लेदर बैग में ठूंस-ठूंसकर नहीं रख पाएंगे पैसा, दिसंबर में स्टॉक्स से इतनी होगी कमाई
Stock Market Outlook: लार्जकैप, मिडकैप और स्मॉलकैप स्टॉक्स में पैसा लगाकर मोटी कमाई करने वालों के लिए एक सुकून देने वाली खबर है. वह यह है कि कैलेंडर वर्ष 2024 के आखिरी महीने दिसंबर में आपको स्टॉक्स से छप्परफाड़ कमाई हो सकती है. पिछले हफ्ते शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव का दौर जारी रहा. हालांकि, सप्ताह के आखिरी दिन शुक्रवार 29 नवंबर 2024 को विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) की वापसी से बाजार में बढ़त देखने को मिली. इससे पहले गुरुवार को आईटी और ऑटो शेयरों में बिकवाली के दबाव में बीएसई सेंसेक्स 1190 अंक से अधिक टूट गया. निफ्टी भी करीब 360 से अधिक अंक नीचे गिर गया. मगर, अब बाजार विशेषज्ञ यह बता रहे हैं कि दिसंबर के महीने में बाजार में रैली दिखाई देने के आसार अधिक हैं, जिससे निवेशकों को मुनाफा हो सकता है.
डोनाल्ड ट्रंप की पॉलिसी की चिंता में कमजोर हुआ बाजार
द इन्फिनिटी ग्रुप के संस्थापक विनायक मेहता ने कहा कि नवंबर सीरीज के आखिरी हफ्ते में अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के नीतिगत रुख को लेकर चिंता और अमेरिकी ब्याज दरों में कटौती की अनिश्चितता ने बाजार की धारणा को प्रभावित किया. घरेलू संस्थागत निवेशक (डीआईडी) निकट भविष्य की निगरानी कर रहे हैं और वे सतर्क रुख अपनाए हुए हैं. फरवरी 2025 में केंद्रीय बजट पेश होना है. एफआईआई बिकवाली कर रहे हैं.
री-बैलेंसिंग से बाजार में आई तेजी
जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के रिसर्च हेड विनोद नायर के अनुसार, “भू-राजनीतिक तनाव में कमी, वित्त वर्ष 2025 की दूसरी छमाही में सरकारी खर्च में स्थिरता की उम्मीद और एमएससीआई के री-बैलेंसिंग से हाल के दिनों में बाजार में तेजी आने के बाद कुछ राहत देखने को मिली. यह तेजी व्यापक आधार पर थी, जबकि नए ऑर्डर फ्लो में उछाल की उम्मीद में कैपिटल एक्सपेंडिचर से जुड़े क्षेत्र इंफ्रास्ट्रक्चर, पूंजीगत सामान और औद्योगिक क्षेत्रों ने बेहतर प्रदर्शन किया. मध्य पूर्व में तनाव कम होने की उम्मीद में सप्ताह के दौरान ब्रेंट क्रूड में 4% की गिरावट आई. तेल की कीमतों में नरमी आने वाली तिमाहियों में भारतीय कंपनियों के ऑपरेशन मीट्रिक में मदद करती रहेगी.”
आर्थिक आंकड़े और जीडीपी देंगे बाजार को दिशा
विनोद नायर ने आगे कहा, “हमें उम्मीद है कि अच्छे मानसून, त्योहार और शादी सीजन के कारण दूसरी छमाही में इनकम की संभावनाएं सकारात्मक रहेंगी, जो दूसरी तिमाही के दौरान इनकम में आई गिरावट के प्रभाव को कम कर सकती हैं. निवेशकों का ध्यान यूएस और यूरोजोन मुद्रास्फीति संकेतकों पर भी गया, जो केंद्रीय बैंकों की दिसंबर नीति दरों को प्रभावित करेंगे. शेयर बाजार की स्थिरता अगले सप्ताह आने वाले आर्थिक आंकड़ों पर निर्भर करेगी, जबकि बाजार में वित्त वर्ष 2025 की दूसरी तिमाही में जीडीपी में गिरावट से कुछ नतीजे देखने को मिल सकते हैं. दूसरी ओर, निवेशक आगामी आरबीआई मौद्रिक नीति पर कार्रवाई करने के लिए अधिक इच्छुक होंगे. हालांकि, आम सहमति यथास्थिति को दर्शाती है, लेकिन दूसरी तिमाही में धीमी वृद्धि के कारण फरवरी में दर में कटौती की संभावना अधिक है. सेवा और विनिर्माण पीएमआई आंकड़ा, ऑटो बिक्री और अमेरिकी नौकरी डेटा जैसे अन्य आर्थिक संकेतक भी निवेशकों का ध्यान आकर्षित करेंगे और फिर बाजार की गति बढ़ेगी.
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निफ्टी का 2024 के लिए क्या है टारगेट
चूंकि बाजार अस्थिर बना हुआ है, इसलिए विशेषज्ञ इस बात पर विचार कर रहे हैं कि क्या बाजार में सुधार जारी रहेगा या फिर उछाल आने वाला है. दिसंबर 2024 तक निफ्टी 50 के लिए विश्लेषकों ने क्या भविष्यवाणी की है. सैमको सिक्योरिटीज के मार्केट पर्सपेक्टिव्स एंड रिसर्च के प्रमुख अपूर्व शेठ बाजार को लेकर आशावादी बने हुए हैं. उन्होंने निफ्टी के लिए साल के अंत में 24,700-25,000 का टारगेट निर्धारित किया है. हालांकि, उन्होंने निवेशकों को व्यापक आउटलुक रखने की सलाह दी है. उन्होंने सुझाव दिया कि निफ्टी अगले 8 से 12 महीनों में 23,200-26,200 के दायरे में कारोबार कर सकता है.
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