लिए नोबेल पुरस्कार दिए जा रहे हैं। अधिकतम तीन लोगों को एक क्षेत्र में पुरस्कार दिया जा सकता है।
♦ भौतिकशास्त्र एवं रसायन शास्त्र के नोबेल पुरस्कार स्वीडिश अकादमी ऑफ साइंस द्वारा दिए जाते हैं।
♦ अर्थशास्त्र के लिए नोबेल पुरस्कार दिए जाने की शुरूआत 1969 ई. से हुई। इसे अर्थशास्त्र में नोबेल स्मृति पुरस्कार भी कहते हैं।
♦ चिकित्सा के लिए स्टाकहोम फैकल्टी ऑफ मेडिसिन द्वारा दिए जाते हैं।
♦ साहित्य के लिए नोबेल पुरस्कार – स्वीडिश अकादमी ऑफ लिटरेचर
♦ शान्ति के लिए नोबेल पुरस्कार – नॉर्वे की पाँच सदस्यीय समिति
नोबेल पुरस्कार से सम्बन्धित कुछ तथ्य
भारतीय नोबेल पुरस्कार विजेता
पुलित्जर पुरस्कार
♦ न्यूयॉर्क वर्ल्ड के प्रकाशक ‘जोसेफ पुलित्जर’ की स्मृति में 1917 से अमेरिका के कोलम्बिया विश्वविद्यालय द्वारा पत्रकारिता एवं साहित्य के क्षेत्र में दिया जाता है। इसमें जनसेवा को छोड़कर प्रत्येक पुरस्कार के अन्तर्गत 10,000 डॉलर की राशि प्रदान की जाती है।
♦ ये पुरस्कार सामान्य रिपोर्टिंग, आत्मकथा, कविता, फीचर लेखन, नाटक, अन्तर्राष्ट्रीय रिपोर्टिंग एवं जनसेवा के लिए दिया जाता है।
♦ अभी तक चार भारतीय यह पुरस्कार प्राप्त कर चुके हैं— गोविन्द बिहारी लाल (1937), झुम्पा लाहिरी (2000), गीता आनन्द (2003) तथा सिद्धार्थ मुखर्जी (2011)
मैन बुकर पुरस्कार
♦ ब्रिटेन की संस्था बुकर मैकोनेल कम्पनी एण्ड पब्लिशर्स एसोसिएशन के द्वारा यह पुरस्कार 1969 में स्थापित हुआ।
♦ ब्रिटेन का सर्वोच्च साहित्य यह पुरस्कार अंग्रेजी में लिखे उपन्यास के लिए राष्ट्रमण्डल देशों, आयरलैण्ड व जिम्बाब्वे के नागरिकों को प्रदान किया जाता है।
♦ इसकी पुरस्कार राशि 50,000 पौण्ड है।
मैन बुकर प्राप्त करने वाले भारतीय मूल के लेखक
रेमन मैग्सेसे पुरस्कार
♦ एशिया महाद्वीप का सबसे बड़ा यह पुरस्कार फिलीपीन्स के भूतपूर्व राष्ट्रपति रेमन मैग्सेसे की स्मृति में वर्ष 1957 से प्रदान किया जा रहा है।
♦ इस पुरस्कार को एशिया का नोबेल भी कहा जाता है। यह पुरस्कार प्रत्येक वर्ष 6 क्षेत्रों; जैसे-जनसेवा, सरकारी सेवा, पत्रकारिता, जनसंचार, सामुदायिक नेतृत्व एवं अन्तर्राष्ट्रीय सद्भाव के लिए प्रदान किया जाता है।
रेमन मैग्सेसे पुरस्कार से सम्मानित भारतीय
♦ सामुदायिक नेतृत्व इस पुरस्कार के प्रथम प्राप्तकर्ता विनाबा भावे थे।
♦ शांति और अंतर्राष्ट्रीय समझदारी मदर टेरेसा (1962), जॉकिन अर्पुथम (2000), एल रामदास (2004)
