एसबीआईसी से मिलेगा सस्ता होम और कार लोन, बैंक ने उठाया ये बड़ा कदम
SBI Home Loan: अपने सपनों का आशियाना बनाने वालों के लिए खुशखबरी है. भारत के सबसे बड़े सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक भारतीय स्टेट बैंक (SBI) ने होम लोन (Home Loan) और ऑटो लोन (Car Loan) ग्राहकों के लिए बड़ी राहत की घोषणा की है. बैंक ने अपनी रेपो लिंक्ड लेंडिंग रेट (RLLR) और एक्सटर्नल बेंचमार्क लेंडिंग रेट (EBLR) में 0.5% की कटौती की है, जिससे अब कर्ज पहले से अधिक सस्ते हो गए हैं.
एसबीआई की नई दरें 15 जून से लागू
एसबीआई की आधिकारिक वेबसाइट पर दी गई जानकारी के अनुसार, ये संशोधित दरें 15 जून 2025 से प्रभावी हो चुकी हैं. RLLR अब घटकर 7.75% हो गया है, जबकि EBLR 8.65% से घटकर 8.15% पर आ गया है. इसका सीधा लाभ नए और मौजूदा दोनों प्रकार के ग्राहकों को मिलेगा.
आरबीआई के फैसले के बाद लिया गया निर्णय
ब्याज दरों में यह कटौती भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के हालिया नीतिगत फैसले के बाद की गई है. आरबीआई ने 6 जून 2025 को प्रमुख रेपो दर में 0.5% की कटौती करते हुए इसे 6% से घटाकर 5.5% कर दिया था. साथ ही, नकद आरक्षित अनुपात (CRR) को भी 1% घटाकर 3% कर दिया गया.
इन क्षेत्रों को मिलेगा सीधा फायदा
एसबीआई के इस फैसले से होम लोन, कार लोन, पर्सनल लोन और एमएसएमई क्षेत्र को सीधा लाभ होगा. रेपो आधारित ब्याज दर से जुड़े कर्ज सस्ते हो जाने से न केवल नए लोन लेने वालों को फायदा होगा, बल्कि मौजूदा ग्राहकों की ईएमआई भी घटेगी. इससे छोटे और मध्यम उद्यमों को अपनी वित्तीय स्थिति बेहतर बनाने का अवसर मिलेगा.
इसे भी पढ़ें: डॉली चायवाला को लगा बड़ा झटका, ब्रांड एंबेसडर बनाने पर starbucks का इनकार
उपभोक्ताओं के लिए राहत भरी खबर
मुद्रास्फीति और बढ़ती ब्याज दरों के बीच यह निर्णय आम उपभोक्ताओं के लिए राहत भरा है. विशेषज्ञों के अनुसार, यदि दूसरे बैंक भी एसबीआई के इस कदम का अनुसरण करते हैं, तो बाजार में लोन की प्रतिस्पर्धा बढ़ेगी, जिससे उपभोक्ताओं को अधिक किफायती विकल्प उपलब्ध होंगे.
इसे भी पढ़ें: पांच मिनट में कोई 32 तो कोई खा गया 25 आम, मिथिला के लड़कों ने दिखाया अजब-गजब कारनामा
Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.