ChatGPT इस्तेमाल करने वालों के लिए बुरी खबर, हजारों भारतीयों का चैट डेटा चोरी करके डार्क वेब में बेच रहे हैकर

हाइलाइट्स

एक लाख से ज्यादा ChatGPT अकाउंट्स हैक हुए.
सबसे ज्यादा भारतीय अकाउंट्स को शिकार बनाया गया.
चोरी किया गया डेटा डार्क वेब पर बेचा जा रहा.

नई दिल्ली. अपने लॉन्च के बाद से ही ChatGPT छाया हुआ है और पूरी दुनिया में लोग इसके साथ तरह-तरह के एक्सपेरिमेंट्स कर रहे हैं. इसमें अकाउंट बनाकर इस चैटबॉट का इस्तेमाल अपने काम में भी कर रहे हैं. लेकिन कोई तकनीक चर्चा में आती नहीं कि हैकर्स उसे टारगेट करने लगते हैं. ChatGPT भी उससे अछूता नहीं रहा.

साइबर सिक्योरिटी कंपनी ग्रुप IB की एक रिपोर्ट के मुताबिक, दुनियाभर में एक लाख से ज्यादा ChatGPT अकाउंट हैक किए जा चुक हैं. रिपोर्ट के मुताबिक, जानकारी चुराने वालों ने एशिया पैसिफिक क्षेत्र के लोगों को सबसे ज्यादा शिकार बनाया है. ये डेटा जून 2022 से मई 2023 के बीच का है, जिसमें कहा गया है कि हैक हुए अकाउंट्स में 40.5 फीसदी अकाउंट एशिया पैसिफिक क्षेत्र के हैं. वहीं मिडिल ईस्ट-अफ्रीका दूसरे नंबर पर और यूरोप तीसरे नंबर पर है.

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इस रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत के सबसे ज्यादा 12,632 अकाउंट्स हैक हुए हैं, दूसरे नंबर पर 9217 हैक्ड अकाउंट्स के साथ पाकिस्तान है, वहीं तीसरे नंबर पर ब्राजील है, जहां के 6531 अकाउंट हैक किए गए हैं. रिपोर्ट में कहा गया है कि मैलवेयर के लॉग्स में कॉम्प्रोमाइज्ड अकाउंट्स की डिटेल्स मिली हैं. इन डिटेल्स को डार्क वेब में बेचा गया था. मई में कॉम्प्रोमाइज हुए चैटजीपीटी अकाउंट्स की संख्या 26,802 पहुंच गई और डार्क वेब पर बेचे जा रहे ज्यादातर क्रेडेंशियल्स एशिया पैसिफिक क्षेत्र के हैं.

ChatGPT डेटा का कॉम्प्रोमाइज होना चिंता की बात क्यों है?
बीते कुछ महीनों में बड़ी संख्या में लोग ChaGPT का इस्तेमल करने लगे हैं. कई प्रोफेशनल्स अपने काम के लिए इस चैटबॉट का इस्तेमाल कर रहे हैं, ताकि उनकी प्रोडक्टिविटी बढ़ सके. बिजनेस और सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट के लिए कई संस्थान इस चैटबॉट का इस्तेमाल कर रहे हैं. चैटबॉट में आप जो भी सवाल पूछते हैं और उसका जो जवाब मिलता है, वो सब स्टोर होता रहता है. अकाउंट हैक होने पर किसी कंपनी या प्रोफेशनल का सेंसिटिव डेटा गलत हाथ जाने और उस डेटा के गलत इस्तेमाल का खतरा होता है. इनका इस्तेमाल करके कंपनी और उसके कर्मचारियों को टारगेट किया जा सकता है.

ये संभव है कि जिन लोगों का ChatGPT अकाउंट चोरी हुआ है, उन्होंने किसी अनऑथोराइज्ड लिंक पर क्लिक किया हो. ऐसी लिंक्स पर क्लिक करने पर फोन या लैपटॉप में मैलवेयर इन्फेक्टेड ऐप्स के इंस्टॉल होने का खतरा बढ़ जाता है. अगर आप अपने डिजिटल एक्सपीरियंस को सुरक्षित बनाए रखना चाहते हैं तो उसके लिए जरूरी है कि आप ऐसी लिंक्स से बचें और ऐसे ऐप्स डाउनलोड न करें, जिनके बारे में आपको ठीक से जानकारी नहीं है.

Tags: Artificial Intelligence, Cyber Crime, Tech News in hindi

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