♦ पत्रकारिता, साहित्य और रचनात्मक कला अमिताभ चौधरी (1961), सत्यजीत रे (1967), बी जी वर्गीज (1975), शम्भू मित्रा (1976), गौर किशर घोष (1981), अरुण शौरी (1982), आर के लक्ष्मण (1984), के वी सुबन्ना (1981), महाश्वेता देवी (1997), पी साईनाथ (2007), रवीश कुमार (2019)
♦ उभरते नेतृत्व संदीप पाण्डे (2002), अरविंद केजरीवाल (2006), नीलिना मिश्रा और हरीश हांडे (2011), संजीव चतुर्वेदी (2015)
♦ जन सेवा जय प्रकाश नारायण (1965), एम. एस. सुब्बुलक्ष्मी (1974), मणिभाई देसाई (1982), मुरलीधर देवदास आम्टे (1985), एल सी जैन (1989), एम एस मेहता (1987), वी शान्ता (2005), बेजवाड़ा लिस्बन (2016)
♦ सामुदायिक सेवा आचार्य विनोबा भावे (1958), दारा एन खुरेदी, त्रिभुवन दास के पटेल और वर्गीज कुरियन (1963), कमला देवी चट्टोपाध्याय (1966), एम. एस. स्वामीनाथन (1971), एल आर भट्ट (1977), रजनीकांत एस. अरोले और मबेले आर अरोले (1979), पाण्डुरंग अठावले (1996), अरुण रॉय (2000), राजेन्द्र सिंह (2001), शान्ता सिंहा (2003), प्रकाश आम्टे और मंदाकिनी आम्टे (2008), दीपा जोशी (2009), अंशु गुप्ता (2015), टी.एम कृष्णा (2016)
♦ सरकारी सेवा सी डी देशमुख (1959), किरण बेदी (1994), टी एन शेषन (1996), (1996), जे एम लिंगदोह (2003)
गाँधी शान्ति अन्तर्राष्ट्रीय पुरस्कार
यह पुरस्कार 1995 से भारत सरकार द्वारा विश्व शान्ति में उल्लेखनीय भूमिका निभाने वाले व्यक्ति को दिया जाता है। इस पुरस्कार के तहत ₹ 1 करोड़, प्रशस्ति पत्र एवं स्मृति चिह्न प्रदान किया जाता है।
जवाहरलाल नेहरू अन्तर्राष्ट्रीय सद्भावना पुरस्कार
1965 में स्थापित यह पुरस्कार भारत सरकार के (ICCR) द्वारा अन्तर्राष्ट्रीय शान्ति, निरस्त्रीकरण एवं विकास के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान हेतु प्रदान किया जाता है।
इन्दिरा गाँधी अन्तर्राष्ट्रीय शान्ति, निरस्त्रीकरण एवं विकास पुरस्कार
1986 में स्थापित यह पुरस्कार प्रत्येक वर्ष भारत सरकार द्वारा अन्तर्राष्ट्रीय शान्ति, निरस्त्रीकरण एवं विकास के क्षेत्र में विशिष्ट योगदान के लिए दिया जाता है।
कलिंग पुरस्कार
♦ 1952 में स्थापित यह पुरस्कार यूनेस्को के तत्वावधान में कलिंग फाउन्डेशन द्वारा विज्ञान को लोकप्रिय बनाने के लिए प्रदान किया जाता है।
♦ इस पुरस्कार को शुरू करने में बीजू पटनायक का योगदान उल्लेखनीय है ।
ग्रेमी पुरस्कार
1958 में स्थापित यह पुरस्कार नेशनल एकेडमी फॉर रिकॉर्डिंग आर्ट्स एण्ड साइंसेज द्वारा पश्चिमी संगीत की विभिन्न विधाओं में विशिष्ट योगदान हेतु प्रदान किया जाता है।
ऑस्कर पुरस्कार
♦ 1929 में स्थापित यह पुरस्कार संयुक्त राज्य अमेरिका की नेशनल एकेडमी ऑफ मोशन पिक्चर्स द्वारा फिल्म जगत के क्षेत्र में दिया जाता है।
♦ इसका ऑफिशियली नाम ‘एकेडमी अवार्ड ऑफ मेरिट’ है।
♦ यह पुरस्कार प्रतिवर्ष फरवरी में हॉलीवुड के कोडेक थियेटर के भव्य समारोह में प्रदान किया जाता है।
♦ पुरस्कार में दी जाने वाली प्रतिमा काली मेटल बेस पर सोने की परत चढ़ाकर बनायी जाती है।
♦ ऑस्कर एवं नोबेल पुरस्कार दोनों पाने वाले एकमात्र व्यक्ति जॉर्ज बर्नाड शॉ थे। उन्हें साहित्य (1925) के नोबेल तथा 1938 में बेस्ट स्क्रीन प्ले के लिए ऑस्कर मिला।
♦ ऑस्कर पाने वाली पहली भारतीय भानु अथैया थी जिन्होंने ‘गाँधी’ फिल्म में रिचर्ड एटनबरो की कास्ट्यूम डिजाइनिंग की थी।
♦ सत्यजीत रे को 1992 में ऑस्कर का ‘लाइफ टाइम अवार्ड’ दिया गया।
♦ ऑस्कर में नामित प्रमुख भारतीय फिल्में
1. मदर इण्डिया (1957)
2. सलाम बॉम्बे (1988)
3. लगान (2001)
4. श्वास (2004)
5. पहेली (2005)
6. रंग दे बसन्ती (2006)
7. कोर्ट (2015)
8. वैसरानइि (2016)
राष्ट्रीय पुरस्कार
भारत रत्न
♦ कला, साहित्य, विज्ञान तथा विविध क्षेत्रों में उत्कृष्ट योगदान के साथ जनसेवा के लिए यह देश का सर्वोच्च सम्मान है।
♦ इसकी स्थापना वर्ष 1954 में की गई थी।
नोट वर्ष 1977 में जनता पार्टी सरकार द्वारा भारत रत्न तथा पद्म पुरस्कारों को बन्द कर दिया गया था, किन्तु 1980 में कांग्रेस सरकार ने पुनः शुरू किया।
भारत रत्न से सम्मानित व्यक्ति
पदम पुरस्कार
♦ भारत रत्न के बाद पद्म पुरस्कार देश का दूसरा सबसे बड़ा सम्मान है। इसकी स्थापना वर्ष 1954 में हुई थी।
♦ ये पुरस्कार सरकारी कर्मचारियों द्वारा की गयी सेवा सहित किसी भी क्षेत्र में की गयी उच्च कोटि की विशिष्ट सेवा के लिए प्रदान किए जाते हैं।
♦ पदम पुरस्कार तीन प्रकार के हैं- पद्म विभूषण, पदम भूषण एवं पदम श्री ।
मरणोपरान्त वीरता पुरस्कार
परमवीर चक्र वीरता के लिए दिया जाने वाला सर्वोच्च पुरस्कार जो थल सेना, वायु सेना, जल सेना में दुश्मन के सामने बहादुरी के सर्वोत्कृष्ट प्रदर्शन या आत्मबलिदान के लिए दिया जाता है। इसकी शुरूआत वर्ष 1914 में हुई थी।
महावीर चक्र देश का यह द्वितीय सर्वोच्च शौर्य पुरस्कार उस बहादुर सैनिक को प्रदान किया जाता है जिसने शत्रु के दमन में अद्वितीय पराक्रम प्रदर्शित किया हो।
वीर चक्र शौर्य एवं वीरता का तीसरा सर्वोच्च पुरस्कार उसे प्रदान किया जाता है, जिसने शत्रुओं का सामना अदम्य साहस करके उसे पीछे धकेला हो अथवा मौत के घाट उतार दिया हो।
अशोक चक्र यह पुरस्कार देश का सर्वोच्च शान्तिकालीन शौर्य पुरस्कार है। यह पुरस्कार भी शौर्य उल्लेखनीय भूमिका निभाने वाले बहादुर कर्मी को प्रदान किया जाता है।
कीर्ति चक्र शौर्य का यह पुरस्कार उस वीर को प्रदान किया जाता है, जिसने शत्रु के मुकाबले में अभूतपूर्व साहस का प्रदर्शन किया हो।
शौर्य चक्र युद्ध की परिस्थितियों में अद्भुत शौर्य प्रदर्शित करने बाले शूरवीरों को यह पुरस्कार प्रदान किया जाता है।
प्रत्येक वर्ष गणतन्त्र दिवस पर देश के बहादुर बच्चों को राष्ट्रीय वीरता पुरस्कार से सम्मानित किया जाता है। इसके अन्तर्गत भारत अवार्ड, गीता चोपड़ा अवार्ड, संजय चोपड़ा अवार्ड, बापू गैधानी अवार्ड भी प्रदान किए जाते हैं।
साहित्यिक व सांस्कृतिक पुरस्कार
विज्ञान पुरस्कार
खेल पुरस्कार
राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार 1954 में स्थापित यह पुरस्कार भारत सरकार के सूचना एवं प्रसारण मन्त्रालय द्वारा भारतीय फिल्मों में उच्च स्तरीय सौन्दर्य बोध, शिक्षाप्रद एवं सांस्कृतिक मूल्यों में वृद्धि के लिए प्रदान किया जाता है।
फिल्म फेयर पुरस्कार 1952 में स्थापित यह पुरस्कार ‘टाइम्स ऑफ इण्डिया ग्रुप’ द्वारा वर्ष में प्रदर्शित भारतीय फिल्मों की प्रत्येक विधा में उत्कृष्टता हेतु प्रदान किया जाता है।
दादा साहेब फाल्के पुरस्कार 1969 में दादा साहेब फाल्के की स्मृति में स्थापित यह पुरस्कार सूचना एवं प्रसारण मन्त्रालय, भारत सरकार द्वारा उस व्यक्ति को दिया जाता है, जिसने भारतीय सिनेमा के विकास में उल्लेखनीय योगदान दिया हो। पहला पुरस्कार श्रीमती देविका रानी रोरिक को वर्ष 1969 में दिया गया। वर्ष 2016 का यह पुरस्कार अभिनेता मनोज कुमार को दिया गया है।
संयुक्त राष्ट्र संघ
संयुक्त राष्ट्रसंघ की स्थापना
विश्व में शान्ति स्थापित करने के उद्देश्य से 26 जून, 1945 ई. को ‘सेन फ्रांसिस्को’ सम्मेलन में ‘UNO’ का घोषणा-पत्र तैयार किया गया। इसके निर्माण की प्रक्रिया 24 अक्टूबर, 1945 ई. को पूरी हुई। प्राय: सभी स्वतन्त्र राष्ट्र इसके सदस्य हैं।
संयुक्त राष्ट्र संघ के उद्देश्य इसके उद्देश्य निम्नवत् हैं
♦ अन्तर्राष्ट्रीय शान्ति एवं सुरक्षा को बनाए रखना।
♦ राष्ट्रों के बीच एक दूसरे का सम्मान और मैत्रीपूर्ण सम्बन्ध बनाना।
♦ आर्थिक, सामाजिक, सांस्कृतिक एवं शैक्षिक समस्याओं का विश्व स्तर पर निवारण करना।
♦ राष्ट्रों को आत्मनिर्भर, आत्मनिर्णय और उपनिवेशवाद विघटन की प्रक्रिया को गति देना।
♦ निरस्त्रीकरण और नई आर्थिक व्यवस्था की स्थापना करना।
संयुक्त राष्ट्र संघ के सिद्धान्त
संयुक्त राष्ट्र संघ के चार्टर में इसके सिद्धान्तों का वर्णन है जो निम्नवत् हैं:
♦ यह सभी सदस्य देशों की प्रभुता की समानता पर आधारित है।
♦ सभी सदस्य देश घोषणा पत्र में वर्णित अपने कर्त्तव्यों का निर्वाह करेंगे।
♦ वे अन्तर्राष्ट्रीय शान्ति और सुरक्षा एवं न्याय के अनुरूप अपने विवाद का समाधान निकालेंगे।
♦ सदस्य देश किसी भी देश के घरेलू मामलों में हस्तक्षेप नहीं करेंगे।
संयुक्त राष्ट्र संघ का चार्टर
संयुक्त राष्ट्र संघ का चार्टर इसका संविधान है। इसमें संघ के उद्देश्यों, सिद्धान्तों तथा नियमों का उल्लेख है। ये उद्देश्य मानवता को भविष्य में आने वाले युद्धों के प्रकोप से बचाने, सामान्य जन मानस को उनके मौलिक अधिकार दिलाने, आर्थिक तथा सामाजिक उन्नति करने आदि बातों से सम्बन्धित हैं। इस चार्टर में 10,000 शब्द, 111 धाराएँ तथा 19 अध्याय हैं।
मुख्यालय— संयुक्त राष्ट्र संघ का मुख्यालय न्यूयॉर्क शहर में स्थित है। इसका भवन 17 एकड़ जमीन पर 39 मंजिल का है। यह मैनहट्टन द्वीप में स्थित है।
भाषाएँ संयुक्त— राष्ट्र संघ की आधिकारिक (मान्यता प्राप्त) भाषाएँ – अंग्रेजी, फ्रेंच, चीनी, अरबी, रूसी एवं स्पेनिश हैं। अंग्रेजी एवं फ्रेंच इसकी कार्यकारी भाषाएँ हैं।
संयुक्त राष्ट्र संघ का ध्वज— ध्वज की पृष्ठभूमि हल्की नीली है और उस पर श्वेत रंग से संयुक्त राष्ट्र संघ का प्रतीक बना हुआ है। प्रतीक में दो जैतून की वक्राकार शाखाएँ हैं, जो ऊपर से खुली हैं और उनके बीच में विश्व का मानचित्र बना है।
संयुक्त राष्ट्र संघ के प्रमुख अंग
संयुक्त राष्ट्र संघ के छह अंग हैं (1) महासभा, (2) सुरक्षा परिषद्, (3) आर्थिक व सामाजिक परिषद्, (4) अन्तर्राष्ट्रीय न्यायालय (5) न्यास परिषद् एवं (6) सचिवालय।
1. महासभा यह इसमें सभी सदस्य देशों के प्रतिनिधि शामिल होते हैं। प्रत्येक देश इसमें अधिकतम पाँच प्रतिनिधि भेज सकता है, किन्तु उसका वोट सिर्फ एक होता है।
2. सुरक्षा परिषद् इसमें 15 सदस्य होते हैं, जिनमें 5 स्थायी सदस्य हैं- संयुक्त राज्य अमेरिका, रूस, ब्रिटेन, फ्रांस और चीन तथा 10 अस्थायी सदस्य होते है। इसका मुख्य कार्य अन्तर्राष्ट्रीय शान्ति और सुरक्षा बनाए रखना है।
वीटो सुरक्षा परिषद् के निर्णय में स्थाभी सदस्यों की सहमति व 9 सदस्यों के पक्ष में मतदान होना आवश्यक है। यदि एक भी स्थायी सदस्य सहमत नहीं है तो उसे निषेधात्मक मत (Vote) माना जाएगा।
अन्य प्रमुख अन्तर्राष्ट्रीय संस्थान / संगठन
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